भगवान को कैसे पाएं | कलयुग में भगवान को कैसे प्राप्त करें

आज के समय में सभी लोग भगवान को पाना चाहते हैं पर इन्हें पाना इतना आसान नहीं है क्योंकि आज के समय में इंसान बहुत ज्यादा लालची और क्रोधी है जिस वजह से वह भगवान को पा नहीं सकता है वैसे इनको पाने के लिए बहुत सारे रास्ते होते हैं जिनकी मदद से आप आसानी से भगवान को पा सकते हैं।

पर इसके लिए आपको काफी कठिन परीक्षा देनी पड़ती है तब जाकर आपको इनकी प्राप्ति होती हैं पुराने समय में लोग भगवान को पाने के लिए कड़ी तपस्या करते थे तब जाकर वह इन्हें पा पाते थे पर आज के समय में मनुष्य के पास इतना सामर्थ नहीं है कि वह इतनी कठिन तपस्या कर सकें।

क्योंकि आज के खानपान में काफी सारा बदलाव आ गया है जिस वजह से उनका शरीर कठिन तपस्या करने में असमर्थ हो गया है तो आज हम आपको बताएंगे कि आप भगवान को कैसे पा सकते हैं वैसे गीता में इन्हें पाने के उपाय बताये गये हैं जिनके माध्यम से भी आप इन्हें पा सकते हैं।

और भी कई सारे तरीके हैं जिन्हें अपनाकर आप भगवान को आसानी से पा सकते हैं तो आज हम आपको कुछ ऐसे उपाय बताएंगे जिन्हें करने से आपको भगवान की प्राप्ति हो जाएगी और आपको जन्म जन्मों के बन्धन से छुटकारा मिल जायेगा।

भगवान को पाते समय कुछ सावधानियां

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यदि आप भगवान को पाना चाहते हैं तो इसके लिए आपको कुछ सावधानियां रखनी चाहिए क्योंकि अगर आप इन सावधानियों को नहीं रखते हैं तो आपको ईश्वर की प्राप्ति नहीं हो पाती है इसीलिए आपके लिए यह जानना जरूरी है कि आप कौन से काम ना करें।

जिससे आपको इन्हें पाने में परेशानियों का सामना ना करना पड़े और आपको भगवान की प्राप्ति आसानी से हो जाये, तो आज हम आपको बताएंगे कि आप क्या सावधानियां रख सकते हैं।

1. आपको क्रोध को त्याग देना चाहिए क्योंकि यह भगवान को पाने में सबसे बड़ी अड़चन होता है।

2. भगवान को पाने के लिए आपको लोभ का भी त्याग कर देना चाहिए।

3. अपने अहंकार और लालच को छोड़ना देना चाहिए।

4. यदि आप भगवान को पाना चाहते हैं तो इसके लिए आपको मोह माया त्यागनी पड़ती है।

5. इसके लिए आपको आलस को छोड़ना पड़ता है और कर्म की ओर अग्रसर होना पड़ता है।

6. आपको कभी किसी का अपमान नहीं करना चाहिए।

7. अगर आप चाहते हैं कि आपको भगवान मिल जायें, तो आपको हिंसा का मार्ग छोड़ना पड़ता है।

भगवान को पाने के सूत्र

bhagwan ko pane ke sutra

अगर आप भगवान को पाना चाहते हैं तो इसके लिए आपको कुछ सूत्र अपनाने चाहिए क्योंकि इन्हें पाने के लिए बहुत सारे सूत्र हैं जिनकी मदद से आप इनको आसानी से पा सकते हैं आज के समय में इंसान सब कुछ अपने मतलब के लिए करता है चाहे फिर वह भगवान के प्रति समर्पण ही क्यों ना हो।

पर यह इतना आसान नहीं होता है भगवान को हर कोई नहीं पा सकता है इन्हें पाने के लिए हमें कठिन परिश्रम करना पड़ता है तो आज हम आपको बताएंगे कि आप इनको पाने के लिए कौन से सूत्र अपना सकते हैं जिनसे आपको भगवान की प्राप्ति हो जाएगी।

और भगवान को पाने के लिए 3 सूत्र हैं

1. भगवान के प्रति समर्पण होना पड़ता है।

2. विशर्जन

3. विलय

अगर आप इन सूत्रों की मदद से भगवान को पाना चाहते हैं तो इसके लिए आपको पांच भाव में से किसी एक भाव को अच्छी तरीके से पकड़ना पड़ता है तब जाकर आप भगवान को पा सकते हैं।

1. दास्य भाव

अगर इस भाव की बात करें तो इस भाव में भक्तों को भगवान के प्रति दास की तरह व्यवहार करना पड़ता है वह उनका हमेशा दास बनकर रहता है जिस प्रकार हनुमानजी श्रीराम के प्रति थे इस भाव से भी आप भगवान को आसानी से पा सकते हैं।

क्योंकि हनुमानजी भगवान राम के दास बनकर रहते थे उनकी हर आज्ञा का पालन करते थे जिस वजह से वह भगवान राम के बहुत प्रिय थे इसी तरह अगर हम भगवान के दास बनकर रहते हैं और सभी से अच्छा आचरण करते हैं तो भगवान को हम आसानी से पा सकते हैं।

2. वात्सल्य भाव

इस भाव को मां के प्रेम से जोड़कर देखा गया है आपने एक कहानी जरूर सुनी होगी जिसमें एक बूढ़ी अम्मा श्रीकृष्ण को अपने बेटे की तरह रखती थी यह इसी भाव को दर्शाती है अगर आप भगवान को अपने पुत्र की भांति प्रेम करते हैं उनकी देखभाल करते हैं।

तो वह आपको उसी रूप में प्राप्त हो जाते हैं क्योंकि भगवान सदैव प्यार के भूखे होते हैं आप उन्हें जिस भाव में पूजते हैं वह आपको उसी भाव मिल जाते हैं फिर चाहे वह ममता हो या फिर किसी और भाव में आपका प्रेम हो।

3. मित्र भाव

अक्सर कर लोग कहते हैं कि हम भगवान को अपना मित्र समझते हैं उनसे अपनी हर बात शेयर करते हैं भगवान को मित्र समझना ही मित्र का भाव नहीं होता है बल्कि उनके प्रति मित्रता स्वरूप में समर्पण भी रहना पड़ता है अगर आप उन्हें अपना मित्र मानते हो तो आपको उनसे उसी तरह का प्रेम करना पड़ता है जिस तरह आप एक दोस्त से करते हैं।

आपने सुदामा और श्रीकृष्ण की दोस्ती के बारे में तो खूब सुना होगा वह इसी भाव को दर्शाते हैं सुदामाजी चाहे कितनी भी गरीब थे पर वह श्रीकृष्ण से सच्ची मित्रता करते थे जिस वजह से श्रीकृष्ण सुदामा के प्रति बहुत ही भावुक थे इसीलिए अगर आप भगवान को पाना चाहते हैं तो आप उनके साथ मित्रता का भाव रख सकते हैं आप इस रूप में भी इन्हें आसानी से पा लेंगे।

4. माधुर्य भाव

अगर हम इस भाव की बात करें तो इसका अर्थ है प्रेम भावना, अगर आप श्रीकृष्ण या फिर किसी भी भगवान से प्रेम की भावना रखते हैं तो वह आपको उसी रूप में प्राप्त हो जाते हैं आप इसका एक उदाहरण श्रीकृष्ण राधा की कहानी या फिर पार्वती शंकरजी के द्वारा भी समझ सकते हैं।

या फिर आप मीरा का प्रेम श्रीकृष्ण के प्रति, इस उदाहरण को आराम से समझ सकते हैं क्योंकि इन्होंने भगवान को प्रेम से पूजा था यह उन्हें अपना प्रेमी समझती थी जिस वजह से इन्हें इसी रूप में भगवान प्राप्त हुए थे अगर आप भी भगवान को एक प्रेमी के रूप में पूजते हैं तो यह आपको इसी रूप में प्राप्त हो जाते हैं।

चाहे कोई कुछ भी कहे पर आप जिस रूप में भी उन्हें पूजते हैं वह आपको उसी रूप में प्राप्त होते हैं क्योंकि वह कहते हैं कि आप उन्हें अपना दोस्त, प्रेमी, पिता कुछ भी समझ सकते हैं वह आपको उसी रूप में प्राप्त होंगे जिस रूप में आप उन्हें पाना चाहते हैं।

5. संत भाव

यह भाव ऋषि मुनियों और सिद्ध पुरुषों का था जो भगवान को साधना के माध्यम से पाते थे यह संत की तरह भावना रखते थे इन्हें मोह माया से कोई मतलब नहीं था यह दुनियादारी से दूर रहते थे और हमेशा भगवान में लीन रहते थे आप इसका मतलब इस तरह समझ सकते हैं जैसे एक छोटा सा बालक किसी भगवान की पूजा करता है।

उसे किसी से कोई मतलब नहीं होता है वह सिर्फ अपने लक्ष्य पर ध्यान देता है इसी तरह संत भी सिर्फ भगवान पर ही ध्यान देते हैं उन्हें किसी से कोई मतलब नहीं होता है जिस वजह से भगवान उन्हें आसानी से मिल जाते हैं पर यह इतना आसान नहीं होता है।

संत भाव के लिए आपको सब कुछ छोड़ना पड़ता है यहां तक कि आप मोह माया से दूर हो जाते हैं और आपका ध्यान सिर्फ भगवान में रहता है अगर आप इस भाव से भगवान को पाना चाहते हैं तो आपको भगवान इस भाव में भी आसानी से प्राप्त हो जाते हैं।

कलयुग में भगवान को पाने का तरीका

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अब हम बात करते हैं कि अगर हम भगवान को पाना चाहते हैं तो किस प्रकार पाये, तो इसके तीन प्रकार होते हैं जिनकी मदद से हम भगवान को पा सकते हैं यह तीनों ही तरीके हमें भगवान तक पहुंचा देते हैं बस हमें इन तीनों को मन लगाकर करना पड़ता है।

आप इनमें से कोई एक तरीका पकड़ लें, उसी के माध्यम से आप इन तक पहुंच जाएंगे क्योंकि अगर कोई काम हम सच्चे दिल से करते हैं तो वो जरूर पूरा होता है तो आज हम आपको बताएंगे कि वह कौन से तरीके हैं जिन्हें अपनाने से आप भगवान को पा सकेंगे।

1. कर्म योग

यदि आप भगवान को पाना चाहते हैं तो इसके लिए आपको निरंतर कर्म करना चाहिए आपको अपने कर्म से कभी भी पीछे नहीं हटना चाहिए, क्योंकि बहुत सारे मनुष्य ऐसे हैं जो अपने काम पर ध्यान ना देकर दूसरों के काम में टांग अड़ाते रहते हैं या फिर उनके अंदर इतना आलस भरा हुआ होता है।

कि वह कोई भी काम नहीं करते हैं जिस वजह से आप ईश्वर से उतने ही दूर होते चले जाते हैं क्योंकि अगर आप कर्म नहीं करोगे तो ईश्वर आपसे दूर हो जाएंगे, उनका कहना है जो व्यक्ति कर्म करता है वह उन्हें प्रिय होता है इसीलिए अगर आप इन्हें पाना चाहते हैं तो आपको निरंतर कर्म करना पड़ेगा तभी आप इन्हें पा सकते हैं।

2. ज्ञान योग

इसके लिए जरूरी है कि आपको ज्ञान का अनुभव होना चाहिए, आपको वेदों शास्त्रों की पूरी जानकारी होनी चाहिए और आपको हर विषय के बारे में अच्छी तरीके से पता होना चाहिए तभी आप ईश्वर को प्राप्त कर सकते हैं अज्ञानी कभी भी ईश्वर तक नहीं पहुंच सकता है।

अज्ञानी सिर्फ भक्ति के मार्ग पर चलकर ही इन तक पहुंच सकता है पर अगर आप ज्ञान योग के माध्यम से भगवान तक पहुंचना चाहते हैं तो इसके लिए जरूरी है कि आप वेदों शास्त्रों की अच्छी तरीके से अध्ययन करें, तभी आप इन तक पहुंच सकते हैं।

3. भक्ति योग

अगर आप भगवान को पाना चाहते हैं तो इसके लिए आपको भक्ति योग अपनाना चाहिए इसमें आपको भक्ति की राह पर चलना पड़ता है और यह सबसे सरल योग है जिसके माध्यम से आप ईश्वर तक पहुंच सकते हैं क्योंकि इसमें आपको ज्यादा कुछ नहीं करना पड़ता है इसके लिए बस आपके मन में सच्ची भक्ति होनी चाहिए।

और आपका हृदय पवित्र होना चाहिए और आपको अपने इष्ट के प्रति समर्पित होने चाहिए अगर आप ऐसा करते हैं तो आप अपने भगवान तक पहुंच पाते हैं क्योंकि भगवान को प्रेम से आसानी से पाया जा सकता है इसीलिए जरूरी है कि आपको भगवान की भक्ति करनी चाहिए, जिससे आप इन तक आसानी से पहुंच सकते हैं

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निष्कर्ष:

तो ये था भगवान को कैसे पाएं, हम आशा करते है की इस लेख को पूरा पढ़ने के बाद आपको भगवान को प्राप्त करने का तरीका पता चल गया होगा।

अगर आपको ये लेख अच्छी लगी तो इसको शेयर अवश्य करें ताकि अधिक से अधिक लोगों को भगवान को पाने का तरीका पता चल पाए. इसके अलावा अगर आपको और कोई उपाय, मंत्र व टोटके पता है तो उनको कमेंट में आप हमारे साथ जरुर शेयर करें।

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