जन्माष्टमी व्रत के 21 नियम | Janmashtami Fast Rules in Hindi

जन्माष्टमी एक ऐसा त्यौहार है जिसे सभी लोग धूमधाम से मनाते हैं इस दिन श्रीकृष्ण भगवान का जन्म हुआ था और इसी उपलक्ष्य में इसे मनाया जाता है पर क्या आपको पता है कि जन्माष्टमी व्रत के भी कई सारे नियम होते हैं अगर आप सही तरीके से इस व्रत को नहीं करते हैं।

तो इससे आपको कोई फल नहीं मिलता है क्योंकि श्रीकृष्ण भगवान हमेशा अपने भक्तों पर कृपा बनायें रखते हैं कहते हैं इसी दिन श्रीकृष्ण ने ठीक रात के 12:00 जन्म लिया था और इसी वजह से श्रद्धालु धूमधाम से जन्माष्टमी मनाते हैं और रात के 12:00 बजे उनकी पूजा करते हैं।

कहा जाता है कि रात के 12:00 बजे श्रीकृष्ण इस दुनिया में आए थे और उन्होंने राक्षसों का विनाश किया था और अगर आप जन्माष्टमी का व्रत रखते हैं तो इससे आपके सारे पापों का नाश हो जाता है और आपको शुभ फल मिलते हैं तो आज हम आपको बताएंगे।

कि अगर आप जन्माष्टमी का व्रत रख रहे हैं तो आप कौन से नियम कर सकते हैं अगर आप सही तरीके से व्रत रखते हैं तो आपका व्रत आसानी से पूरा हो जाता है और आप पर हमेशा श्रीकृष्ण की कृपा बनी रहती है और आपके सारे दुख दूर हो जाते हैं।

जन्माष्टमी व्रत का क्या महत्व है?

janmashtami vrat ka mahatva

अब हम बात करेंगे कि जन्माष्टमी व्रत क्यों मनाया जाता है आखिर इसका क्या महत्व है तो इस दिन भगवान श्रीकृष्ण ने पृथ्वी पर जन्म लिया था क्योंकि पृथ्वी पर असुरों का अत्याचार बढ़ता ही जा रहा था जिस वजह से विष्णु भगवान ने श्रीकृष्ण के रूप में देवकी की कोख से जन्म लिया था।

और इनका जन्म कारागार में हुआ था क्योंकि इनके मामा कंस ने इनके माता पिता को बंदी बना लिया था वैसे इनके और भाई बहन थे पर उन सभी को इनके मामा कंस ने मार दिया था पर इनके जन्म के समय सभी सो गए थे और इनका जन्म इस पृथ्वी पर हो गया और किसी को पता भी नही लगा।

इसी वजह से सभी लोग इस व्रत को करते हैं और रात के ठीक 12:00 बजे सभी लोग श्रीकृष्ण भगवान की पूजा करके अपना व्रत खोलते हैं इससे आपके सारे दुख दर्द दूर हो जाते हैं और आपकी सभी इच्छाएं पूरी होती हैं इस व्रत को धूमधाम से सभी जगहों पर मनाया जाता है और इसकी आस्था बहुत ज्यादा है।

जन्माष्टमी का व्रत रखते समय कुछ सावधानियां

janmashtami ka vrat karte samay savdhani

अगर आप जन्माष्टमी का व्रत रख रहे हैं तो आपको कुछ सावधानियां पता होनी चाहिए, क्योंकि अगर आपसे कुछ गलती हो जाती है तो आपका व्रत खंडित हो जाता है तो आज हम आपको बताएंगे कि आप क्या सावधानी रख सकते हैं जिससे आपका व्रत पूरा हो जाएगा।

1. अगर आप जन्माष्टमी का व्रत रख रहे हैं तो 1 दिन पहले आपको मांस, मंदिरा और तामसिक भोजन नहीं करना चाहिए।

2. आपको अपना व्रत रात के 12:00 बजे से पहले नहीं खोलना चाहिए, अगर आप ऐसा करते हैं तो व्रत पूरा नहीं माना जाता है।

3. आपको उस दिन काले कपड़े पहनने से बचना चाहिए, क्योंकि यह रंग अशुभ होता है जो पूजा में उपयोगी नहीं माना जाता है।

4. यदि आप जन्माष्टमी का व्रत रखते हैं तो आपको किसी के साथ बुरा व्यवहार नहीं करना चाहिए, क्योंकि इससे श्रीकृष्ण भगवान आपसे क्रोधित हो जाते हैं।

5. अगर आपका शरीर इस व्रत के लिए सामर्थ नहीं है तो आपको यह व्रत नहीं रखना चाहिए।

6. आपको इस दिन किसी भी नशीले पदार्थ का सेवन नहीं करना चाहिए।

7. अगर आपको कोई बीमारी है और आप इस व्रत में दवाइयां लेते हैं तो इससे व्रत खंडित हो जाता है इसीलिए आपको ऐसा नहीं करना चाहिए।

जन्माष्टमी व्रत किस चीज से खोलना चाहिए?

janmashtami ka vrat kaise khole

बहुत सारे लोगों को यह बात पता नहीं होती है कि जन्माष्टमी का व्रत किस प्रकार और किस चीज से खोलना चाहिए, बहुत सारे लोग सीधे खाना खा लेते हैं जबकि ऐसा नहीं करना चाहिए उन्हें अपना व्रत पंचामृत से खोलना चाहिए, क्योंकि श्रीकृष्ण भगवान को पंचामृत बहुत ही प्रिय था यह शब्द, दो शब्दों से मिलकर बना है पंच और अमृत।

अर्थात इसमें दूध, दही, शक्कर, मेवा और गंगाजल मिला हुआ होता है इसीलिए अगर आप अपना व्रत पंचामृत से खोलते हैं तो यह बहुत ही शुभ होता है क्योंकि इसे देवताओं का भी प्रिय माना जाता है सबसे पहले आपको इससे भगवान को चढ़ाना चाहिए और फिर पूजा हो जाने के बाद उसे खुद प्रसाद के रूप में ग्रहण करना चाहिए इससे आपका व्रत पूर्ण हो जाता है।

जन्माष्टमी व्रत के 21 नियम

janmashtami vrat ke niyam

अगर आप जन्माष्टमी का व्रत रख रहे हैं तो आपको इनके नियम भी पता होना चाहिए क्योंकि अगर आप पूरे श्रद्धापूर्वक और विधिपूर्वक इस व्रत को पूरा करते हैं तो इससे आपको काफी लाभ होता है तो आज हम आपको बताएंगे कि आप कौन से नियम कर सकते हैं।

1. यदि आप जन्माष्टमी का व्रत रख रहे हैं तो आपको ब्रह्म मुहूर्त में उठना चाहिए और नहा धोकर आपको तुलसी के पत्ते को हाथ में लेकर व्रत का संकल्प लेना चाहिए।

2. आपको इस व्रत के एक दिन पहले सादा भोजन करना चाहिए, क्योंकि तामसिक भोजन करना वर्जित बताया गया है।

3. इस दिन विवाहित लोगों को ब्रह्मचर्य का पालन करना चाहिए और अपने मन में किसी भी बुरे ख्याल को नहीं लाना चाहिए।

4. आपको दोपहर के बाद पानी में तिल डालकर नहा लेना चाहिए।

5. आपको इस दिन श्रीकृष्ण भगवान को कमल के फूलों से सजाना चाहिए, आप चाहे तो विष्णु भगवान और लक्ष्मी मां को भी फूलों से सजा सकते हैं।

6. अगर आपने जन्माष्टमी का व्रत रखा है तो आपको बार बार पानी नहीं पीना चाहिए।

7. आपको इस व्रत में केवल एक बार ही फलाहार करना चाहिए।

8. यदि आपकी श्रद्धा है तो आप इस व्रत को निर्जला भी रख सकते हैं।

9. आपको रात में श्रीकृष्ण की पूजा करते समय नए और पीले रंग के वस्त्रों को धारण करना चाहिए।

10. आपको इस दिन विशेष रूप से पंचामृत बनाना चाहिए क्योंकि इसी से आप भगवान को भोग लगाते हैं और स्वयं भी अपना व्रत खोलते हैं।

11. आपको श्रीकृष्ण की पूजा करते समय पूर्व या फिर उत्तर में अपना मुख्य रखना चाहिए।

12. जो लोग व्रत धारण करते हैं उन्हें मध्यरात्रि तक जागना चाहिए और पूजा करने के बाद ही सोना चाहिए, क्योंकि अगर आप बीच में सो जाते हैं तो यह शुभ नहीं माना जाता है।

13. इस दिन आपको खीरा जरूर लाना चाहिए और उसे श्रीकृष्ण भगवान के पास रखना चाहिए, अगर खीरे में डंठल हो तो अच्छा माना जाता है आप चाहे तो बेल वाला खीरा भी ला सकते है और उसे श्रीकृष्ण के पालने में भी लटका सकते है।

14. आपको इस दिन खीरा जरूर काटना चाहिए और प्रसाद में भी इस फल को अवश्य शामिल करना चाहिए।

15. यदि आप इसमें पानी का सेवन करते हैं तो इसमें तुलसी के पत्ते अवश्य डाल लेने चाहिए।

16. आपको इस दिन पकवान बनाने चाहिए और उनका भोग भगवान को लगाना चाहिए।

17. आपको ठीक रात के 12:00 बजे ही पूजा करनी चाहिए, क्योंकि यह बहुत ही शुभ मुहूर्त होता है पूजा के लिए।

18. पूजा करते समय आपको श्रीकृष्ण भगवान को भी अच्छी तरह से सजाना चाहिए।

19. आपको पूरे दिन भजन कीर्तन करना चाहिए और भगवान की भक्तिभाव से पूजा करनी चाहिए।

20. आपको इस दिन अपनी वाणी में संयम, मधुरता और सभी के साथ प्रेम वाला व्यवहार करना चाहिए।

21. इस दिन आपको अपनी इंद्रियों पर संयम रखना चाहिए और किसी के बारे में बुरा नहीं सोचना चाहिए।

निष्कर्ष:

तो ये थे कुछ बहुत ही इम्पोर्टेन्ट जन्माष्टमी व्रत के नियम, हम उम्मीद करते है की इस लेख को पूरा पढने के बाद आपको जन्माष्टमी का फास्ट रखने के सभी रूल्स अच्छे से पता चल गए होंगे.

यदि आपको हमारी लेख अच्छी लगी तो इसको शेयर अवश्य करें ताकि अधिक से अधिक लोगों को जन्माष्टमी का व्रत करने के नियम पता चल पाए.

इसके अलावा क्या आप भी जन्माष्टमी का व्रत रखते हो? अगर हां तो आप किन रूल्स को फॉलो करते हो उसको आप कमेंट में हमें जरुर बताएं.

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