90+ स्वतंत्रता दिवस (15 अगस्त) पर नारे 2024 | Happy Independence Day Slogan in Hindi

स्वतंत्रता दिवस को इंडिपेंडेंस डे के नाम भी जाना जाता है और इस दिन यानि के 15 अगस्त को हमारा भारत अंग्रेजों की गुलामी से आजाद हो गया है. महात्मा गांधी जी का भारत को आजाद करवाने में बहुत ही बड़ा योगदान था और ये हमारे लिए बहुत ही गर्व की बात है.

हमारे भारत में हर साल 15 अगस्त के दिन इंडिपेंडेंस डे को बड़े गर्व से मनाया जाता है, खास करके स्कूल में बच्चे भी बढे धूम धाम से इस दिन को मनाते है.

स्वतंत्रता दिवस हमारे भारत का राष्ट्राय त्यौहार के रूप में माना जाता है और इस दिन प्रधानमंत्री जी लाल किले पर इसको मनाते है. जब हमारा भारत आजाद हुआ था तो ये हमारी अंग्रेजो के ऊपर विजय प्राप्ति थे. और आज इस लेख में हम आपके साथ स्वतंत्रता दिवस या 15 अगस्त पर बहुत ही शानदार नारे शेयर करने वाले है.

आप इन सभी स्लोगन को अवश्य पढ़े और इनको पढ़कर आपको भी एक भारतीय होने पर बहुत गर्व महसूस होगा. तो चलिए बिना कोई भी समय जाया करते हुए पढ़ते है बहुत ही शानदार और जोश से भर देने वाले हार्ट टचिंग हैप्पी इंडिपेंडेंस डे स्लोगंस.

90+ स्वतंत्रता दिवस पर स्लोगन | 15 अगस्त पर नारा

Independence Day slogan in hindi

1. हिंदू मुस्लिम सिख भाई ऐसे थे, आजादी के सिपाही।

2. तलवारों के खेले थे, ऐसे आजादी के मेले थे।

3. स्वतंत्रता की लड़ाई थी, अंग्रेजों ने भागकर जान बचाई थी।

4. खूब लड़ी मर्दानी थी, वह तो आजादी की दीवानी थी।

5. शीश कटे झुके नहीं, यह सच्चाई बच्चों को सुनानी थी। आजादी की लड़ाई नई नहीं सदियों पुरानी थी।

6. डर को डराया, अंग्रेजों को भगाया, फिर देश में तिरंगा लहराया।

7. लहू की नदियां बहानी थी क्योंकि आजादी पानी थी।

8. स्वतंत्रता उनको प्यारी थी, इसलिए उनकी सोच न्यारी थी।

9. जवानी गवाई जब आजादी कमाई।

10. आहिस्ता आहिस्ता बढ़ाई, अहिंसा की लड़ाई, लेकिन आजादी पाई।

11. टूटी गुलामी की कड़ी जब अहिंसा भारी पड़ी।

12. सामने फांसी का फंदा था। लेकिन निडर आजादी का बंदा था।

13. दानों में दान, आजादी का बलिदान।

15. मुश्किल से मिली है, यह आजादी की कली है। तेरे हाथों मे लिखी है। दुनिया इसे मुरझाने पर तुली है। बचाने की जिम्मेदारी तुझे मिली है।

16. स्वतंत्रता लानी थी। यह जिद थी कि शहीद होने पर भी पानी थी।

17. हिंदू मुस्लिम सिख सब की लड़ाई थी। सब ने मिलकर आजादी कमाई थी।

18. बिना नाम कमाए कुछ लोगों ने आजादी पर जान गवाई थी। उस समय चारों तरफ आजादी की लहर आई थी।

19. 15 अगस्त आजादी की खुशी का मेला है, दूर क्यों बैठा तू अकेला है।

20. आजादी की धूल, माथे से चूम।

21. बिना दाम नहीं मिलती, यह आजादी की बगिया ऐसे ही नहीं खिलती।

22. आजादी की बात, लाल लहू के साथ।

23. लहू बहा जब आजादी का फूल खिला।

24. मंगल पांडे ने यह ठनीथी कि अंग्रेजों को नानी याद दिलानी थी।

25. आजाद सुबह सुहानी थी क्योंकि मिलकर आजाद पतंग उड़ानी थी।

26. धूल उड़ी, चिता जली, जब भारत मां की जंजीर कटी।

27. आजादी के नारे, जीवन से प्यारे।

28. आजादी शहीदों का दान, उनका है हम सब पर एहसान।

29. लाखों शहीदों की टोली थी, तभी तो दुश्मन की हिम्मत तोड़ी थी।

30. लहू बहाकर पाई, जब जाकर यह आजादी आई।

31. तेरे कंधों पर आजादी की जिम्मेदारी आई। खुशनसीब यह तूने मुफ्त में पाई।

32. हीरा मोती पन्ना तुझे शहीदो जैसा बनना।

33. वह थी अंधेरी रात, अब आजादी तेरे साथ।

34. आजादी की कहानी है, नई पीढ़ियों को सुनानी है।

35. लाठी डंडे खाए, जब जाकर आजादी पाए।

36. आजादी देने वाला तब खुश होता है, जब पाने वाला दुरुस्त होता है।

37. आजादी हक की लड़ाई इसलिए भारत ने छाती आड़ाई।

38. विभिन्नता में एकता ऐसी है, संकट में देश की विशेषता।

39. आंधी तूफान में खड़ा जो आजादी के लिए लडा।

40. मैंने सुनी तू ने सुनी दुनिया को सुनानी है, यह मेरे देश के शहीदों की अमर कहानी है।

41. भारत माता की फूलों की बगिया सजानी थी। गुलामी की बेडी काट आजादी लानी थी।

42. आजादी का सुंदर रूप, गुलामी कुरूप।

43. शीश कटे झुके नहीं, क्योंकि आजादी लानी थी, रुके नहीं।

44. सर पर कफन, दिलों में अरमान, लहू देकर मनाया 15 अगस्त श्रीमान।

45. आजादी की धुम 15 अगस्त पर खुश होकर झूम।

46. जंजीरे तलवारों से काटी है, जब जाकर यह आजादी बाटी है।

47. गोली भी रोती थी, जब आजादी के दीवानों की छाती छुती थी।

48. लाल किले की शान 15 अगस्त महान

49. भारत के प्यारे देश के दुलारे, यह है, 15 अगस्त के नारे।

50. ज्यादा दुख बलिदान का दूसरा दुख मां के एहसान का तीसरा दुख बेटे के कुर्बान का।

51. आजादी की लड़ाई, हिम्मत वालों ने दिल से बढ़ाई।

52. कमी नहीं देश पर मर मिटने वालों की, जय हो भारत में रहने वालों की।

53. जहां सूरज की नजर पहले पड़ती। ऐसी है भारत की धरती। तो गुलाबी कैसे ना मरती।

54. वीर पुत्र कह लाऊंगा, लाल किले से चांद तक, जब तिरंगा फहरा आऊंगा।

55. 15 अगस्त की बेला है, भारत का जन जन अल्बेला है।

56. नारी का था, शक्ति का रूप, इसलिए गुलामी गई छूट।

57. ऐसे थे वीर पुत्र, जब ही कर गए दुश्मन कुच।

58. पहली सभ्यता हमारी है, इस बहस में दुनिया हारी है।

59. वीरों को सलामी, खत्म हो गई गुलामी।

60. यहां है गरम दल नरम दल, आजादी में ना दे खलल, यह सोच कर दुश्मन प्रेम में बदल।

61. नदी माता है। 15 अगस्त पर दुश्मन थारता है। ऐसा नदियों का मेला है, आजादी का दुश्मन भीड़ में अकेला है।

62. ऐसी भारत की नारी है, जब जोश में आए तो, दुश्मन पर भारी है। सोचो मत स्वतंत्रता हमारी है।

63. हल्ला बोल का नारा था, आजादी के दीवानों का प्यारा था।

64. तोपों से घिरी, तलवारों से भिडी, अंग्रेजी सेना उसके आगे गिरी, झांसी ऐसी भिड़ी।

65. होश ना खबर थी, आजादी पर नजर थी। यह देश की पहली पसंद थी।

66. मां मुझे हिम्मत दे, मैं तुझे आजादी दूंगा, दुश्मन का सीना चीर दूंगा।

67. आजादी के जोशीले नारे थे। यहदेश को प्यारे थे।

68. राष्ट्रीय त्योहार राष्ट्रीय गान तिरंगे की है शान। यह तेरे माथे का सम्मान।

69. आंखों के तारे थे, मां के दुलारे थे, आजादी लाने वाले देश के प्यारे थे।

70. आजादी पाना सुहाना है, मातृभूमि का कर्ज चुकाना है।

71. तलवारों से खेला है, अंग्रेजों को क्या खूब धकेला है।

72. गुलामी की आग शहीदों के लहू से भाग। अब तो दुश्मन नींद से जाग।

73. मजबूर हूं, कमजोर नहीं, स्वतंत्र हूं, गुलाम नहीं।

74. आजादी की लड़ाई, जितनी बड़ी, उतनी जनता खड़ी, तभी तो गुलामी डरी।

75. जितना अंदर जाओगे उतने बहादुर पाओगे। सब आजादी के मतवाले हैं, उनसे मुंह की खाओगे।75.मैं लड़ा तू लड़ा, जब ही तो, आजादी का दुश्मन डरा।

76. आजादी की गूंज दिल को गई चूम।

77. 15 अगस्त का नारा है, आजाद देश हमारा है।

78. सर की पगड़ी है, स्वतंत्रता की लड़ाई तगड़ी है।

79. दिलजले आजादी की लड़ाई में जान देने चले।

80. प्यार दिया तो प्यार देंगे आजादी छीनी तो काट देंगे।

81. गुलाब में कांटे, आजादी के नारे वीरों ने बांटे।

82. हिम्मत से छीनेंगे, आजादी के मोती प्यार से बिनेंगे।

83. आजादी की लड़ाई, शहीदों की बढ़ाई, दुश्मन की शामत आई।

84. गुलाब चंपा चमेली, आजादी की लड़ाई सुंदर पहेली, इसलिए सबकी नहीं, अकेली।

85. फूट डालो शासन करो, नीति ना मानेंगे, कहने वालों का मुंह कीचड़ से शान डालेंगे।

86. गुलामी की जंजीर कड़ी थी, लेकिन कटने वालों की भीड़ बढ़ी थी।

87. गुलामी के अंधेरे बड़े थे लेकिन हम भी आजादी की सुबह लाने पर अड़े थे।

88. शहीदों का तांता लग जाता था। आजादी की चाह में एक के बाद एक आता था।

89. मन में ठाना था। अंग्रेजों को भगाना था। गुलामी की जंजीर काट 15 अगस्त को लाना था।

90. धरती से आसमान तक शोर, आ गई आजादी की भोर।

91. बसंत पंचमी आनी है। गुलामी की जंजीर हटानी है। एक दिन आजादी आनी है, क्योंकि शहीदों की आजादी दीवानी है।

92. जीत का है सेहरा और दिलों में है, 15 अगस्त का पहरा।

93. विजेता बनकर आऊंगा। मातृभूमि का कर्ज चुकाऊंगा। फिर 15 अगस्त मना लूंगा।

94. जेवर और सिंगार छोड़ा। बेटियों ने भी आजादी के लिए घर बार छोडा।

95. आजादी के मतवाले ये, दुश्मन से कहा डरने वाले ये।

96. घर से दुश्मन भगाना था। आजादी को लाना था। फिर दिल से 15 अगस्त बनाना था। ऐसी चाहा रखने वाला पूरा जमाना था।

97. मिलेगी नहीं तो, छीन लेंगे। आजादी का मोती समुद्र से भी बीन लेंगे।

98. मैंने दी, तुझे संभालनी है। आजादी की माला नई पीढ़ी कोपहननी है।

99. यह युवाओं को याद दिलाना है, आजाद देश का नारा है, 15 अगस्त हमारा है।

100. अंग्रेजो को सात जन्मों तक याद रहेगा की भारत भी एक योद्धा है।

इनको भी जरुर पढ़े:

निष्कर्ष:

तो मित्रों ये थे बहुत ही हार्ट टचिंग स्वतंत्रता दिवस (15 अगस्त) पर नारे, हम उम्मीद करते है की आपको ये सभी इंडिपेंडेंस डे स्लोगन जरुर पसंद आये होंगे और आपके अंदर एक अजीब सा जोश पैदा हो गया होगा.

यदि आपको हमारे द्वारा लिखे हुए ये स्लोगन अच्छे लगे तो इनको शेयर अवश्य करें ताकि अधिक से अधिक लोगों को इसे पढ़ने का मौका मिले और उनका भी सीना गर्व से और भी चौड़ा हो जाये और वो लोग अपने भारतीय होने पर शान महसूस कर पाए.

इसके अलावा गर आपके पास और कोई अन्य स्लोगन है तो उनको आप हमारे साथ कमेंट में जरुर शेयर करे, आपको हमारे ये सभी हार्ट टचिंग नारे कैसे लगे उसके बारे में भी जरुर बताएं.

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *