ऑनलाइन दुकान या स्टोर कैसे खोलें | अपनी दुकान को ऑनलाइन कैसे करें

एक ऑनलाइन शॉप एक प्रकार की ईकॉमर्स वेबसाइट या ऐप है, जहां उपभोक्ता प्रोडक्टस या सर्विसेज को ऑनलाइन खरीदते हैं। यह एक प्रकार की दुकान है, जो हमारे पड़ोस में है। लेकिन इसमें फर्क इतना है, कि यह ऑनलाइन है। इसलिए हम इस दुकान के सभी प्रोडक्टस को कहीं पर भी देख और खरीद सकते हैं।

इन ऑनलाइन दुकानों को चलाने वाला व्यक्ति एक दुकानदार ही होता है, जो ज्यादा कमाई के लिए अपने प्रोडक्टस को ऑनलाइन सेल करता है। 2021 की एक रिपोर्ट के अनुसार आजकल 20% से ज्यादा प्रोडक्टस ऑनलाइन खरीदे जाते हैं। इसलिए वर्तमान समय में एक ऑनलाइन दुकान खोलना बहुत ही फायदे का सौदा है।

आजकल ज्यादा से ज्यादा कस्टमर ऑनलाइन शॉपिंग की तरफ अग्रसर हो रहे हैं। इस महामारी के दौर ने तो इसे और भी अधिक मजबूत बना दिया है। जब लॉकडाउन का समय था, तो लोगों को अपने घर पर ही सभी तरह के काम करने पड़ते थे। इस कारण वे ज़्यादातर शॉपिंग ऑनलाइन करने के आदि हो गए।

इसका सबसे ज्यादा प्रभाव शहरी क्षेत्रों में रहने वाले लोगों पर पड़ा है। एक रिपोर्ट के अनुसार आज शहरी जनसंख्या अपनी जरूरत के 37% प्रोडक्टस ऑनलाइन खरीदते हैं। इसके अलावा इसी रिपोर्ट के अनुसार रिटेलर्स के रेवेन्यू में से 58% ऑनलाइन प्रोडक्टस बेचने से आता है।

ऑनलाइन दुकान या स्टोर के उदाहरण

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आमतौर पर ऑनलाइन दुकान तीन तरीकों से खोली जा सकती है। जिनके बारे में हमने आपको नीचे अच्छे से बताया है। आप अपनी चॉइस और बजट के हिसाब से इन तीनों में से किसी भी प्रकार की ऑनलाइन दुकान खोल सकते हैं।

1. लोकल ऑनलाइन शॉप

यह एक ऐसी दुकान है, जो हमारे आस-पास होती है। मतलब जब कोई दुकान किसी क्षेत्र में लोकप्रिय हो जाती है, तो उस दुकान का मालिक अपने प्रोडक्टस को एक वेबसाइट बनाकर ऑनलाइन बेचने लग जाता है। इसका सबसे अच्छा उदाहरण एक फूड शॉप है, जहां वह अपने ग्राहकों को ऑनलाइन फूड डिलिवरी की सुविधा देते हैं।

2. एक बड़ी रिटेलर ऑनलाइन शॉप

यह एक लोकल ऑनलाइन शॉप की तुलना में काफी बड़ी होती है। एक तरह से यह कई दुकानों की एक सीरीज है। जिसमें प्रत्येक प्रकार के प्रॉडक्ट मिलते हैं, जिसमें फूड, कपड़ा, ग्रोसरी आदि शामिल है। यह एक राज्य या पूरे देश में अपने प्रॉडक्ट बेचते हैं। इसमें ग्राहक उस शॉप की वेबसाइट पर जाकर अपने लोकल एरिया की शॉप से ऑनलाइन शॉपिंग कर सकता है।

3. Manufacturer

इसमें एक प्रॉडक्ट बनाने वाली कंपनी किसी रिटेलर या कस्टमर दोनों को ऑनलाइन प्रोडक्टस बेचती है। इसमें कोई भी खरीददार ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनों तरीकों से अपने माल का ऑर्डर कर सकता है। हालांकि इस तरीके से ज़्यादातर खरीददारी रिटेलर्स या हॉलसेलर्स करते हैं। लेकिन इस तरह की ऑनलाइन शॉप खोलने के लिए एक बड़ी पूंजी की आवश्यकता होती है।

ऑनलाइन दुकान (Shop) कैसे खोलें?

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ऑनलाइन दुकान खोलने के लिए आपके पास एक वेबसाइट या एप होनी चाहिए। चूंकि इन प्लेटफॉर्म पर विजिट करने वालों की संख्या काफी ज्यादा हो सकती है, इस कारण इनका सर्वर काफी मजबूत होना चाहिए। इसके अलावा आपकी ऑनलाइन दुकान पर ग्राहकों की समस्या का समाधान होना चाहिए। प्रॉडक्ट वही होने चाहिए, जो लगातार डिमांड में हो।

1. एक बिजनेस प्लान बनाए

बिजनेस प्लानिंग हमेशा किसी भी बिजनेस के लिए एक स्तंभ होती है। इसमें हम आने वाले समय के लिए अपने बिजनेस के उद्देश्यों को एक सीट पर लिखते हैं। इसके अलावा उन उद्देश्यों को पाने के लिए हमारे तरीकों के बारे में भी इसमें लिखा जाता है।

यह आपकी ऑनलाइन दुकान के लिए एक गाइड के रूप में काम करेगी और भविष्य में आने वाली बाधाओं को दूर करने में सहायता करेगी। बिजनेस प्लानिंग में सबसे पहले आपको एक summary तैयार करनी है। जिसमें अगले 3-5 वर्षों के लिए आपकी दुकान के टार्गेटस (लक्ष्यों) को कैसे प्राप्त करने के बारे में लिखना है।

इसके अलावा आपका अगला काम आपके बिजनेस की description तैयार करनी है। फिर अगला सबसे महत्वपूर्ण काम मार्केट रिसर्च का है। यही वो पड़ाव है, जहां से आपको अपने टार्गेटेड ग्राहकों का पता चलेगा। इसी दौरान आपको अपने कंपीटीशन में बैठे लोगों का पता चलेगा, जिन्हें जानकार आपको बिजनेस करने में आसानी होगी।

इसी तरह बिजनेस प्लानिंग में आपका अगला कदम अपने प्रोडक्टस या सर्विसेज का चयन करना है। फिर उनके बारे में सभी प्रकार की जानकारी प्राप्त करनी है। इस दौरान आपको वो ही प्रॉडक्ट या सर्विस सिलेक्ट करनी है, जिनकी मांग मार्केट में काफी ज्यादा हो।

फिर आपको अपने बिजनेस को मैनेज और ऑपरेट करने की एक स्ट्रेटजी तैयार करनी होगी। ऐसा नहीं है, कि आप सीधे ही अपनी ऑनलाइन दुकान को चलाने लग जाएँ। आपको दुकान को मैनेज और ऑपरेट करना सीखना होगा। इन सब के बाद बिजनेस की स्टार्ट-अप लागत की गणना करना है।

2. प्रॉडक्ट सिलेक्ट करें

आप जिस प्रकार के प्रॉडक्ट या सर्विस अपनी दुकान में बेचना चाहते हैं, उनको अच्छे से सिलेक्ट करना बहुत जरूरी है। इसके लिए आप मार्केट रिसर्च का सहारा ले सकते हैं। आपके टार्गेटेड ग्राहकों को क्या पसंद है, सबसे ज्यादा डिमांड किस में है? और आपके कंपीटिटर्स क्या बेच रहे हैं? इन सवालों के जवाब से आप अपने ऑनलाइन स्टोर के लिए प्रॉडक्ट सिलेक्ट कर सकते हैं।

आप नीचे दिए गए कुछ तरीकों से अपनी ऑनलाइन दुकान के लिए प्रॉडक्ट सिलेक्ट कर सकते हैं-

  • आप Google Trends पर सबसे ज्यादा मांग वाले प्रॉडक्ट या सर्विस का चयन करें
  • जो लोग पहले से ही इस बिजनेस में है, उनके प्रोडक्टस के बारे में जाने, ताकि आपको उनके प्रोडक्टस से होने वाले लाभ के बारे में पता चल जाएगा।
  • क्या आपका प्रॉडक्ट ग्राहक की समस्या को हल करता है, अगर हाँ तो फिर उसकी मांग कितनी है।
  • ऑनलाइन सेलिंग सोश्ल मीडिया ग्रुप्स में जुड़ें, ताकि आपको ग्राहकों की डिमांड का पता चलें

भारत में कुछ सबसे ज्यादा बिकने वाले प्रोडक्टस कुछ इस प्रकार से हैं-

  1. कपड़े- कपड़ा प्रत्येक इंसान की एक आवश्यकता है। आप विभिन्न तरीकों से अपनी ऑनलाइन दुकान में कपड़े बेच सकते हैं। बढ़ती लोगों की आय को देखते हुए आज हर इंसान महंगे और नए-नए कपड़े पहनना पसंद करते हैं। अगर आपके पास ट्रेंडिंग कपड़ों का नॉलेज है, तो आप इसमें अपना हाथ आजमा सकते हैं।
  2. फेस मास्क- इस महामारी के दौरान फेस मास्क की मांग में जबरदस्त वृद्धि देखने को मिली है। इस महामारी के अलावा आजकल लोग प्रदूषण से भी काफी पीड़ित है। इसलिए उनके चेहरे पर हमेशा मास्क देखने को मिलता है।
  3. ड्राइ फ्रूटस- यह एक ऐसी वस्तु है, जो कभी भी मांग से बाहर नहीं जाती है। भारतीय घरों में ड्राइ फ्रूटस एक बहुत बड़ी आवश्यकता है। इसलिए, आने वाले वर्षों में इनका एक निश्चित और बड़ा मार्केट है। भारत में सूखे मेवों के बाजार का मूल्य 30,000 करोड़ रुपये है।
  4. सुपरफूड्स- सुपरफूड्स टॉप healthy खाद्य पदार्थ है, जो इम्यूनिटी, mebabolism, कोलेस्ट्रॉल, रक्तचाप और त्वचा की समस्याओं को खत्म करने में सहायक है। इनमें प्रचुर मात्रा में पोषक तत्व पाए जाते हैं, जिस कारण आजकल ज़्यादातर ग्राहक इनकी खरीददारी ऑनलाइन चैनलों के माध्यम से करते हैं।
  5. हैंडमेड प्रोडक्टस- हाथ से बने प्रॉडक्ट कई लोगों को पसंद है। क्योंकि ये दिखने में यूनिक और सुंदर होते हैं। अगर आप में भी हाथ से कोई वस्तु बनाने की कला है, तो आप इनको अपनी ऑनलाइन दुकान में बेच सकते हैं। याद रखें यूनिक हैंडमेड प्रोडक्टस की हमेशा मार्केट में मांग होती है।
  6. फर्नीचर- घर की सजावट और इनके विभिन्न उपयोगों के लिए फर्नीचर की मांग में काफी वृद्धि हुई है। हालांकि ऑनलाइन फर्नीचर बेचना काफी मुश्किल है, लेकिन अगर आपका फर्नीचर काफी सुंदर और उपयोगी है, तो लोग इसे जरूर खरीदेंगे।
  7. शूज- फूटवियर इंडस्ट्री कपड़ों की तरह एक ट्रेडिंग इंडस्ट्री है, जिसकी मांग में कभी कमी नहीं होने वाली है। इसलिए यदि आपके पास निवेश करने के लिए अच्छी रकम है। तो ऑनलाइन जूते की दुकान शुरू करना एक अच्छा विकल्प है। आप एक ड्रॉपशीपिंग बिजनेस भी शुरू कर सकते हैं, जिसमें न्यूनतम निवेश की आवश्यकता होती है।
  8. खिलौने- खिलौने सदाबहार प्रोडक्टस है, जिनकी मांग कभी कम नहीं होती है। इनकी बिक्री पर किसी प्रकार का कोई प्रभाव नहीं पड़ता है। इनमें औसत मार्जिन लगभग 30-40% होता है, जो इसे ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह बेचने के लिए बेहतरीन प्रॉडक्ट बनाता है।
  9. ब्युटि प्रोडक्टस- ब्यूटि प्रोडक्टस के बारे में ज्यादा लिखने की कोई आवश्यकता नहीं है। आप पहले से इनकी मांग को जानते हैं। महिलाएं और पुरुष खुद को सुंदर रखने के लिए विभिन्न प्रकार के ब्युटि प्रोडक्टस का इस्तेमाल करते हैं, जिस करना इनकी मांग में लगातार वृद्धि होती है।
  10. बुक्स और स्टेशनरी- बुक्स और स्टेशनरी का बिजनेस हमेशा मांग में रहता है। शिक्षा प्रत्येक इंसान की एक आवश्यकता है, जिस कारण इनकी डिमांड काफी ज्यादा रहती है। आप अपनी ऑनलाइन दुकान में इस प्रकार के प्रोडक्टस बेच सकते हैं, जिसमें मार्जिन भी काफी ज्यादा है।

3. स्टार्ट-अप लागत की गणना करें

ऑनलाइन दुकान खोलने पर हमें शुरुआत में थोड़ा खर्च करना पड़ता है। लेकिन बाद में इनकी लागत काफी कम हो जाती है। हालांकि एक फिक्स कोस्ट या लागत का अंदाजा लगाना काफी मुश्किल है। क्योंकि यह आपकी ऑनलाइन दुकान पर निर्भर करता है। जैसे- वेबसाइट का डोमेन नेम और होस्टिंग, प्रोडक्टस, वेबसाइट की डिज़ाइनिंग आदि।

एक ऑनलाइन दुकान खोलने पर खर्च होने वाली लागत इस प्रकार से हैं-

  • डोमेन खरीदना- आपकी दुकान का डोमेन नेम एक ब्रांडेड होना चाहिए। ताकि वह मार्केट से अलग दिखाई दें। एक डोमेन नाम खरीदने के लिए आपको GoDaddy, BlueHost आदि जैसे एक डोमेन रजिस्ट्रार की आवश्यकता होगी। जिसकी कीमत प्रति वर्ष 900 रुपये से 1200 रुपये के बीच होगी। इसके अलावा प्रत्येक वर्ष इसे renew भी करवाना होता है।
  • वेब होस्टिंग- एक बार जब आप अपना बिजनेस डोमेन प्राप्त कर लेते हैं, तो आपको इसे वेब पर कहीं होस्ट करना होगा। जिससे वेब होस्टिंग सेवाओं की आवश्यकता पैदा होती है। यह लगभग 500-1000 रुपये प्रति माह का खर्च हो सकता है। होस्टिंग थोड़ी मजबूत होनी चाहिए।
  • वेबसाइट डिज़ाइन चार्ज- यह सिर्फ एक बार का खर्चा है। आप एक प्रॉफेश्नल वेब डिज़ाइनर से अपनी ऑनलाइन दुकान की वेबसाइट को डिज़ाइन करवा सकते हैं। हालांकि इनका चार्ज काफी ज्यादा होता है, लेकिन एक मजबूत प्लेटफॉर्म के लिए इतना तो खर्च करना ही होगा। इसमें आपको 10,000-50,000 रुपए के बीच खर्च करना पड़ सकता है।
  • प्रोडक्टस- इसके बाद सबसे बड़ा और महत्वपूर्ण कदम प्रोडक्टस खरीदना है। हालांकि अगर आप ड्रॉपशिपिंग की मदद से प्रोडक्टस बेचते हैं, तो आपको इसमें कोई निवेश नहीं करना होगा। लेकिन आप अपने खुद के प्रॉडक्ट बेचने हैं, तो आपको उन्हें पहले तैयार रखना होगा। यह खर्चा वस्तुओं पर निर्भर करता है।
  • डिलिवरी सिस्टम चार्ज- जब कोई ग्राहक आपकी ऑनलाइन दुकान से कोई भी वस्तु ऑर्डर करता है, तो आपका अगला स्टेप उस तक जल्दी से जल्दी उस प्रॉडक्ट को पहुंचाना है। इस कारण आपको एक बढ़िया और मजबूत डिलिवरी सिस्टम बनाना होगा। अगर आप लोकल एरिया में डिलिवरी करते हैं, तो इसमें ज्यादा खर्चा नहीं आएगा। परंतु बड़े एरिया में डिलिवरी करने पर आप दूसरी डिलिवरी कंपनियों की सहायता ले सकते हैं।
  • मार्केटिंग- अपनी ऑनलाइन दुकान की बिक्री बढ़ाने के लिए आपको मार्केटिंग करनी होगी। क्योंकि इससे लोगों के बीच आपकी दुकान के लिए awareness बढ़ेगी। जीतने ज्यादा लोग आपके बिजनेस के बारे में जानेंगे, आपका बिजनेस उतना ही ज्यादा सफल होता जाएगा। मार्केटिंग लागत आपकी दुकान पर निर्भर करती है।

4. डोमेन सिलेक्ट करें

अपनी ऑनलाइन दुकान की वेबसाइट के लिए एक डोमेन नाम चुनना आपके बिजनेस के लिए सबसे महत्वपूर्ण निर्णयों में से एक है। आपका नाम आपके ब्रांड का पहला हिस्सा है, जिसे यूजर्स अनुभव करेंगे और यह उनके दिमाग में आपके बिजनेस के लिए एक प्रतीकात्मक प्लेसहोल्डर के रूप में कार्य करता है।

आपको यह भी सुनिश्चित करना होगा कि आपके द्वारा चुना गया डोमेन नाम खरीदने के लिए उपलब्ध है और यह आपके ब्रांड या दुकान के नाम के समान या निकटता से मेल खाता है। अपनी ऑनलाइन दुकान के लिए नाम चुनते समय, अपने आप से नीचे दिए गए कुछ सवाल पुछें-

  • आप अपनी दुकान के नाम से किस प्रकार की फीलिंग जगाना चाहते हैं,
  • आप एक ऐसा डोमेन नाम कैसे चुन सकते हैं, जिसे ग्राहक आसानी से याद रख सकें?
  • क्या आप चाहते हैं कि आपके डोमेन नाम में कोई विशेष कीवर्ड या phrase शामिल हो?
  • आपका बजट क्या है? एक unregistered डोमेन की लागत अधिक नहीं होगी, लेकिन एक खरीदा गया डोमेन महंगा हो सकता है।

एक अच्छा डोमेन नाम छोटा और शेयर करने में आसान होना चाहिए। संख्याओं, हाइफ़न, अंडरस्कोर और प्रतीकों से बचें जिन्हें याद रखना मुश्किल है। डोमेन नाम को अपनी ऑनलाइन दुकान से जोड़ें। यदि आपके बिजनेस के नाम का डोमेन उपलब्ध नहीं है, तो इससे मिलता-जुलता ही कोई डोमेन खरीदें।

यदि आप अपनी वेबसाइट पर ऑर्गेनिक ट्रैफ़िक चाहते हैं, तो आपके डोमेन नाम में आपका टार्गेटेड कीवर्ड होना एक बहुत बड़ा लाभ हो सकता है। जैसे अगर आप कपड़ों की ऑनलाइन दुकान खोलते हैं, तो आपको डोमेन में कपड़ों से संबधित कीवर्ड डालना होगा। जिससे सर्च इंजन को आपकी वेबसाइट रैंक करवाने में समस्या नहीं होगी।

आप डोमेन नेम में कुछ इस प्रकार के कीवर्ड इस्तेमाल कर सकते हैं-

  • Store
  • Shop
  • Outlet
  • Mart
  • Boutique
  • Emporium
  • Bazaar
  • Market
  • Showroom
  • Co-Op
  • Mall
  • Galleria
  • Exchange

5. वेबसाइट को अच्छे से डिज़ाइन करें

वेबसाइट आपकी दुकान के लिए एक महत्वपूर्ण जगह है। क्योंकि यहीं से ग्राहक प्रोडक्टस को देखे और खरीदेंगे। इस कारण इसका सुंदर और मजबूत होना बहुत जरूरी है। अगर आपको वेब डिज़ाइनिंग का नॉलेज है, तो आप इसे खुद भी बना सकते हैं। लेकिन हमारी राय में आपको एक प्रॉफेश्नल डिज़ाइनर से ही संपर्क करना चाहिए।

एक ईकामर्स वेबसाइट बनाने के तीन तरीके हैं-

  • आप स्वयं एक साइट डेवलप करें
  • इसके अलावा आप एक एजेंसी से वेबसाइट डेवलप करवा सकते हैं,
  • या फिर आप एक वेबसाइट डेवलप करने के लिए एक फ्रीलांसर को हायर कर सकते हैं।

इनमें से प्रत्येक तरीका लागत, फायदे, नुकसान आदि के अपने सेट के साथ आता है। अब जब आपने एक ईकामर्स वेबसाइट बनाने का फैसला कर लिया है, तो एक प्लेटफॉर्म चुनने का समय है। यह आपके बिजनेस की सफलता और विकास का एक मूलभूत हिस्सा है। इसमें चुनने के लिए बहुत सारे प्लेटफ़ॉर्म हैं जैसे कि Shopify, Magento, Wix, आदि। लेकिन सबसे आसान और तेज़ वेबसाइट के लिए वर्डप्रेस प्लेटफॉर्म का उपयोग करना है।

आंकड़ों के अनुसार इंटरनेट पर 43% वेबसाइटें वर्डप्रेस के साथ बनाई गई हैं। यही कारण है कि ईकामर्स वेबसाइट बनाने के लिए वर्डप्रेस हमारी नंबर 1 सिफारिश है। वर्डप्रेस एक कंटेंट मैनेजमेंट सिस्टम है, जिसका उपयोग आप कोड की एक भी पंक्ति लिखे बिना ड्रैग एंड ड्रॉप का उपयोग करके आसानी से एक आश्चर्यजनक वेबसाइट बना सकते हैं।

क्या आप जानते हैं कि दुनिया में 1.7 बिलियन से अधिक वेबसाइटें हैं? और उसमें से 43%, यानि 731 मिलियन से अधिक वर्डप्रेस पर है। अब यदि वर्डप्रेस के साथ 731 मिलियन वेबसाइटें बनाई जाती हैं, तो हमारी वेबसाइट बनाने के लिए वर्डप्रेस पर भरोसा करने और चुनने का यह पर्याप्त कारण है।

आपकी वेबसाइट के लुक में आने पर वर्डप्रेस बहुत सारे मुफ्त और प्रीमियम थीम के साथ आता है, जिन्हें आप चुन सकते हैं और जो आपकी वेबसाइट के समग्र रूप को बदल सकते हैं। एक प्रीमियम वेबसाइट थीम की कीमत 4000 और 8000 रुपए के बीच कहीं भी हो सकती है।

मान लीजिए कि आप अपनी वेबसाइट में लाइव चैट, पेमेंट गेटवे आदि जैसे अधिक फंक्शन जोड़ना चाहते हैं। उस स्थिति में आप प्लगइन्स इंस्टॉल कर सकते हैं और अपनी साइट पर इनका आनंद ले सकते हैं। इस पर अधिकांश सुविधाएं मुफ्त होती हैं या इन्हें इन्स्टाल करने के लिए कुछ पैसे भी खर्च करने पड़ सकते हैं।

6. बढ़िया पेमेंट सिस्टम बनाएँ

भारत में ईकॉमर्स तेजी से बढ़ रहा है क्योंकि अधिक से अधिक लोगों को ऑनलाइन खरीदारी करने में आसानी होती है। कैश ऑन डिलीवरी मॉडल के विकास के बावजूद, क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड, यूपीआई या नेट बैंकिंग के माध्यम से खरीदारी के लिए पेमेंट करना अधिकांश ग्राहकों के लिए पसंदीदा पेमेंट ऑप्शन है।

इसलिए सभी ईकामर्स वेबसाइटों के लिए एक अच्छा पेमेंट गेटवे सिस्टम बनाना महत्वपूर्ण है। एक बार जब बिजनेस का बैंक अकाउंट ओपन हो जाता है और उचित दस्तावेज तैयार हो जाते हैं। तो आप पेमेंट गेटवे सर्विस प्रोवाइडर को आवेदन कर सकते हैं। सही प्रोवाइडर का चयन करते समय पेमेंट गेटवे सिस्टम प्रोवाइडर द्वारा ली जाने वाली अग्रिम शुल्क, लेनदेन शुल्क और सुविधाओं को ध्यान में रखना महत्वपूर्ण है। भारत में कुछ लोकप्रिय payment gateway service providers इस प्रकार हैं:

  • CCAvenue
  • PayU
  • Ingenico का EBS
  • DirecPay

वेबसाइट के लिए पेमेंट गेटवे सिस्टम प्राप्त करने के लिए आवश्यक सहायक डॉक्युमेंट्स के साथ आप आवेदन कर सकते हैं। इस सिस्टम को प्राप्त करने में औसतन लगभग 1 सप्ताह का समय लगता है। एक बार पेमेंट सिस्टम का आवेदन स्वीकार हो जाने के बाद, आपको अपने प्रोवाइडरस एक आईडी दी जाएगी।

इस प्रक्रिया के दौरान आपको वेबसाइट के Terms और Conditions वह Privacy Policy को भी वेबसाइट के लिए प्रॉफेश्नल रूप से तैयार कर अपडेट करना चाहिए। इसके बाद आप उस आईडी को अपनी वेबसाइट पर लगाकर पेमेंट सिस्टम को टेस्ट कर सकते हैं।

यदि आपके द्वारा उपरोक्त स्टेप्स को पूरा किया जाता है, तो आप payment gateway solution provider को पेमेंट गेटवे को लाइव करने के लिए सूचित कर सकते हैं। इस समय आपकी वेबसाइट इस सिस्टम के माध्यम से क्रेडिट कार्ड/डेबिट कार्ड/नेट बैंकिंग/यूपीआई से पेमेंट प्राप्त करने में सक्षम हो जाएगी।

7. ऑनलाइन दुकान की मार्केटिंग

इन सबके बाद आपको अपनी ऑनलाइन दुकान की अच्छे से मार्केटिंग करनी है। ज़्यादातर ऑनलाइन मार्केटप्लेस ग्राहकों को लुभाने के लिए विभिन्न प्रकार की sale लगाते हैं, जिसमें वे अपने प्रॉडक्टस पर कुछ छूट देते हैं। यह भी आजकल मार्केटिंग का एक हिस्सा है, क्योंकि इससे लोग वर्ड-ऑफ-माउथ से मार्केटिंग करेंगे।

इसके अलावा आप ईमेल का उपयोग कर भी मार्केटिंग कर सकते हैं। जब कोई भी यूजर पहली बार वेबसाइट पर आता है, तो आप उनकी ईमेल प्राप्त कर सकते हैं। फिर आप उन्हें सप्ताह में एक बार अपने नए प्रॉडक्ट की जानकारी शेयर करने के लिए मेल भेज सकते हैं।

यदि आप अपनी ऑनलाइन दुकान का प्रभावी ढंग से प्रमोशन करना चाहते हैं तो सोशल मीडिया बहुत आवश्यक है। लेकिन किसी भी चीज़ की तरह फोलोवर्स को बनाने में प्रयास और समय लगता है। आप फेसबुक, ट्विटर, Instagram, Pinterest, यूट्यूब, गूगल+, लिंक्डइन और Tumblr जैसे सोश्ल मीडिया प्लेटफॉर्म का सहारा ले सकते हैं।

सोशल मीडिया मार्केटिंग के अच्छे से काम करने के लिए, आपको नियमित रूप से पोस्ट करने की आवश्यकता है। अधिकांश बिजनेस के लिए, यह दिन में कम से कम एक बार जरूरी होता है। इसके अलावा आप रोजाना 2-3 पोस्ट भी अपलोड कर सकते हैं, जो आपके followers की संख्या पर निर्भर करता है।

अपनी ऑनलाइन पहुंच को आगे बढ़ाने में मदद करने के लिए, अपने followers को अपने प्रोडक्टस का उपयोग करने के लिए कहें। जो आप बेचते हैं, उसके आधार पर खुद की तस्वीरें पोस्ट करने के लिए कहें। आप उनको कुछ प्रॉडक्ट फ्री भी दे सकते हैं, ताकि वे इनकी अच्छे से मार्केटिंग करें।

अगर आप पेड एडवर्टाइजिंग करना चाहते हैं, तो इसके लिए फेसबुक और ट्विटर जैसी साइटें सबसे उपयुक्त है। यदि आप इसे फेसबुक पर आजमाते हैं, तो हम सुझाव देते हैं कि ‘वेबसाइट क्लिक’ जैसे मीट्रिक का चयन करें। क्योंकि आप चाहते हैं कि लोग आपके ऑनलाइन स्टोर के यूआरएल पर क्लिक करें, न कि आपके फैन पेज पर।

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निष्कर्ष:

तो दोस्तों ये था खुद की ऑनलाइन दुकान कैसे खोलें, हम उम्मीद करते है की  इस पोस्ट को पढ़ने के बाद आपको अपनी दुकान को ऑनलाइन कैसे लाए इसके बारे में पूरी जानकारी मिल गयी होगी.

अगर आपको हमारी पोस्ट अच्छी लगी तो प्लीज इसको शेयर जरुर करें ताकि अधिक से अधिक लोग अपनी खुद की ऑनलाइन शॉप या स्टोर खोल पाए.

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