80+ दिल तोड़ने वाली शायरी

आज के इस पोस्ट में हम आपके साथ दिल तोड़ने वाली शायरी शेयर करने वाले है जिसको पड़कर किसी ही लड़के या लड़की का दिल टूट जायेगा. अगर आप अपने बॉयफ्रेंड या गर्लफ्रेंड के साथ ब्रेकअप करना चाहते हो तो ये शायरी को आप उनके साथ शेयर कर सकते है.

ये सभी शायरी बहुत ही दुखी कर देने वाली है और सामने वाले का दिल बहुत ही आसानी से टूट जायेगा. कई बार रिलेशनशिप में ऐसा करना हमारी मजबूरी बन जाती है तो फिर चलिए दोस्तों बिना कोई देर करते हुए सीधे इस पोस्ट को स्टार्ट करते है.

दिल तोड़ने वाली शायरी

dil todne wali shayari

1
यह तो पता था कि तुम कभी साथ नहीं निभाओगे
पर यह पता नहीं था कि इस कदर छोड़ कर चली जाओगी
मैं तुम्हें बुलाता रहूंगा पर तुम कभी वापस नहीं आओगी।।

2
मैंने तुम्हें खुद से ज्यादा मोहब्बत की थी
मैंने तुम्हें खुद से ज्यादा प्यार किया था
तुमने तोड़ दिया मेरा दिल इस कदर
मैंने तुम्हारा हर वक्त इंतजार किया था।।

3
तुम्हें अगर जाना ही था तो पहले ही कह देती
इस तरह मुझसे प्यार का रिश्ता निभाने की जरूरत क्या थी तुमने मुझे धोखा दिया है हर दफा
मुझसे झूठा प्यार जताने की जरूरत क्या थी।।

4
अगर तुमने मुझे पहले ही सच बता दिया होता
तो आज मैं यूं मरना रहा होता
तुम्हारी हर याद मेरे दिल को चीर कर निकल जाती है
मैं आज इस कदर रोना रहा होता

5
मेरी जिंदगी में क्या रह गया है
और कौन सा खुशी का पल रह गया है
मैं अब दर्द में ही खुश रहता हूं
क्युकी मेरी जिंदगी में अब कोई भी
खुशी का पल नहीं रह गया है

6
मुझे अब कभी भी खुशी नहीं मिलती
मैं अब किसी से नहीं मिलता नहीं
लोग मुझे चले जाते हैं हमेशा छोड़कर
मैं अब किसी से मोहब्बत नहीं करता

7
मैं ऐसे ही चला जाऊंगा
मैं कभी किसी के पास नहीं आऊंगा
तुम हमेशा खुश रहना अपनी जिंदगी में
मैं तुम्हें कभी अपनी शक्ल नहीं दिखाऊंगा

8
मैंने तुम्हें कितना चाहता मैंने
तुमसे कितनी मोहब्बत की थी
मैंने तुम्हें अपना सब कुछ माना था
मैंने तुम्हारी किस कदर की इबादत की थी।।

9
जाने से पहले एक बार तू मेरे बारे में सोचा होता
तुमने मुझे कुछ तो समझा होता
तुमने मुझे इस कदर निकाल दिया अपनी जिंदगी से
तुमने मुझे कभी तो अपने दिल का हिस्सा बन गया होता

10
तुमने मुझे कभी समझा ही नहीं
मैं तुम्हें हर वक्त समझाता रह गया
मैंने तुम्हें रोकने की हर मुमकिन कोशिश की
पर मे हर बार कहीं पीछे रह गया

11
जाने वाला तो 1 दिन चला ही जाता है
उसे रोकने से कोई फायदा नहीं होता
वह अगर रुक भी जाएगा आज
तो उसके आने से कोई फायदा नहीं होता।।

12
लोग बदल जाते हैं आसानी से
पर मोहब्बत कभी बदला नहीं करती
हम तो सिर्फ करते रहते हैं उनका इंतजार आज भी
पर वही है जिसे कभी हमारी फिक्र नहीं होती

13
अब हमने मोहब्बत चलाना छोड़ दिया
अब हमने दिल का रिश्ता निभाना छोड़ दिया
वह हमारी फिक्र नहीं करते हैं अब
तो हमने भी उनकी फिक्र करना छोड़ दिया

14
दिल ऐसा ही तो टूट जाते हैं
वह फिर कभी छूट नहीं पाते हैं
लोग कहते हैं कि मैं अच्छा हूं
पर वह मेरी अच्छाई को कोई समझ नहीं पाते हैं

15
मैंने कितनी मोहब्बत की थी
उससे मैंने उससे कितना चाहा था
पर उसने तो मेरा दिल ही तोड़ा है हमेशा
जब कि मैंने उसे अपना सब कुछ माना था

16
हमें हमेशा उससे दूर दूर ही रहूंगा
मैं अब कभी भी उसके पास नहीं रहूंगा
उसने मुझे हर वक्त धोखा ही दिया है
मैं अब कभी भी उस से मोहब्बत नहीं करूंगा

17
वह चाहे अब जहां भी रहे
मुझे उससे कोई मतलब नहीं है
मुझे अब उसकी कोई जरूरत नहीं है
मैं अपनी दुनिया में खुश रहता हूं
मुझे उसके आने जाने की कोई फिक्र नहीं है

18
मैं अब उसकी फिक्र नहीं करता हूं
मैं अब उसका कभी जिक्र नहीं करता हूं
वह रहती है हमेशा खुश हो खुश रहना
मैं उसे कभी दुखी नहीं करता हूं

19
मैं आपसे तुम्हारी जिंदगी में कोई दखल अंदाजी नहीं करूंगा
मैं अब कभी तुमसे मोहब्बत या प्यार का वादा नहीं करूंगा
हर वादा झूठा निकला है तुम्हारा
तो मैं भी तुमसे कोई वफा नहीं करूंगा।।

20
तुमने मेरी वफा का बदला किस तरह दिया है
मैं जानता हूं तुमने प्यार के बदले मुझे सिर्फ दर्द दिया है
फिर भी मेरे दिल से कभी तुम्हारे लिए बद्दुआ नहीं निकली क्योंकि मैं अपनी मोहब्बत को सच्ची मानता हूं।।

21
मैंने तुम्हारे लिए क्या किया है
वह मैं अब तुम्हें कभी नहीं बताऊंगा
मैंने जो भी किया है वह मोहब्बत में किया है
मैं कभी उसका तुम पर कोई एहसान नहीं जा पाऊंगा

22
तुमने तो मुझ पर बहुत एहसान किए हैं
फिर मेरे ऊपर एक एहसान कर देना
अगर मैं मर भी जाऊं तुम्हारी याद में
तो तुम मुझे फिर खुद से दूर कर देना

23
तुम हमेशा रहती हो अपनी यादों में
तुम हमेशा अपने ख्वाबों में रहती हो
मैं ही हूं एक पागल जो तुम्हारा इंतजार करता हूं
तुम तो अपने किसी और आशिक के साथ रहती हो

24
मैं अब किसी का भी हो नहीं सकता
मैं तुम्हारे अलावा किसी से प्यार कर नहीं सकता
पर मै तुमसे मोहब्बत की भीख और मांग नहीं सकता
और मैं इससे ज्यादा प्यार में सर झुका नहीं सकता।।

25
इस तरह तुम मुझे छोड़ कर चली जाओगी
मैंने कभी सोचा नहीं था
तुम मेरा दिल तोड़ कर चली जाओगी मैंने सोचा नहीं था
पर अक्सर वही होता है जो हम सोचते नहीं है
जिसे करते हैं दिल से प्यार वह हमारे होते नहीं हैं

26
कौन मेरा है कौन पराया है पता चल ही जाता है
छोड़कर जाने वाला फिर कभी वापस नहीं आता है
हम उसे कितनी भी बुलाने की कोशिश कर ले
वह हमें छोड़ कर चला ही जाता है

27
मुझे आप किसी से मोहब्बत वफा और रिश्ता नहीं रखना
मुझे अब किसी से प्यार का कोई झूठा नाता नहीं रखना
हर कोई निकला है यहां मतलबी
मुझे अब किसी से कोई वास्ता नहीं रखना

28
इस मतलब की दुनिया से अब दूर रहता हूं
मैं अब किसी के पास नहीं रहता
मैं अब मोहब्बत नहीं करता किसी से
मैं अब किसी के इंतजार में नहीं रहता

29
एक बार तो मुझे बता दिया होता
एक बार तो मुझे रिप्लाई दिया होता
अगर तुम्हें मेरे साथ रहना नहीं था
तो एक बार मुझे दूर कर दिया होता

30
उसने मुझे खुद से दूर किया है
उसने मुझे खुद से दूर जाने पर मजबूर किया है
मैंने उसका इंतजार कितना किया है मैं जानता हूं
पर उसने मुझसे कभी प्यार नहीं किया है

31
हर सफर मेरा ऐसे ही निकल जाएगा
मेरा जिंदगी ऐसे ही दुख में पड़ जाएगा
पर मैं किसी के सामने कभी सर नहीं छुपाऊंगा
यह मुर्शिद मरते दम तक उसे अपना मुंह नहीं दिखाऊंगा

32
क्या सफर क्या मोहब्बत और क्या जिंदगी है
अब मुझे किसी से कोई नहीं दिल लगी है
मैं अब रहता हूं अपने ही खयालों में खुश
मुझे अब किसी से कोई मोहब्बत नहीं करनी है

33
मुझे अब क्या करना है किसी से मोहब्बत करके
मुझे अब क्या करना है किसी से दिल्लगी करके
मैं तो खुश रहता हूं अपने ख्यालों में
मुझे अब क्या करना है किसी को अपना बना कर

34
1 दिन हम भी सब को छोड़कर चले जाएंगे
फिर हम किसी के पास नहीं आएंगे
हम भी नहीं करेंगे किसी से मोहब्बत
और किसी को अपना चेहरा नहीं दिखाएंगे

35
हमने तुम्हारे लिए सब कुछ किया है
हमने तुम्हारे लिए खुदा से भी अरदास किया है
पर तुम तो हमें कुछ नहीं समझती हो
तभी तो तुमने हमारे साथ धोखा किया है

36
इस दूरी को शायद मैं सह नहीं पाऊंगा
हमने उसके बिना रह नहीं पाऊंगा
पर मैं उसके पास अब जाना भी नहीं चाहता
चाहे में जीते जी मर जाऊंगा

37
मैं नहीं रोना मंजूर किया है
इश्क में पर मैंने कभी किसी के सामने सर नहीं झुकाया
वह रहा अपने गुरूर में तो ठीक है
मैंने भी उसे कभी वापस अपने पास नहीं बुलाया

38
मैं भी हम उसे कभी अपने पास बुलाना नहीं चाहता
मैं उसे से अपनी मोहब्बत दिखाना नहीं चाहता
मैं नहीं करता हूं उससे प्यार
यह मैं उससे हजार दफा कह सकता हूं
पर मैं उसका दिल आज भी दुखाना नहीं चाहता

39
जो तुम मुझे छोड़ कर चली गई
पर मैं आज भी उसे याद करता हूं
वह भले ही मुझे याद ना करें
आज भी पढ़ने उसके लिए आज भी दुआ करता

40
मेरे ख्यालों में तो वह हमेशा रहती है
मेरी दुआओं में वह हमेशा रहती है मैं
उसका इंतजार करता रहता हूं कि वह आएगी एक दिन
वह मेरे दिल में हमेशा रहती है

41
मैं उसे कभी अपने दिल से निकाल नहीं पाया
मैं कभी उसे अपने दिल से दूर कर नहीं पाया
एक वो है कि मुझे छोड़ कर चली गई और भूल गई
मैं उसे आज तक कभी भूल नहीं पाया

42
मैं अब कभी मुझसे भूल पाऊंगा भी नहीं
मैं अब कभी उसे अपनी शक्ल दिखा पाऊंगा भी नहीं
मैं अपनी नजरों में खुद गिर चुका हूं
अब मैं उससे कभी मोहब्बत निभाऊंगा भी नहीं

43
मुझे मोहब्बत करना नहीं आता
मुझे प्यार में किसी के सामने झुकना नहीं आता
मैं अपनी जिंदगी में खुश रहता हूं
मुझे अब किसी से दिल्लगी करना नहीं आता।।

44
मैं किसी से प्यार नहीं करता
मैं किसी का इंतजार नहीं करता
मैं तो खुश रहता हूं आप अपनी मस्ती में
मैं अब किसी से वफा नहीं करता

45
मुझे वफ़ा और मोहब्बत करके क्या मिला है
लोगों ने मुझे हमेशा धोखा दिया है
मैंने हमेशा मोहब्बत की है सबसे
वह सब तुम मुझे हमेशा गलत कहा है।।

46
हर बार में ही सबकी नजरों में गलत होता हूं
हर बार में ही सबकी नजरों में बुरा होता हूं
लोग कहते हैं कि मैं बुरा हूं तो बुरा ही सही
मगर मैं हर बार सब से दूर होता हूं।।

47
अब वह मुझसे दूर रहें मैं तो यही चाहता हूं
मैं उसे अपने पास बुलाना नहीं चाहता हूं
वह चाहे किसी से भी मोहब्बत करें
मुझे फर्क नहीं पड़ता मैं उसे अपने दिल में
उसकी जगह दिखाना नहीं चाहता हूं

48
मैंने उसे बहुत मनाया है
मैंने उससे बहुत मोहब्बत किया है
मैं हमेशा उसे अपना मानता हूं
मैंने उससे ही सच्चा प्यार किया है

49
वो अपनी जिंदगी में खुश रहती है
वह अपने लोगों के साथ आवाज रहती है
मैं ही हूं एक जो हमेशा दुख में रहता हूं
वह तो हमेशा अपनी मस्ती में रहती है

50
इस दुनिया में कोई किसी का नहीं होता
कोई यहां पर किसी का सगा नहीं होता
लोग आसानी से चले जाते हैं एक दूसरे को छोड़कर
यहां पर कोई किसी का अपना नहीं होता

51
तुम यहां पर किसी को कभी अपना मत समझना
तुम यहां पर किसी को कभी अपना दिल मत देना
लोग उसे कुचल कर चले जाएंगे
तुम कभी किसी पर यकीन मत करना

52
किसी पर यकीन करना तुम्हारी
सबसे बड़ी गलती हो सकती है
किसी से प्यार करना तुम्हारी सबसे बड़ी भूल हो सकती है इसीलिए दूर रहना तुम ऐसे लोगों से
क्योंकि मोहब्बत में कभी कभी दर्द की इंतहा हो सकती है

53
मेरे जितना दर्द शायद तुम सह नहीं पाओगे
तुम मोहब्बत कर लूंगी उससे तो फिर दूर रह नहीं पाओगे
जिस से अच्छा है अकेले ही रहो अपनी दुनिया में
क्योंकि तुम सिर्फ अभी उसे भुला नहीं पाओगे।

54
उसे भूल जाना शायद तुम्हारे बस में नहीं होगा
उससे मोहब्बत करना और निभाना तुम्हारे बस में नहीं होगा
तुम चाहोगे उससे प्यार करना
पर उससे प्यार करना तुम्हारे बस में नहीं होगा

55
तुमने क्या सोचा था तुम मुझसे इतनी आसानी से भूल जाओगी तुमने क्या सोचा था तुम मुझसे इतनी आसानी से जाने दोगे
अरे वह याद है तुम्हारी मोहब्बत लौट कर वापस आएगी
तुम उसे कभी भुला नहीं सकते वह तुम्हें बर्बाद कर जाएगी

56
तुम मोहब्बत से दूर ही रहो तो अच्छा है
तुम लोगों से दूर ही रहो तो अच्छा है
क्योंकि यहां पर दिल टूट जाते हैं अक्सर
तुम इन दिल तोड़ने वालों से दूर ही रहो तो अच्छा है

57
यहां पर लोग कभी एक-दूसरे के नहीं होते
यहां पर लोग किसी से मोहब्बत नहीं करते
हमेशा अपने बारे में सोचते हैं
यहां पर कौन किसी से वफा नहीं करते

58
अगर तुम इस दुनिया में वफ़ा ढूंढने निकले हो
तो फिर तुम अंधेरे में चिराग ढूंढने निकले हो
तुम्हें कुछ भी नहीं मिलेगा इस दुनिया में
तुम सिर्फ और सिर्फ रात ढूंढने निकले हो

59
तुम्हारी जिंदगी ऐसे ही पूछा जाए
प्रभु तुम्हारे पास कभी वापस नहीं आएगी
जाने वाला लौट कर कभी वापस नहीं आ सकता
वह भी तुम्हें एक दिन ऐसे ही भूल जाएगी

60
उसकी जिंदगी का एक सितारा था मैं
वह मुझे हमेशा अपना बुलाती थी
उसके लिए सबसे ज्यादा प्यारा था मैं
पर उसने मेरे बारे में एक बार भी नहीं सोचा
शायद उसके लिए एक खिलौना था मैं

61
मेरी जिंदगी के कुछ हसीन लम्हे हैं
जिन्हें में सिर्फ उसके साथ बिताना चाहता था
मैं सिर्फ उससे प्यार करता था
उससे ही मोहब्बत करना चाहता था
उसने जब मेरा दिल तोड़ दिया तो
फिर मैने भी उसे छोड़ दिया

62
मैं अब उसे छोड़ चुका हूं
मैं उसके साथ रिश्ता तोड़ चुका हूं
और खुश रहेंगे अपनी जिंदगी में अपने साथियों के साथ
मैं अब उसे कब का अकेला छोड़ चुका हूं

63
मैंने उसे हर बार तो मनाया है
मैंने उसे हर बात को अपने पास बुलाया है
वह उसने मेरे बारे में एक बार भी नहीं सोचा
जब कि मैंने उसे मोहब्बत में अपना सब कुछ दिया है

64
यह मोहब्बत इतनी आसान नहीं होती
हर किसी को नहीं मिलती है हर किसी के पास नहीं होती
इसमें दर्द बहुत ज्यादा मिलता है हमें
हर किसी के हिस्से में नहीं होती

65
मेरे हिस्से में क्या आया है मोहब्बत तो नहीं मिली मुझे
पर मेरे हिस्से में प्यार भी नहीं आया है
लोग मुझे छोड़ कर चले जाते हैं
हर बार मेरे हिस्से में कोई और भी नहीं आया है

66
मैं नहीं आप सबसे रिश्ते निभाना छोड़ दिया
दिल जबसे टूट है मेरा तो फिर मैंने उसे छोड़ना छोड़ दिया
अब टूटे दिल से क्यों किसी से मोहब्बत करनी
इसीलिए मैंने लोगों से मिलना जुलना छोड़ दिया

67
आप लोगों से मिलने में राइट जा रहा है
अब किसी से बात करने का कोई फायदा क्या है
मैं तो सब से दूर हूं और दूर जाना चाहता हूं
मुझे अब इस मोहब्बत में कवायत क्या है

68
कोई शायद मेरे पास रह नहीं पाए ना
क्योंकि मेरी किस्मत में लिखा है
हर कोई मुझे छोड़कर चला जाएगा
कुसूर तेरा भी कुछ नहीं है इसमें
मेरी किस्मत ही ऐसी है
हर कोई मेरी मोहब्बत को अमजमयगा

69
यह में जो भी लिख रहा हूं तेरा ही दिया हुआ है सब
इसीलिए लिख रहा हूं
मोहब्बत भी तुझसे इसीलिए लिख रहा हूं
मेरे इश्क की एक कलम टूट गई थी
मैं उसी की है दास्तां लिख रहा हूं

70
मोहब्बत ऐसे ही नहीं की जाती है
किसी से इश्क ऐसे ही नहीं निभाया जाता है
लोग हमें आसानी से छोड़ कर चले जाते हैं
किसी से मोहब्बत का रिश्ता ऐसे ही नहीं बनाया जाता है

71
लोग क्या कहते हैं मुझे फर्क नहीं पड़ता
मुझे अब किसी से कोई मतलब नहीं पड़ता
मैं अपनी जिंदगी में खुश हूं अपने साथ
मुझे अब किसी से कोई वास्ता नहीं पड़ता

72
मैंने अब सबको छोड़ दिया है
मैंने आप सब से रिश्ता तोड़ दिया है
मैं किसी का नहीं होना चाहता हूं इस दुनिया में
मैंने सब को धीरे धीरे प्यार के पीछे छोड़ दिया

73
मैं अब किसी से मोहब्बत कर ले भी लूंगा तो क्या होगा
मैं अब किसी से प्यार कर भी लूंगा तो क्या हुआ
मैं उसका हो नहीं सकता
मे उसका इंतजार कर लूंगा तो क्या होगा

74
उसको अभी तक मेरी याद नहीं आई है
उसको अभी तक मेरी मोहब्बत पर वफा नहीं आई है
वह हमेशा बात करते हैं किसी और की
उसे कभी भी मेरी मोहब्बत रास नहीं आई है

75
अब क्या यह इश्क मोहब्बत में झूठे वादे करना चाहिए
किसी से मोहब्बत करना मेरी किस्मत में लिखा है
अगर टूट कर बिखर जाना है
तो फिर क्या आप किसी से वफा करना चाहिए

76
हमें किसी के साथ रहना नहीं चाहता
अब मैं किसी से मोहब्बत करना नहीं चाहता
वह चाहे किसी के भी साथ रहे मुझे मतलब नहीं
मैं अब उसकी शक्ल कभी देखना नहीं चाहता

77
तीन अक्षर मोहब्बत में ऐसे ही टूट जाते हैं
लोग आते हैं हमारे पास और फिर छोड़ कर चले जाते हैं
हमने नहीं बुलाया था तभी उन्हें अपने पास
और खुदा मैं अपनी आदत बनाते हैं

78
हमने किसी से प्यार नहीं किया
हमने फिर किसी पर ऐतबार नहीं किया
वह चला गया हमें छोड़कर एक बार फिर
हमने किसी पर विश्वास नहीं किया

79
मुझे अब किसी पर विश्वास नहीं होता
मुझे अब किसी से प्यार नहीं होता
मैं तो आप अपने साथ ही खुश रहता हूं हमेशा
मुझे अब किसी का इंतजार नहीं होता

80
मैं अब नहीं चाहता कि कोई मुझसे प्यार करें
मैं नहीं चाहता कि कोई मैं इंतजार करें
मैं अपनी दुनिया में खुश रहा करता हूं
मैं नहीं चाहता कोई मेरे पास आए और मुझसे बात करें

81
मैं तो अब किसी से बात करना भी नहीं चाहता
मैं तो अब किसी का होकर रहना भी नहीं चाहता
मुझे नहीं है मतलब अब किसी से भी
मैं अब किसी से वफ़ा और मोहब्बत का
रिश्ता रखना नहीं चाहता

82
मैंने सब कुछ तो करके देख लिया है
मैंने सब कुछ आजमा कर देख लिया है
लोगों ने हमेशा मुझे धोखा ही दिया है
मैंने उनके लिए सब कुछ कर के देख लिया है

83
आप कोई मुझे छोड़कर चला जाए मुझे गम नहीं होता
अब मुझे किसी से मोहब्बत राम-राम नहीं होता
मैं अब किसी को कुछ नहीं समझता
मेरे सामने मेरे दिल में अब दर्द नहीं होता

84
दिल में दर्द इतना बढ़ चुका था
फिर मैं हर हद से गुजर चुका था
मुझे नहीं मिला फिर कोई रास्ते में मेरे जैसा
मैं फिर उसी रास्ते पर वापस मुड़ गया था

85
मुझे आप किसी के पास नहीं जाना है
मुझे अब किसी के साथ नहीं रहना है
मैं अकेला ही खुश रहता हूं
अपनी दुनिया में मुझे अब किसी से मोहब्बत नहीं करना है

86
शायद मैं एक ही बात बार-बार कहता हूं
मैं मोहब्बत में अपने आपको पागल कहता हूं
मैंने उससे इश्क किया था मांगता हूं
मैं पर मैं अपने आप को सबसे बड़ा बेवकूफ करता हूं

87
मैंने गलती करती है वह हमने फिर नहीं करूंगा
मैं अब उससे दोबारा मोहब्बत करने की जरूरत नहीं करूंगा वह अपनी जिंदगी में खुश रहे मैं तो यही चाहता हूं
मैं अब उससे कभी मिलने की कोशिश नहीं करूंगा

88
मैंने सुना है कोशिश कामयाब हो जाती है
मैंने सुना है दुआ मांगने से कुबूल हो जाती है
वह आ जाए मेरे पास तो अच्छा है
वरना फिर मेरी जिंदगी तो बर्बाद हो जाती

89
मेरी जिंदगी तो कब की बर्बाद हो चुकी है
मेरा साथ छोड़कर जाने वालों की आबाद हो चुकी है
मैं ही करता रहता हूं हुकुम का इंतजार हमेशा
उनकी तो हर दफा मोज हो चुकी है

80
मैंने उसे क्या माना था वो क्या निकली
उसे अपनी जान माना था
पर वह तो कुछ और ही निकली
मैंने उस पर यकीन किया था हद से ज्यादा
पर वह तो मेरे यकीन के काबिल ही नहीं निकली

81
मेरी तरह ही उसने मुझे भी धोखा दिया है
मैंने भी नहीं किया था उससे इश्क
और उसने भी मुझसे इश्क नहीं किया है
हम दोनों ही एक दूसरे को छोड़कर चले गए थे
हमने कभी एक दूसरे से मोहब्बत नहीं किया है

82
हमेशा मुझसे झूठ बोलती थी
मुझसे प्यार नहीं करती यह सच बोलती थी
मैं उसके झूठ को सच मानकर उस पर यकीन करता रहा
पर वह सच में झूठ मिलाकर हमेशा झूठ बोलती थी

83
उसके झूठ से अब मुझे इस तरह नफरत हो गई है
अब मुझे उसे छोड़कर जाने की जरूरत महसूस हो गई है
हमने उसके साथ एक पल भी रहना नहीं चाहता
मुझे अब मुझसे इतनी नफरत हो गई है

84
हर तरफ सिर्फ उसका ही चेहरा आता है
हर तरफ मुझे सिर्फ वही दिखाई देती है
मैं कभी उसका इंतजार नहीं करता हूं
हमेशा मुझे अपने पास दिखाई देती है

90
मैंने कभी उसे अपना माना था
मैंने कभी उसे दिल से ज्यादा चाहा था
मुझे क्या पता था वही तुम मुझे छोड़ कर चली जाएगी
जब मैंने उसे अपनी मोहब्बत माना था

91
अब उससे क्या मोहब्बत रखी है
उससे क्या वफा रखनी अगर उसने छोड़ दिया है जब मुझे तो फिर उससे क्या वफा की उम्मीद रखना

92
मैं किसी से उम्मीद नहीं रखता
मैं अब किसी को अपने पास नहीं रखता
दिल में जरा नहीं देता मैं किसी को
क्योंकि मैं खुद अपनी बर्बादी का सामान नहीं रखता

93
खुद की बर्बादी तुम खुद अपने हाथों से करते हो
मोहब्बत करते हो तुम खुद और खुद उस में पड़ जाते हो
फिर होते रहते हो जिंदगी भर
और आसानी से उस से निकल नहीं पाते हो

94
कभी किसी से मोहब्बत ना हो तो याद रखना
उस इश्क में कभी पागल मत होना
हमेशा खुद को याद रखना
अपनी इज्जत का भी उसके सामने गिरी मत रखना
और कभी मोहब्बत में उसको खुदा मत करना

95
जिस जिस ने मोहब्बत को उसको खुदा कर दिया
फिर खुदा ने उन दोनों को जुदा कर दिया
उनकी मोहब्बत कभी भी मुकम्मल नहीं होती
किसी की अगर किसी ने इश्क किया है
तो फिर जमाने वालों ने उसे दूर कर दिया

96
आजकल मोहब्बत किसी को समझ में नहीं आती
सबको झूठ की परवाह होती है
सच किसी को समझ में नहीं आता
हर कोई चाहता है सिर्फ और सिर्फ अपनी भलाई
किसी को दूसरे का दुख समझ में नहीं आता

97
मुझे भी अब किसी दूसरे का दुख नहीं समझना है
मुझे भी अब किसी से मोहब्बत रखना नहीं है
वह अपनी जिंदगी में खुश रहे तो अच्छा है
मुझे अब उससे कोई गिला शिकवा नहीं रखना है

98
नहीं हमेशा उसे चाहा हमेशा उसे अपना माना है
मैंने उसे अपना खुदा और अपना सब कुछ माना है
वह मुझे छोड़कर चले भी चाहे तो मुझे कोई ग़म नहीं है
उनकी मैंने हमेशा उसे अपनी जान से ज्यादा माना है

99
हर तरफ सिर्फ मैं उसको ही सोचा करता हूं
मैं हमेशा खुश ही प्यार मोहब्बत किया करता हूं
मैंने उसे ही अपना सब कुछ माना था मुर्शीद
उसे ही जब ख्वाबों में देखा करता हूं

100
इस तरह मेरा दिल टूट जाएगा
मैंने कभी नहीं सोचा था
वह मुझे छोड़कर चला जाएगा मैंने कभी नहीं सोचा था
मैंने तो हमेशा उससे प्यार किया था
मैंने कभी इश्क में अपने आप को बर्बाद नहीं किया था।।

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निष्कर्ष:

तो ये थे कुछ बहुत ही अच्छे दिल तोड़ने वाली शायरी का कलेक्शन, हम उम्मीद करते है की आपको ये सभी शायरी पसंद आई होगी. अगर आपको ये शायरी अच्छी लगी हो तो उसको आप जरुर शेयर करे.

इसके अलावा अगर आपके पास और कोई दिल तोड़ने वाली शायरी है तो उसको हमारे साथ कमेंट में जरुर शेयर करे और हम उसको अपनी इस पोस्ट में शामिल जरुर करेंगे धन्येवाद.

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