सोने के बाद आत्मा कहां जाती है?

हमारे मन में बहुत सारे सवाल उठते रहते हैं उन्हीं में एक सवाल यह आता है कि सोने के बाद आत्मा कहां जाती है जब हम रात में सोते हैं तो उस समय आत्मा का क्या होता है क्या वह शरीर में रहती है या फिर कहीं चली जाती है और भी ऐसे कई सारे सवाल होते हैं जिनका जवाब इंसान जानना चाहता है।

क्योंकि हर कोई चाहता है वह अपने बारे में सब कुछ जाने और जब आत्मा की बात आती है तो लोग इसके प्रति ज्यादा जिज्ञासु हो जाते हैं वह जानना चाहते हैं कि आखिर हम इसके बारे में कैसे जान सकते हैं बहुत सारे लोग तो ऐसे होते हैं जो साधु संत की मदद लेते हैं और उनसे जाकर इस बारे में बात करते हैं।

क्योंकि आपने देखा होगा आज के समय में आपको बहुत सारे ऐसे बाबा मिल जाएंगे जो आत्मा का रहस्य समझाते हैं और वह इसके बारे में आपको विस्तार से बताते हैं पर यदि आप जानना चाहते हैं कि सोने के बाद हमारी आत्मा का क्या होता है तो आज हम आपको इस बारे में अच्छी तरह से बताएंगे।

क्योंकि हर किसी के मन में यह जिज्ञासा होती है कि वह इसके बारे में हर बात जाने, क्योंकि उसे हर बात जानने का हक होता है तो आज हम आपको बताएंगे कि सोने के बाद हमारी आत्मा कहां जाती है और यह किस तरह काम करती हैं जिससे आपको पता लग जाएगा कि आखिर यह जाती कहां है।

नींद और आत्मा का संबंध

neend aur aatma ka sambandh

यदि हम इनके संबंध के बारे में बात करें, तो यह बिल्कुल ही सीधा सीधा है क्योंकि जब हमें नींद आती है तो हमारा शरीर सो जाता है पर उस समय हमारी आत्मा नहीं सोती हैं ना ही हमारा मस्तिष्क सोता है वह हमेशा क्रिया करता रहता है जिस वजह से कभी कबार हमें सोते हुए ऐसा आभास होता है जैसे हमें कोई छू रहा हो या फिर हम कहीं ऐसी जगह पर गए हैं जो बहुत ही अनोखी है।

और यह सब उसी वजह से होता है क्योंकि उस समय हमारी आत्मा उस जगह पर स्थित होती है यानी कि सोने के बाद हमारी आत्मा शरीर से निकलकर भ्रमण करने के लिए चली जाती है और सिर्फ हमारा शरीर यहां पर रह जाता है अब आपके मन में सवाल होगा कि अगर आत्मा शरीर से निकल जाती है तो फिर यह शरीर मरता क्यों नहीं है।

क्योंकि उस समय शरीर निद्रा अवस्था में होता है ना कि मृत अवस्था में, जब शरीर से आत्मा निकलती है तो वह भ्रमण करके वापस आ जाती है पर जब मरने के बाद शरीर से आत्मा निकलती है तो वह शरीर में वापस नहीं आती है क्योंकि उस समय उसकी यह शक्ति क्षीण हो जाती है क्योंकि आत्मा को भी कुछ शक्तियां प्राप्त होती हैं जिस वजह से वो यह कार्य आसानी से कर पाती हैं।

इसी वजह से आप लोगों ने देखा होगा कि आप सपनों में ऐसी ऐसी चीजों का अनुभव करते हैं जो आपने कभी भी देखी हुई नही होती हैं आप कभी कभी ऐसी जगह पर पहुंच जाते हैं जो आपके लिए किसी कल्पना से कम नहीं होती है और यह सब इसी वजह से होता है कि उस समय हमारी आत्मा उस स्थान पर मौजूद होती है।

और जब हमारी अचानक आंख खुलती है तो वह बहुत ही तीव्र गति से हमारे शरीर में वापस लौट आती है यानी कि हमारी आंख खोलने से पहले हमारी आत्मा शरीर में प्रवेश कर जाती है जिससे हमें यह लगता है कि यह एक सपना था और फिर हम द्ववारा से सो जाते है।

आत्मा का परमात्मा से मिलन

aatma aur parmatma ka milan

जो व्यक्ति बहुत ज्यादा थक हार कर सो जाता है तो उस समय उसे बहुत ही अजीब अजीब चीजें दिखाई देती है और कभी कबार तो आत्मा परमात्मा से मिलने पहुंच जाती हैं तब हमें ऐसा प्रतीत होता है कि हमारी मृत्यु हो चुकी है और हम भगवान के पास आ गए हैं हम उन्हें साक्षात् देखते हैं जिससे हमें काफी सुकून महसूस होता है।

क्योंकि सोने के बाद हमारा शरीर बिल्कुल मृत की तरह हो जाता है और कई बार तो इंसान को जगाने पर भी वह नहीं जागता है क्योंकि उस समय उसकी आत्मा बहुत दूर जा चुकी होती है जिस वजह से इंसान काफी देर में जाग पाता है आप लोगों ने भी कभी कबार ऐसा महसूस किया होगा कि आपने अपने सपने में अपने इष्ट देवता को देखा है।

उनसे बातें की हो या फिर आपने अपनी परेशानियों को उनको बताया हो, वह आपको दर्शन दे रहे हैं और आप उन्हें देख रहे हैं कई सारी ऐसी और प्रक्रिया होती हैं जो आपके लिए बहुत ही अनमोल होती हैं आप यह सोचते हो कि आप अब यही रहे और बस इन्हीं को देखते रहे पर यह सब आपकी आत्मा कर रही होती है।

और आपका शरीर तो आपके बिस्तर पर होता है पर आपकी आत्मा ईश्वर के पास पहुंच जाती हैं पर उस समय हमारा मस्तिष्क हमें यह संदेश देता है कि अभी हम जिंदा हैं और यह हम सिर्फ सपना देख रहे हैं जिस वजह से हमारी एकदम आंख खुल जाती है और हम वहां से लौटकर आ जाते हैं तब हमें ऐसा महसूस होता है कि काश और सो लेते, तो कितना अच्छा होता।

और आप फिर उसी सपने को देखने के लिए दोबारा सो जाते है पर वह सपना आपको दोबारा आता नहीं है क्योंकि उस समय आपकी आत्मा कहीं भी नहीं जा पाती है और इस वजह से ऐसा कुछ हो नही पाता है और आप उस जगह पर नहीं पहुंच पाते हैं जहां आपको जाने का मन होता है वह जब ही हो सकता है जब आपकी आत्मा चाहे।

विज्ञान क्या कहता है इस बारें में

अगर हम विज्ञान की बात करें, तो विज्ञान इस बारे में बहुत सारी बातें कहता है क्योंकि उसने कई सारे एक्सपेरिमेंट किए हैं जिनके आधार पर उसने इन्हें सपनों का रूप बताया है कि जब हम सोते हैं तो उन स्थानों पर पहुंचते हैं जो हमारे पूर्वजन्म या फिर हमारे आने वाले कल से जुड़ा होता है।

कभी कबार हम उन लोगों से मिलते हैं जो मर चुके हैं या फिर हम कभी उनसे मिले ही नहीं हैं और ऐसा सिर्फ इस वजह से होता है कि उस समय हमारी आत्मा उसी स्थान पर होती है और इसी वजह से वैज्ञानिक आविष्कारों में और साहित्य आविष्कारों में इनकी अहम भूमिका होती है क्योंकि यह सब इंसान सोते हुए देखता है और उन्हीं क्रियाओं को वह अपने जीवन में उतार कर सफल बनाता है।

क्योंकि जब तक हम किसी चीज को देखते नहीं है तब तक हम उसे कर नहीं सकते हैं और यह सब हमारी आत्मा हमसे करवाती हैं और इसका एक उदाहरण है नील वोहर की परमाणु संरचना जिन्हें उन्होंने सपने में देखकर पूरा किया है तो हम इस बात से अंदाजा लगा सकते हैं कि सोने के बाद हमारी आत्मा भ्रमण पर जाती है।

और वह हमें उन चीजों का आभास कराती है जो हमारे पूर्वजन्म या फिर इस जन्म से संबंध होती हैं या फिर वह हमें नई जगह पर भी ले जाती है और ऐसी ऐसी चीजों से मिलवाती है जिन्हें हम अपनी जिंदगी में ला सकें, क्योंकि आत्मा चाहती है कि इंसान उन चीजों को अपनी जिंदगी में अपनायें और इसी वजह से ऐसा कुछ होता है।

और इसीलिए विज्ञान भी मान चुका है कि हां सोने के बाद आत्मा शरीर से निकलकर भ्रमण पर जाती है क्योंकि कई सारे ऐसे उदाहरण हमें देखने को मिल जाते हैं और विज्ञान ने भी इस पर कई सारी रिसर्च की है तब जाकर उन्होंने इस पर यह टिप्पणी की है।

सोने के बाद आत्मा कही जाती है या नही?

sone ke baad aatma kaha jati hai

अब बात करते हैं कि सोने के बाद आत्मा जाती भी है या नही, या फिर यह लोगों का भ्रम है क्योंकि अगर हम गीता की बात करें तो उसमें बताया गया है कि आत्मा की कोई गति नहीं होती है गति तो मन करता है जिस वजह से हम जो कुछ भी देखते हैं वह मन की वजह से होता है और आत्मा हर जगह विद्यमान है।

जिस वजह से हम यह नहीं कह सकते हैं कि आत्मा कहीं जाती है क्योंकि वह तो सब जगह पर पहले से ही मौजूद होती है पर अगर हम विज्ञान की मानें तो आत्मा सोने के बाद भ्रमण पर चली जाती है अब इन दोनों बातों में कितनी सच्चाई है कितनी नहीं, यह तो सिर्फ वही जान सकते हैं जिन्होंने इस पर एक्सपेरिमेंट किए हैं।

पर आज की दुनिया में विज्ञान सबसे आगे चल रहा है पर हम गीता की बात को भी झूठला नहीं सकते हैं क्योंकि उसमें जो लिखा है वह भी सच है तो इसका मतलब कि सोने के बाद आत्मा कही नहीं जाती है बल्कि हमारा मन ही गति करता है जिसे विज्ञान अपनी भाषा में कहता है कि आत्मा सोने के बाद भ्रमण पर चली जाती है जिस वजह से इंसानों को नये नये सपने देखने को मिलते हैं।

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निष्कर्ष:

तो ये था सोने के बाद आत्मा कहां जाती है, हम उम्मीद करते है की इस लेख को पूरा पढ़ने के बाद आपको पता चल गया होगा की नींद आने के बाद आत्मा कहां चले जाती है।

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