बैंक अकाउंट खोलने के लिए क्या क्या डॉक्यूमेंट चाहिए?

बैंक अकाउंट खोलना वर्तमान समय में हर किसी के लिए जरूरी हो गया है। “खर्च करने के बाद जो बचता है उसे बचाकर मत रखो, बल्कि बचाने के बाद जो बचता है उसे खर्च करो।” यह वारेन बफ़ेट की कहावत है।

इस तरह अगर आप अपने पैसे को सेव करना चाहते हैं, तो इसके लिए बैंक अकाउंट मौजूद समय में सबसे अच्छी जगह माना जाता है। यह आपके पैसे को सुरक्षित तो रखता ही है, साथ में थोड़ा बहुत ब्याज भी देता है।

बैंक खाते में रखी गई धनराशि तब तक वहीं रहती है जब तक कि उसे निकाल न लिया जाए या भुगतान न कर दिया जाए। यही कारण है कि बचत खाते पर इतनी कम ब्याज दर मिलती है।

यदि आप अपना पैसा अपने घर में या अपने पास रखते हैं, तो आपको इसके चोरी होने या खोने का अधिक खतरा है। बैंक अकाउंट में आपका पैसा पूरी तरह से सुरक्षित रहता है।

यदि आपके पास एक बैंक खाता है, तो आप इसका उपयोग Standing Orders और Direct Debits सेट करने के लिए कर सकते हैं जो आपके पेमेंट को व्यवस्थित करना आसान बनाता है और आपके पैसे बचाता है।

इसके अलावा अगर आपको कहीं पैसों की जरूरत पड़ जाए तो आप अपने अकाउंट में किसी से भी पैसे मँगवा सकते हैं। इस तरह अगर आपके पास बैंक अकाउंट है, तो आपको इसके बहुत ज्यादा फायदे मिलने वाले हैं।

बैंक खाता क्या है?

bank account kya hai

किसी ग्राहक के लिए बैंक द्वारा रखा गया फाइनेंशियल खाता बैंक खाता कहलाता है। बैंक अकाउंट में ग्राहक अपना पैसा जमा करवाता है, साथ ही वह इसे किसी भी समय निकलवा सकता है।

एक निश्चित अवधि के भीतर बैंक खाते में वाले वित्तीय लेनदेन की सूचना ग्राहक को बैंक स्टेटमेंट के माध्यम से दी जाती है। पैसा निकाल लेने के बाद शेष बची राशि बैंक अकाउंट में अपडेट हो जाती है।

तो इस तरह से बैंक अकाउंट वह सिस्टम है, जिसमें लोगों का पैसा जमा होता है। एक बार पैसा जमा हो जाने के बाद उसके रख-रखाव की जिम्मेवारी बैंक की हो जाती है।

बैंक खातों के प्रकार

bank account ke prakar

बैंक अकाउंट के बहुत से प्रकार होते हैं, जिनमें से मुख्य अकाउंट ये हैं-

  • करंट अकाउंट- करंट अकाउंट जिसे चालू खाता भी कहा जाता है, यह एक बैंक खाता है जो किसी को पैसे रिसिव करने, बिलों का भुगतान करने और नियमित पेमेंट करने जैसी बहुत सी सुविधाएं प्रदान करता है। इस अकाउंट में रखे हुए पैसों पर कोई ब्याज नहीं मिलता है। यह किसी भी अर्थव्यवस्था का एक महत्वपूर्ण संकेतक है।
  • बचत खाता: बचत खाता एक ब्याज-युक्त जमा खाता है जो खाताधारक को मामूली ब्याज दर प्रदान करता है। यदि ग्राहक खाते में एक निश्चित औसत मासिक शेष राशि बनाए नहीं रखता है, तो बैंक शुल्क भी ले सकता है।
  • Recurring Deposit Account: Recurring Deposit एक प्रकार का फ़िक्स्ड डिपॉजिट (FD) है जो नियमित आय वाले लोगों को अपने Recurring Deposit Account में हर महीने एक निश्चित राशि जमा करने और उस पर ब्याज अर्जित करने में मदद करती है। मतलब इसमें आप अपनी आय का एक हिस्सा निकालकर हर महीने जमा करवा सकते हैं।
  • Fixed Deposit Account: Fixed Deposit Account, जिसे FD के रूप में भी जाना जाता है। यह बैंकों या गैर-बैंक वित्तीय कंपनियों (NBFC) द्वारा रखा गया एक खाता है जो निवेशकों को रेगुलर सेविंग्स अकाउंट की तुलना में अधिक ब्याज प्रदान करता है। लेकिन इसकी शर्त यह है, कि आपने जितने समय के लिए FD करवाई है, उससे पहले वो रकम नहीं निकाल सकते।

बैंक खाता खोलने के लिए जरूरी बातें?

आइए जानते हैं, किसी भी बैंक में अपना खाता खुलवाने से पहले कौनसी जरूरी बातों का ध्यान रखना चाहिए।

  • इसके लिए सबसे पहले यह कनफर्म करें कि कोई खाता खोलने के लिए पात्र है।
    • यदि किसी की उम्र 18 वर्ष से कम है, तो कुछ बैंकों को माइनर खाते के लिए आवेदन करते समय कुछ फॉर्मों पर उनके माता-पिता के हस्ताक्षर की आवश्यकता होती है।
    • अकाउंट खुलवाने के लिए उसके पास वैध पहचान होनी चाहिए। साथ ही उसे अपनी सभी जानकारी बैंक के साथ शेयर करनी होगी।
    • खाता खोलने के लिए व्यक्ति के पास न्यूनतम धनराशि होनी चाहिए। खाता खोलने की राशि बैंक और खोले जाने वाले खाते के प्रकार पर निर्भर करती है।
  • वह बैंक चुनें जो ग्राहक के लिए सबसे अच्छा हो
    • सभी बैंक एक जैसे नहीं होते है। किसी को अपने स्थानीय क्षेत्रों के बैंकों से संपर्क करके चर्चा करनी चाहिए कि यदि वह एक खाता खोलता है तो उसे क्या मिलेगा।
  • खाते का प्रकार चुनें
    • यदि कोई व्यक्ति पहली बार खाता खोलना चाहता है, तो यह आमतौर पर एक बचत खाता होता है। कोई भी व्यक्ति अपनी आवश्यकता के अनुसार उस प्रकार का खाता चुन सकता है जिसे वह खोलना चाहता है।
  • चयनित बैंक में जाएँ और खाता खोलने के लिए कहें।
    • जो व्यक्ति पहली बार खाता खोल रहा है, उसके लिए आमतौर पर व्यक्तिगत रूप से बैंक में जाकर खाता खोलना सबसे अच्छा होता है।
  • खाते को खुलवाने से पहले महत्वपूर्ण प्रश्न पूछें
  • खाता खुलवाने के लिए आवश्यक जानकारी प्राप्त करें
    • इसके बाद बैंक में अपनी फोटो के साथ सरकार द्वारा जारी कोई वैध आईडी प्रदान करके यह साबित करना होगा कि उसकी पहचान वही है।
    • फिर एड्रैस प्रूफ फोन बिल, ड्राइविंग लाइसेंस या अपने नाम और पते के साथ कोई अन्य आधिकारिक दस्तावेज प्रदान करके देना होगा।
  • इसके बाद बैंक से प्राप्त सभी अकाउंट डिटेल्स को सुरक्षित रखें
    • जैसे डेबिट कार्ड का उपयोग करने के लिए चार अंकों का पिन नंबर।
    • बैंक अकाउंट नंबर।

बैंक अकाउंट खोलने के लिए कौन कौन से डॉक्युमेंट्स चाहिए?

bank account kholne ke liye kya kya documents chahiye

बैंक खाता खोलने के लिए आवश्यक डॉक्युमेंट्स, आवेदक को निम्नलिखित डॉक्युमेंट्स जमा करने होंगे-

  • दो नवीनतम पासपोर्ट आकार के रंगीन फोटो
  • विधिवत भरा हुआ खाता खोलने का फॉर्म (AOF)
  • पैन कार्ड/फॉर्म 60 की कॉपी (पैन कार्ड न होने की स्थिति में)
  • डॉक्युमेंट्स के साथ KYC (Know Your Customer) फॉर्म
  • पहचान का प्रमाण
  • एड्रैस प्रूफ
  • नाबालिग और वरिष्ठ नागरिक के मामले में जन्म तिथि (DOB) का प्रमाण

जब ग्राहक खाता खोलने के लिए उपर्युक्त सभी डॉक्युमेंट्स जमा करता है, तो बैंक यह सुनिश्चित करने के लिए डॉक्युमेंट्स और आवेदन पत्र में उल्लिखित विवरणों का वेरिफिकेशन करेगा कि वह खाता खोलने के लिए पात्र है या नहीं।

याद रखें कि ये दस्तावेज़ सेविंग्स बैंक अकाउंट खोलते समय खाता खोलने के फॉर्म (AOF) के साथ जमा किए जाने हैं। आपको बैंक को सत्यापन के लिए ओरिजिनल डॉक्युमेंट्स सबमिट करने होंगे।

बैंकर द्वारा इन दस्तावेजों के सफल वेरिफिकेशन के बाद आपका खाता खोला जाता है। कभी-कभी बैंक एक विटनेस को लाने के लिए कह सकता है, जो उसी बैंक का मौजूदा खाताधारक हो।

a) KYC (Know Your Customer)

केवाईसी का मतलब है अपने ग्राहक को जानें। यह आमतौर पर बैंकिंग या फाइनेंशियल क्षेत्र में इस्तेमाल किया जाने वाला शब्द है। यह एक ग्राहक के पहचान की प्रक्रिया है जिसका बैंकों द्वारा अनिवार्य रूप से पालन किया जाता है।

इसमें उन्हें ग्राहकों की पहचान और एड्रैस के बारे में कुछ आवश्यक जानकारी एकत्र करनी होती है। किसी व्यक्ति की पहचान जीवन भर एक ही रहती है लेकिन पता उसके जीवनकाल में समय-समय पर बदल रहता है।

इसलिए यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि जब भी ग्राहक का एड्रैस बदलता है, तो उसे बैंक को नए एड्रैस का प्रमाण जमा कराना आवश्यक होता है।

KYC दस्तावेज़ीकरण न केवल मनी लॉन्ड्रिंग समस्याओं को रोकता है, बल्कि यह धोखाधड़ी, बेनामी खातों आदि से बचाता है। इसके अलावा यह बैंक को अपने ग्राहकों के साथ लंबे समय का संबंध स्थापित करने में भी मदद करता है।

b) आइडेंटिटी प्रूफ के रूप में उपयोग किए जाने वाले दस्तावेज़

  • पासपोर्ट
  • पैन कार्ड
  • आधार कार्ड
  • मतदाता पहचान पत्र
  • फोटोयुक्त ड्राइविंग लाइसेंस
  • पहचान पत्र
  • बैंक की संतुष्टि के लिए ग्राहक की पहचान और निवास की पुष्टि करने वाले किसी मान्यता प्राप्त सार्वजनिक प्राधिकारी या लोक सेवक का पत्र
  • नरेगा जॉब कार्ड
  • आवेदक की फोटो वाला पहचान पत्र/दस्तावेज़, जो निम्न द्वारा जारी किया गया हो:
    • केंद्र/राज्य सरकार और उसका विभाग
    • वैधानिक/विनियामक प्राधिकारी
    • सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम
    • विश्वविद्यालयों से संबद्ध कॉलेज (इसे केवल तभी तक वैध माना जाता है जब तक आवेदक छात्र है)
    • व्यावसायिक निकाय जैसे ICAI, ICWAI, ICSI और बार काउंसिल आदि के सदस्यों को
    • बैंकों द्वारा जारी फोटो सहित क्रेडिट कार्ड/डेबिट कार्ड

c) एड्रैस प्रूफ के रूप में उपयोग किए जाने वाले दस्तावेज़

  • आधार कार्ड
  • पासपोर्ट
  • मतदाता पहचान पत्र
  • ड्राइविंग लाइसेंस
  • यूटिलिटी बिल (टेलीफोन बिल, बिजली बिल, गैस बिल, पानी बिल)
  • बैंक अकाउंट स्टेटमेंट
  • किसी भी मान्यता प्राप्त सार्वजनिक प्राधिकारी से पत्र
  • राशन कार्ड
  • एम्प्लोयर से पत्र (बैंक की संतुष्टि के अधीन)
  • अन्य बैंक पासबुक
  • उच्च न्यायालय और उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीशों द्वारा अपने स्वयं के खातों के संबंध में नया पता देते हुए स्व-घोषणा
  • आवेदक की फोटो के साथ पहचान पत्र/दस्तावेज़, जो इनके द्वारा जारी किया गया हो:
    • केन्द्रीय/राज्य
    • वैधानिक/नियामक प्राधिकारी
    • सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम
    • शैड्यूल कमर्शियल बैंक
    • विश्वविद्यालयों से संबद्ध कॉलेज (इसे केवल तभी तक वैध माना जा सकता है जब तक आवेदक छात्र है)
    • व्यावसायिक निकाय जैसे ICAI, ICWAI, ICSI और बार काउंसिल आदि

d) DOB के लिए डॉक्युमेंट्स (नाबालिग और वरिष्ठ नागरिकों के लिए आवश्यक)

  • जन्म प्रमाणपत्र
  • सरकारी पहचान पत्र
  • पासपोर्ट
  • विद्यालय छोड़ने का प्रमाणपत्र
  • ड्राइविंग लाइसेंस
  • मतदाता पहचान पत्र (जन्मतिथि के साथ)
  • राशन कार्ड (जन्मतिथि के साथ)
  • एलआईसी/बीमा पॉलिसी
  • पेंशन कार्ड (सरकार द्वारा जारी)

बैंक खाता कैसे खोलें?

bank account kaise khole

भारत में बैंक अकाउंट खुलवाना बहुत ही आसान है। अगर आपके पास सही डॉक्युमेंट्स हैं, तो कुछ ही समय में आपका अकाउंट ओपन हो जाएगा। आइए जानते हैं, बैंक खाता कैसे खोलें?

ऑनलाइन बैंक खाता कैसे खोलें?

ऑनलाइन बैंक खाता खोलने के स्टेप्स कुछ इस प्रकार से हैं-

स्टेप 1: एक बैंक चुनें

यदि आपने पहले से ही उस बैंक का चयन नहीं किया है जिस पर आप भरोसा करना चाहते हैं, तो यह शुरुआत करने का समय है। आज बैंक आपकी बचत पर ब्याज प्रदान करने के लिए विभिन्न प्रकार के अकाउंट पेश करते हैं।

कुछ निजी क्षेत्र के बैंक 4% से अधिक ब्याज दरें प्रदान करते हैं। इसी तरह एक डिजिटल खाता औसत से अधिक ब्याज दरों की पेशकश करता है, इसलिए उचित रिसर्च करें और आपके पास मौजूद विकल्पों की तुलना करें।

स्टेप 2: आवश्यक दस्तावेज़ संभाल कर रखें

बैंक का चयन करने के बाद, ऊपर बताए गए सभी आवश्यक दस्तावेज़ अपने पास संभालकर रखें।

स्टेप 3: ऑनलाइन आवेदन भरें

बैंक की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं और अपनी व्यक्तिगत जानकारी के साथ ऑनलाइन आवेदन भरें। आप साइबर क्राइम की संभावनाओं को कम करने के लिए एक सुरक्षित नेटवर्क कनेक्शन के तहत ही काम करें। आपका आवश्यक व्यक्तिगत डेटा होगा:

  • नाम
  • जन्म की तारीख
  • पता
  • Contact Information
  • आपके आवश्यक दस्तावेजों से जानकारी

स्टेप 4: अपने खाते में धनराशि जमा करके शुरुआत करें

एक बार जब आप अपना खाता ऑनलाइन खोल लेते हैं, तो आपको अपना खाता एक्टिव करने के लिए एक निश्चित राशि जमा करनी होती है। आप अपने मौजूदा खाते से फंड ट्रांसफर कर सकते हैं या चेक से फंड कर सकते हैं।

बैंक ब्रांच में खाता कैसे खोलें?

बैंक में जाकर ऑफलाइन बैंक खाता इस प्रकार से खोला जा सकता है-

यदि आप इंटरनेट पर भरोसा करने और ऑनलाइन खाता खोलने के प्रति आश्वस्त नहीं हैं, तो आप निकटतम बैंक शाखा में जा सकते हैं। यहां आपको क्या करना होगा:

स्टेप 1

रिसर्च को न छोड़ें! रिसर्च करना महत्वपूर्ण है क्योंकि कई बैंक विभिन्न प्रकार के खाते पेश करते हैं और विशेष लाभ प्रदान करते हैं। इसलिए एक ऐसे खाते की तलाश करें जो आपके लक्ष्यों और दृष्टिकोण के अनुरूप हो।

स्टेप 2

एक बार जब आप किसी एक बैंक को चुन लेते हैं, तो वेरिफिकेशन के लिए पहचान और पते के प्रमाण की मूल प्रतियां और पासपोर्ट आकार के फोटोग्राफ जैसे आवश्यक दस्तावेजों के साथ बैंक ब्रांच में जाएँ।

स्टेप 3

बैंक में आपको एक आवेदन पत्र दिया जाएगा जिसे भरकर दस्तावेजों के साथ जमा करना होगा। ध्यान रखें आपको सभी जानकारी सही-सही भरनी है। नहीं तो आपका आवेदन रिजेक्ट हो जाएगा।

स्टेप 4

फिर बैंक सब कुछ वेरिफिकेशन करेगा और निर्दिष्ट समय के भीतर आपका बैंक अकाउंट ओपन हो जाएगा। तो इस तरह से आप बहुत ही आसानी से अपना बैंक अकाउंट खुलवा सकते हैं।

इन्हे भी जरूर देखे:

निष्कर्ष:

तो ये था बैंक अकाउंट खोलने के लिए क्या क्या डॉक्यूमेंट चाहिए, हम आशा करते है की इस आर्टिकल को पढ़ने के बाद आपको बैंक में खाता खोलने के लिए कौन कौन से डॉक्युमेंट्स चाहिए होते है इसके बारे में पूरी जानकारी मिल गयी होगी।

अगर आपको ये आर्टिकल हेल्पफुल लगी तो इसे शेयर जरूर करें ताकि अधिक से अधिक लोगों को किसी भी बैंक में खाता खोलने के लिए आवश्यक दस्तावेज के बारे में सही जानकारी मिल पाए।

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