1. लिखने वाले एक एहसान लिख दे,
मेरे यार की तकदीर में उसका प्यार लिख दे,
ना मिले कभी दर्द उसे प्यार में,
तू चाहे तो मेरे तकदीर में हजारो गम लिख दे
2. दिल लगाना छोड़ किया हमने,
आंसू बहाना छोड़ किया हमने,
बहुत खा चुके धोखे प्यार में,
मुस्कुराना इसलिए हमने छोड़ किया.
3. कुछ लोग पीते है गम भुलाने को,
कुछ लोग पीते है कोई और गम भुलाने को,
पर ए दोस्त ये क्या,
हम तो माहौल न मिलने के गम में पीते है.
4. तेरी आँखों से यु तो सागर भी पिए है मैंने,
तुझे क्या खबर जुदाई के दिन कैसे जिए है मैंने.
5. गम तुम लाते हो जिंदगी में हमारे,
वो जख्म आने ही नहीं देती,
ख़ुशी को तो एक पल में बिखेर देते हो तुम हमारी,
वो तो ख़ुशी को जाने ही नहीं देती,
होश में ला-ला कर तुम होश उडाती हो हमारे,
वो शराब तो होश में आने ही नहीं देती.
6. पीते थे शराब हम,
उसने quit करवा दिया कसम देकर,
महफ़िल में गए थे हम,
यारों ने फिर जाम थमा दिया उसकी कसम देकर
7. हर बात का कोई जवाब नहीं होता,
हर इश्क का नाम ख़राब नहीं होता.
यु तो झूम लेते है नशे में पीने वाले,
मगर हर नशे का नाम शराब नहीं होता.
8. पी है शराब हर गली की दुकान से,
दोस्ती सी हो गयी है शराब की जाम से,
गुजरे है हम कुछ ऐसे मुकाम से,
की ऑंखें भर आती है मोहब्बत के नाम से.
9. पीने पिलाने की क्या बात करते हो,
कभी हम भी पिया करते थे,
जितनी तुम जाम में लिए बैठे हो,
उतनी हम पैमाने में छोड़ दिया करते थे
10. तुम हसीन हो गुलाब जैसी हो,
बहुत नाजुक हो खाव्ब जैसी हो,
दिल की धड़कन में आग लगाती हो,
होंठो से लगाकर पी जाऊ तुम्हे,
सर से पैर तक शराब जैसी हो.
11. यारो की महफ़िल ऐसे जमाई जाती है,
खोलने से पहले बोतल हिलाई जाती है,
फिर आवाज लगाई जाती है,
आ जाओ टूटे दिल वालो,
यहाँ दर्द ए दिल की दवा पिलाई जाती है.
12. हमेशा याद आती है उनकी,
और मूड हो जाता है ख़राब,
तब हमेशा लेकर बैठे है हम,
एक हाथ में कलम और एक हाथ में शराब.
13. दर्द की महफ़िल में एक शेर हम भी अर्ज़ किया करते है,
ना किसी से मरहम ना दुआओं की उम्मीद किया करते है,
कई चेहरे लेकर लोग यहाँ जिया करते है,
हम इन आंसुओ को एक चेहरे के लि पीया करते है.
14. नशा हम करते है,
इल्जाम शराब को दिया जाता है,
मगर इल्जाम शराब का नहीं उनका है,
जिनका चेहरा हमे हर जाम में नजर आता है.
15. कभी आंसू कभी ख़ुशी देखि,
हमने अक्सर मज़बूरी और बेकसी देखि,
उनकी नाराजगी को हम क्या समझे,
हमने खुद अपनी तकदीर की बेबसी देखि.
16. खुशियों से नाराज है मेरी जिंदगी,
प्यार की मोहताज है मेरी जिंदगी,
हंस लेता हु लोगो को दिखाने के लिए,
वरना दर्द की किताब है मेरी जिंदगी.
17. दिल पे जब से शराब का पहरा लग गया,
गम के अंदर आने का रास्ता बंद हो गया,
जुबान ने जब से शराब को छु लिया,
उसका नाम हमेशा के लिए में भूल गया.
18. एक जहान माँगा था जिसमे बहुत सारा प्यार मिले,
मगर दे दिया महखाना जहाँ बहुत सारी शराब थी,
एक कंधा माँगा था जिसका मुझे सहारा मिले,
मगर दे दी जिंदगी जहाँ दुनिया भर की तनहाई थी.
19. में थोड़ी लेता अगर गुलाब होती,
में जवाब बनता अगर सवाल होती,
सब जानते है में नशा नहीं करता,
पर पी लेता अगर शराब होती.
20. हो चुकी मुलाकात अभी सलाम बाकी है,
तुम्हारे नाम की दो घूँट शराब अभी बाकी है,
तुमको मुबारक हो खुशियों का शामयाना,
मेरे नसीब में अभी दो गज जमीन अभी बाकी है.
21. मेरी कब्र पे गुलाब मत लेके आना,
ना ही हाथों में कोई चिराग लेके आना,
प्यासा हु में बरसो से जानम,
बोतल शराब की और एक गिलास लेके आना.
22. लोगों ने कहा की में शराबी हु,
मैंने कहा उन्हों ने आँखों से पिलाई है,
लोगो ने कहा की में आशिक हु,
मैंने कहा आशिकी उन्हों ने सिखाई है,
लोगो ने कहा तू शायर दीवाना है,
मैंने कहा उनकी मोहब्बत रंग लाई है.
23. एक बेवफा से करके प्यार पाहता रहा हु में,
अपने इए की सजा पा रहा हु में,
मुझे आती नहीं है नींद उसकी याद में,
इसलिए जाम शराब के पिए जा रहा हु में.
24. कुछ नशा आपकी बात का है,
कुछ नशा धीमी बरसात का है,
हमे आप युही शराबी मत कहिये,
ये दिल पर असर आपसे पहली मुलाक़ात का है.
25. कभी ख़ुशी पिलाती है कभी गम,
कभी विस्की पते है तो कभी रम,
पिला देती है उसकी यादें और तन्हाई,
बदनाम होते है बस बोतल और हम.
26. पी है शराब हर गली हर महखाने में,
दोस्ती सी हो गयी है शराब के जाम से,
गुजरे है हम कुछ ऐसे मुकाम से,
की नफरत सी हो गयी है मोहब्बत के नाम से.
27. गम इस कदर मिला की घबरा के पी गया,
थोड़ी ख़ुशी सी मिली की मिला के पी गया,
यु तो ना थे हम पीने के आदि,
शराब को तन्हा देखा तो तरस खा के पी गए.
28. मौत जब सामने आती है तो जी लेता हु,
जख्म मुह खोलने लगते है तो सी लेता हु,
मुझको मालूम है मस्ती की हकीक़त,
लेकिन जोश जब हद से गुजरता है तो थोड़ी सी पी लेता हु.
29. पी के रात को उसको हम भुलाने लगे,
शराब में गम को घोलकर पीने लगे,
यह दारु भी कमबख्त बेवफा निकली,
नशे में वो और याद आने लगे.
30. साकी से कह दो की मुझमे अब वो बात ना रही,
जब से निगाहों से पी है बोतल की याद ना रही,
बेहोश कौन करता है ये तो वक़्त ही बताएगा,
पर जाम में अब उनकी निगाहों की कायानत ना रही.
31. पिलाना फर्ज था तो कुछ भी पिला दिया होता,
शराब कम थी तो पानी मिला दिया होता,
अगर जुबान पे शर्म ओ हया का फेरा था,
तो मुस्कुरा कर सर ही हिला दिया होता.
32. जाम कडवा है मगर इतना भी नहीं की पीया ना जाये,
जिंदगी में दर्द है मगर इतना भी नहीं की जीया ना जाये,
माना की sms पर चार्ज है मगर इतना भी नहीं की किया ना जाये.
33. दिल की किताब का पन्ना चुरा के गया कोई,
नींद आँखों से उड़ा ले गया कोई,
पीने की आदत नहीं थी हमे,
जाम निगाहों से पिला गया कोई.
34. मेरा सहारा तो शराब का प्याला है,
जख्मो ने मुझे दर्द देकर पाला है,
ठोकर मारकर गिराया ख़ुशी ने मुझे,
तो हाथ बढाकर गमो ने संभाला है.
35. नशे में भी तेरा नाम लब पर आता है,
चलते हुए मेरा पाव लडखडाता है,
तूफान सा दिल में उठता है मेरे,
हसीन चेहरे पर भी दाग नजर आता है.
36. वो गम ही क्या जिसमे रम ना हो,
वो रम ही क्या जिसमे दम ना हो,
वो दम ही क्या जिसमे हम ना हो,
वो हम ही क्या जिसमे तुम्हारा साथ ना हो.
37. ये दिल शराबी है,
हर कदम पर मचल जाता है,
तुम गए जो छोड़ के मुझे तो गम नहीं,
ये रोज नए मैखाने से दिल बहला लेता है.
38. हमको मोहब्बत की सचाई मार डालेगी,
हमको तो मोहब्बत की गहराई मार डालेगी,
कर के मोहब्बत कोई नहीं बचेगा दोस्तों,
लड़को को जुदाई में जालिम शराब मार डालेगी.
39. जाम में अफ़साने धुंडते है हम लोग,
लम्हों में ज़माने धुंडते है हम लोग,
तू ज़हर दे दे शराब कह कर साथी,
अब तो मरने के बहाने धुनते है हम लोग.
40. शराबी इल्जाम शराब को देता है,
आशिक भी इल्जाम शबाब को देता है,
कोई नहीं करता, कबूल अपनी भूल को,
कांटा भी इल्जाम गुलाब को देता है.
41. नशा मोहब्बत का हो या शराब का,
होश दोनों में खो जाते है,
फर्क सिर्फ इतना है के शराब सुला देती है,
लेकिन मोहब्बत रुला देती है.
42. मेरी कब्र पे मत गुलाब लेकर आना,
ना ही हाथो में चिराग लेकर आना,
प्यासा हु में जमाने से बस एक बोतल शराब की और एक गिलास लेकर आना.
43. जिसे कोयल समझा वो कौवा निकला,
दोस्ती के नाम पर हौवा निकला,
जो रोका करते थे हमे शराब पीने से,
साला आज उसी की जेब से ही पवुआ निकला.
44. नशा जरुरी है जिंदगी के लिए,
पर सिर्फ शराब ही नहीं है बेखुदी के लिए,
किसी की मस्त निगाहों में डूब जा ए दोस्त,
बड़ा हसीन समुन्दर है खुदखुशी के लिए.
45. कुछ नशा तो आपकी बात का है,
कुछ नशा तो धीमी बरसात का है,
हमें आप युही शराबी ना कहिये,
ये दिल पर असर तो आपसे मुलाक़ात का है
46. फिर आंसुओ के कुछ फ़साने निकले,
मैखाने से शराब के पैमाने निकले,
जो दिल के हाल को समझ ना पाया,
उनको हम अपने जख्म दिखाने निकले.
47. जमाना कुछ भी कहे उसका एहतेराम ना कर,
जिसे ज़मीर ना माने उसे सलाम ना कर,
शराब पीकर बहकना है अगर तो ना पी,
हलाल चीज को इस तरह से हराम ना कर.
48. हम लाख अच्छे सही पर लोग ख़राब कहते है,
बिगड़ा हुआ हमको वो नवाब कहते है,
हम तो ऐसे बदनाम हो गए है,
की पानी भी पीये तो लोग उसे शराब कहते है.
49. रौशनी करता हु अँधेरा मिटाने के लिए,
शराब पीता हु में तुझको भुलाने के लिए,
क्यों ना बन सकी तुम मेरी जिंदगी की महबूबा,
आज भी रोता हु में गुजरे जमाने के लिए.
50. नशे में जीने का मजा आता है,
उनकी आँखों से पीने का मजा आता है,
शराब की बोतल की तरह लगती है वो,
उसे पूरी पी जाने को जी चाहता है.
51. जख्म हस कर गुलाब हो जाते,
और फिर लाजवाब हो जाते,
तेरा दामान ना मिल सका मुझे,
वरना मेरे आंसू कब के शराब हो जाते.
52. देवदास की तरह जान मत दो यारो
प्यार को लात मारो
मेरी बात मानो
ना चंद्रमुखी ना पारो
रोज़ रात एक स्ट्रॉंग बियर मारो और
चैन से ज़िंदगी गुजारो.