55+ चेहरे की मुस्कान शायरी | Muskan Shayari in Hindi

आज के इस आर्टिकल में हम आपके साथ मुस्कान शायरी का कलेक्शन शेयर करने वाले है जिसको आप चाहे तो अपने दोस्तों के साथ भी शेयर कर सकते हो। अक्सर देखा गया है की कुछ लोगों की स्माइल बहुत ही सुंदर होती है और जब वो हस्ते है तो उनका चेहरा बहुत ही अच्छा लगता है।

तो इसी पर आज हम आपके लिए ये शायरी पेश कर रहे है आप इन सभी शायरी को एक बार पूरा जरूर पढ़े। तो चलिए अब बिना अधिक समय लेते हुए सीधे इस आर्टिकल को पढ़ते है।

चेहरे की मुस्कान शायरी

chehre ki muskan shayari

1.ये तेरी मुस्कान हाए मेरी जान
कि इसपे सब कुर्बान हाय मेरी जान
मैं रो रहा हूं मेरे लिए एक बार हस दे
बात इतनी सी तो मान हाए मेरी जान

2. मैं चाहता हूं तुम सदा मुस्कुराती रही
गीत बुनती रहो और गीत सुनाती रहो
मरने वाले मरते है तुम पर मेरी जान
तुम भी बेतखलुफ सितम ढाती रहो

3. तुम हस्ती हो तो यार बहुत अच्छी लगती हो
सच कहता हूं मुझको मेरी जिंदगी लगती हो
तुम्हे हर रोज एक पन्ने पर उतारता रहता हूं मैं
तुम मुझे किसी शायर की शायरी लगती हो

3. तेरा हंसना मेरे जहन में कुछ यूं बैठा है
कि यार जैसे तू कबसे मेरे रूबरू बैठा है
मेरे दिल में तुझे खोने का डर बाकी है
फिर भी मेरे दिल में हर जगह तू बैठा है

4. मैं तेरी याद में शराब इतनी पीता हूं
कि पीकर सारे जख्मों को सीता हूं
लोग मरते होंगे तेरी मुस्कान पर यार
मैं तो तेरी इस मुस्कान पर जीता हूं

5. तू किसी रोज मेरे यूहीं रूबरू बैठा रहे
अगर चला भी जाए तो दिल में तू बैठा रहे
मत कर अपने रिश्ते को आज इस तरह तमाम
मैं चाहता हूं तू साथ मेरे हर एक सू बैठा रहे

6. तेरा हस्ते रहना मेरी इस जिंदगी का इलाज हो सकता है
जो आज तक कभी नहीं हुआ यार वो आज हो सकता है
किसने सोचा था मुहब्बत के बाद एक खुश रहने वाला भी
अपनी जिंदगी में एक एक खुशी का मोहताज हो सकता है

7. तुम मुस्कुराना किसी भी कीमत पर छोड़ना मत
यार मेरा एक ही दिल है इसे बार बार तोड़ना मत
हाथ पकड़ा है तो मरते दम तक साथ देना मेरा
किसी मजबूरी का नाम देकर हाथ छोड़ना मत

8. तुम से मोहब्बत है कह दूं मगर डर लगता है
तू ना हो इस घर में फिर कहां घर घर लगता है
जिसकी मुस्कुराहटों से ही महबूब हो जाए ठीक
यार मुझको तू कोई वैसा ही दिलबर लगता है

9. उसका हस्ता हुआ चेहरा याद आता है
वो घनी जुल्फों का पहरा याद आता है
आईने में खुद को देखता हूं तो जानेमन
मुझे अपना नहीं चेहरा तुम्हारा याद आता है

10. तुम्हारी ये एक हसने की अदा
कर ना दे मुझे दुनिया से जुदा
वो मेरी नहीं मैं उसका नहीं पर
एक बार तो उस से मिलादे खुदा

11. तू जो हस्ती है तो दिल को बहुत सुकून मिलता है
राहे वफा में बर्बाद होकर ही कुछ जुनून मिलता है
तेरी एक मुस्कान पर दुनिया जीत सकता हूं मैं
लेकिन तू जब रोती है मेरा माटी में खून मिलता है

12. तेरा हंसना इस दिल को आज बड़ा भा गया
तूने देखा भी इस कदर कि यार मजा आ गया
वो था तो इंसान मगर जाने क्यूं मेरे सामने आया
तो मुझे यूं लगा जैसे मेरे रूबरू खुदा आ गया

13. मेरा तुझ से यार एक सवाल था
पर पूछ ना सका ये तेरा कमाल था
तू हसा ही इस तरह मैं कुछ कह ना सका
जाने क्यों मेरा हाल ही बेहाल था

14. तूने हंसकर मुझको जीने पे मजबूर किया है
मैं पास था मौत के तूने उससे दूर किया है
तुझसे , तेरे जिस्म से मुहब्बत तो नहीं मुझको
हां तेरे हसने से मैने प्यार जरूर किया है

15. एक वादा तेरे हसने का एक वादा तेरे रोने का
फायदा कुछ भी नहीं तेरे होने या ना होने का
मुझे आज भी याद है कैसे रात काटता था मैं
हाए वो बस एक डर मेरा यार तुझको खोने का

16. अब जब भी किसी से हम मिलते है तो हंस के मिलते है
अपनी राहों में खुद ही हम लोग कांटे बिछाकर चलते है
जो लोग तुझसे दूर है उन्हे हम अपना दोस्त समझते है
और जो लोग तेरे करीब रहते है वो अक्सर हमे खलते है

17 . थी मुहब्बत में ये शर्त ए वफा कि रोते हुए भी हंसना पड़ेगा
जो नहीं देखा जाता इन आंखों से बस वहीं सब देखना पड़ेगा
तुमने मेरे दर्द पर हंस हंस कर इंतहा कर दी , कोई बात नहीं
पर अगली बार से मुझे मुहब्बत करते दस बार सोचना पड़ेगा

18. वो हस्ते हुए यार कितना सुंदर लगता है
फूलो कलियों से सजा हुआ घर लगता है
वो जब मुझे देख कर हसता है ना यार
चलता फिरता खुशी का मंजर लगता है

19. तुम कितने खुशमिजाज हो दोस्त
फिर भी मुझसे नाराज हो दोस्त
मैं तुम्हारा गीत हूं भूलो मत मुझे
और तुम भी मेरी आवाज हो दोस्त

20. मुझको तेरा मिलना बिछड़ना याद है
बिन बात वो लड़ना झगड़ना याद है
हर बात पर तेरी ही क्यों याद आए
हर बात पर तेरा ही क्यों हंसना याद है

21. तेरा बेवजह हंसना मुझसे पूछ क्या कहता है मुझे
सारा दिन जिसे देखकर कुछ होता रहता है मुझे
तू ये जानता है कि मैं तुझे कितना चाहता हूं दोस्त
तू ये बता कि तू आखिर कितना चाहता है मुझे

22. हम लोग जो मुहब्बत में ये वादा करते है
कि अपने अपने गम को आधा करते है
तेरी इक मुस्कान पे क्यों ना मिट जाए सब
ये जो खुद को आजकल बहुत सादा करते है

23. ये जो तेरी इक मुस्कान है
बहुत ही भारी नुकसान है
चार दिन की जिंदगी है सब
चार दिन के मेहमान है

24. वो जब हंसती है तो कोई गुलाब सी लगती है
छोटी सी कहानी किसी किताब की लगती है
सादगी भी है , प्यार भी है और नफरत भी शायर
वो लड़की बिलकुल मेरे ख्वाब की लगती है

25. वो जो हस्ता है तो फिर हस्ता जाता है
पर मेरा दिल उसमें फसता जाता है
तू साथ नहीं होता तो वक्त गुजर जाता है
जब होता है तो रफ्ता रफ्ता जाता है

26. तेरा मुस्कुराना किसी दवा से कम नहीं
हर लब की है दुआ तू सो कोई गम नहीं
तू जो है तो हम भी हैं जमाने में कुछ
तू नहीं तो कुछ भी जमाने में हम नहीं

27. वो हंसता हुआ कितना अच्छा लगता है
कोई मासूम छोटा सा बच्चा लगता है
रब ने तुमको बस मेरे खातिर ही बनाया
जब से तुमको देखा ऐसा लगता है

28. है दुआ इस दिल की तू मुस्कुराता रहे
गीत लिखता रहूं मैं तू गीत सुनाता रहे
मुझे जमाने से दर्द पे दर्द मिले हर साल
इसी बहाने तू मिलने मुझसे आता रहे

29. हस्ता हुआ चेहरा तेरा भाये बहुत
याद ना भी करूं तो याद आए बहुत
तुझको भूलना मेरे बस की बात नहीं
हां तेरा प्यार मुझको सब भुलाए बहुत

30. देखा तुझे जब से मैंने मुस्कुराता हुआ
आया नजर तब मुझे तू पास आता हुआ
देखा ही नहीं इन शायद लोगो ने अभी
मैं गीत लिखता हुआ तू गीत गाता हुआ

31. वो जो हस दे तो अच्छे अच्छे बीमार ठीक हो जाए
एक दो महीने में ही नहीं यार लगातार ठीक हो जाए
इक दोस्त को लग गया है रोग जमाने की मुहब्बत का
अब तो बस है कुछ बचे हुए आजार ठीक हो जाए

32. तुम्हारा हंसना खुदा की बखशिश हो जैसे
तू मुस्कराती रहे मेरी यही ख्वाइश हो जैसे
आज मेरी आंखों में पानी बहुत है ए दोस्त
अजनबी शहर में बेकार की बारिश हो जैसे

33. ये ख्याल जानेमन मुझे कई बार सताता है
कि कौन सा लफ्ज है जो तुझको हसाता है
ध्यान देकर सुन के देर रात सेहराओं में
चांद अपनी रोशनी किए तुझे बुलाता है

34. तेरे हसने की तो लोग कसमें खाया करते हैं
और झूठ बोलते ही सच में मर जाया करते हैं
हम तुझे दिल से चाहते है इससे ज्यादा कुछ नहीं
वो और होंगे जो तुझे देखकर बाते बनाया करते है

35. तेरा चेहरा देखकर मैं मुस्करा उठता हूं
तुझे याद करते हुए हर सफर पूरा करता हूं
मैं तुझ पे कितना मरता हूं क्या बताऊं यार
किसी पे नहीं मरता जितना तुझपे मरता हूं

36. तुझ को देख देख कर उमर गुजारी है हस्ते हुए
कभी राहों में चलते हुए कभी राहों में रुकते हुए
तूने भी कभी हम जैसे पागल कहां ही देखे होंगे
इश्क में बर्बाद होकर गालिओ में यूं फिरते हुए

37. मुझको रोते हुए तेरा हस्ता चेहरा याद आया है
आज कुछ तो है जो मुझे तेरा याद आया है
वो रात जो रोते हुए तेरी याद में गुजारी मैने
उठकर कॉलेज जाता हुआ सवेरा याद आया है

38. हम दोनो कभी साथ में मुस्कराते थे याद है
एक दूजे से यूहीं खुदको छुपाते थे याद है
आज कोई रूठ जाए तो मनाते भी नहीं
पहले रोता था कोई तो हसाते थे याद है

39. हस्ते हुए यूहीं जिंदगी गुजर जायेगी क्या
मुहब्बत किसी मोड़ पर ठहर जायेगी क्या
वो कुछ दिनो से दूर है एक लड़की मुझसे
मुझे ये बताओ दिल से उतर जायेगी क्या

40. उसकी हस्ती हुई एक तस्वीर देखता हूं
वो मेरे बारे क्या सोचती है ये सोचता हूं
तुम्हें तो मेरी याद भी नहीं आती कभी
मैं तुम्हारी याद में अपने बाल नोचता हूं

41. कुछ भी नहीं है जानेमन तेरी मुस्कान के आगे
दिखता भी तो नहीं फिर इस नुकसान के आगे
दीवाना है वो बस तेरे ही पीछा और किसी के नहीं
झुकता नहीं है कभी भी जो इस जहान के आगे

42. तू इसी तरह से मुस्कराया कर
मुझको मेरे नाम से बुलाया कर
मैं तेरा हूं बस और तेरा ही रहूंगा
मुझको रोज मत आजमाया कर

43. कल ख्वाब में उस को हस्ते हुए देखा था
जिसके साथ खुद को चलते हुए देखा था
धूप खड़ी बगल में हमे देखती ही रही बस
मैने दिन को उसकी बाहों में ढलते हुए देखा था

43. वो मुस्कुराता है तो ऐसा लगता है
एक छोटे से बच्चे के जैसा लगता है
दिल टूटने पर क्या होता है तुम्हे क्या पता
टूटेगा तो पता लगेगा कैसा लगता है

44. हंस हंस कर यूं जान ना लो मेरी
इतनी सी तो बात मान लो मेरी
तुमको कोई मुझसा भी मिल सकता है
आदतें इसलिए पहचान लो मेरी

44. मुस्कराकर मत देखा कर हमारी तरफ मर ना जाए हम
कि तेरी इस मुहब्बत में हद्द से ज्यादा गुजर ना जाए हम
ऐतबार कर भी रहा है तो सोच समझ कर करना मेरे दोस्त
इतना भी न ऐतबार कर कहीं बातों से मुकर ना जाए हम

45. वो हंसकर कुछ भी कह देता है मैं मना नहीं करता
लोग कुछ भी कहते रहे मुझको मैं सुना नहीं करता
मेरे ग़म के दिन कितने है और खुशी के कितने थे
दिन गुजरते जातें है यूहीं बस मैं गिना नहीं करता

46. वो मुस्कराकर हमारी तरफ जब देख लेता है
जाने क्यों हमको मुहब्बत का गुमान होता है
पहले पहल मुहब्बत में हस्ता है इंसान लेकिन
एक उमर के बाद मुहब्बत में जार जार रोता है

47. उसके कहे से सब कुछ हो जाता है यार
अच्छा खासा इंसान खो जाता है यार
प्यार मुहब्बत करता कौन है किसी से
ये तो बेवक्त कहीं भी हो जाता है यार

48. दिन उसकी मुस्कान के सहारे गुजर रहे है
यानी किसी के दरमियान के सहारे गुजर रहे है
हमको मुनाफा साल भर में होता ही कब है
हमारे दिन तो नुकसान के सहारे गुजर रहे है

49. यार कितनी खूब लगती हो जब हस्ती हो
तितली का रूप लगती हो जब हस्ती हो
मैं सर्द रातों में चलता मुसाफिर कोई जैसे
और तुम कुछ धूप लगती हो जब हस्ती हो

50. वो जब हसता है तो सारे गम मिट जाते है
और उनके साथ ही साथ हम मिट जाते है
उसको देख कर यार किसी और के साथ
उससे मुहब्बत के सारे भ्रम मिट जाते है

51. मैं चाहता हूं तुम मुस्कराओ
बस यही कहता हूं तुम मुस्कराओ
आज कुछ नया करते है जानेमन
कि लो मैं रोता हूं तुम मुस्कुराओ

52. हंस कर गुजार दी ये जिंदगी सारी
बेकार ही गई फिर भी बंदगी सारी
दरिया से मिलकर भी कुछ ना हुआ
प्यासी ही रह गई है तिश्नगी सारी

52. वो हंसता है तो खुदा की अजान लगता है
आसमान से आया हुआ मेहमान लगता है
उसकी बाहों में दुनिया नजर आती है मुझे
उसके दिल में सारा का सारा जहान लगता है

53. मुस्कराना तुमसे सीखा है मेरी जान
बाते बनाना तुमसे सीखा है मेरी जान
मुझको तो बस नाराज होना आता था
लेकिन मनाना तुमसे सीखा है मेरी जान

54. उनको जो हस्ते हुए देख लेते है तो सोचते है
देखने वाले आखिर उनको किसलिए देखते है
तुम्हारी खातिर हम अपना काम छोड़े बैठे है
तुम्हारी खातिर लोग हमारा रस्ता रोकते है

55. हंसकर तुमने इंतहा कर दी है
मुहब्बत अब बेपनाह कर दी है
मेरे पास जीने की वजह ना थी
तुमने जिंदगी ही बेवजह कर दी है

56. लफ्ज – ए – मोहब्बत कुछ पुराना नहीं होता
मेरी जान यूं मुस्कुराना तो मुस्कुराना नहीं होता
आज मिलना था मगर तुम यूहीं आ नहीं सकते
न मिलने का जानेमन ऐसा कोई बहाना नहीं होता

57. उसकी खुशी के लिए जिंदगी वार दूं
गम की हर घड़ी भी हंसकर गुजार दूं
मेरे कमरे में सब उसकी तस्वीरें हैं
मेरा दिल करता है सारी उतार दूं

58. खुद हंसकर मुझ पर एहसान जताता है
सुन तो लो बताने वाला क्या बताता है
वो भी कोई गुलाम तो नहीं है ए दोस्त
मुहब्बत में जो उसके नखरे उठाता है

59. उसने एक दिन मुस्कराते हुए कुछ कहा था
जिसे सुनकर मैं अपने आप में ना रहा था
सोचता हूं आज मुहब्बत में दो साल के बाद
आज से दो साल पहले दुनिया में मैं क्या था

60. भरी महफिल में वो जो इक दफा मुस्करा दे
बोलने वालों के तो यूहीं ना सारे होश उड़ा दे
अब हम उनके किसी तरह भी नहीं हो सकते
कोई जाकर उनसे के दे के वो हमे भुला दे

61. वो जब मुस्कुराता है तो कुछ नजर नहीं आता
एक भंवरा कुछ दिनो उसे जाने घर नहीं आता
उसने हाथ में अपना हाथ दिया था मुझको
अब मालूम हुआ हर रोज वो मंजर नहीं आता

62. कि कितना मुस्कुराता था वो
अपनी हर बात बताता था वो
दूसरो का नाम ले लेकर मुझको
हर दूसरे दिन आजमाया था वो

63. वो जब मेरी तरफ हस्कर देखता है
शायद कुछ तो मेरे बारे में सोचता है
फोन पर तो खामोश रहता है वो पर
सामने जब होता है तो बहुत बोलता है

64. उसकी मुस्कराहट एक ख्वाब सी है
रात में फैली चांदनी अफताब सी है
वो लड़की थोड़ी पागल तो है पर
जाने क्यों वो लड़की लाजवाब सी है

65. मुस्कुराना मुझे तो अच्छा लगता है
तुम बताओ वैसे तुम्हे क्या लगता है
उसने एक लड़के को देखकर मुझसे कहा
ये लड़का तो कहीं देखा हुआ लगता है

66. मुझको भी दे जाए आके लड़की इक गुलाब कोइ
देख लूँ कि फिर किसी का मैं भी हस्ता ख्वाब कोइ
तेरे चेहरे को तो ऐसे पड़ता हूं , मैं जैसे के
छोटा बच्चा पड़ता है कहानी की किताब कोइ

67. वो जो नजरे झुकाकर जरा मुस्करा दे
ये दीवाना दिल तो सब कुछ लुटा दे
कितना चाहता हूं मैं तुझे पता है
तू कितना चाहतीं है मूझे ये बता दे

68. उसकी सूरत हस्ती हुई अच्छी लगती है
ऐसी सूरत जो कहीं देखी हुई लगती है
वो लड़की मुझे जी से पसंद है बहुत
खुदा की फुरसत में सोची हुई लगती है

69. वो कुछ देर भी आकर हस दे जरा
हाथ अपने होठों पर रख दे जरा
मैं दिल को रोज कहता हूं यार
इस दुनिया से अब चल दे जरा

70. महबूब मेरा जब हंसता है क्या कहूं
कितने दिलों में बसता है क्या कहूं
उसकी याद में राते कटती है मेरी
उसी में दिन ढलता है क्या कहूं

71. बिछड़कर मुझसे उसको और क्या हासिल हुआ होगा
मुझे लगता है कोई ग़म नया हासिल हुआ होगा
वो मेरे साथ खुश रहता था पर कहता नही था कुछ
बिछड़कर मुझसे अब उसको भी क्या हासिल हुआ होगा

72. मेरे दुखी दिल को भी हंसाने का ये इरादा करे कोई
मैं जब तलक जागता रहूँ , मेरे साथ जागा करे कोई
निबाहने के व’अदे तो सब करते ही है मुझसे लेकिन
मैं चाहता हूं कि छोड़ जाने का मुझको वादा करे कोई

73. मेरा होना न होना तेरे लिए
मेरा हसना रोना तेरे लिए
तेरा यहां क्या मुझे नही पता
पर मेरा कोना कोना तेरे लिए

74. यूं मुड़ – मुड़ कर ना हसा करो
कभी कभार तो मुझे भी देखा करो
मैं कितना सोचता हूं तुम्हारे बारे में
तुम भी तो कुछ मेरे बारे सोचा करो

75. कि हंसना ही तेरी अदा है जानेमन
यही तो जीने की वजह है जानेमन
मुहब्बत का यही सिला है बस एक
जो रुलाए वही खुदा है जानेमन

76. साथ उसके हर लम्हा हस्ते हुए गुजर जाता है
और बगैर उसके हर कोई दिल से उतर जाता है
टूट कर बिखर जाता है मुहब्बत में या तो कोई
या फिर टूटने के बाद और भी निखर जाता है

77. मुस्कराना तुमसे सीखा है मुझको कहां आता था
बाते बनाना तुमसे सीखा है मुझको कहां आता था
मुझे तो हर चीज याद रहती थी पहले तुमसे ए दोस्त
भुलाना तुमसे सीखा है मुझको कहां आता था

78. तेरी मुस्कराहट से मेरी जिंदगी चलती है
तू ना हो तो बस तेरी ही कमी खलती है
तेरे सीने पे सर रख सो जाएं दिल करे
मगर करीब आते ही तेज सांसे चलती है

79. मैने उसे जब भी हस्ते हुए देखा है
कि तभी खुद को मरते हुए देखा है
लोगो का दिल एक से नहीं भरता
सबको दो बार मुहब्बत करते देखा है

80. उसकी खुशी से बडकर क्या हो
सोचता हूं उसके साथ अच्छा हो
मुहब्बत में जख्म ही मिले हैं बस
शायद इस बार तो कुछ नया हो

81. कि यार वो जब मुस्कुराती है
तो सब कलियां खिल जाती है
एक छोटे से बाग के फूल पर
कई सारी तितलियां मिल जाती है

82. उसकी खुशी के वास्ते क्या क्या नहीं किया
फिर भी वो कहता है यार कुछ नया नहीं किया
वो जब हंसता है तो उसे ही देखता रहता हूं मैं
तब से मैने किसी एक को भी सुना नहीं किया

83. कि मुस्कुराना तुझको अच्छा लगता है
कुछ इसलिए भी तू मुझ सा लगता है
तुमसे बिछड़ने के बाद मुझको दोस्त
प्यार मुहब्बत सब कुछ झूठा लगता है

84. जब भी मिलता है वो मुस्कराकर मिलता है
हाथ से हाथ नहीं के गले लगाकर मिलता है
उसको भी मेरी तरह नाराज होना नहीं आता
बिगड़ी पुरानी बाते सब भुलाकर मिलता है

85. तुम भी सबकी तरह यार मुस्कराया करो
मैं तुम्हारा हूं मुझ पर हक जताया करो
तुमसे कोई भी एक बात तक नहीं छिपाता
तुम भी मुझे हर इक बात बताया करो

86. तेरी मुस्कराहट ने दिल का काम तमाम किया
हाय ! मेरी मुहब्बत का ये कैसा अंजाम किया
तेरे आने से पहले कामयाब इंसान था मैं एक
तेरे इश्क ने बनते काम को भी नाकाम किया

87. वो मेरे सामने बैठा मुस्कराए जाता है
हाल – ए – दिल सब बताए जाता है
मैं उसका चेहरा याद करने में लगा हूं
वो है के मुझको सब भुलाए जाता है

88. उसने मुस्कराकर दिल पर हाथ रख दिया
शायद घबराकर दिल पर हाथ रख दिया
मैने कहा मुहब्बत का सबूत तो दो जानेमन
उसने उठाकर दिल पर हाथ रख दिया

89. तू जो यूं मुस्कराए जाता है
क्या राज छिपाए जाता है
मैं तुझे पर्दे में रखता हूं और तू
मुझे सबको दिखलाए जाता है

90. मुस्कराने की तेरी ये अदा बड़ी कातिल है
कि इसमें खुदा की मेहनत भी तो शामिल है
तुझे जिसने भी एक नजर देखा क्या कहूं
भारी महफिल में अभी तक वो घायल है

91. वो जो हंसकर कुछ कह दे सलाम करे
हम ऐसे भी कुछ उनका एहतराम करे
आप आए है मुझसे मिलने बैठिए तो
बताइए आपके लिए क्या इंतजाम करे

92. कुछ देर के लिए ही सही वो हसा तो है
पंछी पिंजरे में आज जाकर फसा तो है
मुझे याद नहीं आ रहीं सूरत जो सामने है
हां मगर मैने उसकों कहीं पर देखा तो है

93. वो मुस्कुराता हुआ कितना अच्छा लगता है
सब कुछ बताता हुआ कितना अच्छा लगता है
लोग उसके सितम सहकर बेदर्दी कहते हैं उसे
प वो सितम ढाता हुआ कितना अच्छा लगता है

94. मुझको देखकर यूं ना मुस्कराया कर
इससे अच्छा है सीधे गले लगाया कर
कुछ बाते राज की बाते होती है जानेमन
अपनी सहेलियों में भी मत बताया कर

95. नजरे झुकाकर क्या मुस्करा दिया उसने
एक ही पल में सब कुछ भुला दिया उसने
मैने अपनी मुहब्बत को परदे में रखा था
मगर उसको भी अफसाना बना दिया उसने

96. हंसकर गैरो के संग हमको रुलाते हो
वाह ! साहब अच्छा इश्क निभाते हो
जान से ही क्यों नहीं मार देते हमको तुम
हर रोज हमको इतना क्यों सताते हो??

97. बात करता हुए भी जो मुस्कुराता है
यार ऐसे शख्स पर ही प्यार आता है
मैं उसे हर मंजर में याद रखता हूं
मगर वो मुझे फिर भी भूल जाता है

98. उसने हंस कर मेरे दिल में जगह कर ली
मैने भी अपने जीने की इक वजह कर ली
हम कैसे करते फिर उससे दुश्मनी का इकरार
उसने जो मुस्कराकर हमसे सुलह कर ली

99. वो जो यूं बिन बात आज मुस्कराए है
सुना है आसमान से फरिश्ते आए है
हम क्यों ना जाने राख और दिया क्या है
हमने भी खत उनके बहुत जलाए है

100. हंसकर जो तुम सितम ढाने लागे हो
लगता है मुझे अपना बनाने लगे हो
क्या बात है आज इरादे कुछ और है
रात हुई नहीं के चिराग बुझाने लगे हो

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निष्कर्ष:

तो दोस्तों ये थे कुछ बहुत ही अच्छे चेहरे की मुस्कान शायरी का कलेक्शन, हम उम्मीद करते है की आपको ये सभी शायरी जरूर पसंद आयी होती।  यदि आपको ये सभी शायरी अच्छी लगी तो हमारी साइट पर दूसरी शायरी कलेक्शन को भी जरूर पढ़े धन्येवाद।

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