हम सभी लोग भगवान को बहुत मानते है पर हमारे दिमाग में सवाल आता है कि आखिर भगवान रहते कहां हैं उनका कहां पर वास है वैसे तो हम लोगों को भगवान मंदिर में देखने को मिल जाते है पर फिर भी लोगों के मन में सवाल उठता है कि वो कहां पर मौजद रहते है।
वैसे यह तो सभी को बता है कि भगवान कण – कण में रहते है , वो आपके दिल में रहते है और हर उस चीज में वास करते है जिन्हें उन्होनें बनाया है क्योंकि भगवान ने बड़ी मेहनत से इस सृष्टि की रचना की है और उसे बनाया है।
तो वो इस सृष्टि की रक्षा करने के लिए इस सृष्टि में भी रहते है पर बहुत से लोग भगवान को मानते नहीं है और उनके होने पर सवाल उठाते है पर यदि भगवान यहां पर मौजद ना हो तो यह प्रकृति कब की नष्ट हो जायें।
हम भगवान को जहां सच्चे दिल से देखते है वो हमें वही मिल जाते है और हमारी सभी इच्छाएं पूरी करते है वैसे भी मनुष्य बहुत स्वार्थी होता है वो सिर्फ अपने मतलब से ही भगवान को ढूंढ़ता है और जब उसका काम हो जाता है तो वो सभी को भूल जाता है।
पर आज हम आपको बतायेगें की भगवान कहां रहते है और उनके इस प्रथ्वी पर मौजूद होने के बहुत से सबूत भी यही पर पाये जाते है जिससे आपको पता लग जायेगा कि भगवान कहां रहते है और हम उन्हें कैसे पा सकते हैं।
भगवान हमें दिखाई क्यों नही देते है?
यदि हम बात करे की भगवान हमें दिखाई क्यों नही देते है तो इसका सीधा जबाव है कि आपने अपने सच्चे मन से नही देखना चाहा है और इसीलिए आपको भगवान दिखाई नही देते है यदि आप सच्चे मन से भगवान को देखना चाहोगे तो आपको भगवान जरूर दिखेंगें।
क्योंकि भगवान अपने भक्तों की हर इच्छा पूरी करते हैं वैसे हमें भगवान को देखने की जरूरत नहीं है क्योंकि वह कोई चीज या वस्तु नहीं है जिसे हम देख सकते हैं भगवान पूरे ब्रह्मांड में मौजूद है पूरा ब्रह्मांड ही भगवान का ही रूप है ऐसा कहना गलत नहीं है।
क्योंकि मिट्टी के हर कण-कण में उनका वास होता है हम सभी के अंदर भी भगवान मौजूद है यदि हम सच्चे दिल से किसी को भी या फिर किसी भी मंदिर में जाकर भगवान की पूजा करते हैं तो भगवान हमें वहां पर देखने के लिए मिल जाते हैं।
इसलिए आपको भगवान को कहीं और ढूंढने की जरूरत नहीं है और ना ही यह कहने की जरूरत है कि हमें भगवान दिखाई नहीं देते हैं क्योंकि भगवान आपको हर उस जगह पर दिखाई देंगे जहां पर आप सच्चे मन से देखना चाहोगे।
भगवान हमें कौन – कौन से रुप में देखने को मिलते है?
यदि हम बात करें कि भगवान हमें कौन – कौन से रूप में देखने के लिए मिल जाते हैं तो यह तो सभी को पता है कि भगवान के अनेकों रूप है भगवान ने बहुत सारे अवतार लिए हैं जो अलग-अलग राज्यों और अलग-अलग शहरों में है जैसे श्रीकृष्ण ने मथुरा में अवतार लिया।
और उन्होंने वहां पर अपने होने के सबूत छोड़े उसी तरह राम ने अयोध्या में अवतार लेकर अयोध्या में अपने होने के सबूत छोड़े हैं और भी बहुत सारे सबूत हमें भगवान के मिल जाते है।
हमें भगवान में भोलेनाथ , हनुमान जी , दुर्गा माता , सरस्वती , लक्ष्मी माता , श्रीकृष्ण और हमें हर धर्म के देवी-देवताओं देखने के लिए मिल जाते हैं।
हम यह नहीं कह सकते हैं कि यह सभी के अलग – अलग होते हैं क्योंकि सभी के भगवान एक होते हैं बस उनके रूप अलग-अलग होते हैं इसीलिए हमें हर धर्म के भगवान की पूजा करनी चाहिए और हमें हमेशा उनमें विश्वास रखना चाहिए।
भगवान जहां रहते है उनके कुछ सबूत
यह कहना पागलपन ही होगा कि भगवान के भी घर होते हैं यह बिल्कुल भी गलत है क्योंकि भगवान हमारे दिल में हमारे अंतर्मन में पूरी सृष्टि में रहते हैं पर फिर भी कुछ लोगों को ऐसा लगता है।
कि नहीं भगवान अपने घर में रहते हैं और उनके भी घर होते है तो हम उनको बता देते हैं कि भगवान कहां पर रहते हैं और आप भगवान को कहां मिल सकते हैं।
1. कैलाश पर्वत
यदि हम बात करें कि भगवान कहां पर रहते हैं तो भगवान आपको कैलाश पर्वत पर मिल जाएंगे क्योंकि पुराणों में कैलाश पर्वत पर महादेव का निजी स्थान माना गया है और वह कैलाश पर्वत पर अपने परिवार के साथ रहा करते थे और वहीं से अपने भक्तों की सभी मुसीबतों को दूर करते थे।
और आज के समय में भी कैलाश पर्वत को भगवान भोलेनाथ का घर ही माना जाता है और सभी लोग कैलाश पर्वत में बहुत आस्था भी रखते हैं वैज्ञानिक भी कैलाश पर्वत को एक अनोखा और अद्भुत पर्वत बताते है क्योंकि अभी तक कोई नहीं कैलाश पर्वत पर चढ़ नही पाया है।
और जबकि कैलाश पर्वत की ऊंचाई एवरेस्ट माउंटेन से काफी कम है फिर भी लोग उस पर चढ़ नहीं पाते हैं जबकि एवरेस्ट माउंटेन पर बहुत से लोग चढ़ चुके है यदि हम कैलाश पर्वत के वातावरण की बात करें तो हमें वहां पर ‘ ऊं ‘ की ध्वनि सुनाई देती है।
जो अपने आप में काफी अद्भुत है और वही कैलाश पर्वत पर भी हमें ‘ ऊं ‘ लिखा हुआ भी दिखाई देता है इस सब से यही मालूम चलता है कि हां भोलेनाथ कैलाश पर्वत पर ही रहते हैं यदि आपको भोलेनाथ को ढूंढने जाना हो तो आप कैलाश पर्वत पर जा सकते हैं।
पर पर्वत पर जाने की कोशिश ना करें क्योंकि कोई भी कैलाश पर्वत पर आज तक नहीं चढ़ पाया है और आखिर यह सब क्यों है इसका विज्ञान भी पता नहीं लगा पाई है और ना ही आज तक कैलाश पर्वत के ऊपर कोई भी हेलीकाप्टर गुजरा है।
इससे तो यही पता चलता है कि आज भी भोलेनाथ कैलाश पर्वत पर विराजमान है वैसे तो हमें भोलेनाथ हर जगह विराजमान मिल जाते हैं जहां पर भी हम उन्हें देखते है पर यदि हम उनका घर का पता ढूंढे तो हमें कैलाश पर्वत ही बताया जाता हैl
2. मथुरा , वृंदावन
यदि हम भगवान श्रीकृष्ण की बात करें तो उनकी जन्मभूमि मथुरा को बताया जाता है श्रीकृष्ण ने मथुरा में ही जन्म लिया था और आज भी उनके होने के बहुत सारे सबूत हमें मथुरा , वृंदावन और गोकुल में मिल जाते हैं जहां पर उन्होंने अनेक रासलीला और बहुत सारी लीलायें रची है।
जिनमें गोवर्धन पर्वत की लीला और मधुवन जहां पर उन्होंने राधा और गोपी संग रास किया था और कालिया नाग जिस पर उन्होंने नाच किया था और भी बहुत सारी ऐसी घटनाएं जो हमें वहां पर देखने के लिए मिल जाएगी।
जो सभी घटनाएं उन्ही से जुड़ी हुई हैं और हमें यह महसूस कराती है कि हां श्रीकृष्ण भगवान यहीं पर रहते थे और उनका यही घर था इसका मतलब हम कह सकते हैं कि यदि हम श्रीकृष्ण को ढूंढे तो वो हमें मथुरा में आराम से मिल जाएंगे।
वैसे तो श्रीकृष्ण हर जगह मौजूद होते हैं पर यदि उनका घर बताया जाए तो हम मथुरा को ही उनका घर बता सकते हैं।
3. अयोध्या
यदि हम अयोध्या की बात करें तो अयोध्या से कोई भी अनजान नहीं है क्योंकि अयोध्या में भगवान श्रीराम का जन्म हुआ था जिन्हें विष्णु भगवान का अवतार माना जाता है और उन्हें पुरुषोत्तम भी कहा जाता है।
इसीलिए हम अयोध्या को राम का घर मान सकते हैं और कहते हैं कि आज भी अयोध्या में श्रीराम रहते हैं भले ही वह अब वहां पर किसी रूप में उपस्थित ना हो पर वह वहां के कण – कण और हर मनुष्य में अभी भी जिंदा है आप जब भी अयोध्या जाएंगे।
तो आपको वहां पर उनके होने का वजूद महसूस होगा हमें ऐसा लगेगा कि हम राम की पावन नगरी में आ गए हैं इसीलिए यदि आपको भगवान राम से मिलना हो तो आप अयोध्या जा सकते हैं वहां पर आपको भगवान श्रीराम देखने को मिल जाएंगे।
4. बनारस , काशी
यदि हम काशी की बात करें तो काशी को भोलेनाथ की नगरी कहा जाता है वहां पर भोलेनाथ साक्षात् विराजमान रहते हैं यदि आपको भगवान भोलेनाथ से मिलना हो तो आप काशी भी जा सकते हैं।
काशी को बनारस या वाराणसी भी कहा जाता है वहां की साड़ियां भी बहुत मशहूर है और वहां की गंगा आरती भी पूरे विश्व में मशहूर है देश-विदेश से लोग वाराणसी घूमने के लिए आते हैं और काशी को सबसे पवित्र स्थल माना जाता है क्योंकि वहां पर भोलेनाथ रहते हैं।
इसीलिए सभी लोग काशी में घूमने के लिए बहुत आया करते है और हमें बनारस का नाम हर जगह सुनने के लिए मिल जाएगा यदि आपको कभी भी भोलेनाथ से मिलना हो तो आप काशी जा सकते हैं वहां पर आपको भोलेनाथ के दर्शन हो जाएंगे।
5. बैकुंठ धाम
यदि हम बात करेंगे भगवान कहां रहते हैं तो भगवान का पता हमें बैकुंठ धाम और स्वर्ग लोक में बताया जाता है कि भगवान बैकुंठ या पाताल लोक में रहते हैं साथ ही भगवान का स्वर्ग लोक में भी वास करते है।
जहां तक कोई भी मनुष्य नहीं पहुंच सकता है पर सच में भगवान वहां पर रहते हैं यदि ऐसा है तो हम वहां पर पहुंच नहीं सकते हैं तो कैसे हम भगवान से मिले और कैसे उनका पता लगाए।
तो इसका उत्तर है आप भगवान को जहां भी सच्चे मन से पुकारते हो भगवान आपको वहीं पर मिल जाते हैं और उनका निजी स्थान वही हो जाता है बस आपको सच्ची भक्ति करनी चाहिए।
बहुत से ग्रंथों और पुराणों में लिखा है कि विष्णु भगवान बैकुंठ धाम में रहते हैं उसी तरह सरस्वती और अन्य देवी – देवता स्वर्ग लोक में रहते है और विष्णु भगवान के साथ लक्ष्मी माता भी बैकुंठ में ही विराजती है।
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निष्कर्ष:
तो दोस्तों ये था हमारा आर्टिकल भगवान कहां रहते हैं, हम आशा करते है की इस लेख को पढ़ने के बाद आपको भगवान के अस्तित्व के बारे में पूरी जानकारी मिल गयी होगी.
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ये पोस्ट उन लोगो के लिए बहुत ही उपयोगी साबित होगी जो लोग कहते है की भगवान नहीं होते है. इसके अलावा आपका इस विषय में क्या मानना है उसको भी निचे कमेंट में जरुर शेयर करें.