किराना स्टोर कैसे खोलें | परचून की दुकान कैसे खोलें

परचून या किराना स्टोर भारत में सबसे आम दुकानें हैं। क्योंकि हर कोई व्यक्ति इस दुकान को खोल सकता है, और साथ में इसमें मिलने वाला सामान रोज़मर्रा की ज़िंदगी का एक हिस्सा है। परचून का सामान हमेशा बिकता है, चाहे कोई भी मौसम हो या कोई भी स्थिति।

परचून या किराना की दुकान पर वो सभी सामान मिलते हैं, जो हम अपने घर में डेलि यूज करते हैं। जैसे- तेल, साबुन, चीनी, गुड, सुखी चाय, राशन, हल्दी, मिर्च आदि। ये सभी एक इंसान की बेसिक जरूरते हैं, इसलिए इनकी मांग हमेशा बनी रहती है। भारत में किराना स्टोर खोलना बहुत ही लाभदायक माना जाता है।

भारत की बढ़ती आबादी के कारण इन आम वस्तुओं की मांग बढ़ती रहती है, इस कारण आजकल विभिन्न प्रकार की फैक्ट्रियाँ ज्यादा से ज्यादा परचून का सामान बना रही है। इस महामारी के दौर में जहां सभी बिजनेस मंदी का सामना कर रहे थे, वहीं किराने का बिजनेस तेजी से फल-फूल रहा था।

यही कारण है कि भारत में किराने की दुकान खोलने का यह सबसे अच्छा समय है। फिर भी प्रत्येक बिजनेस को शुरू करने के लिए चुनौतियों का अपना सेट आता है, और किराने की दुकान इससे अलग नहीं है। बहुत से लोग किराने की दुकान खोलना चाहते हैं लेकिन पैसे की कमी के कारण पीछे हट जाते हैं।

हालाँकि आपको ध्यान देना चाहिए कि अब लोगों के लिए कम निवेश के साथ भारत में परचून स्टोर शुरू करना आसान हो गया है। इसके अलावा आप अतिरिक्त रूप से पीएम स्वानिधि योजना का लाभ उठा सकते हैं, जो एक माइक्रो-क्रेडिट सुविधा है जो 10,000 रुपये का बिजनेस लोन देती है।

परचून मार्केट (ग्रोसरी इंडस्ट्री)

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परचून की दुकानें हमारे आसपास की स्थानीय दुकानें हैं जो दैनिक उपयोग की वस्तुओं जैसे कि किराना, तंबाकू, सफाई की वस्तुओं आदि की आपूर्ति करती हैं। दूसरे शब्दों में ये आधुनिक सुविधा स्टोर की भूमिका निभाते हैं। हालांकि डिपार्टमेंटल स्टोर या सुपरमार्केट की तरह ये किराना की दुकानें आपकी खरीदारी पर कोई छूट नहीं देती हैं।

ये आसानी से सुलभ भी हैं क्योंकि किराना की दुकानें हर इलाके में स्थित हैं। व्यापक दृष्टिकोण से किराना की दुकानें देश के आर्थिक संकट से निपटने में काफी मददगार हैं। रिसर्च के आंकड़ों से पता चलता है कि भारत का खुदरा उद्योग देश के सकल घरेलू उत्पाद का लगभग दसवां हिस्सा हैं।

परचून स्टोर या किराना स्टोर देश के खुदरा उद्योग का मुख्य हिस्सा हैं। इसलिए इनकी वृद्धि और विकास भारतीय अर्थव्यवस्था की वृद्धि के सीधे आनुपातिक हैं। ये दुकानें पिछले कई दशकों से बिजनेस में हैं और इसीलिए इन्होंने उपभोक्ताओं की आवश्यकताओं को अच्छे से समझा है।

इंटरनेट केवल 60% भारतीय आबादी के लिए उपलब्ध है। इसलिए डिजिटलीकरण के कारण ई-कॉमर्स के लाभ हर किसी को नहीं मिल रहे हैं। इतना ही नहीं बहुत से लोग इन स्थानीय दुकानों से आवश्यक वस्तुओं को खरीदना पसंद करते हैं। क्योंकि ऑनलाइन सामान डिलीवर होने में काफी समय लगता है।

भारतीय खुदरा क्षेत्र में खाद्य और किराना सबसे बड़ा भाग है, जिसमें 570 बिलियन डॉलर का मार्केट है और देश के कुल खुदरा खर्च का 66% हिस्सा है। संगठित खाद्य और किराना खुदरा बाजार 2025 तक 60 अरब डॉलर तक पहुंच जाएगा। इस कारण यह मार्केट के 8% सीएजीआर से बढ़ने की उम्मीद है, जो प्रति व्यक्ति आय, शहरीकरण और बढ़ती आबादी के कारण है।

बदलती जीवन शैली और खरीदारी की आदतों के कारण, उपभोक्ताओं की बढ़ती संख्या आधुनिक खुदरा स्टोरों पर खरीदारी करने और पड़ोस के परचून में अक्सर खरीदारी करने के बजाय किराने का सामान लेने का विकल्प चुन रही है।

परचून या किराना की दुकान कैसे खोलें?

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यदि आप अपना बिजनेस करना चाहते हैं और सोच रहे हैं कि परचून स्टोर का बिजनेस कैसे शुरू किया जाए, तो आप सही पेज पर आए हैं। भारत में एक किराना की दुकान खोलना एक आकर्षक आइडिया है। क्योंकि जनसंख्या बढ़ रही है और औसत व्यक्ति की क्रय शक्ति बढ़ रही है, इसलिए परचून या किराना की दुकान एक अच्छा विकल्प है।

अर्थव्यवस्था में उछाल और बढ़ती खर्च शक्ति के साथ, लोग उन नए युग के चमकदार किराना खुदरा स्टोरों पर खरीदारी करना पसंद करते हैं, जहां उन्हें एक ही जगह पर सभी वस्तुएँ मिलती हो। डेयरी, अनाज, दालें, सफाई का सामान और अधिक दैनिक जरूरतों की वस्तुएँ एक परचून की दुकान पर मिलता है।

1. बिजनेस प्लानिंग

अपनी किराने की दुकान शुरू करने से पहले, आपको एक बिजनेस प्लानिंग तैयार करनी होगी। आपको अपने ग्राहकों और आपके आस-पास के कंपीटीशन का गहरा ज्ञान होना चाहिए। बाजार का आपका आकलन सटीक होना चाहिए और इस बिजनेस में सफलता प्राप्त करने के लिए आपके पास एक प्रभावी बिजनेस प्लानिंग होनी चाहिए।

अपने ग्राहक आधार का विश्लेषण करने में कुछ समय बिताएं जो आपके बाजार के आकार और उनकी खरीदारी वरीयताओं को निर्धारित करने में मदद करेगा। यह आपको अपनी दुकान शुरू करने के लिए सही जगह का चयन करने और उन प्रोडक्टस को निर्धारित करने में सक्षम करेगा जो आप बेचना चाहते हैं। इसके अलावा सभी वस्तुओं की कीमत और बिक्री रणनीति निर्धारित करें।

आपके किराने की दुकान के बिजनेस को प्रभावित करने वाले कारकों में आपके ग्राहकों का बैकग्राउंड, उनका स्थान, जीवन स्तर, वे उत्पाद शामिल होंगे जिन्हें वे खरीदना पसंद करते हैं। इसके अलावा वे इसे कब, कितना और कितनी बार खरीदते हैं। यह ग्राहक की मांग है जो आपकी किराना की दुकान के सभी पहलुओं को प्रभावित करती है।

इस कारण या व्यवसाय में आपकी सफलता या विफलता का कारण बनेगी। शुरुआत में ही आपको अपने ग्राहकों की आवश्यकताओं को समझने की जरूरत है। अपने कंपीटीशन की जाँच करें और देखें कि आपके ग्राहक उनके बारे में क्या सोच रखते हैं।

आपको यह ध्यान रखना होगा कि यह बहुत कम मार्जिन वाला बिजनेस है और इसलिए आपको यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता होगी कि इन्वेंट्री खरीदते समय गलती की कोई गुंजाइश नहीं है। विक्रेताओं के साथ एक अच्छा नेटवर्क होना एक बहुत बड़ी संपत्ति है और सुनिश्चित करें कि आपके पास 20-25 दिनों से अधिक की पैक्ड इन्वेंट्री नहीं है।

2. मार्केट रिसर्च

किसी भी बिजनेस की योजना बनाते समय पालन करने वाला पहला कदम उस क्षेत्र में उस बिजनेस को करने की गुंजाइश का पता लगाना है। किराने की दुकान भी इससे अलग नहीं है। कुछ जमीनी स्तर पर रिसर्च करें और एक ऐसी जगह का निर्धारण करें जहाँ वास्तव में एक नई किराने की दुकान की आवश्यकता हो।

परचून की दुकान जैसे बिजनेस की योजना बनाते समय, इलाके की कुल आबादी और भीड़ का घनत्व दो महत्वपूर्ण कारक हैं जिन पर ध्यान देना चाहिए। एक अन्य महत्वपूर्ण कारक अन्य किराने की दुकानों के आसपास है। जब किराना स्टोर की बात आती है, तो हमेशा कम कंपीटीशन के साथ शुरुआत करना बेहतर होता है।

यदि आप जिस क्षेत्र में परचून की दुकान खोलने की योजना बना रहे हैं, उसमें पहले से ही कई परचून की शॉप हैं, तो यह थोड़ा मुश्किल है। ऐसे मामले में आपके लिए कुछ गुणवत्तापूर्ण बिजनेस सर्च करना मुश्किल होगा। इसलिए सतर्क रहें और बिजनेस में कदम रखने से पहले कुछ जमीनी स्तर पर रिसर्च करें।

3. टार्गेटेड मार्केट

एक परचून की दुकान चलाने के लिए आपको लोगों की बेसिक आवश्यकताओं को पूरा करना होगा। इसलिए मूल रूप से आपका टार्गेटेड मार्केट उस क्षेत्र का पूरा पड़ोस होगा जहां आप अपनी किराना की दुकान शुरू करना चाहते हैं, जो पहुंच के 1 या 2 किलोमीटर के भीतर होगा।

याद रखें जितनी ज्यादा आबादी आपकी दुकान के आसपास निवास करेगी, आपको उतना ही ज्यादा फायदा होगा। इसलिए जल्दबाज़ी में कोई कदम नहीं उठाएँ। अच्छे से लोगों की जरूरतों को समझें, और फिर ही शुरुआत करें। क्योंकि अंधेरे चलाया गया तीर कभी निशाने पर नहीं लगता है।

4. सही स्थान (लोकेशन) चुनें

आपके किराने की दुकान का स्थान बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि ग्राहक आधार अलग-अलग होता है। शहरी क्षेत्रों में उपयोग किए जाने वाले उत्पाद ग्रामीण क्षेत्रों में उपयोग किए जाने वाले उत्पादों से बहुत भिन्न होते हैं। साथ ही आपके ग्राहक आधार के लोगों का आयु वर्ग यह तय करेगा कि आपको अपने स्टोर में किस तरह के उत्पादों की आवश्यकता होगी।

शहर के केंद्र में या व्यस्त बाजार परिसर में एक प्रमुख स्थान खोजें। बहुत सारे लोगों द्वारा वहां खरीदारी करने से आपको अच्छे परिणाम मिल सकते हैं। एक अच्छा स्थान महत्वपूर्ण है क्योंकि यह सुनिश्चित करेगा कि आपके पास हर दिन अच्छी मात्रा में ग्राहक हो।

इसके अलावा यदि आप नए जमाने की परचून की दुकान शुरू कर रहे हैं, तो आपको एयर-कंडीशनिंग, नवीनतम तकनीक, मार्केटिंग और बहुत कुछ पर बहुत अधिक पैसा खर्च करना होगा। लेकिन हमारी राय में आपको इन फिजूल खर्चों से बचना चाहिए।

5. इनवेस्टमेंट

परचून की दुकान शुरू करने के लिए लगभग आपको कम से कम 3 लाख रुपये चाहिए। अब मैं आपको बताने जा रहा हूं कि आपको इस 3,00,000 रुपए की जरूरत क्यों है? इस 3 लाख में आपको दुकान की जगह और किराए के लिए 1 लाख रुपये देने होंगे। इसके इसी एक लाख में आपको दुकान के अंदर फर्नीचर भी लगवाना होगा।

इतना ही नहीं यदि आप इस बिजनेस को शुरू करते हैं तो आपको कमरे की सजावट जैसे शेल्फ, टेबल, स्लैब, शायद एक छोटा फ्रिज में भी निवेश करना होगा। और इसके लिए आपको और 50,000 रुपये खर्च करने पड़ सकते हैं। इसलिए आपको इस तरह के खर्च के लिए 1 लाख रुपये खर्च करने होंगे।

इसके अलावा आपको दुकान के अंदर विभिन्न प्रकार की वस्तुओं को खरीदना होगा, ताकि आप उसे ग्राहकों को बेच सकें। इसके लिए 2 लाख रुपए कम से कम लगाना अच्छा होता है। क्योंकि जितनी भरी-भरी आपकी दुकान नजर आएगी, ग्राहकों पर उतना ही अधिक प्रभाव पड़ेगा।

आप इनवेस्टमेंट के लिए लोन ले सकते हैं, इसके अलावा अपनी बचत पूंजी और रिशतेदारों से पैसे ले सकते हैं। ऐसे भी अगर कोई जुगाड़ नहीं बनता है, तो आप उस व्यक्ति से संपर्क कर सकते हैं। जो ब्याज पर पैसा देता हो, हालांकि उसमें आपको थोड़ा ज्यादा ब्याज का भुगतान करना पड़ सकता है।

6. दुकान को अच्छे से डिजाइन करें

एक बार जब आप अच्छी दुकान चयन कर लेते हैं, तो अब समय आ गया है कि आप अपनी दुकान को डिजाइन करें और वस्तुओं को आकर्षक तरीके से व्यवस्थित करें। आप किराने की दुकान में सैकड़ों आइटम रख सकते हैं। यदि आप चाहते हैं कि कोई वस्तु तेजी से बिक जाए, तो उसे दुकान में ग्राहकों के सामने रखें।

यदि आपकी दुकान में बेकरी आइटम और सब्जियां हैं तो उनको दिखाने के लिए उन्हें सही तरीके से व्यवस्थित करें। आपकी दुकान को बाकियों से अलग दिखाने के लिए आकर्षक रंग पैटर्न और लाइटिंग बहुत महत्वपूर्ण है। अपनी दुकान को रंगने के लिए हल्के रंगों का प्रयोग करें और अपनी दुकान को अधिक आकर्षक बनाने के लिए एक अच्छी लाइट लगाएँ।

7. होलसेलर डीलर खोजें

जब किराने की दुकान की बात आती है तो होलसेल खरीदारी अक्सर होती है। इसलिए सुनिश्चित करें कि आपको अपने स्थान से एक थोक डीलर मिल जाए जो गुणवत्ता से समझौता किए बिना आपको सर्वोत्तम मूल्य पर वस्तुएँ प्रदान कर सके। थोक खरीदारी करते समय आप जो पैसा बचाते हैं, वह आपके मुनाफे में इजाफा करेगा।

समय पर क्रेडिट क्लियर करके और उनके साथ बार-बार खरीदारी करके थोक डीलर के साथ अच्छे संबंध बनाएं। यह व्यक्तिगत तालमेल आपको सर्वोत्तम मूल्य पर प्रॉडक्ट प्राप्त करने में मदद करेगा और कंपीटीशन में आपके सिर को ऊंचा करेगा। आप जितना ज्यादा माल अपनी दुकान के लिए खरीदेंगे, आपको उतना ही ज्यादा लाभ प्राप्त होगा।

8. दुकान के लिए आवश्यक वस्तुएँ

परचून की दुकान में वैसे वस्तुओं की कोई गिनती नहीं है। आप जितना ज्यादा सामान रखेंगे, आपके ग्राहक आपसे उतना ही ज्यादा जुड़ेंगे। लेकिन फिर भी हम आपको थोड़ा मोटा-मोटा बता देते हैं।

  • सबसे पहले आप 20000 रुपये के, लगभग 20 बोरी चावल, चीनी, गुड़, आटा आदि रख लें।
  • फिर पेस्ट, साबुन, घी जैसी चीजें 1 लाख रुपये में खरीदनी चाहिए।
  • तीसरा आपको शीतल पेय के भंडारण के लिए एक फ्रिज की आवश्यकता होगी। उस फ्रिज के लिए आपको लगभग 15000 रुपये खर्च करने पड़ सकते हैं।
  • इसके बाद आपको हल्दी, नमक, मिर्च, इलायची जैसी वस्तुएँ अपनी दुकान में रखनी चाहिए।
  • घर में बनाई जाने वाली नमकीन वस्तुओं के लिए भी आप कच्चा माल खरीद सकते हैं, क्योंकि इनकी मांग आजकल काफी बढ़ रही है।
  • इसके अलावा किराना की दुकान में चिप्स, कुरकुरे, भुजीया, टेस्टिंग, बिस्किट भी होनी चाहिए।
  • साथ ही साथ अगर आपके पास दुकान में पर्याप्त जगह हैं, तो आप सब्जी भी रख सकते हैं। अक्सर गांवों में परचून स्टोर पर सब्जियाँ देखने को मिलती है। क्योंकि ग्राहक जब नॉर्मल उपयोग होने वाली वस्तुएँ खरीदता है, तो वह सुबह-शाम के भोजन के लिए सब्जियाँ भी जरूर खरीदेगा।

9. कीमत सेट करना

इससे पहले कि आप अपनी परचून की दुकान का संचालन शुरू करें, आपको प्रोडक्टस के लिए सही कीमत निर्धारित करने की आवश्यकता होगी। जो बदले में ग्राहक द्वारा खरीदी जाने वाली वस्तुओं की मात्रा को प्रभावित करेगा, जिसका सीधा प्रभाव आपके किराने की दुकान के राजस्व और लाभ पर पड़ता है।

सही कीमतें सभी ऊपरी खर्चों के लिए पर्याप्त सकल लाभ में मदद करेंगी और शुद्ध लाभ की अच्छी मात्रा प्राप्त करेंगी। आप दो मूल्य निर्धारण विधियों में से एक का विकल्प चुन सकते हैं, अर्थात् मार्कअप (लागत आधारित) या मार्जिन (बिक्री मूल्य आधारित)।

परचून की दुकान में परंपरागत रूप से 33% से 67% का मार्क-अप या 25% से 40% का मार्जिन होता है। चूंकि किराना स्टोर बड़ी मात्रा में इन्वेंट्री नहीं खरीद सकते हैं, इसलिए सलाह दी जाती है कि कम कीमतों की पेशकश न करें। हालांकि इसके साथ आपको अपने ग्राहकों को अच्छी सेवा और सुविधा पर अधिक जोर देने की जरूरत है।

10. दुकान को कैसे डेवलप करें?

मुख्य बात जिस पर आपको विचार करना है, कि इस बिजनेस को शुरू करने के लिए एक आदर्श स्थान या जगह चयन करना है। आपको यह रिसर्च करनी होगी कि आसपास और अधिक घर हैं या नहीं। अगली महत्वपूर्ण बात यह है कि आपको यह दुकान सुबह बहुत जल्दी खोलनी होगी। यानि लगभग 5 या 6 बजे और बंद होने का समय रात के 11 बजे के आसपास होगा।

बीच में जरूरत पड़ने पर आप लंच टाइम में 1 घंटे का आराम भी ले सकते हैं। चूंकि हम निवेश के रूप में 3,00,000 रुपये से शुरू कर रहे हैं, इसलिए बेहतर है कि हमारे पास कोई पार्टनर न हो। इसके बजाय हम इस दुकान को स्वयं कर्मचारी के रूप में शुरू और चला सकते हैं। यानि आप खुद ही सामान बेच सकते हैं, जो ज्यादा मुश्किल का काम नहीं है।

आपको अपनी दुकान का नाम रजिस्टर करना होगा और बैंक में एक करंट अकाउंट खुलवाना होगा। यदि आप ऐसा करते हैं, तो एक वर्ष के बाद आपको बिना किसी प्रतिभूति के बैंक से ऋण प्राप्त करने की पात्रता प्राप्त हो जाएगी। सिर्फ अपने स्टॉक को सिक्योरिटी के तौर पर रखते हुए आप बैंक से बिजनेस लोन प्राप्त कर सकते हैं।

इसलिए अगर आप 2 लाख रुपये लोन के रूप में खरीदते हैं तो आप अपने स्टॉक को दोगुना कर सकते हैं और बैंक की मदद से बहुत जल्द अपनी दुकान विकसित कर सकते हैं। हर साल आप अपनी दुकान को इस तरह सुधार सकते हैं जब भी आप अपनी दुकान को बढ़ाएँगे तो आपका लाभ भी उसी के अनुसार बढ़ेगा।

अपनी परचून की दुकान के विकास के बाद आप धीरे-धीरे अपनी दुकान के लिए कुछ लोगों को काम पर रख सकते हैं। यह एक सफल परचून की दुकान का खाका है जिसे आप एक मॉडल के रूप में ले सकते हैं और जल्द से जल्द अपनी किराने की दुकान शुरू कर सकते हैं।

11. ग्राहकों को आकर्षित करना

आप अपनी दुकान पर नए ग्राहकों को लाना चाहते हैं और मौजूदा ग्राहकों को अपनी दुकान से चिपके रहने के लिए बनाए रखना चाहते हैं। यहां मुख्य कुंजी ग्राहकों की संतुष्टि को महत्व देना है। भारतीय ग्राहक ज्यादातर कीमत के प्रति जागरूक हैं। यदि आप सर्वोत्तम मूल्य पर गुणवत्तापूर्ण सामग्री प्रदान करते हैं, तो आप निश्चित रूप से भीड़ से बाहर खड़े होंगे।

जिस तरह से आप अपने ग्राहकों के साथ व्यवहार करते हैं, वह ग्राहक आपकी बिक्री का एक बड़ा हिस्सा निर्धारित करने वाले हैं। उनके साथ विनम्र रहें और यदि उनके पास कोई प्रश्न है तो उपलब्ध रहें। ग्राहकों के बिना आप अपनी शॉप नहीं चला सकते।

कभी-कभी, नए ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए कुछ ऑफ़र लाएं। कीमतों को लेकर भी पारदर्शी रहें। अपनी दुकान में एक व्यवस्थित बिलिंग सिस्टम का उपयोग करें ताकि कीमत और गुणवत्ता के बारे में सब कुछ आपके और आपके ग्राहक के बीच पारदर्शी हो।

12. मार्केटिंग

इस बिजनेस में ब्रांडिंग और विज्ञापन बहुत जरूरी हैं। हालाँकि आपको स्थानीय रूप से विज्ञापन देना चाहिए। इसके अतिरिक्त अपने उपभोक्ताओं को सर्वोत्तम ग्राहक सेवा प्रदान करने का प्रयास करें। हमेशा ध्यान रखें कि एक संतुष्ट ग्राहक ही सबसे अच्छा विज्ञापनदाता होता है।

वर्ड-ऑफ-माउथ अभियान एक अच्छा और सुसंगत ग्राहक आधार प्राप्त करने का सबसे अच्छा तरीका है। इसके अतिरिक्त आप अपनी किराना की दुकान के व्यवसाय को बढ़ावा देने के लिए स्थानीय समाचार पत्रों और टीवी चैनलों में विज्ञापन देने पर विचार कर सकते हैं।

इस बिजनेस में आप कितने पैसे कमा सकते हैं?

kirana store business profit

इससे पहले कि आप परचून की दुकान शुरू करें, आप सोच रहे होंगे कि इसमें औसत लाभ क्या है। एक किराना की शॉप शुरू करना भारत में सबसे अधिक लाभदायक क्षेत्रों में से एक बन गया है, जिससे बड़े खुदरा विक्रेताओं को उनके पैसे के लिए एक रन मिल रहा है।

परचून स्टोर का लाभ मार्जिन उन ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है जो इसे मासिक रूप से आकर्षित करते हैं। हालांकि एक पूर्ण संख्या नहीं रखी जा सकती है, लाभ मार्जिन काफी हद तक 5% – 30% के बीच होता है। परचून की दुकान शुरू करने के लिए आपको 3 लाख रुपये का निवेश करना पड़ सकता है।

किराने की दुकान का बिजनेस लंबे समय तक चलाने में बहुत लाभदायक होता है। यदि आप एक छोटे से बाजार से शुरू करते हैं, तो यह आपको बाजार की स्थितियों का आकलन करने और विफलता की संभावना को कम करने का समय देगा। कुल मिलकर आप इस शॉप से हर महीने के 20-30 हजार रुपए आसानी से महीने के कमा सकते हैं।

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निष्कर्ष:

तो दोस्तों ये था किराने की दुकान कैसे खोलें, हम उम्मीद करते है की इस पोस्ट को पढ़ने के बाद आपको परचून स्टोर खोलने की पूरी जानकारी मिल गयी होगी.

अगर आपको हमारी पोस्ट से हेल्प मिली हो तो प्लीज इस आर्टिकल को शेयर जरुर करें ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग अपना खुद का बिजनेस शुरू कर सके.

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