7+ शिक्षक दिवस पर कविता | Teachers Day Poem in Hindi

आज के इस पोस्ट में हम आपके साथ शिक्षक दिवस पर कविता शेयर करने वाले है जिसको पढ़कर आपको सच में बहुत अच्छा लगेगा. किसी भी स्टूडेंट के लिए उसका शिक्षक कोई भगवन से कम नहीं होता है|

ये कविता स्कूल में जाने वाले बच्चो के लिए भी बहुत उपयोगी साबित होगी. तो चलिए दोस्तों इस पोस्ट को शुरू करते है और दोस्तों हमारी आपसे एक रिक्वेस्ट है की एक बार आप हमारी सभी कविता को पढ़े आपको बहुत अच्छी लगेगी.

7+ शिक्षक दिवस पर कविता

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1. शिक्षक

ज्ञान की बात बताता शिक्षक
अज्ञान से दूर रखता शिक्षक
राह भटक जाने पर
सही मार्ग दिखाता शिक्षक
कभी डांट से कभी प्यार से
बच्चों को सिखलाता शिक्षक।।

अंधेरे में भी ज्ञान का
प्रकाश पुंज जलाता शिक्षक
गुरु का दर्जा होता उसका
हर किरदार निभाता शिक्षक
कभी ज्ञान से कभी बातों से
बच्चों का मन बहलाता शिक्षक
गुरु का दर्जा होता उसका
हर किरदार निभाता शिक्षक।।

कठोरता से पेश आता
बच्चों का भाग्य बनाता शिक्षक
लक्ष्य को ध्यान में रखकर
आगे बढ़ना सिखाता शिक्षक
पढ़ाई के साथ मंजिल को भी
हासिल करना सिखाता शिक्षक।।

पहली गुरु मां होती
दूजा गुरु होता है शिक्षक
अन्याय से लड़कर सच्चाई की
राह दिखाता है शिक्षक
राष्ट्रहित में ज्ञान भी देता
संस्कार बतलाता शिक्षक।।

2. शिक्षक होता है महान

शिक्षक होता है महान, करो तुम उसका सम्मान
गुरु का दर्जा होता उसका, सबको शिक्षा देता समान।।

गुरु शिष्य की परंपरा का करो तुम आदर समान
जीवन जीने का ज्ञान भी देता, कार्य करता ऐसे महान।।

बच्चों को बच्चों सा प्यार भी करता
जिज्ञासा को देता मान
गुरुवर के चरणों में प्रणाम
शिक्षक होता है महान।।

कठिन राहों पर चलना सिखाता
हर डगर को आसान बताता
मार्ग प्रशस्त करता हर वक्त
मंजिल पाने तक ना रुको वत्स।।

कांटो पर भी चलना सिखाता
देशभक्ति का भाव बताता
बातों का वो मर्म समझाता
ऐसा होता है शिक्षक महान।।

3. शिक्षक दिवस पर छोटी कविता

5 सितंबर को शिक्षक दिवस मनाया जाता है
गुरु शिष्य की परंपरा को निभाया जाता है।।

जीवन जीने का सलीका हमें शिक्षक बतलाते हैं
प्राचीन समय से ही गुरु शिष्य परंपरा निभाते हैं।।

डॉक्टर साहब के जन्मदिन पर
शिक्षक दिवस मनाया जाता है
देते हैं उनको सम्मान, मान बढ़ाया जाता है।।

शिक्षा के थी वो स्तंभ,
अध्यापन से प्रेम अनंत
सारे गुण उनमें विद्यमान,
ऐसे थे डॉक्टर सर्वपल्ली गुरु महान।।

इस दिन रहता है स्कूल बंद, होती उत्सव की धूम धाम
बच्चे मिलकर करते हैं, गुरुजनों का मान सम्मान।।

रहता है खुशी का माहौल, चहल पहल है चारों ओर
उत्सव की तैयारी है, शिक्षा दिवस की आज बारी है।।

4. आजकल गुरु शिष्य का रिश्ता

आजकल गुरु शिष्य का रिश्ता
पहले सा नहीं रह जाता है
शिक्षा की दुकानें खुली है चारों ओर
पर शिक्षक नहीं मिल पाता है।।

पैसों से मतलब है सबको
शिक्षा का मोल नहीं समझा जाता है
पहले जैसा गुरु शिष्य का रिश्ता कहां रह जाता है
शिक्षा में वह प्यार नहीं, अधिकार कहां रह जाता है।।

शिक्षा होती है मंदिर,
उसको व्यापार बनाया जाता है
शिक्षा से ज्यादा,
पैसों को महत्व दिया जाता है
नहीं है सम्मान गुरु का,
छात्र भी कहां अर्जुन बन पाता है
आजकल गुरु शिष्य का रिश्ता
पहले सा नहीं रह जाता है।।

आपमान और सम्मान भी पैसों से तोला जाता है
वह डांट नहीं वह प्यार नहीं, वह गुरु का अधिकार नहीं
आजकल तो यही गुरु शिष्य का रिश्ता रह जाता है।।

5. प्यारे गुरुजी

प्यारे गुरुजी न्यारे गुरुजी, हम सबका सम्मान गुरुजी
अलग-अलग बातें बताते, प्यार से सिखलाते गुरजी।।

कभी मारते डंडे से तो, कभी मुर्गा बनाते गुरुजी
डांटते फटकारते फिर भी प्यार करते गुरुजी।।

रोते हुए बच्चे को मां छोड़ जाती है स्कूल
उसको भी प्यार से चुप करवाते है गुरुजी।।

5 सितंबर ही नहीं हर दिन सम्मान के अधिकारी है गुरुजी
जितनी शिक्षा देते हमको, उतना प्यार भी करते गुरुजी।।

शैतानी करने पर भी हंसकर समझा देते गुरुजी
जो समझ नहीं आता उसको दस बार बताते गुरुजी।।

शास्त्रों में भी बताया गया है, भगवान का रूप होते गुरुजी
मान और सम्मान से सदभाव की शिक्षा देते गुरुजी।।

6. गुरु के चरणों में सारा जहान

गुरु के चरणों में सारा जहान
गुरु का सबसे ऊंचा स्थान
गुरु ही ब्रह्मा गुरु विष्णु
गुरुवर है सबसे महान।।

गुरु के अंदर होती हे ज्ञान की शक्ति
अभिमान नहीं भावों की अभिव्यक्ति
असंभव को कर दे संभव,दृढ़ होती है इच्छा शक्ति।।

ज्ञान से हर लेता अंधकार,
शिक्षा का देता पूर्ण अधिकार
राष्ट्र की वह नीव रखता,
शिक्षा देना उसका व्यवहार।।

कभी सुनाता कहानी किस्से
कभी देता भारत का ज्ञान
संस्कृति की बातें बतलाता
रखता सब को एक समान।।

सब को साथ में लेकर चलना
यह होता शिक्षक का व्यवहार
ऊंच-नीच का भेद मिटाता
भाईचारे को देता मान
गुरु के चरणों में सारा जहान।।

7. शिक्षक दिवस कविता

शिक्षक राष्ट्र का उत्थान,
शिक्षा से बनता देश महान
पढ़ेंगे लिखेंगे बच्चे सभी,
तभी होगा राष्ट्र का कल्याण।।

पढ़ लिख कर करो नाम रोशन
शिक्षक देता यह पैग़ाम
अमन शांति का पाठ पढ़ाता
देश हित में करता गुणगान

शिक्षा है पहली प्राथमिकता,
दूजा शिक्षक का सम्मान
टीचर्स डे मनाया जाता,
ये सब होता उनका मान।।

अवगुण आने नहीं देता है,
हमको बनाता काबिल इंसान
हीरे की तरह तराशता हमें,
बना देता है गुणों की खान।।

सही गलत का फर्क बताते
सिर्फ नहीं देते किताबी ज्ञान
जीवन की भी रहा दिखाते
टीचर होते हैं महान।।

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निष्कर्ष:

तो मेरे प्यारे मित्रों ये था शिक्षक दिवस पर कविता, हम उम्मीद करते है की आपको ये पोएम अच्छी लगी होगी|

यदि हां तो प्लीज इस पोस्ट को १ लाइक जरुर करे और अपने फ्रेंड्स के साथ सोशल मीडिया साइट्स पर भी शेयर करना ना भूले क्यूंकि हम चाहते है की ज्यादा से ज्यादा लोगो को इस पोस्ट से हेल्प मिल पाए| निचे कमेंट में हमें ये भी बताये की आपको ये सभी कवितायेँ किसी लगी धन्येवाद दोस्तों|

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