80+ लड़कियों के लिए अच्छी शायरी | Shayari For Girls in Hindi

shayari for girls in hindi

1
उसकी हर अदा लाजवाब है
चांद भी उसको पाना चाहे
रूप ऐसा बेमिसाल है
जुल्फे लगती है उसकी कातिल
आंखे जैसे समंदर का ख्वाब है।।

2
तेरी तारीफ क्या करू तुझे खुदा ने फुर्सत से बनाया है
लगता है उसने तुझे मेरे लिए ही जमी पर उतारा है।।

3
खुदा की रहमतों का असर जान पड़ता है
उसकी आंखों के आगे समंदर भी फिका पड़ता है
वो रहती है मेरे आस पास अगर
मुझे चांद दिन मै दिखाई पड़ता है

4
लगती हो परी जैसे जन्नत से उतर आई हो
रंग रुप ऐसा जैसे स्वर्ग से आई हो
देख लो एक नजर किसी को तो घायल कर दो
कातिल निगाहों की अदा संग लाई हो।।

5
जब भी देखता हूं उसे तो प्यार आ जाता है
उसकी हर अदा पर मेरा दिल आ जाता है
मै क्या करू उसकी इस मासूमियत का
उसकी हर बात पर मुझे प्यार आ जाता है।।

6
कायनात नहीं है ऐसी जैसी तुम हूर लगती हो
मुझे तुम अपने सबसे करीब लगती हो
अब कितनी तारीफ करूं तुम्हारी
तुम मुझे जन्नत की हुर लगती हो।।

7
तेरी हर अदा पर शयारी लिख सकता हूं
मै तुझे हर लम्हा प्यार कर सकता हूं
जिंदगी बन चुकी हो तुम मेरी
मै खुद को तुम्हारी आंखो मै देख सकता हूं।।

8
हुस्न ऐसा लाजवाब रखती हो
अपनी निगाहों में कत्ल का हथियार रखती हो
देख लो एक नजर किसी को अगर
तुम अपनी निगाहों मै समंदर का सैलाब रखती हो।।

9
तेरी बाते भी ऐसी लगती है
खो सा जाता हूं
हर वक्त रहता हूं तेरी याद मै
मै खुद को भूल सा जाता हूं।।

10
जब पायल पहनकर शहर मै घूमने निकलती हो
अपने संग कायनात लेकर चलती है
मेरे इश्क गूंजता है पूरे शहर मै
तुम मेरी प्यार कि निशानी पहनकर चलती हो।।

11
जब भी कभी ख्याल तेरा आता है
मै तेरे बारे मै सोचता रहता हूं
खुदा ने तुझे कितनी फुर्सत से बनाया होगा
तभी मै तुझे शिद्दत से देखता रहता हूं।।

12
जब पहली बार देखा उन्हें मेरी धड़कन तेज हो गई
उसके हुस्न के आगे मेरी तकदीर भी ढेर हो गई
देखता रहा मै इसे एकटक निगाहों से
जब तक सुबह से शाम हो गई।।

13
उसकी तारीफ मै कशीदे मै पढ़ा करता हूं
उससे अक्सर इश्क मै जताया करता हूं
उसकी निगाहों का आदी हूं मै
नशे को हाथ नहीं लगाया करता हूं।।

14
उसकी जुल्फे किसी बादल से कम नहीं
सो जाता हूं उसकी गोद मै
वो किसी सुकून से काम नहीं
हूर लगती है वो किसी सपने की परी से कम नहीं।।

15
मै तो चाहता हूं वो हर वक्त मेरे पास रहे
मै उसे देखता रहूं, वो मेरे पास बैठी रहे
उसकी सादगी को निहारता रहु ऐसे ही
वो मेरा हाथ पकड़ कर यूंही बैठी रहे।।

16
जब भी उससे मिलता हूं मै
वो एक नए अंदाज मै मिलती है
हर अदा पहले वाली होती है
पर एक नए मिजाज मै मिलती है।।

17
उसको गले लगा से लगा लूं अगर मेरी धड़कने बढ़ जाती है
जब वो इस कदर मेरे करीब आ जाती है
उसकी कान का झुमका अटक जाता है बालो मै
जब वो अदा से अपने बाल घुमाती है।।

18
उसके कान का झुमका मेरा दिल ले गया
उसकी अदाएं कातिल मेरा चैन ले गया
देखा नहीं था मैने पहले ऐसा कोई भी
उसका हुस्न मेरा मन मोह ले गया।।

19
कभी कभी लगता है कितनी तारीफ करूं उसकी
हर तारीफ कम पड़ जाएगी
वो लगती है जन्नत की हूर
उसके आगे आसमां की चांदनी भी फीकी पड़ जाएगी।।

20
देखा जो उसे मैने पहली बार
देखता ही रह गया था
आ रही थी जुल्फे उसकी चहरे पर
मै उन्हें हटाता ही रह गया।।

21
सुकून की तलाश में जाता हूं मै
उसकी बांहों मै सो जाता हूं मै
वो जब लगा लेती है गले प्यार से
उसकी हर अदा मै खो जाता हूं मै।।

22
उसको मै अपनी जान लिखता हूं
तारीफ मै उसके शायरी लिखता हूं
वो है मेरी कलम प्यार कि
मै हर लफ़ज़ मै उसका जिक्र करता हूं।।

23
कभी जो मिल जाओ तुम हमे
तो अपनी निगाहों मै झुका लिया करना
अपनी अदाओं से कितनो को मारोगी
तुम तो बस हमारा दिल संभाल लिया करना।।

24
रात मै जब रोशनी आती है
चांद की चांदनी शबाब पर आती है
तुमको कर दू अगर खड़ा उसके सामने
वो भी अपनी पलकें झुखाकर शर्माती है।।

25
मै लिख दू आसमां पर तुम्हारा नाम
तुम्हारी जुल्फों को लिख दू आठो धाम
मेरी जिंदगी का सुकून हो तुम
मै कर दू आज खुद को तुम्हारे नाम।।

26
हर ड्रेस मै वो कमाल लगती है
जब वो खुले बाल करती है
आंखो मै लगाकर काजल
वो मेरे दिल को बेहाल करती है।।

27
हर लफ्ज़ मै मेरे तुम्हारी तारीफ आती है
तुम लगती हो ऐसी
जैसे कोई परी जन्नत से उतर आती है।।

28
गुस्सा उसके नाक पर रहता है
पर वो उसमे भी बड़ी प्यारी लगती है
जब वो डांटती है मुझे प्यार से
वो मुझे बहुत क्यूट लगती है।।

29
हर लफ्ज़ कतरा कतरा, हर इश्क शायरी है
तुम्हारी जिंदगी मेरे हसीन लम्हों कि डायरी है
मै कैसे कह दू तुमसे, तुम चांद नहीं हो
तुम्हारे लिए तो खुदा ने खुद चांदनी बुलाई है।।

30
गुलाब से होठ है तुम्हारे, लबो से लगाने को दिल चाहता है
नाजुक गाल है तुम्हारे चूमने को दिल चाहता है
कैसे करू तारीफ अब तुम्हारी
तुम्हे बांहों मै भरने को दिल चाहता है

31
जिंदगी के हसीन लम्हे हो जाते है
जब वो मेरे गले से लिपट जाती है
मै रहता हूं रात भर उसके दिल के पास
जब वो मेरे सीने से लगकर सो जाती है।।

32
उसकी आंखों मै देखा था मैने
मै देखता ही रह गया था
उसकी जुल्फों को
अपने हाथो से सवांरता ही रह गया था।।

33
जितना भी देख लूं तुम्हे मेरा मन नहीं भरता
तुम्हे देखे बिना मेरा वक्त नहीं कटता
तुम जिंदगी बन चुकी हो मेरी
तुम्हारे बिना अब मुझे कुछ अच्छा नहीं लगता।।

34
बड़ी फुर्सत से बनाया होगा तुम्हे बनाने वाले ने
तभी एक नाजुक कली की तरह लगती हो
तुम किसी अप्सरा से कम नहीं हो
ख्वाबों मै आई कोई परी लगती हो।।

35
तेरे हुस्न का दीदार तो सब करना चाहते है
पर तू मुझे सबसे अच्छा लगता है
कोई नहीं तुझ जैसा ए सनम
तू मुझे जान से ज्यादा प्यारा लगता है।।

36
तेरी तारीफ तो सब करते है
पर हम जैसा कोई प्यार नहीं करता
लोग कहते है होंगे तेरे हुस्न पर शायरी
पर हमारी जैसी गजल कोई नहीं कहता।।

37
तेरे अलावा किसी ओर को देखता भी नहीं हु
मै तो कभी किसी को सोचता भी नहीं हूं
तुम ही हो मेरी जिंदगी मेरी जां
मै तो अब ख्वाबों मै भी तुम्हारा हाथ छोड़ता नहीं हूं।।

38
गजल लिखी दी तेरे उपर हमने, शायरी लिख दी
तुझे अपनी दुनिया ओर जान लिख दी
तेरी पायल की झनकार को आठौ धाम लिख दी
तेरी हुस्न को हमने रात की चांदनी लिख दी।।

39
मेरे हिस्से मै आ जाता है तेरा प्यार
खुदा मुझपर मेहरबान लगता है
तेरी हर अदा प्यारी है जां
तेरे रूप मुझे बेपरवाह हुस्न लगता है।।

40
हर लम्हा तू मेरे साथ रहती है
मेरे दिल को अपना जान कहती है
तेरी तारीफ मै पढ़ता है मै शायरी
तू मुझे शायर लाजवाब कहती है।।

41
उसकी तो निगाहे भी बोलती है
कोई बात करने वाला चाहिए
डूब जाए अगर कोई देख लो उसको
वो अपनी निगाहों से कत्ल भी करती है।।

42
काजल लगाकर ही वो कहर ढहा देती है
उसे मेकअप की जरुरत नहीं है
वो तो लगती है वैसे ही जन्नत की परी
उसे किसी की तारीफ की जरुरत नहीं है।।

43
ख्याल भी उसके मेरे दिल से जाते नहीं है
निगाहों के तीर उसके काम होते नहीं है
मै तो सह लेता हूं उसकी हर अदा
पर मेरी जां के नखरे कम होते नहीं है।।

44
कितनी तारीफ कर सकता हूं मै तुम्हारी
हा इश्क की लाजवाब कहानी हो तुम मेरी
ख्वाबों मै देखा करता था जिसको
वो हुस्न कि परी रानी हो तुम मेरी।।

45
उसकी हर बात मै जादू सा लगता है
बोलती है वो जैसे कोई झरना बहता है
आवाज है उसकी इतनी मधुर
जैसे कोई कोयल का गाना रहता है।।

46
हर ड्रेस मै कमाल लगती है
मेरी जां बेमिसाल लगती है
लोग भी जलते है उससे
हुस्न अपने पास वो कमाल लगती है।।

47
कहर तो खुदा ने हमारे उपर ढाया था
जब तुम्हे जन्नत से जमी पर उतारा था
तुम जैसी फूलो कि गुलाब को
हमारे प्यार के बाग मै उतारा था।।

48
तेरे प्यार के लिए मै क्या कुछ नहीं करता
हर मुश्किल सह जाता हूं
तेरी चहरे पर उदासी अच्छी नहीं लगती
इसलिए तुझे हमे हंसाता हूं।।

49
तेरे लिए मेरे दिल मै खास जगह रखता हूं
कोई हो या ना हो मेरे पास मै तुझे हमेशा पास रखता हूं
तू ही है अब मेरी जिन्दगी
मै तुझे अपनी जान से ज्यादा प्यार करता हूं।।

50
लफ्ज़ काम पड़ जाते है मेरे
जब तेरी तारीफ की बारी आती है
खुदा का दिया हुआ तोहफा है तू
मेरे दिल का अटूट हिस्सा है तू।।

~Attitued shayari for girls~

51
ये अपनी चालाकी यहां मत दिखाया कर
तेरे जैसे बहुत है मेरे पास
चल जा मुझे मत सिखाया कर।।

52
लोगो को ओकात दिखा सकती हूं
मै लड़की बहुत बुरी हूं जनाब
तुम्हे अपनी नानी याद दिला सकती हूं।।

53
प्यार से बात करो तो इज्जत मिलती है
हमने भी कोई ठेका नहीं ले रखा है
दुनियादारी से कोई मतलब नहीं है
मैने तुम्हारे प्यार को कोई इंश्योरेंस नहीं ले रखा है।।

54
जरा तमीज से पेश आना मुझसे
मै लोगो कि हड्डियां तोड़ने में यकीन रखती हु
जो करते है बदसूलकी मुझसे
मै उन्हें थप्पड़ मारने का दम रखती हूं।।

56
प्यार मोहब्बत से कोई मतलब नहीं है
मै तो अपनी दुनिया मै मस्त रहती है
महाकाल की भक्त हूं मै
तुम जैसो के मुंह नहीं लगती हो।।

57
कुछ लोग मुझे बुरा कहते है
तो वो बिल्कुल सही कहते है।।

58
मेरी अदाओं को नजर अंदाज मत करना
मुझसे कभी प्यार मत करना
मै लड़की बुरी हूं जनाब
मुझपर कभी ऐतबार मत करना।।

59
अपनी मर्जी से जीती हूं
किसी के इशारों पर नहीं चलती
मै खुद आग हूं दुनिया वालो
बुझे हुए अंगारो पर नहीं चलती।।

60
जरा संभलकर रहना मुझसे
कहीं खुद ना गिर जाओ
मुझे गिराने की कोशिश मै
कहीं खुद ना खुदा को प्यारे हो जाओ।।

61
तकलीफ होती है मुझे पर अब मै कहती नहीं
कोई बाप नहीं लगता मेरा
मै अब किसी को फालतू बातें सुनती नहीं।।

62
बुरे लोगो के साथ बुरी हूं, मै जैसो के साथ जैसी हूं
जो देखते है मुझमें बुराइयां देखते रहो
मै किसी की फ़िक्र नहीं करती
मै अपनी मर्जी से खुद जीती हु
अपने बनाए हुए रास्तों पर चलती हु।।

63
जा तेरा झूठा प्यार भी देख लिया हमने
तेरे जैसे को धोका भी देख लिया हमने
अब मुझे भी कोई मतलब नहीं है तुझसे
तेरे जैसे कमीनो को देख लिया हमने।।

64
लड़की हूं मै ,,पर कमजोर समझने कि भूल मत करना
जवाब देना जानती हूं, उलझने की भूल हिम्मत मत करना
हाथ तोड़ सकती हूं मै भी,,हाथ उठाने की भूल मत करना।।

65
तेरी बेवफाई भी देख ली हमने
पर मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता
तूने क्या सोचा था तेरे बिना मर जाऊंगी
तेरे जाने से मुझे भी घंटा फर्क नहीं पड़ता।।

66
हद मै रहकर बात किया करो
अगर मै अपनी हद भूल गई
तो तुम अपनी दुनिया छोड़ दोगे।।

67
हमसे दूरी बनाकर रखा कीजिए
कहीं आपको प्यार ना हो जाए
हम नहीं करते है मोहब्बत जनाब
कहीं आपको हमसे इश्क ना हो जाए।।

68
टूटा हुआ कांच हु मै, मुझसे दूर रहा करो
जिनको लगती हु मै गलत
वो अपने मुंह बंद करके घर पर रहा करो।।

69
जो मेरी परवाह नहीं करते
मै भी उन्हें भूल जाती हूं
लोगो को गलतफहमी है
मै उनके गुनाह भी भूल जाती हूं
वक्त आने पर सबको जवाब दूंगी
ये मत सोचना मै तुम्हारे चहरे भूल जाती हूं।।

70
उसने हमे नजरंदाज क्या किया
हमने उसे पहचानने से भी इंकार कर दिया
उसने ठुकरा दी हमारी मोहब्बत
हमने भी इसे अपने दिल से बेदखल कर दिया।।

71
हमारी हद ना पूछिए जनाब
हम आसाम से भी ऊंचा उड़ा करते है
लोग कहते है मुझे क्वीन
हम जमीन पर रहकर भी आसमां पर नाम लिखा करते है।।

72
बात करो अगर मुझसे तो सोच समझकर करना
यकीन मानो मै जवाब बहुत बुरा देती हूं
लड़की बदतमीज हु मै
ये मै पहले ही बता देती हूं।।

73
ये दुनिया देख ली है मैने
ओर इसके लोग भी देख लिए है
नकाब मै छुपे हुए अच्छे लोगो के
शातिर दिमाग भी देख लिए है।।

74
अब दिल से सोचना छोड़ दिया मैने
मै दिमाग से सोचा करती हूं
बहुत खेल लिया लोगो ने मेरे साथ
अब मै उनके साथ खेला करती हूं।।

75
जिन्दगी के सब दौर देख लिए हमने
अच्छे लोगो के बुरे चहरे भी देख लिए हमने
कोन है ओर कोन नहीं है मेरे पास
सबको ओकातो के हिस्से भी देख लिए मैने।।

76
दिल टूट गया अगर तुम्हारा तो क्या करू मै
मैने पहले ही बताया था दूर रहा करो
मोहब्बत पर यकीन नहीं है मुझे
इसलिए अपनी हद मै रहा करो।।

77
मुझे कुछ लोग अपनी हद सीखा रहे है
अपना अटिट्यूड दिखा रहे है
वो नहीं जानते मै कोन हूं
इसलिए अपनी ओकात दिखा रहे है।।

78
मेरे सर पर हमेशा इल्जाम आता है
मै बुरी हूं ये बताया जाता है
हा अब लोगो की नहीं सुनती मै
शायद इसलिए ये प्यार जताया जाता है।।

79
लोग कह देंगे ओर मै सुन लुंगी
इस गलतफहमी मै मत रहना
जुबान के साथ सारी हड्डियां भी तोड़ दूंगी।।

80
ये अपना हक़ मत जाता अब
तू ये कब का खो चुका है
उसी दिन निकाल दिया था तुझे दिल से
जिस दिन तू किसी ओर की बाहों में सो चुका है।।

81
हमारी पहचान हम दुनिया से अलग रखते है
तुम जैसे को नहीं लगती मै मुंह
इसलिए तुमसे दूरी बनाकर रखते है।।

82
मेरे हंसी को तू प्यार समझ बैठा
इसमें तेरी गलती थी
मै तो तुझ जैसे पागल को
देखकर हंस रही थी।।

83
कुछ लोग मेरी तारीफ किया करते है
कुछ लोग मुझे बुरा बताया करते है
जो जैसे है अंदर खुद से
वो मुझे वैसा ही बताया करते है।।

84
मुश्किलों से नहीं घबराती मै
सबका सामना किया करती हूं
कोई राह मुश्किल नहीं मेरे लिए
मै तो हर मुश्किल डगर पर ही चला करती हूं।।

85
लोगो का क्या है कहते रहेंगे
मै तो अपनी मर्जी करती हूं
मां पापा की लाडली बेटी हूं
सिर उनका कहा माना करती हूं।।

86
मेरे किस्से भी बहुत मशहूर है
क्युकी मेरी हर अदा लाजवाब है
जो लोग करते है मुझसे दुश्मनी
उनको ओकात दिखाना मेरा काम है।।

87
मै किसी की नहीं सुनती
मेरे उपर अपना रोब दिखाना बंद करो
मम्मी पापा की प्रिंसेस हूं मै
अपना हुक्म चलाना बंद करो।।

88
चार दिन को जिन्दगी है हमारी
ओर इसे मै अपनी मर्जी से जिया करती हूं
लोगो के कहने पर नहीं
खुद के रूल्स पर चला करती हूं।।

89
हर बुरे लम्हे को हंसकर गुजार दिया करती हूं
मै लड़की बहुत सख्त हूं
हर लड़के को इग्नोर मार दिया करती हूं।।

90
जिन्दगी कितना भी दुख दे ले
मै कभी पेरशानी से भागती नहीं हूं
करती हूं उनका सामना हिम्मत से
कभी मैदान छोड़कर भागती नहीं हूं।।

91
मिजाज अलग है दुनिया से हमारा
लोग नारज हो जाते है मेरे लहजे से।।

92
कुछ लोगो को याद दिलाना पड़ता है
हम कौन है ये उन्हें सिखाना पड़ता है
भूल गए है वो अपनी हदे
इसलिए उनकी असलियत याद दिलाना पड़ता है।।

93
उसकी बेवफाई को हमने भी कबूल कर लिया
उसको समझकर धुआ हमने भी हवा में उड़ा दिया।।

94
तुमने क्या सोचा था मै रोऊंगी
तुम्हे जाने से रुकूंगी
तेरे जैसे से फर्क नहीं पड़ता मुझे
मै तो अपनी मर्जी से अपनी लाइफ जियुंगी।।

95
हमारी तो खामोशियां भी बोलती है
निगाहों से करती हूं मै बाते
मेरी हर अदा कातिल है
जो दिखा सकती है तुम्हे तुम्हारी ओकाते।।

96
मैं चुप हूँ जब तक कोई खामोशी समझे..
मैं आग हूँ जब कोई आवाज़ को भी ना समझे..
तुम जेसो को कर सकती हूं राख
जब कोई मेरी अहमियत ना समझे

97
अच्छी नहीं हूँ ..गलतफहमी है तुम्हारी
बुरी हूँ ये ही सच्चाई है मेरी
क्यों बनना है, अच्छा इस जहाँ में…
जहाँ दम घुटता है अच्छाई का
ओर राज चलता है तुम जैसे बदमाशों का।।

98
तुम अच्छे बन के अपना मतलब निकालते हो..
मैं बुरी बन के भी किसी की नही करती बुराई !
इसलिए तुम अच्छे हम बुरे ..
हमसे दूर रहो इसमें ही तुम्हारी भलाई।।

99
सारी दुनिया का नहीं सोचती हूं मै
जो दिल से मेरा है उसकी हु मै
लोग कितने भी करे बुराई मेरी
मेरे चाहने वालो के लिए सदा अच्छी हु मै।।

100
हर जगह हमारा राज चलता है
जरा बचकर रहना हमसे
यहां पर बाईसा का हुक्म चलता है
कोई नहीं उठाता हमारे सामने नज़रे
क्युकी यहां हमारा सिक्का चलता है।।

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