आज के इस आर्टिकल में हम आपको “हिंदी के फुल फॉर्म” के बारे में जानकारी देने वाले हैं। अगर आप इंटरनेट पर यह सर्च करते रहते हैं कि, हिंदी का फुल फॉर्म क्या होता है या फिर हिंदी का मतलब क्या होता है, तो आप बिल्कुल सही जगह पर आए हैं, क्योंकि आज के इस आर्टिकल में आपको हिंदी से संबंधित सभी जानकारी प्राप्त होगी।
दोस्तों हमारा भारत देश एक बहुत बड़ी जनसंख्या वाला देश है। वर्तमान के समय में हमारे भारत देश की आबादी 130 करोड़ के पार पहुंच गई है और यह लगातार बढ़ती ही जा रही है और इतनी बड़ी जनसंख्या होने के कारण हमारा भारत देश में विविधताओं से भरा हुआ है। हमारे भारत देश में विभिन्न धर्म मजहब और संप्रदाय के लोग निवास करते हैं जिनकी अपनी अपनी बोली भाषा है।
हमारे भारत देश में मुख्य तौर पर सबसे बड़ा हिंदू धर्म है। उसके बाद इस्लाम मजहब का नंबर आता है।उसके बाद सिख, ईसाई और बौद्ध मजहब के लोग भी निवास करते हैं।
हमारे भारत में टोटल 29 केंद्र शासित प्रदेश हैं और हर राज्य की अपनी-अपनी बोली भाषा है तथा हर राज्य का पहनावा भी अलग है।जैसे पंजाब में पंजाबी बोली जाती है, गुजरात में गुजराती बोली जाती है, बिहार में भोजपुरी बोली जाती है, राजस्थान में राजस्थानी भाषा बोली जाती है, उड़ीसा में उड़िया भाषा बोली जाती है,हरियाणा में हरियाणवी तो तमिलनाडु में तमिल भाषा बोली जाती है।
इसके अलावा हर राज्य की अपनी भाषा है और हर राज्य के नागरिक को अपनी भाषा पर गर्व है, परंतु हमारे भारत देश में सबसे अधिक हिंदी भाषा बोली जाती है।हमारे भारत में लगभग 77% की आबादी हिंदी भाषा को समझ लेती है।
इसके अलावा आपकी जानकारी के लिए बता दें कि विदेशों में भी ऐसे कई देश है, जहां पर हिंदी भाषा बड़ी आसानी से लोग बोल और समझ लेते हैं। फिजी जैसे देश में आधी आबादी हिंदी भाषा समझ लेती है, क्योंकि हिंदी भाषा समझने में बहुत ही आसान होती है।
इसलिए दुनिया के अधिकतर देशों ने अपने देश में हिंदी भाषा को भाषा की सूची में शामिल किया है, आइए हिंदी भाषा के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करते हैं।
हिंदी का फुल फॉर्म क्या है
■ हिंदी का फुल फॉर्म क्या होता है
सबसे पहले तो आइए जान लेते हैं कि हिंदी का फुल फॉर्म क्या होता है। दोस्तों आपकी जानकारी के लिए बता दें कि हिंदी का कोई भी फुल फॉर्म नहीं है।हिंदी को हिंदी ही कहते हैं। हालांकि बहुत से लोगों ने इसका अपने हिसाब से फुलफोरम बना कर रखा है।
परंतु उसे कहीं भी आधिकारिक रिकॉर्ड में नहीं रखा गया है, इसीलिए अगर ऐसा कोई फुल फॉर्म है भी तो उसे कही इस्तेमाल नहीं किया जा सकता,इसीलिए हम यह कह सकते हैं कि हिंदी का कोई फुल फॉर्म नहीं है। हिंदी का फुल फॉर्म ना तो हिंदी में ही है ना ही इसका फुल फॉर्म अंग्रेजी में है।
■ हिंदी भाषा क्या है
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि हिंदी भाषा हमारे भारत देश में सबसे अधिक बोली और समझी जाने वाली भाषा है। हमारे पड़ोसी देश चीन में आबादी ज्यादा होने के कारण चीन की मैंडरिन भाषा दुनिया में सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा है और मैंडरिन भाषा के बाद हमारे भारत देश की भाषा हिंदी का नंबर आता है।
मैंडरिन भाषा के बाद दुनिया में सबसे अधिक हिंदी भाषा बोली और समझी जाती है। इसके अलावा हिंदी में एक इंटरेस्टिंग बात यह भी है कि इसके अधिकतर शब्द संस्कृत, अरबी और फारसी भाषा से लिए गए हैं, इसलिए हिंदी भाषा को संबंध भाषा के नाम से भी पहचाना जाता है।
साल 2001 में हुई जनगणना के अनुसार हमारे भारत देश में पांच सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा में हिंदी, बंगाली, तेलुगु, मराठी और तमिल भाषा में शामिल है।
इसके अलावा आपको यह भी बता दें कि विश्व में सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा में हमारी हिंदी भाषा का स्थान तीसरे नंबर पर है।दूसरे नंबर पर अंग्रेजी भाषा का स्थान है। हमारे भारत देश में सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा हिंदी है और हमारे भारत देश के लगभग 77% लोग हिंदी भाषा को बोल और समझ लेते हैं। हिंदी को देवनागरी लिपि में लिखा जाता है और इसे नागरी के नाम से भी बुलाया जाता है।
देवनागरी में 11 स्वर और 33 व्यंजन होते हैं और इसे बाएं से दाएं ओर लिखा जाता है।
हिंदी भाषा के इतिहास में पहले साहित्य की रचना एक फ्रांसीसी लेखक ग्रासिन द तैसी ने की थी।
हमारे भारत के भारतीय संविधान ने साल 1949 में 14 सितंबर को हिंदी भाषा को राष्ट्रभाषा का दर्जा दिया था। इसलिए हम हर साल 14 सितंबर को हिंदी दिवस के तौर पर मनाते हैं। हिंदी भाषा में पहली प्रसिद्ध कविता प्रख्यात कवि अमीर खुसरो ने लिखी थी।
हिंदी के बढ़ते प्रभाव के कारण पिछले कुछ सालों से गूगल पर कई हिंदी वेबसाइट का निर्माण हुआ है, जब गूगल पर अधिकतर वेबसाइट अंग्रेजी भाषा में होती थी और हिंदी समझने वाले लोगों को उन वेबसाइट को समझने में मुश्किलों का सामना करना पड़ता था।
वहीं अब हिंदी भाषा की वेबसाइट के कारण हिंदीभाषी लोगों को बहुत सी जानकारियां हिंदी भाषा में ही प्राप्त हो रही हैं, जिससे उन्हें काफी फायदा हो रहा है। हाल ही में गूगल ने कहा था कि इंटरनेट पर हिंदी कंटेंट की मांग अब धीरे-धीरे बढ़ना चालू हो गई है और यह हर साल इंग्लिश कंटेंट के 19% के मुकाबले 94% बढ़ती जा रही है।
इसका एक कारण यह भी है कि गूगल ऐडसेंस से वेबसाइट के मालिक की कमाई भी होती है, इसीलिए बहुत से हिंदी ब्लॉगर भी गूगल पर अपनी वेबसाइट बना रहे हैं और लोगों को हिंदी में जानकारी प्रदान कर रहे हैं।
■ भारत में कितनी भाषाएं बोली जाती है
इस पूरी दुनिया में हमारा भारत देश ही एक ऐसा देश है, जहां पर विभिन्न भाषाएं बोली जाती है क्योंकि हमारे भारत देश में विभिन्न मजहब और संप्रदाय के लोग निवास करते हैं। भारत में वर्तमान के समय 461 भाषाएं बोली जाती है परंतु इनमें से 14 भाषाएं विलुप्त हो गई है।
■ भारत में कितने लोग हिंदी भाषा बोल लेते हैं
हिंदी भाषा सबसे सरल और लचीली भाषा होती है, इसीलिए इस भाषा को अधिकतर लोग बोल तथा समझ लेते हैं। एक आंकड़े के अनुसार हमारे भारत देश में लगभग 50 करोड से अधिक लोग हिंदी भाषा को बोल और समझ लेते हैं।
साल 2001 में वेब पोर्टल पर हिंदी का पहला वेब पोर्टल अस्तित्व में आया और तभी से इंटरनेट पर हिंदी ने अपनी छाप छोड़ना शुरू कर दिया और जो अब रफ्तार पकड़ चुका है और उसके साथ ही अन्य कई वेब पोर्टल हिंदी में लॉन्च हो चुके हैं। आज इंटरनेट पर हिंदी वेबसाइट की संख्या लाखों में पहुंच गई है। इसी से आप यह अंदाजा लगा सकते हैं कि हिंदी भाषा कितनी तेजी से तरक्की कर रही है।
■ दुनिया की कितनी यूनिवर्सिटी में हिंदी भाषा पढ़ाई जा रही है
जब कंप्यूटर का निर्माण हुआ था और जब कंप्यूटर का विकास हो रहा था तो अंग्रेजी भाषा को छोड़कर दुनिया की अन्य भाषाओं का इस्तेमाल कंप्यूटर में बहुत ही कम होता था जिससे कि लोगों को यह लगने लगा था कि कंप्यूटर अंग्रेजी भाषा के अलावा किसी अन्य भाषा में काम ही नहीं कर सकता।
परंतु वक्त बदलने के साथ-साथ इसकी स्थिति में बदलाव आया और साल 2009 में 19 अगस्त को गूगल ने कहा कि हर 5 वर्षों में हिंदी की सामग्री में 94% की बढ़ोतरी हो रही है और वर्तमान के समय में दुनिया अमेरिका के 45 विश्वविद्यालय सहित दुनिया की 175 यूनिवर्सिटी में हिंदी भाषा की पढ़ाई कराई जा रही है।
दुनिया के विभिन्न देशों में 25 से अधिक हिंदी पत्रिकाएँ नियमित रूप से हिंदी भाषा में प्रकाशित हो रही हैं। हिंदी हमारे भारत देश की उन 7 भाषाओं में से एक भाषा है, जिसका इस्तेमाल वेब एड्रेस यानी कि यूआरएल बनाने के लिए किया जाता है।
■ हिंदी को राष्ट्रभाषा के तौर पर जानना
हमारे भारत में ऐसे कई लोग हैं, जो हिंदी को भारत की राष्ट्रभाषा के तौर पर ही जानते हैं। हालांकि हमारे भारत में सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा हिंदी है, परंतु एक बात यह भी सत्य है कि हिंदी को राष्ट्रभाषा के रूप में स्वीकार नहीं किया गया है
अर्थात हिंदी हमारे भारत देश की राष्ट्रभाषा नहीं है।भारतीय संविधान के अनुच्छेद 343 के अंतर्गत हिंदी भाषा को भारत की राजभाषा के रूप में मान्यता दी गई है। जिसका मतलब होता है कि हिंदी भाषा का इस्तेमाल राजकीय कामों को करने के लिए किया जा सकता है और इसीलिए हिंदी हमारे भारत देश की राष्ट्रभाषा नहीं है।
हालांकि समय-समय पर हिंदी को भारत की राष्ट्रभाषा बनाने के लिए काफी लोग सिफारिश करते रहते हैं परंतु अभी तक यह हमारे भारत देश की राष्ट्रभाषा नहीं बन पाई है। भारतीय संविधान में राष्ट्रभाषा का कोई भी उल्लेख नहीं किया गया है।
■ राष्ट्रभाषा क्या होती है
किसी भी देश की संस्कृति का महत्वपूर्ण हिस्सा उस देश की राष्ट्रभाषा होती है और राष्ट्रभाषा का इस्तेमाल बोलने, लिखने तथा पढ़ने के लिए किया जाता है।राष्ट्रभाषा वह भाषा होती है जिसमें सभी कामों को किया जाता है।
देश के सभी सरकारी काम राष्ट्रभाषा में ही किए जाते हैं। उदाहरण के स्वरूप हमारे पड़ोसी देश बांग्लादेश में बंगाली भाषा को राष्ट्रभाषा के रूप में मान्यता दी गई है और बांग्लादेश में सभी सरकारी काम बंगाली भाषा में ही किए जाते हैं।
■ भारतीय संविधान में भाषा
जब हमारा देश साल 1947 में 15 अगस्त को अंग्रेजों से आजाद हुआ, तब उसके बाद हमारे भारत देश का संविधान निर्माण प्रारंभ हुआ और जब हमारे भारतीय संविधान का निर्माण हो रहा था, तब उस समय यह प्रश्न उठा था कि संस्कृत को भारत की राष्ट्रभाषा बनाया जाए
परंतु संस्कृत को भारत की राष्ट्रभाषा बनाए जाने का काफी विरोध होने लगा, जिसके कारण संस्कृत हमारे भारत देश की राष्ट्रभाषा नहीं बन पाई। इसके अलावा संविधान सभा में शामिल कई लोग हिंदी को राष्ट्रभाषा के रूप में चाहते थे
परंतु गैर हिंदी क्षेत्र के लोगों ने इसका तगड़ा विरोध किया। इसमें मुख्य रूप से तमिलनाडु, कर्नाटक जैसे राज्य के निवासी लोग शामिल थे और इसीलिए फिर संविधान सभा ने किसी भी भाषा को भारत की राष्ट्रभाषा नहीं बनाने का निर्णय लिया और इस तरह हिंदी भारत की राष्ट्रभाषा नहीं बन पाई।
आज भी जब कभी हिंदी को भारत की राष्ट्रभाषा बनाने के लिए कहीं से कोई आवाज होती है, तो इसका सबसे ज्यादा विरोध तमिलनाडु और कर्नाटक से ही होता है क्योंकि वहां के लोगों को लगता है कि हिंदी के राष्ट्रभाषा बनने से उनकी अपनी भाषा पर खतरा उत्पन्न हो सकता है। इसके अलावा एक कारण यह भी है कि तमिलनाडु के वामपंथी लोग नहीं चाहते कि हिंदी भारत की राष्ट्रभाषा बने।
हमारे भारतीय संविधान की आठवीं अनुसूची में सभी भाषाओं के बारे में जानकारी प्रदान की गई है और इस समय अनुसूची में 22 भारतीय भाषाओं को शामिल किया गया है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि जब हमारे भारतीय संविधान का निर्माण हो रहा था तब भारतीय संविधान निर्माण के समय 14 भारतीय भाषाओं को संविधान में शामिल किया गया था
और साल 1967 में सिंधी भाषा को भी इस अनुसूची में शामिल किया गया था। इसके बाद साल 1992 में कोंकणी, मणिपुरी और नेपाली भाषा को शामिल किया गया और साल 2004 में बोड़ो, डोगरी, मैथिली और संथाली भाषा को शामिल किया गया।
■ 14 सितंबर को क्यों मनाया जाता है ‘हिंदी दिवस’
हमारे भारत के भारतीय संविधान ने साल 1949 में 14 सितंबर को हिंदी भाषा को राष्ट्रभाषा का दर्जा दिया था। इसलिए हम हर साल 14 सितंबर को हिंदी दिवस के तौर पर मनाते हैं।
■ भारत में कौन सी भाषा कहां बोली जाती है
1. असमिया
असम
2. बांग्ला
बांग्लादेश, पश्चिम बंगाल, असम तथा त्रिपुरा
3. गुजराती
गुजरात
4. हिन्दी
समूचे उत्तर-मध्य भारत सहित देश के लगभग हर हिस्से में
5. कन्नड़
कर्नाटक
6. कश्मीरी
कश्मीर
7. कोंकणी
गोवा, दक्षिणी महाराष्ट्र, उत्तरी कर्नाटक, केरल
8. मलयालम
दक्षिण-पश्चिमी केरल, लक्षद्वीप,कर्नाटक और तमिलनाडु
9. मणिपुरी
मणिपुर, असम, मिज़ोरम, त्रिपुरा, बांग्लादेश और म्यांमार
10. मराठी
मुख्यतः महाराष्ट्र में इसके अतिरिक्त यह गोवा, कर्नाटक, गुजरात, दमन और दीव और दादर और नागर हवेली में बोली जाती है.
11. नेपाली
नेपाल की राष्ट्रभाषा है. भारत के सिक्किम, पश्चिम बंगाल, उत्तर-पूर्वी राज्यों,भूटान, तिब्बत और म्यानमार में भी बोली जाती है.
12. उड़िया
मुख्य रूप से ओड़िशा में बोली जाती है. ओडिशा राज्य की राजभाषा भी है.
13 पंजाबी
पंजाब, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान, पाकिस्तान, अमरीका, कनाडा और आस्ट्रेलिया में बोली जाती है.
14. संस्कृत
यह भाषा भारत के लगभग किसी भी हिस्से में नही बोली जाती है. लेकिन कर्नाटक राज्य के मत्तूर (माथुर) गाँव में यह भाषा अभी भी बोली जाती है.
15. सिंधी
मुख्य रूप से गुजरात और पाकिस्तान के सिंध प्रान्त में बोली जाने वाली एक प्रमुख भाषा है.
16. तमिल
तमिलनाडु तथा पुदुचेरी में यह राजभाषा है. श्रीलंका, सिंगापुर, मलेशिया, मॉरिशस, वियतनाम में बोली जाती है.
17. उर्दू
जम्मू & कश्मीर, तेलंगाना, दिल्ली, बिहार, और उत्तर प्रदेश की अतिरिक्त शासकीय भाषा.
18. तेलुगु
आंध्र प्रदेश, तेलंगाना,तमिलनाडु, कर्नाटक, ओडिशा,छत्तीसगढ़
19. बोडो
बोड़ो या बड़ो एक तिब्बती-बर्मी भाषा है जिसे भारत के उत्तरपूर्व, नेपाल और बांग्लादेश मे रहने वाले बोडो लोग बोलते हैं.
20. डोगरी
जम्मू और कश्मीर प्रान्त में बोली जाने वाली एक भाषा है. डोगरी पंजाबी की उपबोली है.
21. मैथिली
मैथिली भारत के उत्तरी बिहार और नेपाल के तराई क्षेत्र में बोली जाने वाली भाषा है.
22. संथाली
यह असम, झारखंड, उड़ीसा, छत्तीसगढ, बिहार, त्रिपुरा तथा बंगाल में बोली जाती है. बांग्लादेश, नेपाल, भूटान में भी बोली जाती है।
■ हिंदी भाषा की कितनी उप भाषाएं हैं
हिंदी भाषा की टोटल 18 भाषाएं हैं, जिनके नाम निम्न प्रकार है।
1. खड़ी बोली
2. हरियानवी
3. ब्रजभाषा
4. कन्नौजी
5. बुंदेली
6. बघेली
7. अवधी
8. छत्तीसगढ़ी
9. भोजपुरी
10. मगधली
11. मैथिली
12. मालवी
13. राजस्थानी
14. मारवाड़ी
15. डोगरी-कांगरी
16. गढ़वाली
17. कुमायूंनी
18. मगधी
■ भारतीय संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल भाषाओं की लिस्ट
- हिन्दी भाषा
- असमिया भाषा
- उर्दू भाषा
- ओड़िया भाषा
- कन्नड़ भाषा
- कश्मीरी भाषा
- कोंकणी भाषा
- गुजराती भाषा
- डोगरी भाषा
- तमिल भाषा
- तेलुगू भाषा
- नेपाली भाषा
- पंजाबी भाषा
- बंगाली भाषा
- बोड़ो भाषा
- मणिपुरी भाषा
- मराठी भाषा
- मलयालम भाषा
- मैथिली भाषा
- संथाली भाषा
- संस्कृत भाषा
- सिन्धी भाषा
■ टॉप 10 हिंदी जानने वाले देशभारत
- पकिस्तान
- बांगलादेश
- नेपाल
- म्यांमार
- मलेशिया
- यूके
- अमरीका
- दक्षिण अफ्रीका
- सउदी अरब
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निष्कर्ष:
दोस्तों यह था हिंदी भाषा का फुल फॉर्म क्या है, हम उम्मीद करते हैं कि इस पोस्ट को पढ़ने के बाद आपको हिंदी भाषा की फुल फॉर्म के बारे में पूरी जानकारी मिल गई होगी|
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