क्या भगवान सच में होते हैं या नहीं?

भगवान या ईश्वर , भगवान को सभी लोग मानते है शायद ही कोई होगा जो भगवान को नही मानता है और उन पर सवाल उठाता है यह दुनिया भगवान ने ही रची है और हम उनकी रची सृष्टि में ही रह रहे हैं।

हमें इस दुनिया में भगवान के जगह – जगह पर बहुत सारे मंदिर मिल जाते हैं जिनमें हमें बहुत सारे देवी – देवता देखने को मिलते हैं जिनमें भोलेनाथ , गणेश जी और दुर्गा मां और भी बहुत सारे हिंदू देवी – देवता मौजूद है।

भगवान कहां है बहुत से लोग इस पर भी सवाल उठाते हैं पर इसका जवाब सबको पता है भगवान कण – कण में होता है जहां हम सच्चे मन से भगवान को देखना चाहते हैं वही हमें भगवान मिल जाता है।

पर फिर भी बहुत से लोगों को भगवान पर विश्वास नहीं होता है और वह उनके अस्तित्व पर सवाल उठाते हैं क्या इस दुनिया में भगवान है या भगवान जैसी कोई चीज होती भी है या फिर यह सिर्फ लोगों का भ्रम है।

तो आज हम आपको इसी के बारे में बताएंगे कि क्या भगवान होते हैं या नहीं क्योंकि यह तो सभी को ही पता है कि जब यह सृष्टि है तो भगवान भी जरूर है क्योंकि भगवान ने ही सृष्टि का निर्माण किया है।

और उनके होने पर हमें किसी सबूत की जरूरत नहीं है क्योकि सबसे बड़ा सबूत तो यह सृष्टि है जिसे उन्होंने बनाया है और हम उसमें आराम सें जीवन व्यतीत कर रहे है भगवान ने ही इस प्रकृति को बनाया है जिसमें हम खुली हवा ले पाते हैं।

यदि हम उनके होने का सबूत मांगते हैं तो यह हमारा सबसे बड़ा अपराध है पर फिर भी आज हम आपको बताएंगे कि भगवान होते हैं या नहीं और यदि भगवान होते हैं तो वह कहां पर हैं।

भगवान के कितने रुप होते है?

kya bhagwan hote hai ya nahi

सबसे बड़ा सवाल यह है कि यदि भगवान होते हैं तो उनके कौन – कौन से रूप है और वो हर रूप में मौजूद हैं आज हम आपको बताएंगे कि भगवान के कितने रूप हैं और वह हर रूप में सभी की इच्छाओं की पूर्ति करते हैं और हर रूप से एक अपनी अलग ही आस्था जुड़ी हुई है।

1. भोलेनाथ या शिवशंकर

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ऐसा कोई भी नहीं है जो भोलेनाथ को ना मानता हो क्योंकि भोलेनाथ की तो दुनिया दीवानी है और इनसे बहुत सारी कथायें और कहानियां जुडी हुई है जिनको सभी जानते है।

भोलेनाथ के विश्व में बहुत सारे मंदिर है जिनमें कुछ मूर्ति के रूप में तो कुछ शिवलिंग के रूप में उपस्थित है जिनको लोग बड़ी आस्था से पूजते है।

2. विष्णु भगवान या नारायण

vishnu bhagwan

विष्णु भगवान को भी सभी लोग जानते हैं और उनकी पूजा भी करते हैं विष्णु भगवान ने बहुत सारे अवतार लिए हैं जिनकी कहानियां हमें पौराणिक कथाओं में मिल जाती हैं और वो कहानियां आज भी प्रचलित है।

विष्णु भगवान ने श्री कृष्ण का अवतार लिया था और उन्होंने रामजी का अवतार भी धारण किया है जिनके हमें बहुत सारे सबूत मिलते हैं श्री कृष्ण जन्मभूमि मथुरा जहां पर लोग जाते हैं वही अयोध्या में रामजी का जन्म हुआ था।

3. ब्रह्मा भगवान

brahma ji

इन्होंने सृष्टि की रचना की है इन्हीं की बनाई हुई सृष्टि में हम लोग रहते हैं और उन्होंने ही पूरी मानव जाति को भी बनाया है तो हम इस बात को कैसे ना माने कि भगवान नहीं होते हैं।

हां किसी कारण वजह से ब्रह्मा भगवान को कोई भी पूजता नहीं है क्योंकि इसके पीछे की एक कथा लोकप्रिय है पर इससे यह तो नहीं है कि भगवान है नहीं , इनकी भी बहुत सारी कथाएं मौजूद है।

इनके पुत्र प्रजापति की पुत्री सती से ही शिव का विवाह हुआ था यह कहानी सभी को पता है इससे हम कह सकते हैं कि हां भगवान होते है और उनका अस्तित्व मौजूद है।

4. दुर्गा माता

durga mata

यह तो कुछ देवता थे अब हम आपको बताएंगे कुछ देवियों के बारे में जिन्होंने इस सृष्टि की रचना में बहुत बड़ा योगदान दिया है दुर्गा माता को सभी लोग बड़ी भक्ति भाव से पूजते हैं।

और साल में दो बार नवरात्रि इनके लिए ही मनाई जाती है सभी लोग दुर्गा मां को बहुत ही मानते हैं इनके अवतार को नव दुर्गा के रूप में जानते हैं और इसलिए नवरात्रि मनाई जाती हैं।

5. लक्ष्मी माता

laxmi ji

लक्ष्मी माता को धन की देवी कहा जाता है यदि यह रूठ जाए तो हमारे घर से धन चला जाता है इसलिए हमें हमेशा लक्ष्मी माता को खुश रखना चाहिए और इसीलिए दिवाली को हम लक्ष्मी माता का पूजन करते हैं।

इनकी भी बहुत सारी कथाएं पौराणिक में हमें पढ़ने के लिए मिल जाती हैं यह विष्णु भगवान की पत्नी है और सभी लोग इन्हें लक्ष्मी माता के रूप में पूजते हैं।

6. सरस्वती माता

saraswati mata

सरस्वती माता को विद्या माता भी कहा जाता है विद्या इन्हीं से आती है इसीलिए सभी लोग सरस्वती माता की पूजा विद्या माता के रूप में भी करते हैं।

इनसे जुड़ी कहानियां हमें पौराणिक कथाओं में पढ़ने के लिए मिल जाती है यह ब्रह्मा की पुत्री सरस्वती हैं और लोग इनको बहुत ही भक्ति भाव से पूजते हैं।

इसके अलावा भी हिंदू धर्म में बहुत से देवी – देवता और मौजूद हैं जिनके लोग बहुत पूजा करते हैं तो इससे हम यह तो नहीं कह सकते हैं कि भगवान नहीं होते है यदि भगवान नहीं होते तो लोग इनकी पूजा नहीं करते।

पर भगवान ने ही इस सृष्टि को बनाया है और भगवान के अस्तित्व के बहुत सारे सबूत इस सृष्टि में मौजूद हैं जिनकों
हम आपको विस्तार से बताएंगे जिससे आपको पता चल जाएगा कि भगवान होते हैं या फिर नहीं और आप खुद ही समझा जाएंगे कि भगवान होते हैं या नही।

क्या भगवान सच में होते हैं या नहीं?

हमें हर धर्म में अलग-अलग देवी – देवता मिल जाते हैं यह तो हिंदू धर्म के देवी-देवताओं के बारे में हमने आपको बताया है हर धर्म के अपने अलग-अलग देवी – देवता होते हैं जिन्हें लोग बड़े भी आस्था से पूजते हैं और उनमें विश्वास करते हैं।

आज हम आपको कुछ ऐसे निष्कर्ष बताएंगे जिनसे आपको पता चल जाएगा कि भगवान होते हैं या नहीं।

1. भगवान को सभी बड़ी आस्था से पूजते हैं पर आज तक भगवान को किसी ने भी नहीं देखा है बस उनको महसूस किया है और इसीलिए बहुत से लोग कहते हैं कि भगवान नहीं होते हैं यह लोगों का भ्रम होता है।

2. इस बात को वैज्ञानिक भी मना करता है कि भगवान नहीं होते हैं इस सृष्टि का सजृन एक विस्फोट से हुआ है जबकि ज्योतिषी विशेषज्ञों की मानें तो भगवान होते हैं और उन्होंने ही सृष्टि को बनाया है।

3. भगवान ने बहुत सारे अवतार लिए हैं जिनके सबूत हमें देखने को मिलते हैं जैसे मथुरा में कृष्ण अवतार और अयोध्या में राम अवतार इसी के साथ और बहुत से ऐसे अवतार हैं जिनके सबूत पृथ्वी पर मौजूद हैं।

4. सबसे बड़ा सबूत हनुमान जी को माना जाता है क्योंकि लोग कहते हैं कि हनुमान जी अभी भी इस पृथ्वी पर मौजूद है और इससे हम यह मान सकते हैं कि भगवान अभी भी इस पृथ्वी पर मौजूद है।

5. भगवान के होने का कारण यह प्रकृति भी है क्योंकि यह प्रकृति कहां से आई है और इसे किसने बनाया है और इस प्रकृति में बहुत सारे जीव – जंतु और इंसान भी है इनकी उत्पत्ति किसने की इससे तो यही साबित होता है कि भगवान होते हैं।

6. सबसे बड़ा कारण तो इंसान खुद ही है क्योंकि इंसान को किसने बनाया है अभी तक यह बात वैज्ञानिक भी समझ नहीं पाए हैं और इस गुत्थी को सुलझा नही पाए हैं इससे तो यही साबित होता है कि भगवान होते हैं और उन्होंने ही इंसान को बनाया है।

7. यदि हम अपने मन में कोई इच्छा रखते हैं तो वह इच्छा पूरी हो जाती है ऐसा क्यों होता है इसके पीछे का क्या कारण है यदि भगवान नहीं है तो यह सब कैसे हो जाता है अब तक विज्ञान भी इस बात का पता नहीं लगा पाया है।

8. यदि भगवान नहीं होते हैं तो यह जीवन – मृत्यु का चक्र क्या है हमारी मृत्यु कैसे होती है और कैसे हमारा जन्म होता है आखिर यह चक्र कैसे चलता रहता है और इसका निर्माण कौन करता है।

9. भगवान या ईश्वर को सभी धर्मों में पूजा जाता है यह किसी एक धर्म की मान्यता नहीं है यह हर धर्म में है हर धर्म में अपने अलग देवी – देवता होते हैं इसीलिए हम कह सकते हैं कि इस पृथ्वी पर भगवान का अस्तित्व है और भगवान होते हैं।

भगवान के होने के सबूत

hanuman ji

पृथ्वी पर बहुत से ऐसे सबूत है जिससे हम कह सकते हैं कि हां भगवान होते हैं और भगवान का अस्तित्व अभी भी मौजूद है किसी के मना करने से भगवान का अस्तित्व खत्म नहीं हो सकता है।

1. ब्रह्माण्ड की उत्पत्ति

इस संसार की उत्पत्ति कैसे हुई है और इसे किसने बनाया है विज्ञान की माने तो ब्रह्मांड की उत्पत्ति एक विस्फोट से हुई है पर वह विस्फोट किसने किया , आखिर विस्फोट अपने आप तो हुआ नहीं होगा।

वही ज्योतिषी विशेषज्ञों की मानें तो सृष्टि की रचना भगवान ने की है और भगवान ने ही पूरी दुनिया को बनाया है यह बात तो सभी को पता है कि ब्रह्मांड को बनाना कोई खेल तो है नहीं, और इसे कोई आम इंसान तो बना नहीं सकता है।

क्योंकि जब इस पृथ्वी पर कोई भी नहीं था या यह पृथ्वी भी नहीं थी तब ब्रह्मांड की उत्पत्ति हुई थी तो जाहिर – सी बात है कि ब्रह्मांड को भगवान ने ही बनाया है और भगवान ने ही इस पृथ्वी की रचना भी की है।

इससे हम कह सकते हैं कि हां भगवान इस पृथ्वी और इस ब्रह्मांड में मौजूद है और वही इस सृष्टि का संचालन करते हैं।

2. प्रकृति की उत्पत्ति

हमारे आसपास जो यह प्रकृति है इस प्रकृति को किसने बनाया है और इसकी उत्पत्ति कैसी हुई है इस बात को भी अभी तक विज्ञान समझ नहीं पाया है क्योंकि यदि प्रकृति भगवान ने नहीं बनाई है तो यह प्रकृति किसने बनाई है क्योंकि प्रकृति अपने आप तो बन नहीं सकती है।

और प्रकृति के पीछे बहुत सारी कथाएं पौराणिक में हमें पढ़ने के लिए मिल जाती है प्रकृति शिव और पार्वती ने मिलकर बनाई है इस प्रकृति में कितने रंग है क्योंकि यह तो सभी को पता है यदि प्रकृति ना हो तो इंसान का जीना मुश्किल हो जायेI

क्योंकि प्रकृति ही हमें रहने लायक जलवायु प्रदान करती है और इसका निर्माण करना मनुष्य के हाथ में नहीं है प्रकृति का निर्माण मनुष्य से भी पहले हुआ है तो इसका निर्माण विज्ञान ने भी नहीं किया है तो हम कह सकते हैं कि प्रकृति को भगवान ने ही बनाया है और भगवान होते है।

3. मनुष्य की उत्त्पति

सबसे बड़ा सवाल आता है जो मनुष्य भगवान के ऊपर सवाल उठाता है कि भगवान होते हैं या नहीं , उसे किसने बनाया है क्योंकि मनुष्य अपने आप तो पैदा हुआ नहीं है इसे किसी ना किसी ने तो बनाया ही होगा मनुष्य की रचना कैसे हुई है।

यदि हम पौराणिक कथाओं में पढें तो हमें पता लगता है कि मनुष्य की उत्पत्ति ब्रह्मा भगवान ने की है और ब्रह्मा भगवान ने ही इस सृष्टि की रचना की है विज्ञान भी मनुष्य की उत्पत्ति को अभी तक समझ नहीं पाए हैं क्योंकि वह मानव शरीर को बना तो सकता हैं।

पर उसे जीवन और मृत्यु के चक्र में बांध नहीं सकता हैं मृत्यु और जीवन का चक्र विज्ञान से परे है मनुष्य का कैसे जन्म होता है और उसकी कैसे मृत्यु होती है इसे कोई भी समझ नहीं पाया है मृत्यु के बाद मनुष्य कहां जाता है उसकी आत्मा का क्या होता है।

क्योंकि मनुष्य के अंदर एक आत्मा होती है वही इस मानव शरीर को चलाती है पर यह आत्मा कहां से आई इस आत्मा का जन्म कहां से हुआ है इस बात को भी विज्ञान समझ नहीं पाया है।

यदि यह सब भगवान ने नहीं किया है तो यह सब किसने किया है यह सबसे बड़ा सवाल खड़ा होता है इससे हम यह कह सकते हैं कि हां मनुष्य को भगवान ने ही बनाया है क्योंकि भगवान सबसे परे है और वह कुछ भी कर सकता है।

4. जीव – जन्तुओं की उत्पत्ति

इस पृथ्वी पर हजारों करोड़ों जीव -जंतु और पक्षी मौजूद है इनको किसने बनाया है और यह इतनी मात्रा में कहां से आ गए हैं क्योंकि हमें हजारों किस्म के पशु -पक्षी पृथ्वी पर मिल जाएंगे , जिसमें बहुत से जलीय , बहुत – से आकाशीय और बहुत – से धरती पर रहते हैं।

यह सब किसने बनाए हैं और यह सब किसकी रचना है यह सब किसने किया होगा ,आखिर एक इंसान तो इन सब को बना नहीं सकता है क्योंकि पृथ्वी पर करोड़ों तादाद में इनकी संख्या है और लाखों प्रजातियां मौजूद है इन सब का निर्माण किसने किया होगा।

यह भी सबसे बड़ा सवाल खड़ा होता है और इनका चक्र भी मनुष्य के जीवन चक्र जैसा ही होता है और एक आयु सीमित होती है उसी आयु तक हम लोग जीवित रहते हैं उसके बाद हम लोग की मृत्यु हो जाती है यह सब कौन करता है।

इससे तो हमें यही पता चलता है कि यह सब भगवान ने ही किया है क्योंकि यह सब ना ही विज्ञान कर सकता है ना ही कोई और इसलिए हम कह सकते हैं कि भगवान होते हैं और उन्होंने ही इस पूरी सृष्टि और प्रकृति की रचना की है।

5. जर्मनी के एबेल्स्टाइ पर्वत

भगवान होते हैं या नहीं इनके सबूत हमें जर्मनी के एबेल्स्टाइ के पर्वतों पर देखने के लिए मिले , 1725 में हमें इन पर्वतों पर बहुत सारे जीव – जंतुओं की आकृति देखने को मिली।

इससे यह पता लगता है कि पहले ईश्वर ने इन पत्थरों पर आकृति बनाई होगी और फिर इनमें जीवन डाला होगा जिससे जीव – जंतुओं की शुरुआत हुई और इन पत्थरो को अभी भी नीदरलैंड्स और ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी म्यूजियम में सहेज कर रखा गया है।

इन पत्थरों में अरबी , लैटिन , हीब्रू और प्राचीन अरबी भाषा में बहुत सारे देवी – देवताओं के नाम लिखे है इससे तो यही साबित होता है कि भगवान का अस्तित्व इस पृथ्वी पर मौजूद है और उसी में जीव – जंतुओं और मानव का निर्माण किया है।

6. विभिन्न धर्मो के देवता

आखिर हर धर्म में अपना देवता क्यों होता है और सभी धर्मों में विभिन्न प्रकार के देवी – देवता कहां से आए हैं और लोग इन्हें क्यों पूजते हैं और हर देश में अपना एक अलग देवता क्यों होता है और सभी लोग इसमें इतनी आस्था क्यों रखते हैं।

आखिर भगवान नहीं है तो यह सब किसने किया है और इन देवी – देवताओं का अस्तित्व हमें कैसे पता लगा है हम लोगों ने बहुत सारी पौराणिक कहानियां सुनी या पढी होगी जिनमें हमें भगवान के अस्तित्व के बारे में पता लगता है और हर धर्म का अपना एक अलग भगवान होता हैं।

तो फिर हम यह कैसे कह सकते हैं कि भगवान नहीं होते हैं यह सिर्फ एक कल्पना है जो यह कहता है उसे खुद से सवाल पूछना चाहिए कि भगवान होते हैं या नहीं , यदि भगवान नहीं होते हैं तो उसे किसने बनाया है और इसी में हमें जवाब मिल जाता है कि भगवान होते हैं।

भगवान हमें विभिन्न रूपों में मिल जाते हैं हम चाहे तो पत्थरों में , पेड़ – पौधों में और कण – कण मे भगवान को देख सकते हैं इसीलिए कहा जाता है कि भगवान का वास कण – कण में होता है।

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निष्कर्ष:

तो दोस्तों ये था क्या भगवान सच में होते है या नहीं, हम उम्मीद करते है की इस पोस्ट को पढ़ने के बाद आपको परमेश्वर के वजूद के बारे में अच्छी जानकारी मिल गयी होगी.

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