7+ स्वतंत्रता दिवस पर प्रेरणादायक भाषण | Independence Day Motivational Speech In Hindi

नमस्कार दोस्तों आज के इस पोस्ट में हम आपके साथ स्वतंत्रता दिवस पर स्पीच शेयर करने जा रहे है. आपको ये सभी स्पीच को पढ़ने के बाद आपको बहुत ही ज्यादा अच्छा लगेगा| हमारे देश १५ अगस्त १९४७ को आजाद हुआ था और आज भी लोगो स्वतंत्रता दिवस सच्चे दिल से मनाते है|

तो फिर दोस्तों बिना कोई टाइम बर्बाद करते हुए सीधे इस पोस्ट को स्टार्ट करते है.

1. स्वतंत्रता दिवस पर प्रेरणादायक भाषण

independence-day-speech in hindi

मंच पर आसीन सभी सम्मानीय अतिथि गण और मेरे प्यारे गुरुजनों को प्रणाम करता हूं। प्रात काल और जय हिंद की नारे के साथ अपने भाषण की शुरुआत करता हूं।

आज हम यहां पर स्वतंत्रता दिवस मनाने के लिए एकत्रित हुए हैं आज का दिन भारतीय इतिहास में हमेशा याद किया जाता है क्योंकि आज ही के दिन सभी भारतवासियों को पूर्ण रूप से स्वतंत्र होने की आजादी मिली थी इस आजादी के लिए कई नेता और महापुरुषों ने अपना बलिदान दिया था।

कई वीर जवान और कई स्वतंत्रता सेनानी भारत के लिए रण में शहीद हुए थे।और आज हम इस तरीके से स्वतंत्र घूम रहे हैं और यह उत्सव मना पा रहे हैं तो सिर्फ उन्हीं रण वीरों की वजह से जिन्होंने अपना सर हंसते-हंसते रण मैदानों में कटा दिया।।

अट्ठारह सौ सत्तावन की क्रांति से लेकर 15 अगस्त 1947 तक हर भारतीय ने आजादी के लिए संघर्ष किया कई युद्ध हुए कहीं लड़ाइयां लड़ी गई… तब जाकर आज स्वतंत्र भारत का सपना पूरा हुआ.. लेकिन हमें यह आजादी इतनी आसानी से नहीं मिली है…

आज हम स्वतंत्र हैं खुली हवा में सांस ले पा रहे हैं तो सिर्फ उनकी वजह से जिन्होंने अपना बलिदान दे दिया हमें उनका और राष्ट्र का सम्मान करना चाहिए और उनसे कुछ प्रेरणा लेनी चाहिए कि हम भी देश के लिए कुछ करें और जब भी देश पर संकट आए तो उसके लिए मर मिटें।।

आजादी की लड़ाई प्राचीन समय से भारत में चली आ रही है पहले हम मुगलों के गुलाम हुआ करते थे… और फिर अंग्रेजो ने हमारे ऊपर शासन किया और सारे भारतवासियों की स्वतंत्रता छीन ली बहुत सारे अत्याचार किए जबरन बहू बेटियों से शादी की किसानों से उनकी जमीन छीन ली…

अट्ठारह सौ सत्तावन में हुई क्रांति भारतीय इतिहास का पहला स्वतंत्रता संग्राम था जिसे वी डी सावरकर ने अपनी पुस्तक (द इंडियन वॉर ऑफ़ इंडिपेंडेंस) मैं लिखा इस क्रांति के बाद पूरे भारतवर्ष में एक नया सैलाब आया जिसने हर भारतवासी के दिल में देश प्रेम की अनन्य भक्ति को जागृत किया।।

उस क्रांति के प्रमुख नायक जिन्होंने स्वतंत्रता संग्राम को एक नया आयाम दिया तथा भारत की आजादी में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया वो झांसी की रानी लक्ष्मीबाई, तात्या टोपे, मंगल पांडे, नाना साहब, लियाकत अली, बेगम हजरत महल, खान बहादुर, कुंवर सिंह, गजाधर सिंह, जनरल बख्त खान निम्न थे जिन्होंने अपने प्रमुख केंद्रों पर रहते हुए भारत की आजादी के लिए संघर्ष किया और महत्वपूर्ण योगदान दिया।।

दो आखिरी पंक्तियों के साथ में अपने शब्दों को विराम देना चाहूंगा… हिंद के वासी हैं हम हिंदुस्तान हमारा.. आना ना जाने पाए हमारी.. सदैव झंडा ऊंचा रहे हमारा।।

जय हिंद जय भारत!

2. छोटे बच्चों के लिए स्वतंत्रता दिवस पर भाषण
(Speech on Independence Day for children)

मेरे प्यारे गुरुजनों और सभी अतिथि गण को सादर नमन करता हूं.. आज हमारे देश का 73 वा स्वतंत्रता दिवस मनाया जा रहा है.. इस महान उपलक्ष में मुझे आज बोलने का मौका दिया इसके लिए मैं मेरे प्यारे गुरुजनों का आभार प्रकट करता हूं और अपनी बात आपके समक्ष रखना चाहता हूं।।

आजादी के लिए हमने बहुत संघर्ष किया है यह आजादी हमको बहुत दिनों के बाद मिली है.. इसके लिए कई आंदोलन भी हुए और बहुत सारे नेता जेल भी गए.. महात्मा गांधी जैसे महापुरुष ने भारत छोड़ो आंदोलन से अंग्रेजों को भारत से जाने पर विवश कर दिया और भारत को पूर्ण स्वतंत्रता दिलाने में अहम भूमिका निभाई आज हम सब उनको भी याद करते हैं क्योंकि यह आजादी हमने उनकी वजह से ही पाई है वह सत्य अहिंसा के पुजारी थे वह हमेशा सही रास्ते पर चलने कि हम सबको प्रेरणा देते थे।।

गांधीजी के अलावा पहला स्वतंत्रता संग्राम के कई सेनानी जिन्होंने अपना खून देश को आजाद करने के लिए बहाया मैं आज उन सब को भी प्रणाम करता हूं जिनकी वजह से हमने यह आजादी पाई है जब हम अंग्रेजों के गुलाम हुआ करते थे तो हमारे पास कुछ भी नहीं था ना ही पहनने को कपड़े थे और ना ही खाने को भोजन सारे भारतीयों की हालत बहुत बुरी थी। और इसी बीच कोई महान जननायक भारत की रक्षा के लिए आगे आए और सारे भारतीयों को एकत्रित किया और भारत की स्वतंत्रता में अहम भूमिका निभाई।।

मेरे प्यारे दोस्तों और भाइयों बहनों हम सबको उनका सम्मान करना चाहिए और जो हमें आजादी मिली है उसे हमें व्यर्थ नहीं करवाना चाहिए हमें अपने देश के लिए कुछ करना चाहिए ताकि हम भी उन महापुरुषों के नक्शे कदम पर चल सके और अपने देश सेवा कर सकें इसी के साथ में अपने शब्दों को दूंगा।।

जय हिंद जय भारत
भारत माता की जय

3. टीचर्स और प्रिंसिपल के लिए स्वतंत्रता दिवस का भाषण

मंच पर उपस्थित माननीय अतिथि महोदय और सभी महानुभावों और मेरे प्यारे बच्चों आप सभी को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं आज हम यहां आजादी का महापर्व मनाने के लिए एकत्रित हुए हैं आज का दिन भारतीय इतिहास में गौरवशाली परंपरा का हिस्सा रहा है।

मैं माननीय मुख्य अतिथि महोदय सादर अभिनंदन करता हूं जिन्होंने मुझे यहां बोलने का आज मौका दिया और अपने विचार व्यक्त करने की अभिव्यक्ति प्रदान की… आज के दिन संपूर्ण भारत में आजादी का उत्सव मनाया जा रहा है हर और देश प्रेम से अभिभूत भारतवासी आजादी का जश्न मना रहे हैं लेकिन प्यारे बच्चों यह आजादी 1 दिन का फल नहीं है इसके पीछे एक दशक का संघर्ष छुपा हुआ है जो हमारे वीर जवानों और स्वतंत्रता सेनानियों के साथ हमारे देश के महान नेताओं ने आंदोलन में अपनी हिस्सेदारी निभाई है उनकी वजह से आज हमारा देश स्वतंत्र है और कृषि से लेकर प्रौद्योगिकी तक हर क्षेत्र में उन्नति कर रहा है।।

आज हम जिस आजादी की जमीन पर सांस ले पा रहे हैं तो यह सिर्फ उन महान लोगों की तपस्या का ही फल है जो आज हम इस तरीके से स्वतंत्र घूम पा रहे हैं मेरे प्यारे बच्चों मैं आप सब को स्वतंत्रता दिवस के संघर्ष से परिचित करवाता हूं। पहला स्वतंत्रता संग्राम सन 1857 मैं हुआ जब पहली बार विदेशी आक्रमणकारियों के खिलाफ भारत में हौसले बुलंद हुए थे और हर भारतीय के मन में आजादी के लिए प्रेम जागा था… धीरे धीरे इस छोटी सी चिंगारी ने कब महान क्रांति का रूप ले लिया यह अंग्रेजों को पता तक नहीं चला और बहुत से क्रांतिकारी वीर सिपाही इस आंदोलन से जुड़ते रहे और अंग्रेजों को मार भगाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया इस देश की आन बान शान के लिए उन्होंने अपने प्राणों की आहुति दे दी उन लोगों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाना चाहिए मेरे प्यारे बच्चों आप सब इस देश का भविष्य हो और इस देश की नींव आप सबके हाथों में हैं।।

उस क्रांति के बाद बहुत से महापुरुष नेताओं ने जन्म लिया जिन्होंने भी देश को आजादी दिलाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया महात्मा गांधी जैसे महापुरुष जिन्हें हम राष्ट्रपिता भी कहते हैं इन्होंने बहुत से आंदोलन किए जिनमें भारत छोड़ो आंदोलन प्रमुख था.. इनके साथ पंडित जवाहरलाल नेहरू.. लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक, लाला लाजपत राय जैसे महान स्वतंत्रता सेनानी जुड़ते गए और सरदार वल्लभभाई पटेल जैसे महान क्रांतिकारी वीर जिन्होंने सारे भारत के एकीकरण का महत्वपूर्ण कार्य किया।।

इसी के साथ आजादी के इस महापर्व की आप सब को पुनः हार्दिक शुभकामनाएं और बधाई और मैं अपने शब्दों को पूर्ण विराम देता हूं और आप सब से आशा करता हूं कि आप इस आजादी का मतलब समझोगे और भारत माता के लिए कभी अपने प्राणों की आहुति देना पड़े तो पीछे नहीं हटेगी देश प्रेम और देश कर्तव्य सबके लिए सर्वप्रथम है
अब मैं अपने शब्दों को विराम देता हूं।

जय हिंद जय भारत
भारत माता की जय

4. स्वतंत्रता दिवस पर हिंदी में भाषण

गुड मॉर्निंग! आज की सुबह संपूर्ण भारत के लिए एक नई सुबह है जो एक नया जोश लेकर आती है आज हम स्वतंत्र भारत का 73 वा स्वतंत्रता दिवस मनाने जा रहे हैं जिस के उपलक्ष में हम सभी यहां पर एकत्रित हुए हैं और इस आजादी के महापर्व का गुणगान हर तरफ सुनाई दे रहा है।।

आज हमारा देश बुलंदियों की नई ऊंचाई पर विराजमान है आज भारत में हर क्षेत्र में तरक्की की उच्चतम सीमा को प्राप्त कर लिया है जिसके कारण ही हम विकासशील देशों में गिने जाते हैं और इन सब की वजह है आजादी स्वतंत्रता जो हमें 15 अगस्त 1947 को मिली थी और इसी स्वतंत्रता को हम हर वर्ष जश्न के रूप में उत्साहित होकर सारे भारतवासी मनाते हैं।।

स्वतंत्रता सिर्फ एक नाम नहीं है इसके पीछे संघर्ष और रक्त से लिखी हुई वह कहानी छुपी हुई है जो दशकों पहले भारतीय इतिहास में स्वर्ण अक्षरों से लिखी जा चुकी है आजादी के पीछे जिन महानायक ओं का संघर्ष छुपा हुआ है उन सब के बलिदान की गौरव गाथा की वजह से हम आज स्वतंत्र भारत में जी पा रहे हैं और आजादी का जश्न धूमधाम से मना रहे हैं हम आज उन वीरों और महापुरुषों को भी नमन करते हैं जिनकी वजह से यह दिन आया है।।

जब ब्रिटिश शासन अपने अत्याचारों जी चरम सीमा पर था और संपूर्ण भारत पर अपना अधिपत्य स्थापित कर लिया था भारतवासी उस समय भुखमरी और अकाल की मार झेल रहे थे… अंग्रेज सभी भारतीयों से दुगुना लगान वसूल करते थे और उनके अत्याचारों की कोई समय सीमा नहीं थी स्त्रियों को जबरन उठा ले जाना किसानों पर अत्याचार करना उनकी माल को लूट ले जाना यह सब अंग्रेजों का क्रूर दमनकारी शासन था जिसके खिलाफ लोगों ने आवाज नहीं उठाई पर अट्ठारह सौ सत्तावन वह वक्त था जब क्रांति के लिए और आजादी के लिए भारत का पहला स्वतंत्रता संग्राम हुआ जिसकी वजह से आज हम सब ने आजादी पाई है।।

उस आजादी की एक महान नायिका झांसी की रानी लक्ष्मीबाई भी थी जिन्होंने अपने राज्य ही नहीं संपूर्ण भारत के लिए एक उदाहरण प्रस्तुत किया जो आज भी नारी शक्ति के लिए जाना जाता है भारतीय इतिहास में उनका बलिदान हमेशा याद रखा जाएगा उनके साथ नाना साहेब और मंगल पांडे जी से भी योद्धाओं ने भारत माता के लिए हंसते हंसते प्राण न्योछावर कर दिए उसके बाद यह क्रांति की आग कभी खत्म नहीं हुई और बढ़ती ही पड़ेगी बाद में सुभाष चंद्र बोस… चंद्रशेखर आजाद और भरत सिंह जैसे वीर क्रांतिकारियों ने इस स्वतंत्रता संग्राम को जारी रखा और भारत को आजादी दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।।

इतने सारे कठिन संघर्षों के बाद आखिर वह दिन आ ही गया जब 15 अगस्त 1947 को भारत आजाद हुआ और हम सब ने स्वतंत्र भारत में आजादी की सांस ली।।

इसी के साथ मैं अपने शब्दों को विराम देना चाहूंगा और आप सबको पुनः स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं।।

जय हिंद जय भारत
भारत माता की जय

5. छात्रों के लिए स्वतंत्रता दिवस पर भाषण

सर्वप्रथम तो आप सभी को सुबह का नमस्कार और मंच पर बैठे हुए मेरे प्यारे गुरुजन और सम्मानीय अतिथि गण को मेरा सादर प्रणाम और नीचे बैठे हुए मेरे प्यारे दोस्त और भाई बहनों को मेरा प्यार भरा नमस्कार… जैसा कि आप सभी जानते हैं आज 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस है जिसे मनाने के लिए हम सब स्कूल में एकत्रित हुए हैं और आदरणीय गुरुजन महोदय ने मुझे बोलने का मौका दिया इसके लिए मैं उनका आभार व्यक्त करता हूं और जय हिंद के नारे के साथ अपने भाषण की शुरुआत करता हूं।।

जिस तरह से रोटी का महत्व सिर्फ एक भूखा व्यक्ति समझ सकता है उसी प्रकार आजादी का महत्व वह लोग ही समझ सकते हैं जो उस समय गुलामी की जंजीरों में जकड़े हुए थे और अंग्रेजों की अत्याचारों के तले दबे हुए थे अगर उस समय भारत के वीर महापुरुष और क्रांतिकारी सेनानियों ने संघर्ष ना किया होता तो आज हम सब यूं आजाद ना होते और यह आजादी का पर्व ना मना रहे होते सबसे पहले उन्हीं के बलिदान को मैं सादर नमन करता हूं और स्वतंत्रता संग्राम की कुछ विशेष बातों पर प्रभाव डालता हूं।।

जैसा की आप सबको पूर्व ज्ञात है आज भारतीय इतिहास का महत्वपूर्ण दिन है और हम 73 वां स्वतंत्रता दिवस मना रहे हैं जब भारत अंग्रेजों की अत्याचारों के नीचे दबा हुआ था और भारतीय रुपए यातनाएं दी जा रही थी तब इस तरह की स्वतंत्रता भारत में नहीं थी हर व्यक्ति गुलाम हुआ करता था और वह अपनी आजादी के लिए संघर्ष भी नहीं कर पा रहा था अंग्रेजों की दमनकारी नीतियों की खिलाफ किसी के बोलने की हिम्मत नहीं थी और सब उनके अत्याचारों को चुपचाप सह रहे थे अंग्रेज किसानों से जबरन नील की खेती करवाते थे जिसके कारण उसमें दूसरी फसल का नुकसान होता था और इसके अलावा ज्यादा लगान वसूल करना स्त्रियों और बच्चों पर अत्याचार किसी को भी बंधुआ मजदूर बना लेना यह उनके अधिकार क्षेत्र में था।।

पर यह सब ज्यादा दिनों तक चल नहीं पाया और आजादी की एक नई सुबह हुई जिस दिन सभी भारत वासियों के मन में अंग्रेजों से लोहा लेने का विचार मन में आया और सब ने आजादी लेने की ठान ली पर इसी रास्ते में बहुत सारी रुकावटें भी थी जिनको सब ने पार किया और अपने नायकों के साथ भारतीय इतिहास के पन्नों में हमेशा के लिए अमर हो गए कई लड़ाइयां और युद्ध लड़े रहे जिनमें भारत के रणबांकुरे ने अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया उसके बाद भी हमें पूर्ण रूप से स्वतंत्रता नहीं मिल पाई थी पर यह क्रांति की अग्नि अभी ठंडी नहीं हुई थी।।

आंदोलन और संघर्ष जारी रहा कई नेताओं ने इसे जारी रखा और अंततः वह दिन आ ही गया जिस दिन का संपूर्ण भारतीयों को इंतजार था 15 अगस्त 1947 को अंग्रेजों ने पूर्ण रूप से भारत को छोड़ दिया और आधिकारिक रूप से भारत हमेशा के लिए स्वतंत्र हो गया जिस आजादी का जश्न हम आज स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाते हैं इसी के साथ मैं अपने शब्दों को विराम देना चाहता हूं।।

आप सब का बहुत-बहुत धन्यवाद मेरे साथ सब बोलिए जय हिंद जय भारत।।

6. कॉलेज के लिए स्वतंत्रता दिवस पर भाषण

आप सभी का हार्दिक अभिनंदन और स्वागत.. मंच पर बैठे हुए प्यारे टीचर्स और मुख्य अतिथि माननीय एमएलए साहब को मेरा प्रणाम… आज हम सब यहां कॉलेज कैंपस में स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष में आजादी का जश्न मनाने के लिए उपस्थित हुए हैं इस मौके पर मुझे बोलने का मौका मिल रहा है इसके लिए मैं आप सभी का आभार व्यक्त करता हूं।।

दोस्तों जैसा कि आपको पता ही है आजादी के लिए हमने बहुत संघर्ष किया है तब जाकर हमने आजादी पाई है और आज 15 अगस्त का दिन भारतीय इतिहास मे हमेशा याद रखा जाता है क्योंकि इसी दिन हमें अंग्रेजों से पूर्ण रूप से आजादी मिली थी और वह भारत छोड़कर वापस चले गए थे।।

आजादी की इस लड़ाई में कहीं वीर सेनानियों ने अपना बहुमूल्य योगदान दिया और हमें आजाद करवाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है हमें समय-समय पर उनको याद करना चाहिए और उनका सम्मान करना चाहिए ताकि हम सबके मन में देश प्रेम की भावना का विकास हो सके।।

आज भारत हर चीज में आगे है और तरक्की के पथ पर अग्रसर है और यह सब इसी वजह से हो पा रहा है क्योंकि हम आज आजाद हैं और इसी आजादी का जश्न हम हर वर्ष की भांति तिरंगे को पहराकर मनाते हैं आज के दिन माननीय प्रधानमंत्री जी लाल किले से देश को संबोधन करते हैं और भारत की पहचान तिरंगे को लाल किले पर फहराया जाता है।।

राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और पंडित जवाहरलाल नेहरू सहित अनेक नेताओं ने देश को आजाद कराने के लिए आंदोलन की जिनमें से चंद्रशेखर आजाद, भरत सिंह, राजगुरु और सुखदेव महत्वपूर्ण थे जो हंसते-हंसते फांसी पर चढ़ा गय और देश को आजादी दिला गए… आओ हम सब आज के दिन उनके बलिदान को याद करते हैं और उनको सादर नमन करके श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं।।

इसी के साथ मैं अपना आसन ग्रहण करता हूं।।

जय हिंद जय भारत

7. स्वतंत्रता दिवस पर छोटा भाषण

गुड मॉर्निंग! मुझसे बड़े और माननीय अतिथि गण और सम्मानित महोदय को मेरा प्यार भरा सादर नमस्कार जैसा कि आप सब जानते हैं हम यहां पर आज स्वतंत्रता दिवस मनाने के लिए उपस्थित हुए हैं और मुझे आज बोलने का मौका मिला है इसके लिए मैं माननीय महोदय का हार्दिक अभिनंदन व्यक्त करता हूं और अपने भाषण की शुरुआत करता हूं।

15 अगस्त 1947 को भारत में एक नया सवेरा हुआ था जिसे हम स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाते हैं इस दिन संपूर्ण भारत वासियों ने आजादी और देश प्रेम का अनोखा जश्न मनाया था यह आजादी बहुत संघर्षों के बाद मिली थी इसीलिए इसका मोल कई गुना बढ़ जाता है और यह भारतीय इतिहास में सदैव याद रखे जाने वाली महत्वपूर्ण यादों में से एक है।।

जैसा की आप सबको पूर्व ज्ञात है आजादी के लिए संघर्ष की कोई समय सीमा नहीं थी सभी लोगों ने अपने अपने स्तर पर आजादी की लड़ाई लड़ी और भारत के प्रत्येक नागरिक ने स्वतंत्रता संग्राम में अपनी भूमिका निभाई जिनमें से कई लोग शहीद हो गए और देश के लिए अपने प्राण न्योछावर कर दिए स्वतंत्रता दिवस उन सब के बलिदानों को याद करने का और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करने का भी अवसर होता है आज के दिन भारतीय सेना के वीर जवानों को हौसला अफजाई देना चाहिए क्योंकि वह भी भारत की सुरक्षा के लिए रात दिन सीमा पर तैनात रहते हैं और भारत मां की रक्षा के लिएअपने प्राणों को न्यौछावर कर देते हैं।।

आजादी सही मायनों में उस दिन प्राप्त होगी जब सारी कुप्रथा है और बुराइयों का अंत हो जाएगा और भारत इन आंतरिक समस्याओं से भी आजाद हो जाएगा वो दिन भी भारत के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण होगा।।

आजादी के लिए कहीं वीर जवानों और स्वतंत्रता संग्राम के महान सेनानियों ने अपने प्राणों का बलिदान दिया है जिस को साकार करने का वक्त अब आया है आज हम सब उनको याद कर रहे हैं और हमारे देश के महापुरुष नेताओं ने भी देश की आजादी में मुख्य भूमिका निभाई है।

हम सब को आजादी का सम्मान करना चाहिए और आजाद भारत के नागरिक होने के नाते अपने देश के लिए कुछ कर गुजरने का जज्बा हर भारतीय के अंदर होना चाहिए इसी के साथ में अपने शब्दों को पूर्ण विराम देता हूं।।

जय हिंद जय भारत

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निष्कर्ष:

तो दोस्तों ये था स्वतंत्रता दिवस पर भाषण, हम उम्मीद करते है की ये सभी स्पीच पढ़ने के बाद आपको बहुत अच्छा लगा होगा| अगर आपको हमरी ये पोस्ट अच्छी लगी है तो प्लीज इसको शेयर जरुर करे.

इसके अलावा आपको हमारी ये सभी भाषण कैसे लगी वो भी हमारे साथ कमेंट में शेयर करे धन्येवाद दोस्तों.

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