60+ Slogans on Unity in Hindi | एकता पर स्लोगन (नारा)

आज के इस लेख में हम आपके साथ सांप्रदायिक एकता पर स्लोगन शेयर करने वाले है जिनको पढ़कर आपको यूनिटी की शक्ति का एहसास होगा. जो १ इंसान कोई काम नहीं कर सकता उसको एकता की मद्दद से किया जा सकता है.

एकता में बहुत ताकत होती है और इसकी हेल्प से हम चाहे कितना भी बड़ा कार्य हो उसको हम एक दुसरे का साथ देकर बहुत ही आसानी से पूरा कर सकते है.

लेकिन दुःख की बात तो ये है की आज का समझ और सोसाइटी एक दुसरे की मद्दद करना ही नहीं चाहती है और जैसा की आप सभी को ये पता है की हमारे देश में कितना ज्यादा करप्शन है और इसको ख़त्म करने के लिए हम सभी को एकजुट होना ही पड़ेगा तभी हमारा देश खुशहाली से जी पायेगा.

तो चलिए बिना अधिक समय लेते हुए सीधे यूनिटी पर ये कुछ शानदार और बहुत ही पावरफुल स्लोगन पढ़ते है और हम आपसे रिक्वेस्ट करेंगे की आप इन सभी नारे को जरुर पढ़े आपको भी बहुत मोटिवेशन मिलेगा.

60+ Slogans on Unity in Hindi

Slogans on Unity in Hindi

1. लहू का एक रंग, हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई नहीं अलग, जब सृष्टि रचेता ने नहीं किया फर्क।

2. जो मन में डाले नफरत का बीज, उस इंसानियत के दुश्मन को समझे ना ठीक।

3. एक दूसरे का लहू बहते, किसी को कत्ल कर के हम कभी खुशी नहीं पाते, कट्टरपंथी यह बात क्यों नहीं समझ पाते।

4. सारे मिलकर करे विचार, ना फैलने दे संप्रदायिक दंगों की आग, सबका हो जाएगा परिवार बर्बाद।

5. धार्मिक कट्टरपंथियों इसमें नहीं है तुम्हारी जीत, किसी की मौत से सृष्टि रचेता नहीं होता है कभी खुश।

6. भाषा नाम अलग सब धर्म कहते हैं अच्छे कर्म से मिले स्वर्ग, फिर क्यों देते हो, एक दूसरे को दुख दर्द।

7. भारत की एकता को मजबूत करे, संसार फिर देश का सम्मान करे।

8. रखे भाईचारा, गौतम गांधी का अहिंसा का समझे नारा।

9. बेरोजगारी निर्धनता से है लड़ाई, एक दूसरे के धर्म की करे बढ़ाई।

10. भूख किसी को रास नहीं आती, धार्मिक कट्टरता छूमंतर हो जाती।

11. अपने से प्रेम दूसरे से घृणा, इस बात को कोई भी धर्म ना समझे अपना।

12. एक दूसरे का ना फोड़े सर, देश और परिवार के प्रति समझे अपने फर्ज।

13. अपने धर्म का करे सम्मान, सब धर्मों को दें आदर सत्कार, भारतीयों की यही है पहचान।

14. मौत सबकी होती है, धर्म के पीछे मरने मारने वालों की सोच छोटी होती है।

15. देश से करे प्यार, सांप्रदायिक दंगों से देश का दुनिया में ना रहे मान सम्मान।

16. त्योहारों का ले आनंद, सब धर्मों के त्योहारों से मिले परमात्मा की शिक्षाओं का ज्ञान।

17. संप्रदायिक दंगों से फैले दहशत और डर, जले फूंके किसी का घर।

18. कोई बच्चा हो जाए अनाथ, ऐसी नहीं सिखाता कोई धर्म बात।

19. सरहद की रक्षा में लहू बहाए, सांप्रदायिक दंगो से देश खोखला ना बनाए।

20. सब धर्म करे प्यार का प्रचार, नफरत फैलाने वालो पर है धिक्कार।

21. हो बस की तो दे किसी को रोटी, धार्मिक कट्टरता नफरत मौत देती।

22. ऐसे नेता लीडर कट्टरपंथी को दे सबक, तो जनता को मौत देकर बनाए अपना घर।

23. जोशीले युवाओं की जिम्मेदारी, किसी भी धर्म से नफरत ना हो हमारी।

24. जब सदा जीवित नहीं रहना, तो धर्म के नाम पर किसी का क्या खून पीना।

25. सब धर्मों की शिक्षाएं उद्देश्य नेक, कोई सबूत दें कि सब धर्म आपस में नहीं खाते हैं मेल।

26. धर्म जाति की लड़ाई किसी भी नर नारी की ना करें भलाई, यह बात मूर्ख को ही समझ ना आई।

27. दिल से दिल मिले, खुशी से जीवन कटे, भारत की एकता को किसी की नजर ना लगे।

28. भारत से करे प्यार, संप्रदायिक दंगे फैलाने वालो को ना करे माफ।

29. ज़िंदगी है छोटी, प्यार के लिए ही कम होती, नफरत की ना बजाए तूती।

30. ईश्वर गुरु अल्लाह मसीह ने दुनिया की भलाई की सोची, इंसानों की सोच उन जैसी क्यों नहीं होती।

31. क्रिसमिस गुरु पर्व होली दिवाली ईद मिल जुलकर मनाने में है जो खुशी, वह नफरत से कभी ना मिली।

32. प्यार के बदले मिले प्यार, भारत की जनता जाने यह बात।

33. तिरंगे राष्ट्रगान का बढे सम्मान, कोई भी बच्चा संप्रदायिक दंगे में ना हो अनाथ।

34. कुछ लोगों का स्वार्थ करवाएं संप्रदायिक दंगे फसाद, ऐसे लोग होते हैं फांसी के हकदार।

35. इंसानियत से बढ़कर नहीं कुछ और धर्म जाति के नशे में डूबे इंसान की समझ से यह परे।

36. उस कट्टरपंथी का ना माने कहना, जो इंसान की जान को समझे खिलौना, खुद आराम से घर में करके सोए रेशम का बिछौना।

37. चिता जली मिट्टी में दबा, संप्रदायिक दंगे के बाद तेरा परिवार बर्बाद हुआ।

38. पेट भरना है मुश्किल, संप्रदायिक दंगे से पहले यह सबक सीखें जरूरी।

39. सगे भाई का भी ना दे साथ, जब वह संप्रदायिक दंगे का मन में डाले विचार।

40. रोजी-रोटी हमारा घर, अपने देश में धर्म जाति की ना फैलाए नफरत।

41. कोई गद्दार पूरे ना कर ले अपने अरमान, धर्म जाति का भेदभाव देश में खत्म करे एकता और प्यार।

42. ना समझ समझ धर्म जाति के दंगों से उजड़ते हैं बस घर, देश की एकता हो खत्म।

43. धर्म जाति के नाम पर नफरत की छोटी सी चिंगारी, देश की अखंडता के लिए है महामारी।

44. तेरे से बड़ा मेरा धर्म, इस बात से कितनों को झेलना पड़ा अपनों की मौत का गम।

45. सुंदर देश हमारा, सब धर्मों को पनपने का मौका देता, देश भारत हमारा।

46. सब धर्मों के अलग-अलग रीति रिवाज त्योहार, भाईचारे से रहना यह भारत देश के संस्कार।

47. अनेकता में एकता, कायम रखना फर्ज है सबका।

48. संप्रदायिक सद्भावना रखो, देश को उन्नति की ओर लेकर बढ़ो।

49. गले लगे बांटे प्यार, सभी धर्म जातियों की यही पुकार, सुनहरे कल का सबको इंतजार।

50 कश्मीर से कन्याकुमारी देश की एकता दिखे हमारी।

51. देश के नागरिक बने महान, धर्म जाति के झगड़ो से, देश का नाम दुनिया में ना करे बदनाम।

52. जन्मभूमि कर्मभूमि से प्यार तब माने सच्चा, जब भाईचारे से रहे नागरिक अच्छा।

53. पड़ोसी दुश्मन को ना दे मौका, यह है अपने देश से धोखा, संप्रदायिक झगड़ो से देश बर्बाद होता।

54. मानवता का मन में है शुद्ध विचार, तो अल्लाह ईश्वर गुरु गॉड है आपके साथ।

55. धर्म में आस्था परमात्मा को यह है भाता, लेकिन जब दूसरे के धर्म का भी उसे आदर करना हो आता।

56. जीवन में कम नहीं है दुख, कट्टरपंथियों को क्यों ना आए यह समझ, देश की उन्नति में ही है सुख।

57. सदा रहे भारत अमर अखंड, तभी तो होगा भारत की जनता का जीवन सफल।

58. मंगल चांद तक पहुंचे, धर्म जाति के खत्म करें झगड़े।

59. मिलजुल कर मनाए एक दूसरे के त्यौहार, तब ही तो बढ़ेगा देश में भाईचारा और प्यार।

60. खान-पान वेशभूषा रीति रिवाज सबको अपने लगते हैं अच्छे, इन बातो से झगड़ा करके देश के विकास के काम रुकते हैं अच्छे।

61. उज्जवल भविष्य की है अगर कामना, लेकिन धर्म जाति के झगड़ो में जान नहीं गवा देना।

62. मासूम बच्चे सबको लगते हैं अच्छे, संप्रदायिक दंगाई किसी की हत्या का दुख नहीं करते।

63. गोरा हो या काला सुंदर या बदसूरत, बस एकता भाईचारे की देश को है उससे जरूरत।

64. सूर्य का प्रकाश और रात सबको मिले एक साथ, देश में ऐसा हो व्यवहार सब धर्म जाति के साथ।

65. लड़ाई झगड़े में लगती है ताकत, एक दूसरे के धर्म की अच्छी बाते करे उजागर, तभी किसी का भला करेगी आपकी ताकत।

66. स्कूल अस्पताल परिवार आदि इनकी तरक्की से आपके जीवन में खुशहाली आती, संप्रदायिक दंगाई इन को नष्ट करने में राजी।

67. दिल जीते धर्म जाति के नाम पर किसी को ना पीटे, नहीं तो जीवन में रह जाओगे पीछे।

68. सही गलत की रखे समझ, संप्रदायिक दंगे देते हैं सिर्फ नरक।

69. तलवार चाकू बंदूक करे नष्ट, धार्मिक कट्टरपंथियों के विचार हमेशा गलत।

70. सोशल मीडिया से रहे दूर, भड़काऊ भाषण से दंगा करने के लिए ना हो मजबूर।

71. प्यार छुपता नहीं है नफरत से कोई अच्छा दिखता नहीं है, देश का भला तो अपना भला आप को दिखता नहीं है, संप्रदायिक एकता से देश तरक्की करने से रुकता नहीं है।

72. दूसरे को समझे अपने से अच्छा, वह भी समझेगा आपको अपने से अच्छा, फिर खत्म हो जाएगा जाति धर्म का झगड़ा।

73. संप्रदायिक एकता, भारत कि विश्व हैरानी से देखता।

74. वह एक ही अच्छा जो समझे सब की जाति और धर्म को अच्छा, दंगाइयों की भीड़ से देश उन्नति नहीं करता।

75. धर्म जाति का मतभेद करे खत्म, सरकार उठाए कड़े कदम, सरकार का साथ दे हम।

76. बच्चों से करे शुरुआत धार्मिक सहिष्णुता का उनके मन में डाले विचार, आगे संभलना है उन्हें घर देश संसार।

77. किसी के घर में ना लगाए आग ना जिंदा जलाए किसी को आप, संप्रदायिक दंगे में कहीं हो ना जाए यह आपके साथ।

78. दिल में रखे डर, बर्बाद हो जाएगा देश और घर, यह नहीं मानवता का धर्म।

79. इससे तो नास्तिक अच्छे, उनके किसी के खून मे हाथ तो नहीं रंगते।

80. सब धर्मों में है अच्छी शिक्षा और अच्छे संस्कार, तो किसी धर्म को बुरा कहने पर हमारे ऊपर है धिक्कार।

81. मंदिर मस्जिद गुरुद्वारा चर्च सब ने सिखाया मानवता से प्यार, तो नफरत को अपनाए जिसे नहीं है परमात्मा से प्यार।

82. एक दिन जब मौत का बुलावा आएगा, तो संप्रदायिक एकता नष्ट करके पछताएगा।

83. गरीबी भुखमरी को करके दिखाए खत्म, संप्रदायिक दंगे से ज्यादा इसको खत्म करने में लगता है दम।

84. चारों तरफ सुख शांति होगी, जब धार्मिक सहिष्णुता होगी।

85. ऐसे भाषणों प्रचार का सरकार जनता करे विरोध, जिससे संप्रदायिक एकता हो नष्ट।

86. अपने पर दया करे, संप्रदायिक दंगे की जगह देश का विकास करे।

87. एकता की शक्ति को पहचाने, अपना जीवन सुधारे।

88. नफरत नहीं प्यार को चुन, परमात्मा की सुन वरना संप्रदायिक दंगे से हो जाएगा सुख गुम।

89. सब में होते हैं सुख-दुख प्यार के जज्बात, तो जाति धर्म की क्यों होती है तकरार।

90. पूरी आबादी धर्म जाति के दंगे में मारी जाए, तो दुनिया को ना होगी हैरानी, सब कहे ऐसी घटिया बात क्यों मानी।

91. फूल या लहू से लथपथ शव, सोचे क्या है कुबूल, ना करे, संप्रदायिक दंगे की भूल।

92. कर्फ्यू का दुख ना सहे, शिक्षित होकर जीवन में बढ़े।

93. उसका होता है विनाश, जो धार्मिक कट्टरपंथियों के अपनाएं विचार।

94. समाज ना करेगा उसको माफ, किसने संप्रदायिक एकता का किया महाविनाश।

95. जिम्मेदार नागरिक अपनी जिम्मेदारी समझे, देश को अपना सब कुछ देने से ना चुके, संप्रदायिक दंगे से सुख रूठे।

96. सद्भावना एकता प्यार, इसमें ही है आपका उद्धार।

97. संप्रदायिक दंगे से डर कर जीना, छोड़े नफरत का जहर पीना।

98. अनेकता में एकता, धर्म जाति के भेदभाव से ना खत्म होने दें, यह भारत की विशेषता।

99. एकता में बल है, तभी तो देश संबल है, धर्म जाति के भेदभाव से देश दुर्बल है।

100. संप्रदायिक एकता के नारे हिंदू मुस्लिम सिख इसाई सबको लगे प्यारे।

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निष्कर्ष:

तो ये थे कुछ बहुत ही पावरफुल सांप्रदायिक एकता पर नारे, हम आशा करते है की आपको हमारे द्वारा लिखे हुए ये सभी नारे जरुर पसंद आये होंगे.

यदि आपको ये स्लोगन पसंद आये तो इनको शेयर अवश्य करें ताकि अधिक से अधिक लोगों को यूनिटी पर स्लोगन पढने को मिले. आपको हमारे ये सभी नारे कैसे लगे उसके बारे में हमें कमेंट में जरुर बताये.

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