70+ बॉयफ्रेंड गर्लफ्रेंड के लिए प्यार भरी शायरी | Pyar Bhari Shayari in Hindi

pyar bhari shayari

1

हर वक्त तेरा ही ख्याल रहता है
तेरा ही चहेरा याद रहता है
कोई मुझसे पूछे कुछ भी
तेरा ही नाम जुबां पर रहता है।।

2
हर घड़ी तेरी रहा देखता हूं
मै सिर्फ तुझे ही ख्यालों में देखता हूं
तेरे बिना कुछ नहीं हूं मै
तुझे ही अपना हमसफर देखता हूं।।

3
तेरी यादें मेरे दिल मै इस कदर छाई है
जैसे कोई चांदनी चांद से मिलने आई है
मेरे दिल का रोशन चिराग है तू
तेरे आने से मुझमें जिंदगी आई है।।

4
तेरी यादों को ही सहारा बना लिया
तू ना मिली तो सिरहाने को ही किनारा बना लिया
दूर जाने से प्यार कम नहीं होता
हमने तो तुझे ख्वाबों में भी अपना बना लिया।।

5
मेरी मोहब्बत हो तुम मेरे दिल का टुकड़ा हो तुम
जिसके होने से जिंदगी है मुझमें
वो अंधेरे मै प्रकाश का कोना हो तुम।।

6
इश्क़ किया है तुमसे, तुम्हे अपनी जान कहता हूं
मै तुम्हे ही अपना हमसफर कहता हूं
इबादत की तरह पूजा है मैने तुम्हे
मै तुम्हे ही अपना भगवान कहता हूं।।

7
तुम्हारी हर बात को माना है
मैने तुम्हे अपनी जिंदगी माना है
रिश्ता शायद कोई पिछले जन्म का है
मैने तुम्हे अपना अटूट हिस्सा माना है।।

8
तुम्हारे संग चलना अच्छा लगता है
तुम्हारा साथ मुझे अच्छा लगता है
प्यार कि राह मै कांटे बहुत है
पर मुझे तेरा ख्याल भी अच्छा लगता है।।

9
मेरे ख्वाबों की रानी हो तुम
इश्क़ की लाजवाब कहानी हो तुम
जिसे देखा करता था सपने मै
वो मेरी हमसफर पुरानी हो तुम।।

10
मेरे जज़्बात कोई समझ नहीं पाता
इश्क़ की बात कोई समझ नहीं पाता
केसे बताऊं तुम्हे मै
तुम्हारे अलावा कोई मेरे दिल मै नहीं आता।।

11
किसी दिन जब तुम्हे मिलने बुलाऊंगा
गले से लगाकर प्यार जताऊंगा
तुम्हे अपनी बाहों में भरकर
अपने कंधे पर सुलाऊंगा।।

12
जब भी तुम्हे लिखा है मैने
अपना हमसफर लिखा है
जिंदगी भर का साथ
ओर हाथो मै हाथ लिखा है।।

13
दूरियां होने से कभी प्यार कम नहीं होता
तेरा मेरा रिश्ता कभी खत्म नहीं होता
तुम मेरे दिल की धड़कन हो
तेरे बिना मेरा गुजारा नहीं होता।।

14
मैने तुम्हे अपना माना है
अपनी जिंदगी से बढ़कर माना है
तुम बहुत कुछ हो मेरे लिए
मैने तुम्हे अपना हिस्सा माना है।।

15
हम भी रातो मै तुम्हे ही सोचते है
अकेले मै खुद से बाते करते है
तुम जब नहीं होती पास मेरे
हम तुमसे ख्यालों मै मुलाकाते करते है।।

16
तुम्हारे बारे मै क्या लिखूं
हर लफज कम पड़ जाएगा
तुम जान हो मेरी
तुम्हारे बिना मेरा दिल सुना पड़ जाएगा।।

17
मै तुम्हे कभी खुद से जुदा नहीं करता
कभी अपने से अलग नहीं करता
तुम तो दिल मै रहती हो मेरे
मै तुम्हे कभी नारज नहीं करता।।

18
जहां भी जाऊ तेरी ही याद आती है
हर गली तेरे प्यार का अहसास दिलाती है
जहां मिले थे हम पहली बार
वो जगह आज भी तेरे होने का अहसास कराती है।।

19
तेरी खामोशी भी समझ जाता हूं मै
तुझसे हर वक्त प्यार जताता हूं मै
तुम जो नहीं कहती मुझे
वो बिना कहे भी समझ जाता हूं मै।।

20
तुम हिस्सा हो मेरे दिल का
जिसे मै अपने से कभी अलग नहीं करता
तुम्हारे सिवा कोई नहीं है मेरा
तुम्हारे होने से मै कभी अकेला महुसुस नहीं करता।।

21
तुमसे बातें करना
तेरे खयालों में रहना अच्छा लगता है
मुझे तेरी यादों के साथ जीना अच्छा लगता है
तुम नहीं होती हो पास मेरे फिर भी
तुम्हारी तस्वीर से बातें करना अच्छा लगता है।।

22
मैं क्या लिखूं तुम्हारे बारे में
मेरे दिल का खुशनुमा एहसास हो तुम
पिछले जन्म का नाता है कोई तुमसे
मेरे लिए सबसे खास हो तुम।।

23
आंखें बंद करता हूं मुझे तुम ही दिखाई देती हो
अंधेरी रात में चांदनी दिखाई देती हो
फूलों की तरह नाजुक हो तुम
जैसे कोई जन्नत की परी दिखाई देती हो।।

24
अपने एहसासों में हर लम्हा मैंने तुम्हें दिया है
दूर रहकर भी तुमसे बेपनाह इश्क किया है
तुम्हारे बिना किसी को नहीं चाहा मैंने
तुमसे ही मोहब्बत का इजहार किया है।।

25
तुम अब मेरे दिल में बस चुकी हो
मैं तुमसे कभी जुदा नहीं हो सकता
तुम जा तो सकती हो मुझे छोड़कर
पर मैं तेरी यादों से कभी जुदा नहीं हो सकता।।

26
तुम मुझसे प्यार नहीं करती
मैं फिर भी तुम्हें बेपनाह इश्क करता हूं
तेरे लिए अपनी जान भी दे सकता हूं
मैं तुमसे बेपनाह मोहब्बत करता हूं।।

27
किस तरह तुम्हें मेरे प्यार पर यकीन आएगा
कब तुम्हें मेरी बातों पर एतबार आएगा
मैं तो कब का कर चुका हूं मेरा दिल तुम्हारे नाम
तुम्हें मुझ पर कब प्यार आएगा।।

28
जब भी कभी तुम्हारी याद आती है
मैं उन लम्हों को सोच लिया करता हूं
जब तुम साथ थी मेरे
मैं उस वक्त को याद कर लिया करता हूं।।

29
जिंदगी में कभी तुम जैसा कोई हमसफर नहीं मिला
तेरी चाहत के अलावा मुझे कोई सहारा नहीं मिला
सबने दिया है मुझे दुख
पर तुझ जैसा कोई मरहम लगाने वाला नहीं मिला।।

30
सुबह उठते ही तुझे मैसेज करना क्या इश्क नहीं है
हर पल तेरे ही बारे मै सोचना क्या इश्क नहीं है
दिन भर तेरे ख्यालों में रहना क्या इश्क नहीं है
तुम मुझसे जुदा ही कब हुए थे
मेरे दिल मै तुम्हारा रहना क्या इश्क नहीं है।।

31
जब भी चांद को देखा करता हूं
हसीन लम्हों मै खो जाया करता हूं
जब तुम थी मेरी बांहों में
उन लम्हों को याद किया करता हूं।।

32
मै भी तुमसे प्यार करती हूं
तुमसे ही मोहब्बत का इकरार करती हूं
नहीं रह सकती तुम्हारे बिना अब मै
मै सिर्फ तुम पर ही एतबार करती हूं।।

33
मै भी तुम्हारे बिना नहीं रह सकता
अब ये जुदाई ओर नहीं सह सकता
तुम मेरी जान हो मेरी जां
मै तुम्हे कभी अकेला नहीं छोड़ सकता।।

34
मै भी प्यार का वादा निभाऊंगी
हर सफर मै साथ निभाऊंगी
कभी नहीं जाऊंगी तुम्हे छोड़कर
तुम्हें अपने दिल मै बसाऊंगी।।

35
मै तो तुम्हे कब का अपना मान चुका हूं
तुम्हें करीब से जान चुका हूं, तुम अब सिर्फ मेरी हो
मै तुम्हे अपना हमसफर मान चुका हू।।

36
अब हर रास्ते मै तेरे संग चलना है
मुझे तेरा हाथ पकड़कर चलना है
कोई रहे या ना रहे मेरे साथ
मुझे तेरे साथ हमेशा रहना है।।

37
थोड़ा ही सही मगर एतबार रखना
तुम मेरे प्यार पर यकीन रखना
मै वो गलती नहीं दोहराऊंगा
तुम्हें छोड़कर कभी नहीं जाऊंगा।।

38
तेरे प्यार मै मैने जीना सीखा है
अपने आप से रूबरू होना सीखा है
यकीन नहीं होता कोई कर सकता है मुझे इतना प्यार
मैने प्यार का हर सबक तुझसे सीखा है।।

39
दिल से दिल की डोर तुझ तक जाती है
मेरी हर सदा तुझ तक आती है
तू मेरे दिल का हिस्सा है
मेरे ख्यालों मै सिर्फ तू आती है।।

40
जब तुम्हें देखा था तभी सोच लिया था
तुम्हारे लिए कुछ भी कर जाऊंगा
अगर जरूरत पड़ी मुझे लड़ने की
तुम्हारे लिए खुदा से भी लड़ जाऊंगा।।

41
कौन कहता है दूर रहकर प्यार नहीं होता
खामोशियों से इज़हार नहीं होता
मैंने तो तेरी निगाहों में भी देखा है मोहब्बत को
कौन कहता है प्यार पर ऐतबार नहीं होता।।

42
अब एक बार तुमसे मिलना है
दिल की बातों को कहना है
जो सुना है सिर्फ तुमने अब तक फोन पर
वह तुम्हें गले लग कर कहना है।।

43
एक रोज जब तुम्हें मिलने बुलाऊंगा
अपने दिल की सारी बातें कह जाऊंगा
तुम्हारे कंधे पर सर रखकर मैं वही सो जाऊंगा।।

44
तुम्हारे साथ कुछ हसीन पल बिताने हैं
मुझे तुम्हारे साथ अनमोल वक्त बिताने हैं
नहीं होगी जब तुम एक दिन मेरे पास
मुझे उन्हीं यादों के सहारे जिंदगी के तराने बिताने हैं।।

45
किसी ने नहीं चाहा होगा इतनी मोहब्बत करता हूं
खुलेआम तुमसे प्यार का इजहार करता हूं
तुम्हें दिल से अपना मान चुका हूं मैं
तुम्हारे साथ जीने मरने का ऐलान करता हूं।।

46
कभी सोचा नहीं था तुमसे प्यार हो जाएगा
बातों ही बातों में इकरार हो जाएगा
दिल में थी जो बात दबी
एक दिन उसका जुबान से इज़हार हो जाएगा।।

47
तुम्हारे हर पुराने खत को मैंने संभाल कर रखा है
तुम्हारी हर याद को मैंने दिल में सहेज कर रखा है
मैं भूल नहीं सकता तुम्हें कभी ए मेरी जां
मैंने तुम्हें अपने दिल में इस कदर बसा रखा है।।

48
तेरे होने से ही मेरी सांसे चलती है
तेरे ना होने से तेरी कमी बहुत खलती है
जब नहीं होती तो आसपास मेरे
मुझे यह जिंदगी तनहा आलम लगती है।।

49
अपने एहसासों को मैं कैसे कहूं तुमसे
मैं तुम्हें दिल से चाहता हूं
तुम नहीं मानो मुझे अपना
मैं फिर भी तुम्हें बेपनाह चाहता हूं।।

50
इश्क का हर लम्हा मैंने जिया है
मोहब्बत नहीं थी से लेकर
छोड़ने तक का सफर भी तय किया है
मेरे किरदार में कुछ इस तरह की कमी रह गई
जो बात दिल में थी वह दिल में ही रह गई।।

51
अब तो तुम भी बोल दो ना
इजहार ए इश्क की गुत्थी खोल दो ना
मोहब्बत तो तुम भी करती हो हमसे
फिर यह दिल का राज आज खोल दो ना।।

52
मेरे एहसासों की एक किताब हो तुम
कहानियों में जिसे लिख चुका हूं
वो किरदार हो तुम मैंने माना था तुम्हें कभी अपना
मेरी कलम से लिखी हुई शायरी के जज्बात हो तुम।।

53
तुम्हारे जाने के बाद कुछ अच्छा नहीं लगता
मुझे तुम्हारे बिना यह हसीन लम्हा भी नहीं खलता
तुम पास थी जब मेरे तो गुलशन में फूल खिला करते थे तुम्हारे बिना तो यह बाग भी मुझे अच्छा नहीं लगता।।

54
तुम्हें अपने गले से लगाना है
दिल की हर बात कह जाना है
जो नहीं कहा मैंने तुमसे कभी
वह इस खत में लिख जाना है।।

55
हर शायरी में मैंने तुम्हें लिखा है
गजलों में तुम्हें गीत बनाकर गाया है
मेरी जिंदगी की कहानी की किरदार हो तुम
मेरे लिए मेरे दिल की हिस्सेदार हो तुम।।

56
कभी-कभी जिंदगी तन्हा सी लगती है
तेरे बिना तो यह गुलशन भी अधूरी लगती है
मैं कैसे कह दूं तुमसे तुम नहीं हो मेरी
तुम तो मेरी जिंदगी का हसीन हिस्सा लगती हो।।

57
जब भी तन्हा रातों में जागा करता हूं
तुम्हें अपने पास ही पाया करता हूं
तुम रहती हो मुझसे दूर बहुत
लेकिन तुम्हें दिल से याद किया करता हूं।।

58
दिल की एक कहानी हो तुम मेरी
चांद सी आब सुहानी हो तुम मेरी देखे हैं मैंने
प्यार के किस्से बहुत मेरी जिंदगी की कहानी हो तुम मेरी।।

59
कभी तुम्हें खुद से जुदा नहीं किया
मैंने कभी तुम्हें अलग नहीं किया
हम दोनों तो एक ही थे हमेशा से
खुदा ने हमें मिलाकर बुरा नहीं किया।।

60
तुमको देखा तो लगा मुझे जिंदगी मिल गई
अंधेरे को जैसे रोशनी मिल गई
मैं तो अकेला रहा करता था जिंदगी में
तुम्हारे आने से मुझे नई मंजिल मिल गई।।

61
बहुत सोचा था मैंने तुम्हें हर लम्हा चाहा था
खुदा से हर फरियाद में तुम्हें ही मांगा था
तेरी खुशियों की दुआ की थी हमेशा
हर मंदिर में जाकर माथा टेका था।।

62
तेरी खुशियों के लिए कुछ भी कर जाऊंगा
तेरे लिए मैं खुदा से भी लड़ जाऊंगा
अगर तू साथ रहेगी मेरे
अपने जीवन की हर मंजिल पा जाऊंगा।।

63
तेरी क्या तारीफ करूं
खुदा ने तुझे फुर्सत से बनाया है
मेरी किस्मत में तुम्हें देकर
मेरे दिल को तुम्हारा बनाया है।।

64
प्यार सब करते हैं
पर मुझ जैसी कोई इबादत नहीं करता
निभाता नहीं है कोई भी
कोई मुझ जैसा बेपनाह इश्क नहीं करता।।

65
मैंने अपने दिल के एहसासों को जब भी पढ़ा है
हर पन्ने पर तुम्हारा नाम लिखा पाया है
तुम अब मेरी बन चुकी हो मेरी जां
मैंने तुम्हें हर फरियाद में मांगा है।।

66
वह तुम हो जिससे मैं मोहब्बत करता हूं
वह एक तुम हो जिसे मैं अपना मानता हूं
वह तुम हो जिसे मैं सोचा करता हूं
वह तुम हो जिसे मैं अपनी जान कहा करता हूं।।

67
जितना प्यार इंतजार में होता है
उतना ही मैंने हर लम्हा किया है
मेरे दिल में हिस्सा तेरे सिवा
कभी किसी और को ना दिया है।।

68
कुछ लम्हे अपने बन जाया करते हैं
कुछ लोग दिल से जुड़ जाया करते हैं
जिनकी यादें रहतीं हैं हमेशा
वही मोहब्बत के रिश्ते निभाया करते है।।

69
जब भी देखा है कभी
तुम्हें अपनी जिंदगी की तरह देखा है
नजर ना लग जाए तुम्हें कभी
हमेशा उस नजर से देखा है।।

70
कुछ लोगों की जगह दिल में खास हो जाया करती है
उनसे मोहब्बत हो जाया करती है
तुम ही हो वो मेरी खास
जिसे मेरे दिल की याद सताया करती है।।

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