90+ लड़कों और लड़कियों के लिए ऐटिटूड शायरी | Attitude Shayari For Boys & Girls in Hindi

attitude shayari in hindi

1
मुझे बुरा बताकर भी,
मेरा कुछ उखाड़ नहीं पाओगे
मुझसे दुश्मनी करके ए मुर्शीद
तुम कैसे अपनी जान बचाओगे।।

2
औकात में रहना सीख लो
हद से आगे ना बढ़ा करो
हम तुम्हारे बाप लगते है
हमसे यूं ना बहस किया करो।।

3
शेर जंगल मै हो या बाहर,
वो दहाड़ना नहीं भूलता
और क्या कहा तुमने, तुम हमे मार दोगे
ग़लती फहमी है तुम्हारी,
वो कभी शिकार करना नहीं भूलता।।

4
अकेले आते है अकेले जाते है
कोई आवाज नहीं कर सकता
हम वो खिलाड़ी है शतंरज के
जिसे कोई मात नहीं दे सकता।।

5
हमे जो अकड़ दिखा रहे हो
ये तुम कहा से लेके आ रहे हो
हमारे टुकड़ों पर पलने वाले
आज हमे ही आंख दिखा रहे है।।

6
दुश्मनों से कह दो हमसे दूर रहे
अगर रुख हमने बदला
तो खांक हो भी होंगे।।

7
ये कैसी रोशनी है मेरे शहर में
जो आज इतना जगमगा रहा है
मेरे आने का जश्न
कौन इतनी धूमधाम से मना रहा है।।

8
कोई करे अब मेरी बुराई,
मुझे फर्क नहीं पड़ता
पीठ पीछे भौंकते है हज़ार
मुझे उनसे घंटा फर्क नहीं पड़ता।।

9
मंजिल को पा ही लूंगा मै अभी हरा नहीं हूं
किस्मत साथ नहीं तो क्या हुआ
मै मेहनत से भागा नहीं हूं
झुकेगा एक दिन सरा जहां कदमों मै
मै अभी तक हौसला हरा नहीं हूं।।

10
हर तरफ एक दिन मेरे नाम को शोर होगा
मुझ जैसा ना कल कोई और होगा।।

11
एक दिन चलेगा मेरे नाम का सिक्का
लोग सलाम करेंगे सर झुकाकर।।

12
जिस दिन मेरा वक्त बदलेगा
सबका हिसाब होगा
जो कह रहे है आज मुझे
मै कुछ नहीं कर सकता
एक दिन मेरे सर पर ताज होगा।।

13
हमारी शख्सियत सबसे अलग है
तुम इसे जान नहीं पाओगे
अगर हमे अकड़ दिखाई
तो 108 मै बैठकर घर जाओगे।।

14
ये जो गुरूर है तेरा एक पल मै तोड़ सकता है
अच्छा हुआ बच गई तुम
मै फालतू लोगो के मुंह नहीं लगता हूं।।

15
तेरे जैसे लोग हजारों मिलते है
अपने नाम की धोंस ना बता
यहां बच्चे राज नहीं कर सकते
जा अपने बाप को मत सीखा।।

16
हदे हमे ना सिखाओ
हम अपनी हद जानते है
तुम जो कह रहे है बेवकूफ हमे
हम भी तेरी औकात जानते है।।

17
वो मुझे कहती है मै उसके लायक नहीं
जरा उसे कोई बताओ
वो मेरी नफरत के भी लायक नहीं।।

18
मुझे मेरी औकात ना बता
तेरा शहर खरीदने का दम रखता हूं
और तेरे जैसी बहुत आती है
मै उन्हें चार कदम दूर रखता हूं।।

19
एक दिन सारी दुनिया कदमों पर होगी
और हम बेताज बादशाह होंगे
कोई नजर नहीं उठा सकता हमारी तरफ
हम दुनिया के सरताज होंगे।।

20
हाथ लगाने से पहले सोच लेना
वरना बाद मै कुछ कर नहीं पाएगा
मै तो बच जाऊंगा
पर तू अपने पैरो पर घर नहीं जा पाएगा।।

21
क्या कहा तुमने हमे सुधार दोगे
औकात मै रहो अपनी
अपना थोबडा बिगाड़ लोगे।।

22
मै अपनी मर्जी का मालिक हूं
किसी की नहीं सुनता
लोग चलते है मेरे इशारों पर
मै किसी के इशारों पर नहीं चलता।।

23
हस्तियां उजड़ जाती है उनकी
जो हमसे टकराते है
बदनामियों के डर से फिर
अपना मुंह छुपाते है।।

24
हमारे आने से पहले ही लोग हमारा पता देते है
भूल जाते है वो हमारी शख्सियत को
उनके चमचे हमारे बारे मै बता देते है।।

25
कैसा शोर उठा है ये आज
कौन आया है
लोगो ने कहा है
आज फिर से तूफान आया है।।

26
मत पूछो हम क्या कर सकते है
हम जमी से उठकर आसमां पर नाम लिख सकते है।।

27
अपनी सादगी से सीखा है मैने बड़ा होना
मै किसी को कभी झुकने नहीं देता
लोग आते है मेरे पास प्यार से
मै उनकी उम्मीदों को मरने नहीं देता।।

28
हमसे दुश्मनी करने वाले बच नहीं पाते
करते है हमारे कत्ल की साज़िश
हमे मार नहीं पाते
हम तो शेर है जंगल के
वो हमे छु भी नहीं पाते।।

29
हमने लिखा है इतिहास अपना खुद ही
कोई हमे क्या बताएगा
हम जा रहे है मंजिल को
हमे कोई क्या पता बताएगा।।

30
हवा ने अपना रुख बदल दिया
हम भी बेगाने हो गए
रास्ते आते है जो हम तक
हम उन पर चलकर दीवाने हो गए।।

31
मै कभी हार नहीं मानता
चलता ही रहता हूं
आ जाए कितनी भी मुसीबत राह मै
मै हमेशा आगे बढ़ता रहता हूं।।

32
जबरदस्ती अपनी इज्जत करवाने से कोई शेर नहीं होता
सर्कस मै हर कोई नाचता है, कोई राजा नहीं होता
मुझसे लड़ने वाले मरते है ऐसी मौत
जिनका कोई सहारा नहीं होता।।

33
हम तो अपने कायदे मै ही रहते है
तुम हद मै रहना सीख जाओ
हम तो बोलते है बहुत
तुम चुप रहना सीख जाओ।।

34
मै कहां इतनी आसानी से हार मानता हूं
जिंदगी को खेल मानता है
जीत नहीं लेता जब तक कोई जंग
मैदान छोड़कर नहीं भागता हूं।।

35
ये जंग तो हमारी है
जो आज हमपर ही भारी है
कभी हम चला करते थे जिनके इशारों पर
आज उनको चलाने की बारी हमारी है।।

36
देखा था ना वो तुमने दौर
जब हमारे नाम का खोफ हुआ करता था
रहते थे हम दिलो मै सबके
जुबां पर हमारा नाम हुआ करता था।।

37
इतनी आसानी से टूट नहीं जाऊंगा
इन्सान हूं मेहनत करता जाऊंगा
लाख कर के सितम मुझपर ये दुनिया
एक दिन सबको अपनी हैसियत बतलाऊंगा।।

38
तूफान आते है बहुत जिंदगी मै
मै हर किसी को मोड़ दिया करता हूं
और जो साथ नहीं देते वक्त पे
मै अब उन्हें छोड़ दिया करता हूं।।

39
तूफानों से कह देना ,हम आ रहे है
अपनी कश्ती तैयार रखे
और को डुबाने वाले है हमको
वो अपनी अर्थी तैयार रखे।।

40
हर तरफ नफरत है मेरे लिए
लोग मेरे नाम से भी जलते है
मै नहीं करता किसी की चापलूसी
इसलिए लोग मेरे लहजे को सलाम करते है।।

41
तेज आंधी भी ना उड़ा पाए
वो होंसला रखते है
हम अपने सीने मै फौलादी जिगरा रखते है
लोग तो कहते है कि आग है हम
तो उन्हे बुझाने के लिए हम पानी रखते है।।

42
अपना अंदाज सबसे अलग है
हम किसी की नकल नहीं करते
लोग कहते है हमे बिगड़ा नवाब
हम किसी की फिक्र नहीं करते।।

43
हमे जो सुधार दे वो इन्सान ही कहां बना है
क्या कहा बिगड़े हुए है हम?
फिर तो तुमने बिल्कुल सही सुना है।।

44
जो करता हूं सामने करता हूं
मुझे धोका नहीं पसंद,
जिन लोगो के होते है दो चेहरे
मुझे वो लोग नहीं पसंद।।

45
जो भी करते है शिद्दत से करते है
हम इश्क भी दिल से करते है
प्यार मजाक नहीं होता हमारे लिए
हम मोहब्बत दिलोजान से करते है।।

46
जो वादा किया है उसे निभाऊंगा भी सही
मै अकेला हूं पर आऊंगा भी सही
तू अपनी टोली तैयार रखना
मै तुझे अच्छे से बजाऊंगा भी सही।।

47
जो हमसे उलझता है, वो अपनी सांसे खो देता है
राह नहीं मिलती मंजिल खो देता है
वो जनता है हमसे टक्कर लेने का परिणाम
वो अपनी जिंदगी खो देता है।।

48
बचकर रहते है मेरे दुश्मन भी मुझसे
आंखे नहीं मिलाते है
आता हूं जब सामने मै उनके
वो मुझसे नज़रे चुराते है।।

49
हम कुछ नहीं कहते हमारे बारे मै
सब अपने आप जानते है
शहर मै चलता है राज हमारा
सब हमारा नाम जानते है।।

50
कैसे करे हम, बता तेरी मुखालफत
तूने हमे धोका दिया है
लेकर पंगा हमसे
तूने अपने काल को दावत दिया है।।

51
जहां हो वहीं रहना,,,
हमारी चेतावनी याद रखना
हम जो आए अपने पर,
तुम अपना कफन तैयार रखना।।

52
यहां कोई किसी का सगा नहीं होता
सब मतलब से रिश्ता रखते है
जो हमारा नहीं है
हम उनसे अब फासला रखते है।।

53
कौन है किसकी शामत आई है
जो शेर से भिड़कर उसने अपनी जान गवाई है
याद रखना जब भी लौटकर आऊंगा वापस एक दिन
उस दिन तेरी मौत से सगाई है।।

54
जो पूरा ना करू सकु वो काम नहीं करता
मै किसी के संग बुरा बर्ताव नहीं करता
जो रहता है मेरे साथ अच्छा
मै कभी उसका अपमान नहीं करता।।

55
अच्छे के साथ बहुत अच्छे है हम
और बुरो के साथ उनसे भी बुरे है हम
दुनिया वाले नहीं जानते हमारी शख्सियत को
दुश्मन के लिए उनकी मौत हैं हम।।

56
हमने एक जिंदगी गुजार दी उनके पीछे
उन्होंने हमे मुड़कर देखा तक नहीं
अब हम भी बदल चूक है इस कदर
हमने उनका रस्ता देखा भी नहीं।।

57
हमने करीब से देखा है हर दौर को
हर मुश्किल से गुजरे है,
इसलिए अब किसी के मुंह नहीं लगा करते
और जो रहते है हमसे दूर
हम उनसे गले नहीं लगा करते।।

58
अपनी तो शान नवाबी है
घर आए दुश्मन को भी इज्जत देते है
लोग कहा करते है हमे बुरा
हम उनको हंसकर जाने दिए करते है।।

58
राजपूत है हम शान अलग होती है
लोग करते है सलाम हमे
हमारे पहचान अलग होती है।।

59
किसी के लिए नफरत नहीं है दिल मै
बस अब हमने मोहब्बत करना छोड़ दिया
धोका दिया उसने अगर हमे
हमने भी उसे अब उसके हाल पर छोड़ दिया।।

60
जो लोग पूछते है मुझसे की मै कहां रहता हूं
कैसे बताऊं उन्हे अब, मै लोगो के दिलो मै रहता है।।

61
लोग मतलबी होते हैं बहुत
काम पड़ने पर ही याद करते हैं
अब हम भी उन्हें भूल चुके
जो हमें मतलब से याद करते हैं।।

62
जिस रास्ते कोई नहीं मिला उस रास्ते चल पड़ा था मै
दुनिया देखी थी मैने अकेला खड़ा था मै
यकीन था मुझे एक दिन मेरा भी आएगा
मेरा खुद का मुकाम ही मेरा नाम बनाएगा।।

63
हिम्मत बहुत है इस दिल मै
तेरे जाने से ये टूटा नहीं है
क्या कहा तूने मर जाऊंगा मै?
चल छोड़ तूने मुझे अभी देखा नहीं है।।

64
जिनके दूध के दांत नहीं टूटे
वो हमसे पंगा लिया करते है
खुद लड़कर हमसे
खुद मैदान से भाग लिया करते है।।

65
सुना है तेरा नाम बहुत चलता है
जरा हमसे भी आकर मिल
इस शहर मै तेरे बाप का सिक्का चलता है।।

66
जिन लोगो को लेकर तू आया है
वो तेरे काम नहीं आएंगे
तू आया था गाड़ी मै इनके साथ
अब वो तुझे कंधे पर ले जाएंगे।।

67
बर्बादी तो मैने खुद की थी मेरी
किसी मै इतना दम कहां था
खुद की कश्ती को डुबो दिया मैंने
वरना किसी तूफान मै इतना दम कहां था।।

68
सबके दिलो मे लगाकर आग मेरे खिलाफ
तूने क्या सोचा तू बच जाएगा
जब हवा चलेगी दूसरी तरफ की
तू भी राख हो जाएगा।।

69
तेरी मोहब्बत मै झुक गया था मै
तूने तो मेरी औकात ही गिरी हुई समझ ली
तुझे क्या लगा तेरे पीछे आऊंगा
गलतफहमी है तेरी जो तूने ये बात समझ ली।।

70
मैने जमाने से सीखा है हुनर
उसे उसकी ही भाषा मै जवाब देने का।।

71
हर तकलीफ सह जाऊंगा हर ग़म से लड़ जाऊंगा
मै बंदा वो नहीं जो आसानी से हार जाऊंगा
आएगा मेरा भी वक्त एक दिन
सबसे अपना हिसाब चुकाऊंगा।।

72
भुला नहीं हूं मै किसी को
सब याद रहता है मुझे
किया तो को सितम तुमने
वो याद रहता है मुझे।।

73
हमारी दोस्ती के चर्चे अलग है
हर जगह सिक्का चलता है
जिगरी दोस्त है मेरे यार
हर जगह हमारा गिरोह चलता है।।

74
मुझे किसी की जरुरत नहीं
जब मेरा दोस्त मेरे साथ है
हर कोई जलता है हम दोनों से
जब मेरा यार मेरे साथ है।।

75
वो हमसे नजर मिलाए तो मिलाए कैसे
उनकी चोरी जो पकड़ी जाती है
किया है जो सितम उसने मुझ पर
वो उसे उसकी औकात याद दिलाती है।।

76
भूल गए वो हमे
तो हम भी उनको अब याद नहीं करते
वो रहते है अपने घर मै खुशी से
हम भी अब उन्हें दिल मै नहीं रखते।।

77
अब किसी का मुंह नहीं खुलता
कोई बोलता नहीं है
हस्ती है हमारी ऐसी अब
कोई जुबां खोलता नहीं है।।

78
अपनी अकड़ अपनी जेब में रखना
हमे कतई ना दिखाना
हम इंसान बहुत बुरे है
हमसे रहम की उम्मीद ना जताना।

79
हम अपनी हद भूल जाएं
उससे पहले अपनी हद मै आ जाओ।।

80
हमदर्दी भी कैसी अब तुझसे बेवफा
जा तुझे भी आजाद किया हमने
नहीं रहते हम भी उनके साथ
जिन्होंने धोका दिया हमको।।

81
जमाना हमसे है हम जमाने से नहीं
चलते है हम अपनी दम पर
किसी की खेरात पर नहीं।।

82
हमे देखकर हमारी हैसियत का अंदाजा मत लगाना
हम कुछ अलग जिगर रखते है
हाथ मै हथियार और सीने मै बारूद रखते है।।

83
समन्दर मै डूब नहीं सकता मै
लहरों से पार पाने का हुनर जानता है
जो कहते है मुझे बदतमीज
मै उनको भी पहचानता हूं।।

84
तूने क्या सोचा था तू बच जाएगा
नहीं बेटा अब तू जान से जाएगा।।

85
उसको हाथ कैसे लगाया वो मेरी जान लगती है
तोड़ दूंगा तेरा हाथ इस कदर
जैसे हथौड़ी पर कील लगती है।।

86
मुझे समझने की कोशिश मत करना
समझ नहीं पाओगे
मुझे जानने मै अपनी पूरी उम्र गवाओगे।।

87
कुछ रिश्ते छोड़ दिए मैने
अब मै और निभा नहीं सकता
जिन्होंने साथ नहीं दिया मेरा
मै उनके साथ अब चल नहीं सकता।।

88
जहां बात सम्मान की आती है
वहां प्यार भी छोड़ देते है
हम जब अपने पर आते है
तो हड्डियां भी तोड़ देते है।।

89
अपनी शक्ल लेकर फिर कभी मत आना
मुझे धोखेबाजों से नफ़रत है
और नहीं निभाता मै उनसे कोई रिश्ता
पल भर में बदलना जिनकी फितरत है।।

90
मै लोगो से अब कम मिला करता हूं
उनसे कम बात किया करता हूं
जो पहचान ना पाए शख्सियत मेरी
मै ना अब उनके मुंह लगा करता हूं।।

91
उगते सूरज को सब सलाम करते है
मै खुद को उसी लायक बनाऊंगा
जो आज करते है इज्जत जिनकी
मै खुद को उनसे बड़ा बनाऊंगा।।

92
कुछ तो ऐसा कर जाऊंगा सब याद करेंगे
अपना नाम सब गर्व से लिया करेंगे।।

93
आसमां से ऊंची उड़ान का सपना रखते है
हम बाज जैसा फौलादी जिगरा रखते है
हार नहीं मानते मुश्किलों से
हम चट्टानों से टकराने का हुनर रखते हैं।।

94
झूठ बोलकर कुछ नहीं मिलता
हम सच बोलने का दम रखते है
जो कहते है शेर खुद को
हमको उनको कुचलने का हुनर रखते है।।

95
हमे मिटाने के सपने ना देखो
तुमसे तुम्हारी हकीकत भी छीन लेंगे
जो गुरूर है खुद पर तुम्हे
उसे भी हम पैरो तले रोंद देंगे।।

96
हमसे ही सीखकर चालाकी
हम पर ही आजमा रहे हो
ये तुम जो अकड़ दिखा रहे हो
कहा से उठा कर ला रहे हो।।

97
शोर मचाकर खोफ पैदा डरपोक करते है
हम ख़ामोशी से ही तबाही लाया करते है।।

98
हमे किस बात से डरा रहे हो
जो तुम नहीं हो वो बता रहे हो
हमने देखा है तुम्हे भी गिरते हुए
तुम हमारे फेंके हुए ही टुकड़े उठा रहे हो।।

99
किसी की मजाल नहीं जो हमे छेड़ दे
हमसे रखकर दुश्मनी, वो दुनिया से नाता ना तोड़ दे।।

100
मुझे ही पागल बनाती हो
या सबको बना रही हो
अपनी इज्जत हमारी नजरों
खुद ही गिरा रही हो।।

101
हमारी दोस्ती भी हमारी तरह लाजवाब है
किसी के मन मै ना कोई सवाल है
लोग जलते है हमारी दोस्ती से
क्युकी दोस्त हमारा, जान से खास है।।

102
सन्नाटा है आज तो कल शोर भी होगा
शेर थका है आज, तो कल जवां भी होगा
तुम ये ना सोचना मै डर गया
आज तुम्हारा तो कल हमारा भी होगा।।

103
हमारे आने की आहट भी पहचानते है
दुश्मन हमारी हर अदा को जानते है
करते रहते है हमारा इंतज़ार छुपकर
पर हम भी उनकी रग- रग पहचानते है।।

104
क्या हुआ जाओ आज सफल नहीं हुआ मै
हार कभी नहीं मानूंगा
तुमने कहा था नहीं कर पाऊंगा मै
पर मै उसे अब करके दिखलाऊंगा।।

105
मै तो बेहोश था अब तक, अब होश आया है
किया है जो गुनाह तुमने वो सबको बतलाया है
धोका देकर मुझे, उसे गले लगाया है
अब देखना किस तरह मेरी नफ़रत का सैलाब आया है।।

106
जो अब तक ना हुआ वो आज हो जाएगा
दिमाग खराब मत कर मेरा
वरना जान से जाएगा।।

107
फ़ालतू का घमंड तो हम भी नहीं करते
पर कुछ लोगो को ओकात दिखानी पड़ती है
वो नहीं मानते प्यार भरी बातों को
उन्हें कभी कभी लात मारनी पड़ती है।।

108
चलते रहो, ये चलते रहने का दौर है
यहां कोई किसी का नहीं है
हर ओर नफ़रत का दौर है
ओर लिख दिया हमने उनको बेवफा
ये हमारी हसरत ओर चाहतों का दौर है।।

109
क्यों ना बोलू मै क्यों ना बात करू
क्यों ना मै तेरे ग़म का हिसाब करू
दर्द तो बहुत दिया है तूने
फिर क्यों ना ओकत का पर्दाफाश करू।।

110
अब क्या छुपाओगे हमसे
सब कुछ जान चुके है
जो साजिश की थी पहचान चुके है
डरने से अब कुछ नहीं होगा
हम तुम्हारी मौत का सामान ला चुके है।।

111
ना मिले प्यार ना मिले खुशियां
मै किसी से नहीं डरता
लोग खुश रहते है मेरे लहजे से
मै किसी की गुलामी नहीं करता।।

112
कई तूफान आए ओर मेरी फितरत ना बदली
लोगो को देखकर मेरी हैसियत ना बदली।।

113
कांच का टुकड़ा समझते थे मुझे सब
सोचा था चुभ जाऊंगा
पर उन्हें क्या पता था
तकलीफ मै , मे ही काम आऊंगा।।

114
बहुत कर ली चालाकी अब तुमने
अब कुछ कर नहीं पाओगे
अब अपना गिरगिट जैसा रंग
तुम कहां दिखाओगे।।

115
हमारी तो हर बात निराली है
हर अंदाज निराला है
जो बात खाली चली जाए हमारी
वो फिर ग़म का प्याला है।।

116
हमारे तेवर सबसे अलग है
हमे कभी अकड़ ना दिखाना
ओर रहा करो अपनी हद मै
हमे कभी अपनी औकात ना दिखाना।।

117
लोग जल जाते है मेरे लहजे से
मै दम अपनी जेब मै रखता है
लोग दिखाते है बंदूक अपनी
मै दिल मै फौलादी जिगरा रखता हूं।।

118
हम इतिहास रचते है इतनी आसानी से भुलाए ना जाएंगे
हम महाकाल के भक्त है वापस लौटकर जरुर आएंगे।।

119
घड़ी ओर वक्त देखकर हम अपना फैसला नहीं बदला करते
वक्त चलता है हमारे हिसाब से
हम कभी रूका नहीं करते।।

120
हम तो हुनर रखते है जमाने की जीतने का
तुम जैसे को घर मै नहीं रखते
हम सांप को पिला सकते है दूध
पर कभी धोखेबाजों का माफ नहीं करते।।

121
पहले गलती फिर माफी
ये हमारे यहां नहीं चलता
ओर क्या कहा तुमने बेवफा है हम
छोड़ो अब ये झूठा नाटक यहां नहीं चलता।।

122
धमकी देता है हमे, हम तेरी धमकी से नहीं डरते
शेर कभी गीदड़ से नहीं डरते
तू क्या मारेगा हमे, हम तो मौत से भी नहीं डरते।।

123
बहुत हो गया तमाशा तुम्हारा
अब बोलने की बारी हमारी है
जो नहीं किया तुमने कभी
वो अब करने की बारी हमारी है।।

124
नदी में उफान से अंदाज लगा लो पानी कितना गहरा है
ओर डूब जाओगे हमारे पास आए तो
अंदाजा लगा लो तूफान कितना गहरा है।।

125
तूफान कहीं भी आए हम नहीं डरते
हर वक्त चैन कि नींद सोया करते
सपने मै भी डरा करते है हमसे दुश्मन
वो आज भी अकेले सोया नहीं करते।।

126
हर तरफ देख की बर्बादी
अब बाकी क्या रह गया
मेरा सनम तो चला गया
अब कोनसा तमाशा बाकी राह गय।।

127
पेड़ों से टूट जाए वो पत्ते नहीं है हम
आसानी से बार जाए वो इंसान नहीं है हम
हर मुश्किल का सामना करते है हिम्मत से
कायर इर बुजदिल इंसान नहीं है हम।।

128
कभी नहीं सीखा हमने भागना
कभी धोका नहीं दिया
लिख था जो अंजाम हमने लहू से
उसे वचन का कभी अपमान नहीं किया।।

129
मेरा भी वजूद है अपना
मै उसी मै खुश रहा करता हूं
तू नहीं है पास मेरे तो क्या हुआ
खुद ही खुद मै चैन से रहा करता हूं।।

130
मेरा मोल जिसने समझ वो आज खुश है
जिसने नहीं जाना मुझे वो आज दुखी बहुत है
मै तो करता रहा लोगो की मदद
किसी से नहीं पहचाना ती ठीक है

131
मुझे जीना मै आसानी बहुत है
लोगो के खून मै पानी बहुत है
जिसे समझा था हीरा हमने
वो रेत का पत्थर बहुत है।।

132
डराकर तो कुत्ते हुकूमत करते है
हमारी दहाड़ ही काफी है
लोग करते है सलाम हमको
हमारा नाम ही काफी है।।

133
खुद मै कमियां निकालने का हुनर है मेरे पास
इसलिए सब आज बेदाग बताते है
लोग नहीं है मेरे पास आज तो क्या हुआ
मुझे फिर भी सब शहंशाह बुलाते है।।

134
अपना ज्ञान अपने पास रखो
हमे देने की जरुरत नहीं
जिंदगी हमारी है, तुम्हारी नहीं।।

135
किस कदर जीना है जिंदगी मै, ये मै तय करूंगा
किसी का गुलाम नहीं हूं
लोग चाहे जो कहते रहे मेरे बारे मै
मै इंसान हूं कोई भगवान नहीं हूं।।

136
हमने भी देखे है सपने बड़े बड़े
उनको पूरा कर करके रहेंगे
अपनी तकदीर लिखेंगे खुद के हाथों से
सपने पूरे करके रहेंगे।।

137
दौलत मिल जाती है विरासत मै
नाम खुद बनान पड़ता है
इज्जत होती है तब हमारी
पहचान बनाना पड़ता है।।

138
खैरात में मिले कोई चीज उसे ठुकरा देता हूं मै
कोई दिखाए ज्यादा अकड़ मुझे
उसे ओकात दिखा देता है मै।।

139
प्यार से बात करने वालों के साथ उसी तरह पेश आते है
जो करते है नफ़रत हमसे वो अपनी जान बचाते है।।

140
जिंदगी को जीना एक खेल बना गया
मेरे लिए ये सब खिलौना बन गया
आजाद पंछी बना हूं उड़ने के लिए
समन्दर के जैसा विशाल बन गया।।

141
मेरी कश्ती डूब जाए मुझे कोई ग़म नहीं
पर कभी झूठ का सहारा नहीं लूंगा
जो लोग कहते है बदमाश मुझे
उन्हें कभी प्यार नहीं दूंगा।।

142
घरवाले ने दिए जो संस्कार उन्हें निभा रहा हूं
तुम जैसे लोगों को मै ठिकाने लगा रहा है
कहते है जो बुजदिल मुझे
मै उन्हें अपने रास्ते से हटा रहा हूं।।

143
अपनी ही शर्तो मै जिंदा है हम तो
वरना कहां कोई हमे मिटा पाया है
लोग देते रहे बद्दुआ हमें
पर कोई कहा हमारा कुछ बिगाड़ पाया है।।

144
चुप हूं मै,
इसे मेरी कमजोरी मत समझना
जवाब वक्त आने पर दूंगा
बेफिजूल नहीं बोलता मै
हिसाब वक्त आने पर दूंगा।।

145
हर बात पर झूठ बोलने वालो को मै पसंद नहीं करता
जो लोग करते है किनारा मुझसे
मै भी उनसे कोई हमदर्दी नहीं रखता।।

146
जिसने जो कर लिया अब हमारी बारी है
इंतकाम की घड़ी आई है अब
ये दुनिया हमारी है, सबके हिसाब करेंगे आज
अब ये सरकार हमारी है।।

147
लिखते रहो हमारे बारे मै बुरा
वो पन्ने भी जला दिए जाएंगे
एक दिन वो भी आएगा
जब शहर के नवाब हम कहलाएंगे।।

148
कह लिया तुमने भी बहुत
हमने भी बहुत सुन लिया
अब बर्दाश्त कि हद हो गई
हमने भी अब सर पर कफ़न पहन लिया।।

149
तुम्हारी खुद की इज्जत नहीं
ओर हमे आंखे दिखा रहे हो
याद रखना बच्चे
अपने बाप से पंजा लड़ा रहे हो।।

150
अकेला भी आऊंगा तब भी भारी पड़ जाऊंगा
तूफान की तरह तेरी सल्तनत उड़ा ले जाऊंगा
देखता रहेगा तू मुझे ऐसे ही
तेरी बर्बादी का आलम अपने हाथो से लिख जाऊंगा।।

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