आज के इस आर्टिकल में हम आपके साथ शेर और चूहे की कहानी शेयर करने वाले है और उसके साथ इस कहानी से हमको क्या सीख मिलती है इसके बारे में अच्छे से बताने वाले है।
आज के टाइम पर देखा जाये तो पुरे दुनिया में ये कहानी बहुत ही पॉपुलर है और बच्चे इस कहानी को बड़े मजे से सुनते है, हमको पूरा विश्वाश है की आपने भी इस कहानी को जरूर सुना या पढ़ा होगा।
और ये कहानी ऐसी है की बच्चे चाहे इस स्टोरी को कितनी भी बार सुन ले उनका मन भरता ही नहीं है और हर बार इस कहानी को सुनकर दिल खोलकर हस्ते है।
कई बार ऐसा होता है की स्टूडेंट्स को भी एजुकेशनल पर्पस के लिए भी इस स्टोरी की जरुरत पड़ती है, इसके अलावा आप अपने बच्चों को भी ये कहानी सुनाकर उनको खुश कर सकते हो और उनके चेहरे पर मुस्कान और हसी ला सकते हो।
हम आप सभी ये ये रिक्वेस्ट करेंगे की इस स्टोरी को एक बार पूरा अवश्य पढ़े क्यूंकि इस आर्टिकल में हम आपको इस कहानी को पढ़ने के बाद आपको क्या सीख मिलती है उसके बारे में विस्तार में बताएँगे, तो चलिए अब बिना अधिक समय लेते हुए सीधे इस स्टोरी की शुरुवात करते है।
Lion and Mouse Story With Moral in Hindi
एक बार की बात है, एक शरारती चूहा पेड़ के पास उछल कूद करके खेल रहा था, तभी वहां उस पेड़ के नीचे एक शेर अपना पेट भरकर थोड़ा आराम करने आता है और थोड़ा आराम करते-करते गहरी नींद में सो जाता है।
शेर को पेट भर कर गहरी नींद में सोता देख शरारती चूहे का शेर के बड़े बड़े बाल और विशाल शरीर देखकर उसके ऊपर खेलने का मन करने लगता है और चूहा अपनी जान की परवाह किए बिना शेर के ऊपर चढ़कर खेलना शुरू कर देता है।
वह कभी गहरी नींद में सोते हुए शेर के बड़े-बड़े बाल खींच रहा था और कभी उसके सर से पूंछ तक दौड़ लगा रहा था।
अपने शरीर पर चूहे के इधर उधर उछल कूद कर के खेलने की वजह से और अपने बड़े-बड़े बाल खींचने की वजह से शेर गहरी नींद से जग जाता है।
और शेर गहरी नींद से जागने के बाद अपने नुकीले पंजों में चूहे को दबोच लेता है।
शेर के पंजे में फंसने के बाद चूहा थर-थर कांपने लगता है और कांपते हुए शेर से कहता है “जंगल के राजा मुझे माफ कर दो मुझे मार कर आपको कुछ नहीं मिलेगा मुझे खाकर आपकी भूख भी नहीं मिटेगी और आज मुझे आप जिंदा छोड़ दोगे तो मैं किसी दिन आपके इस उपकार के बदले आपकी पूरी मदद करूंगा।”
चूहे की यह बात सुनकर शेर चूहे से कहता है “तू छोटा सा चूहा मेरी क्या मदद करेगा मैं तुझे सिर्फ आज इसलिए जिंदा छोड़ रहा हूं, कि मेरा पेट भरा हुआ है, अगर मैं भूखा होता तो तुझे जरूर खा जाता है, अब चल जल्दी से मेरी नजरों के सामने से दूर हो जा।”
शेर के पंजे से छूटने के बाद चूहा शेर को धन्यवाद कहकर वहां से भागकर अपने बिल में घुस जाता है।
एक दिन शेर अपना पेट भरने के लिए जंगल में इधर-उधर घूम रहा था, तो शेर एक शिकारी के जाल में फंस जाता है।
शिकारी किसी जंगली जानवर को अपने जाल में फंसने के लिए वहां जाल बिछाकर जा चुका था।
जाल में फंसने के बाद शेर अपनी पूरी ताकत से शिकारी के जाल से निकलने की कोशिश करता है, परंतु वह जितना भी जाल से निकलने की कोशिश करता है उतना ही वह जाल में उलझता जाता है।
और जब शेर को जाल से निकलना असंभव लगने लगता है, तो वह तेज तेज दहाड़ कर मदद मांगने लगता है।
जंगल के राजा शेर की मुसीबत में मदद मांगने की दहाड़ सुनकर वही चूहा दौड़ कर शेर के पास आता है और शेर के हाथ जोड़कर कहता है “जंगल के राजा आप चिंता ना करें मैं अभी अपने नुकीले दांतो से जाल को काटकर आप को आजाद करता हूं।”
और चूहा मिनटों में जाल को अपने दांतों से कुतर कुतर कर काट देता है।
शिकारी के जाल से आजाद होने के बाद शेर चूहे को धन्यवाद कहता है, उस दिन के बाद से चूहा शेर अच्छे मित्र बन जाते हैं।
शेर और चूहे की कहानी की सीख (Moral)
कभी भी किसी को अपने से छोटा या कमजोर नहीं समझना चाहिए और साथ ही हमें दूसरों की मदद करनी चाहिए क्योंकि जब हम दूसरों की मदद करेंगे तभी कोई हमारी मदद के लिए आगे आएगा।
इस कहानी से हमको ये भी सिख मिलती है की जिंदगी में कब किसी जरुरत पड़ जाये ये किसी को पता नहीं होता, आज आपका दिन अच्छा चल रहा है तो अपनों को कभी भी भूलना नहीं चाहिए या फिर उस व्यक्ति का एहसान कभी भी नहीं बोलना चाहिए जिसने आपकी बुरे वक़्त में मद्दद करती है।
जब आप किसी की दिल से मद्दद करते है तो सामने वाला इंसान भी आपको हमेशा याद रखता है और जब आपको उस व्यक्ति की जरुरत होती है तो बहुत बड़ी संभावना है वो व्यक्ति भी दिल खोलकर आपकी मद्दद करने के लिए आगे आये।
एक और सिख हमको ये मिलती है की गुस्से में हमको कोई भी निर्णय नहीं लेना चाहिए, क्यूंकि यदि शेयर ने गुस्से में चूहे को खा लिया होता तो शायद जाल से उसको आजाद कराने वाला शायद कोई नहीं होता और वो शिकारियों के हत्ते चढ़ जाता।
निष्कर्ष:
तो ये था शेयर और चूहे की कहानी, हम उम्मीद करते है की इस स्टोरी को पढ़ने के बाद आपको अच्छी सीख मिली होगी। यदि आपको ये कहानी अच्छी लगी तो इसको शेयर अवश्य करें ताकि अधिक से अधिक लोगों को इस स्टोरी को पढ़ने के बाद उनको जीवन के बारे में एक बहुत ही बढ़िया सीख मिल पाए।
यदि आपको भी कहानी लिखने का शौक है और आप अपनी कहानी को इस साइट पर पब्लिश करना चाहते है तो उसके बारे में आप हमसे ईमेल पर संपर्क कर सकते है।