जब आप बाहर एक शानदार फिल्म देखकर आते हैं, या किसी भी बड़े एक्टर की स्टोरीज़ देखते हैं, तो आपके मन में यह ख्याल जरूर आया होगा, कि क्या आप भी एक एक्टर बन सकते हैं।
वैसे एक्टर बनने के लिए कोई एज फिक्स नहीं है, लेकिन अगर बचपन से ही इसकी राह पकड़ ली जाए तो आगे जाकर परेशानी नहीं होती है। वास्तव में एक्टिंग एक स्किल है, इस कारण हर किसी के लिए एक्टिंग करना बहुत मुश्किल होता है।
एक्टिंग स्किल सीखना कोई बड़ी बात नहीं है, आप बचपन से ही छोटी-मोटी एक्टिंग कर इस स्किल को सीखने की शुरुआत कर सकते हैं। हमने एक एक्टर की स्किल, जिम्मेदारियों और करियर पथ के बारे में मार्गदर्शन करने के लिए एक आर्टिक्ल तैयार किया है।
एक एक्टर के रूप में करियर जितना ग्लैमरस लगता है, वास्तव में सफलता का स्वाद चखने के लिए कई कठिनाइयों से गुजरना पड़ता है। एक्टिंग में करियर बनाना कोई आसान रास्ता नहीं है।
कई लोगों के लिए सफलता की कोई गारंटी नहीं होती है, लेकिन दृढ़ता और नेटवर्किंग इस इंडस्ट्री में मदद कर सकती है। कुछ के लिए एक्टर बनना एक पेशा बन जाता है और कई लोगों के लिए एक्टर बनना फ्युचर का लाइफस्टाइल बन जाता है।
एक परिभाषा में कहें तो एक एक्टर वह व्यक्ति होता है जो स्क्रीन, टेलीविजन या ओवर द टॉप (OTT) प्लेटफॉर्म पर एक्टिंग करता है। मतलब वह किसी भी काल्पनिक या जीवित पात्र की एक्टिंग करता है।
एक एक्टर होने के नाते एक वीडियो कैमरे के पीछे भावनाओं और लिपियों को व्यक्त करके दर्शकों का मनोरंजन करना होता है। जिसे एडिट करके सिनेमा, टीवी, शॉर्ट फिल्म, वेब सीरीज आदि में रिलीज किया जाता है।
इसमें शारीरिक और भावनात्मक रूप से बहुत काम करना होता है। क्योंकि अगर एक्टर ओडियंस के साथ भावनात्मक रूप से नहीं जुड़ेगा, तो लोगों को उसका काम पसंद नहीं आएगा। ओडियंस की किसी भी एक्टर की सबसे बड़ी सपोर्ट होती है।
एक एक्टर के रूप में स्टंट करने, डांस करने, स्क्रिप्ट पढ़ने और याद रखने आदि में सक्षम होना चाहिए। यह सब चित्रित किए जा रहे चरित्र पर निर्भर करता है। एक्टिंग सिर्फ पर्दे पर नहीं है, आजकल अभिनेताओं ने दर्शकों के सामने एक्टिंग करनी शुरू कर दी है।
हर कोई एक्टर क्यों बनना चाहता है?
यह एक ऐसा प्रश्न है जिसका उत्तर केवल आप खुद ही दे सकते हैं। लेकिन सबसे आम जवाब यह है कि एक्टिंग इंडस्ट्री जीने के लिए और कमाने के लिए एक्टिंग कर रही है।
हालांकि नियमित रूप से काम की तलाश करना मुश्किल है, फिर भी कुछ लोग इंडस्ट्री में स्थिर होने के लिए तैयार हैं। इंडस्ट्री में अभिनेताओं के रूप में काम करने वाले बहुत से लोग क्षतिपूर्ति के लिए दूसरे काम करते हैं जब तक कि काम लगातार नहीं निकलता।
एक फिल्म में पात्र पर्सनल प्रोजेक्ट के रूप में आते हैं लेकिन टीवी सीरीज में लगातार एक्टिंग करनी होती है। केवल आप ही अपने द्वारा चुने गए कैरियर मार्ग पर प्रश्न और उत्तर दे सकते हैं। रास्ता अपनाने से पहले हमेशा खोजबीन करें।
वास्तव में हर कोई एक्टर इसलिए बनना चाहता है, क्योंकि इसमें पैसा और शोहरत बहुत है। लेकिन इनके साथ-साथ लोगों का जुड़ाव मिलता है। आप उनके लिए एक मार्गदर्शक बन जाते हैं।
बहुत से ऐसे एक्टर है, जो वास्तव में हमारे लिए प्रेरणा है। उनका लाइफस्टाइल और स्ट्रगल हर व्यक्ति के लिए प्रेरणा होता है। इस तरह से एक्टर बनने के बाद पैसा, शोहरत, सपोर्ट और लोगों का भावनात्मक जुड़ाव मिलता है।
भारत में एक्टर कैसे बनें?
कोई भी इच्छुक एक्टर अपना करियर शुरू करने के लिए निम्नलिखित स्टेप्स से गुजरते हैं। हालाँकि एक्टर बनने का कोई आदर्श तरीका नहीं है, लेकिन कुछ बेसिक स्टेप्स इसमें सहायता कर सकते हैं।
- एक्टिंग कोर्स करें या एक्टिंग स्कूल ज्वाइन करें- एक्टिंग स्कूल या थिएटर ग्रुप ज्वाइन करने से आपको फिल्म निर्माण के विभिन्न पहलुओं को समझने का सही मौका मिलेगा।
- वर्क एक्सपिरियन्स प्राप्त करें- कार्य करने से अनुभव मिलता है। एक्टिंग में प्रैक्टिस या लाइव प्ले में विभिन्न रोल्स और कैरेक्टर्स को निभाने से आपको विभिन्न भावनाओं और acts को चित्रित करने में अनुभव प्राप्त करने में मदद मिलती है।
- नेटवर्किंग के अवसरों का लाभ उठाएं- एक्टिंग स्कूल में होने या कोर्सजे या वर्कशोप्स में भाग लेने से आपको इंडस्ट्री में पहले से काम कर रहे लोगों के संपर्क में आने में मदद मिलेगी। काम को बेहतर ढंग से समझने के लिए उनसे जुड़ें और अपने इंटरेस्ट को भी उनके साथ शेयर करें।
- एक प्रभावशाली रिज्यूमे बनाएं- केवल चेहरे के भाव बनाने और एक लंबी स्क्रिप्ट पढ़ने से कोई एक्टर नहीं बनता है। अलग-अलग डांस फॉर्म सीखना, फिटनेस बनाए रखना, बुनियादी डिफेंस तकनीक, वॉयस मॉड्यूलेशन आदि निश्चित रूप से आपके रिज्यूमे को सबसे अलग बनाएंगे।
- ऑडिशन में भाग लें- अधिकांश फिल्म बहुत तैयारी के साथ शुरू होती है। कास्टिंग अभिनेताओं के लिए हमेशा एक ऑडिशन होगा जिसमें आप शामिल हो सकते हैं। उपस्थित होने से पूर्व तैयारी करना बहुत अच्छा होता है।
एक्टर बनने के लिए आवश्यक स्किल
प्रत्येक प्रॉफ़ेशन या नौकरी को कुशल और उत्पादक होने के लिए स्किल के एक सेट की आवश्यकता होती है। इसी तरह एक एक्टर बनने के लिए भी समय के साथ कुछ स्किल विकसित करने की आवश्यकता होती है।
यहां उन बुनियादी स्किल्स के बारे में बताया जा रहा है, जो एक्टर बनने के लिए बहुत जरूरी है-
- एक टीम प्लेयर और एक सोलो एक्टर होने की क्षमता होनी चाहिए।
- दिशा-निर्देश लेने के लिए दिमाग खुला होना चाहिए।
- लाइव दर्शकों के सामने प्रदर्शन करने का आत्मविश्वास।
- पढ़ने, सीखने और याद रखने की क्षमता।
- असामान्य घंटे भी काम करने के लिए तैयार।
- एक बढ़िया टाइमकीपर होना चाहिए, जो अपने टाइम की कद्र करे।
- किसी भी कैरेक्टर में सुधार करने की क्षमता
- आवाज दृढ़ और साफ होनी चाहिए, जो ओडियंस को पसंद आए
- विश्वसनीयता
- हर प्रकार के कैरेक्टर बिल्ड करने की क्षमता।
एक फिल्म एक्टर की जिम्मेदारियां
एक फिल्म एक्टर के रूप में बहुत सारी जिम्मेदारी होती है, जो उनके कंधों पर होती है। जो किरदार निभा रहा है उसके साथ न्याय करने के अलावा, नाटक में बहुत से संबंधित काम करने की जरूरत है।
यहां एक प्रॉफेश्नल एक्टर की जिम्मेदारियां हैं।
- कैरेक्टर के डायलोग सीखें, पूर्वाभ्यास करें और याद करें।
- परफॉर्मेंस करने के लिए डायरेक्टर से निर्देश लें।
- लाइव ऑडियंस के सामने भावनाओं को व्यक्त करें और कैरेक्टर को प्रोजेक्ट करें।
- चल रहे एक्ट में कैरेक्टर का निर्माण करें
- वॉयसओवर और डबिंग करें।
- पर्याप्त तैयारी के साथ ऑडिशन में भाग लें।
- किसी स्थिति में कैरेक्टर की प्रतिक्रिया में सुधार करें।
- लाइव स्टेज परफॉर्मेंस पर काम करें।
- प्रमोशन स्ट्रेटजी के भाग के रूप में फिल्म या शो का प्रचार करें।
एक्टर बनने के लिए कौनसा कोर्स करें?
एक्टिंग एक कला है जहाँ कुछ लोग जन्म से ही प्राप्त कर लेते हैं और कुछ लोग अपनी रुचि और एक्टिंग के प्रति प्रेम के आधार पर खुद को एक्टर/एक्टर्स बनने के लिए प्रशिक्षित कर लेते हैं।
यह एक ऐसी एक्टिविटी है जिसमें स्टोरी मुख्य पहलू निभाती है। जिसमें एक्टर/एक्टर्स उसके कैरेक्टर को अपनाते हैं और टेलीविजन धारावाहिकों, फिल्म, रेडियो, थिएटर या किसी अन्य माध्यम में समान भावनाओं के साथ रोल प्ले करते हैं।
एक्टिंग में एक अच्छी तरह से विकसित इमेजिनेशन, शारीरिक अभिव्यक्ति, मुखर प्रक्षेपण, भाषण की स्पष्टता, भावनात्मक जुड़ाव और ड्रामा की व्याख्या करने की क्षमता सहित बहुत सारी स्किल्स होती है।
एक्टिंग भी बोलियों, लहजे, improvisation, observation and emulation, स्वांग और स्टेज का मुकाबला करने की क्षमता की मांग करता है। वास्तव में एक्टर एक कलाकार होता है, जिसमें बहुत सारी कलाएं होती है।
अधिकांश टॉप एक्टर या अभिनेत्रियाँ एक्टिंग में अपनी प्रतिभा और स्किल को बढ़ाने के लिए विशेष एक्टिंग कार्यक्रमों या कॉलेजों या स्कूलों में खुद को ट्रेन करते हैं।
फिल्मों में सही करियर या ब्रेक पाने के लिए किसी ऑडिशन में अपनी स्किल का प्रदर्शन करना चाहिए या शॉर्ट फिल्मों में खुद को साबित करना चाहिए। इसके अलावा फिल्मों या टिक टॉक या अन्य माध्यमों से खुद को साबित करना चाहिए।
यदि उम्मीदवारों की फिल्मी बैकग्राउंड है तो वे बिना किसी संघर्ष के आसानी से फिल्मों या टेलीविजन इंडस्ट्री में प्रवेश कर सकते हैं। लेकिन ये सभी भारत या विदेश के टॉप एक्टिंग स्कूलों से एक्टिंग कोर्सेज भी पूरा करते हैं।
एक्टिंग में निम्नलिखित प्रमुख क्षेत्र / विषय हैं जिनके बारे में हर किसी को पता होना चाहिए। ये निम्नानुसार हैं-
- डाइरेक्शन
- थिएटर आर्ट्स
- ड्रामा
- Cinematography
- स्क्रीनप्ले राइटिंग
एक्टिंग कोर्सजे की फीस
अधिकांश एक्टिंग स्कूल अपने कोर्सजे और प्रतिष्ठा के आधार पर अपनी फीस स्ट्रक्चर बनाते हैं। हालांकि एक्टिंग कोर्सेज के लिए औसत फीस विभिन्न श्रेणियों में बांटी गई है। प्रत्येक श्रेणी के लिए एक्टिंग कोर्स फीस निम्नलिखित हैं:
पार्ट टाइम सर्टिफिकेट कोर्स:
- एक्टिंग और डांसिंग: 25,000 रुपये
- केवल एक्टिंग: 20,000 रुपये
वीकेंड वर्कशॉप:
- एक्टिंग और डांसिंग: 12,500 रुपये
- केवल एक्टिंग: 10,000 रुपये
4 महीने का वीकेंड प्रोग्राम:
- एक्टिंग और डांसिंग: 75,000 रुपये
- केवल एक्टिंग: 65,000 रुपये
एक्टिंग के क्षेत्र में डिग्री कोर्सेज
नीचे टेबल है जहां आप एक्टिंग क्षेत्र में उपलब्ध सभी डिग्री कोर्सेज की सूची देख सकते हैं। जो उम्मीदवार बचपन से ही एक्टिंग के दीवाने हैं और एक्टिंग स्किल को और अधिक कुशलता से सीखना चाहते हैं, उन्हें एक्टिंग में डिग्री कोर्स पूरा करना चाहिए।
आप BA, BA (ऑनर्स), BTA जैसे तीन यूजी डिग्री कोर्स में से कोई भी कोर्स चुन सकते हैं। यदि आप एक्टिंग स्कूलों में अपनी प्रैक्टिस जारी रखना चाहते हैं, तो आपको अगला डिग्री कोर्स यानी एक्टिंग में मास्टर्स और डॉक्टरेट कोर्स करना चाहिए।
टेबल को अच्छी तरह से देखें और कोई भी कोर्स चुनें जिसे आप पूरा करने में रुचि रखते हैं।
एक्टिंग में डिग्री कोर्सेज | टोटल कॉलेज |
बैचलर डिग्री इन एक्टिंग, B.A. (Acting) | 2 |
बैचलर ऑफ आर्ट्स ऑनर्स इन ड्रामा, B.A. (Hons) (Drama), | 3 |
बैचलर ऑफ थिएटर आर्ट्स (B.T.A.) | 1 |
मास्टर ऑफ आर्ट्स इन इंडियन थिएटर, M.A. (Indian Theatre) | 1 |
मास्टर ऑफ आर्ट्स इन थिएटर, M.A. (Theatre) | 6 |
मास्टर इन फिल्म टेक्नोलोजी, M.F.Tech. (Cinematography) | 1 |
मास्टर इन फिल्म टेक्नोलोजी, M.F.Tech. (Direction & Screenplay Writing) | 1 |
डॉक्टर ऑफ Philosophy इन ड्रामाटिक्स, Ph.D. (Dramatics) | 3 |
डॉक्टर ऑफ Philosophy इन इंडियन थिएटर, Ph.D. (Indian Theatre) | 1 |
एक्टिंग में PG और डिप्लोमा कोर्सेज
भारत में निम्नलिखित एक्टिंग कोर्सेज उन उम्मीदवारों की मदद करते हैं जो अपनी 10वीं कक्षा को पूरा करते हैं और एक्टिंग स्कूलों में जाने की कोशिश कर रहे हैं ताकि उनकी एक्टिंग प्रतिभा और स्किल में सुधार हो सके।
एक्टिंग में यह डिप्लोमा और स्नातकोत्तर डिप्लोमा कोर्सेज छात्रों को सिखाता है कि कहानी को कैसे समझें और बिना किसी प्रैक्टिस के बहुत आसानी से उस विशेष कैरेक्टर में कैसे उतरें।
एक्टिंग कोर्स में डिप्लोमा करके आप अपने करियर में मिलने वाली किसी भी भूमिका के प्रति बहुत आश्वस्त हो सकते हैं।
डिप्लोमा कोर्सेज इन एक्टिंग | टोटल कॉलेज |
एक्टिंग में डिप्लोमा | 44 |
एक्टिंग में एडवांस डिप्लोमा | 1 |
डिप्लोमा इन एक्टिंग एंड ड्रामा | 1 |
Direction & Screenwriting में डिप्लोमा | 2 |
Dramatic Arts में डिप्लोमा | 2 |
एक्टिंग में पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा | 4 |
Dramatic में पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा | 3 |
थिएटर आर्ट्स में पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा | 2 |
एक्टिंग में सर्टिफिकेट कोर्सेज
एक्टिंग में बेसिक सर्टिफिकेट कोर्सजे इस प्रकार से हैं-
एक्टिंग में सर्टिफिकेट कोर्स | टोटल कॉलेज |
सर्टिफिकेट कोर्स इन एक्टिंग | 23 |
सर्टिफिकेट कोर्स इन एक्टिंग एंड टीवी प्रेजेंटेशन | 2 |
सर्टिफिकेट कोर्स इन एक्टिंग फाउंडेशन | 1 |
थ्री मंथ सर्टिफिकेट कोर्स
- दर्शकों का सामना करना और Inhibition को हटाना, मन और शरीर को फ्री करना
- क्लैप बोर्ड, खुद से सवाल पूछें
- वॉयस प्रोजेक्शन और वॉयस मॉड्यूलेशन तनाव और विराम
- बॉडी लैंगवेज़
- एक्टिंग एक्सर्साइज़, मिरर एक्सर्साइज़
- सिनेमास्कोप
- गेटअप, एक कैरेक्टर के करीब पहुंचना, Observation, Improvisation
- कैमरा फेसिंग, मिमिंग, विभिन्न भावनाओं को समझना, Mannerism
- फिल्मों पर चर्चा
- प्रसिद्ध अभिनेताओं/अभिनेत्रियों की जीवनी
- साउंड-बैकग्राउंड म्यूजिक, SFX
सिक्स मंथ सर्टिफिकेट कोर्स
- डिक्शन एक्सरसाइज
- मॉडलिंग के एलिमेंट्स
- डांस- एक्सरसाइज, मूवमेंट, डांस स्टेप्स
- स्टंट- बेसिक ग्राउंड मूवमेंट्स, फ्लेक्सिबिलिटी के लिए एक्सरसाइज, एक्शन रिएक्शन, जंप और एक्रोबेट्स
- स्टंट कोरियोग्राफी, स्प्रिंग बोर्ड का उपयोग
- साइड रोल्स में एक्टिंग और इसका महत्व
- लिप सिंक, फीलिंग द लिरिक्स
- कैरेक्टर डबिंग
- दूसरों के साथ कदमों का तुल्यकालन
- अन्य कलाकारों के साथ पूरा गाना सेट करना
- जटिल डांस स्टेप्स
- शो रीलों का निर्माण करना
एक्टिंग करियर में विशेष क्षेत्र
एक्टिंग करियर में लोगों को अपनी प्रतिभा दिखाने और कुछ आय अर्जित करने के लिए बहुत सारे क्षेत्र और मंच होंगे। हालाँकि हमने एक्टिंग करियर में कुछ विशेष क्षेत्रों को इकट्ठा किया है, जिन्हें आपको देश भर में अपनी प्रसिद्धि के लिए प्रयास करना चाहिए।
- फिल्म एक्टिंग
- Theatrical एक्टिंग
- स्टेज परफॉर्मेंस
- टेलीविजन एक्टिंग
- वॉयस ओवर
बेसिक एक्टिंग कोर्सेज
- बॉडी लैंगवेज़
- Characterization
- डायलॉग डिलीवरी
- रोल को एनलाइज करना
- भावनाएँ (इमोशन)
एक्टिंग कोर्सजे के लिए एंट्रैन्स इग्जाम
यदि आप अपना एक्टिंग कोर्स पूरा करने के लिए एड्मिशन लेना चाहते हैं, तो सबसे पहले आपको सर्वश्रेष्ठ एक्टिंग स्कूलों की खोज करनी चाहिए और प्रवेश प्रक्रिया के बारे में जानने के लिए उनसे contact करना चाहिए।
एक्टिंग कोर्स की डिटेल्स जैसे मापदंड आदि जानें और फॉर्म भरें। इसके बाद फीस का भुगतान करें और एक अच्छी शुरुआत के साथ अपने ड्रीम प्रोजेक्ट को पूरा करें।
एक्टिंग के कुछ स्कूल और कॉलेज सामान्य योग्यता और अन्य विषयों के साथ एंट्रैन्स इग्जाम आयोजित करते हैं। और कुछ एक्टिंग स्टूडियो और स्कूल पहले आओ पहले पाओ के आधार पर प्रवेश देते हैं। इसलिए पहले डिटेल्स देखें और अपना कोर्स पूरा करें।
कोर्स पूरा होने के बाद बेशक कुछ स्कूल ऐड फिल्मों और टीवी सीरियल्स में काम करने के लिए खुद करियर ऑप्शन ऑफर करते हैं। वरना आपको एक्टिंग फील्ड में करियर बनाने के लिए एक सही और वैलिड इंडस्ट्री का चुनाव करना होगा।
निम्नलिखित एक्टिंग स्कूल्स के मानदंडों की जाँच करें और अपना करियर शुरू करने के लिए भारत में एक्टिंग कोर्सेज के लिए एड्मिशन लें।
- व्हिस्लिंग वुड्स इंटरनेशनल: यह एक एंट्रैन्स इग्जाम आयोजित करता है जो आपको General Aptitude, Monologue, SOP- State of purpose आदि के बारे में टेस्ट लेता है।
- बैरी जॉन एक्टिंग स्टूडियो: इसका सेसन नवंबर में शुरू होता है, और प्रवेश पहले आओ पहले पाओ के आधार पर होता है।
ग्रैजुएशन के बाद एंट्रैन्स इग्जाम
- नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा (NSD): छात्रों को प्रवेश देने के लिए इनके पास एक बढ़िया प्रक्रिया है। इसमें सबसे पहले ऑडिशन या प्रैक्टिकल टेस्ट लिया जाता है। फिर फाइनल राउंड में 4-5 दिनों की वर्कशॉप होती है।
- फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (FTII): इसमें प्रवेश के लिए अस्थायी तिथि अगस्त के आसपास है, और प्रवेश written टेस्ट और इंटरव्यू पर आधारित है।
भारत में बेस्ट एक्टिंग स्कूल्स
एक्टिंग में करियर बनाना और एक्टर या एक्टर्स बनना आज के युवाओं का सपना है। एक्टिंग करियर फिल्मों, विज्ञापन शो और विज्ञापनों के साथ-साथ प्रसिद्धि और नाम के रूप में आकर्षक अवसर लाता है।
लेकिन इंडस्ट्री में कदम रखने से पहले आपको किरदार में रहने के लिए एक्टिंग, अभिव्यक्ति और डायलोग डिलिवरी की बुनियादी समझ होनी चाहिए।
अगर आप फिल्मों और टीवी शो के दीवाने हैं और एक्टर/एक्टर्स बनना चाहते हैं, तो आपको पता होगा कि कौन सा एक्टिंग स्कूल आपके लिए सबसे उपयुक्त है।
यहां आप 2023 में भारत में टॉप सर्वश्रेष्ठ एक्टिंग स्कूलों के साथ-साथ उनके स्थानों और विशिष्टताओं के बारे में जानेंगे। आइए नीचे दी गई सूची से शुरू करें।
1. ज़ी इंस्टीट्यूट ऑफ मीडिया एंड आर्ट्स, मुंबई
पता: सत्यदेव प्लाजा, 102A, पहली मंजिल, वीरा देसाई रोड, अंधेरी वेस्ट, मुंबई, महाराष्ट्र 400053
Zee Institute of Media and Arts एक नया इंस्टीट्यूट है जो फिल्म, टीवी और पत्रकारिता के क्षेत्र में इंडस्ट्री की नॉलेज प्रदान करता है। Zee Network के मजबूत संगठन Z.I.M.A पर तैयार किया गया है।
फिल्म निर्माण और मीडिया की तेजी से बढ़ती और असाधारण दुनिया के लिए यह सही रास्ता है। इसका उद्देश्य फिल्म निर्माण उद्योग की दुनिया में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने के लिए छात्रों को स्किल से लैस करना और उनकी प्रतिभा को तैयार करना है।
Zee Institute को मीडिया शिक्षा प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किया गया है जो सपने को साकार करने की स्किल प्रदान करता है। इसका उद्देश्य एक लचीला और सुलभ वातावरण प्रदान करना भी है।
संस्थान में पेश किए जाने वाले कोर्स:
- फिल्म निर्माण
- डाइरेक्शन
- Cinematography
- आर्टिफ़िश्यल इंटेलिजेंस
- Voicing & TV Presentation
- साउंड रिकॉर्डिंग और डिजाइन
- पत्रकारिता, आदि।
2. सेंटर फॉर रिसर्च इन आर्ट्स ऑफ फिल्म एंड टेलीविजन, दिल्ली
पता: क्राफ्ट फिल्म स्कूल, B-11. कुतुब इंस्टीट्यूशनल एरिया, नई दिल्ली- 110016
वर्ष 2006 में स्थापित, सेंटर फॉर रिसर्च इन आर्ट ऑफ फिल्म एंड टेलीविजन एक गैर-लाभकारी संस्थान है। दिल्ली स्थित संस्थान का लक्ष्य टेलीविजन और फिल्म के क्षेत्र में शिक्षा, रचनात्मकता, ट्रेनिंग, documentation, रिसर्च, डिस्ट्रिब्यूशन, dissemination और टाई-अप को मजबूत करना है।
एक अकादमिक संगठन होने के नाते यह फिल्म इंडस्ट्री से संबंधित शॉर्ट-टर्म और लॉन्ग-टर्म प्रोग्राम प्रदान करता है। इसे बहुत ही कम लागत पर भारत में सर्वश्रेष्ठ फिल्म और टेलीविजन संस्थान माना जाता है।
संस्थान में पेश किए जाने वाले कोर्स:
- एक्टिंग और मॉडलिंग
- टीवी पत्रकारिता और समाचार पढ़ना
- डाइरेक्शन और स्क्रिप्ट राइटिंग
- रेडियो जॉकी
- अंग्रेजी पत्रकारिता
- ध्वनि रिकॉर्डिंग और ऑडियो इंजीनियरिंग
- वैडिंग प्लानिंग
- YouTube फिल्म मेकिंग, आदि।
3. बैरी जॉन एक्टिंग स्टूडियो, मुंबई
पता: 301, नानक चेम्बर्स, फन रिपब्लिक के सामने, न्यू लिंक रोड, अंधेरी वेस्ट (मुंबई: महाराष्ट्र 400053)
बैरी जॉन एक्टिंग स्टूडियो 25 से अधिक वर्षों से काम कर रहा है। यह मुंबई और दिल्ली में सबसे अच्छा एक्टिंग स्कूल है। B.J.A.S के साथ छात्र भारत और विदेश दोनों में फिल्म इंडस्ट्री के सभी लेवल के साथ काम कर सकते हैं।
भारत में टॉप एक्टिंग स्कूलों की सूची में B.J.A.S. को एक महत्वपूर्ण स्थान दिया गया है। इसकी क्लासेज B.J.A.S द्वारा आयोजित की जाती हैं। दिल्ली और मुंबई में उम्मीदवारों को एक्टर/एक्टर्स बनने के रास्ते पर ले जाने के लिए तैयार किया गया है।
सफल एक्टर बनने के लिए छात्रों को प्रोजेक्ट्स, प्रैक्टिस, फिल्माए गए सीन वर्क और अन्य मॉड्यूल की एक सीरीज प्रदान की गई है। B.J.A.S. ने सफलतापूर्वक ऐसे अभिनेताओं को तैयार करता है जो किसी भी भूमिका को निभा सकते हैं।
संस्थान में पेश किए जाने वाले कोर्स:
- फिल्म मेकिंग
- फिल्म एक्टिंग
- फिल्म की तैयारी
- युवा एक्टर क्लब
4. सत्यजीत रे फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट, कोलकाता
पता: F9PW+88G, E.M. बायपास रोड, P.O., ईस्टर्न मेट्रोपॉलिटन बाईपास, पंचसयार, कोलकाता, पश्चिम बंगाल 700094
वर्ष 1995 में उद्घाटन किया गया, S.R.F.T.I. कोलकाता, पश्चिम बंगाल में स्थित एक प्रमुख फिल्म और टीवी इंस्टीट्यूट है। इस संस्थान का नाम भारतीय फिल्म निर्माता सत्यजीत रे के नाम पर पड़ा है।
यह फिल्म बनाने और फिल्मों के निर्माण के विचारों और कला में हाइ और प्रॉफेश्नल तकनीकी और शिक्षा विशेषज्ञता प्रदान करता है। भारत सरकार के तहत सूचना और प्रसारण मंत्रालय द्वारा वित्त पोषित, स्वायत्त संगठन C.I.L.E.C.T का सदस्य भी है।
यह वर्ष 2019 में दुनिया के सर्वश्रेष्ठ फिल्म स्कूलों की सूची में टॉप पर था।
संस्थान में पेश किए जाने वाले कोर्स:
- फिल्म और टीवी शो मेकिंग
- डायरेक्शन और स्क्रीनप्ले
- एनिमेशन सिनेमा
- एडिटिंग
Cinematography, आदि
5. Anupam Kher’s Actor Prepares, मुंबई
पता: पहली मंजिल, फिल्म इंडस्ट्री कल्याण ट्रस्ट हाउस के पास एस.एन.डी.टी. कॉलेज, जुहू तारा रोड, अजीवासन हॉल के बगल में, सांताक्रूज पश्चिम, मुंबई, महाराष्ट्र 400049
Anupam Kher’s Actor Prepares मुंबई (महाराष्ट्र) में स्थित एक प्रतिष्ठित इंस्टीट्यूट है। वर्ष 2005 में अनुपम खेर (एक भारतीय एक्टर) द्वारा स्थापित, यह प्रसिद्ध अभिनेताओं द्वारा एक प्रसिद्ध एक्टिंग स्कूल बन गया है।
इस प्रकार यह दुनिया भर में प्रसिद्धि और नाम प्राप्त कर रहा है। यह राइटिंग और एक्टिंग में वर्कशोप्स और प्रोग्राम्स की पेशकश करने में लगा हुआ है।
इस संस्थान द्वारा पेश किए जाने वाले कुछ प्रमुख कार्यक्रमों में एक्टिंग में डिप्लोमा, वीकेंड प्रोग्राम्स, वीकेंड एक्टिंग कोर्स आदि शामिल हैं।
संस्थान द्वारा प्रदान किए जाने वाले कोर्स:
- स्क्रिप्टिंग डिप्लोमा कोर्स
- बाल कलाकारों के लिए वर्कशॉप
- वीकेंड वर्कशोप्स
- वीकेंड पर एक्टिंग प्रोग्राम आदि।
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निष्कर्ष:
तो ये था एक्टर बनने के लिए कौन सा कोर्स करें, हम आशा करते है की इस आर्टिकल को पढ़ने के बाद आपको एक्टर बनने के लिए कौनसा कोर्स करना पड़ता है इसके बारे में पूरी जानकारी मिल गयी होगी।
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