जॉब के साथ पढ़ाई कैसे करें | नौकरी के साथ स्टडी कैसे करें

जॉब के साथ पढ़ाई करना अपने भविष्य को सुरक्षित रखने का एक जरिया है। इंसान को कभी भी सीखना और पढ़ना बंद नहीं करना चाहिए। आपकी पढ़ाई किसी भी प्रकार की हो सकती है। आप किसी बड़ी जॉब के लिए पढ़ सकते हैं, या किसी बिजनेस के लिए। इसके अलावा कई लोग खुद को मोटीवेट रखने के लिए भी पढ़ाई करते हैं।

आजकल हर प्रकार की जॉब में जबर्दस्त कंपीटीशन देखने को मिलता है। कई योग्य प्रॉफेश्नल लोगों को अच्छी नौकरी नहीं मिल रही है। आगे रहने के लिए, कंपीटीशन को हराने और अच्छी नौकरी पाने के लिए, अच्छी शिक्षा का अत्यधिक महत्व है। अब मैं यह नहीं कह रहा हूँ कि शिक्षा ही सब कुछ है।

कई बार हमें नौकरी मिलने पर हम कंफर्ट जॉन में चले जाते हैं। इसको बदलने की जरूरत है। क्योंकि हमें खुद को आगे की पढ़ाई के लिए प्रेरित करना चाहिए। क्योंकि ऐसा करने से यह सुनिश्चित होगा कि हम इस कठिन मार्केट में दूसरों पर बढ़त हासिल करेंगे और इस तरह एक बेहतर नौकरी पाने और लंबे समय तक काम करने का मौका मिलेगा।

इसके अलावा हमारा जॉब के साथ पढ़ाई करने का हमारा एक दूसरा पहलू भी होता है। जब हम अपने सपनों को पूरा करने के लिए कोई विशेष स्टडी कर रहे होते हैं, उस समय हमें पैसों की आवश्यकता होती है। इस कारण हम जॉब के साथ पढ़ाई करने का रास्ता निकालते हैं, इससे हमारी फ़ाइनेंष्यल कंडीशन अच्छी बनी रहती है।

भारत में ऐसे बहुत से स्टूडेंट्स है, जो अपने स्कूल, कॉलेज या कंपीटीशन की पढ़ाई करने के साथ जॉब करते हैं। अगर आप भी जॉब के साथ पढ़ाई करना चाहते हैं, तो यह आर्टिक्ल सिर्फ आपके लिए है। अच्छे से जानकारी प्राप्त करने के लिए इस आर्टिक्ल को ध्यान से और पूरा पढ़ें।

जॉब के साथ पढ़ाई करने के फायदे

job ke sath study karne ka tarika

जॉब के साथ पढ़ाई करने के बहुत से फायदे हैं। जो इस प्रकार से हैं-

  • जब आप जॉब के साथ पढ़ाई करते हैं, तो आपको टाइम मैनेज करना होता है। इससे आपके अंदर टाइम मैनेजमेंट की स्किल का लगातार विकास होता रहता है। जिसके परिणामस्वरूप आपको भविष्य में टाइम मैनेजमेंट की कमी से होने वाला नुकसान नहीं होगा।
  • इसके अलावा इससे आपको उस इंडस्ट्री में जानकारी बढ़ाने का मौका मिलता है, जिसमें आप काम करते हैं। इसके परिणामस्वरूप आपको अपने साथियों से बढ़त हासिल होगी, क्योंकि आप उस उद्योग में पहले से ही मौजूद है।
  • जॉब के साथ पढ़ाई करने से आपका नॉलेज काफी इम्प्रूव होगा। कुछ बातें ऐसी होती है, जिनका ज्ञान हमें किताबों की बजाय जमीन पर मिलता है।
  • साथ ही इससे आपकी आर्थिक स्थिति भी अच्छी होगी, क्योंकि आजकल पढ़ाई में काफी पैसा लगता है। जिस कारण कई बार आर्थिक स्थिति बिगड़ जाती है। लेकिन पढ़ाई के साथ पैसा आने से पढ़ाई और खुद का खर्चा भी निकल जाएगा।
  • जॉब के साथ पढ़ाई करने से हमें उस काम का लगातार अनुभव होता है। भविष्य में अगर किसी समस्या के कारण हमारी पढ़ाई से संबधित को भी बिजनेस या जॉब सफल नहीं हो पाती है, तो इस जॉब का अनुभव कभी भी काम की कमी नहीं होने देगा।

जॉब के साथ पढ़ाई कैसे करें?

job ke sath padhai kaise kare

जब हम स्कूल में पढ़ाई करते हैं, तो उस समय हमारे माता-पिता पढ़ाई का पूरा खर्चा उठाते हैं। लेकिन वक्त के साथ पढ़ाई का खर्चा इतना ज्यादा हो जाता है, कि माँ-बाप के लिए उस खर्चे को अकेले उठाना मुश्किल हो जाता है। अगर आप भी इसी समस्या से गुजर रहे हैं, जिसमें आपको जॉब और पढ़ाई दोनों साथ करनी है। तो आप इस आर्टिक्ल को पूरा पढ़ते रहिए।

1. पार्ट टाइम जॉब की तलाश करें

अगर आप पढ़ाई और जॉब दोनों काम को एक साथ करना चाहते हैं, तो आपका पहला फोकस इस बात पर होना चाहिए कि आप फुल टाइम जॉब की बजाय पार्ट टाइम जॉब करें। क्योंकि जब आपकी पढ़ाई का डेली शैड्यूल पूरा हो जाए, इसके बाद ही काम पर जाएँ।

चूंकि आपका पहला फोकस आपकी पढ़ाई है, इस कारण आपको उसके लिए पूरा समय निकालना होगा। पढ़ाई के साथ पार्ट टाइम जॉब करने से आपको पैसों के साथ-साथ और भी कई अधिक फायदे मिलते हैं। पढ़ाई के साथ अगर कोई जॉब करनी है, तो आपको ऑनलाइन जॉब की ही तलाश करनी चाहिए।

इसके अलावा अगर आप ट्यूशन पढ़ाकर भी पैसे कमा सकते हैं, या किसी स्कूल या इंस्टीट्यूट में भी। इससे आपका जॉब और पढ़ाई का एरिया सेम ही रहेगा। क्योंकि अगर आप पढ़ाई के साथ कोई और जॉब चुनते हैं, जैसे किसी दुकान पर काम करने का। तो इससे आपका पढ़ाई में मन नहीं लगेगा।

2. शैड्यूल सेट करें

जॉब के साथ पढ़ाई करने के लिए आपको अपनी पढ़ाई का शैड्यूल सेट करना होगा। सबसे पहले आपको यह डिसाइड करना है, कि आप रोजाना कितने घंटे स्टडि करेंगे। इसके लिए आप शॉर्ट-टर्म और लॉन्ग-टर्म का शैड्यूल बनाएँ। फिर डिसाइड करें, कि आपको कौनसा शैड्यूल सेट बैठेगा।

शैड्यूल सेट करने का आपका तरीका इस प्रकार से भी हो सकता है, आपको अपनी प्रत्येक सब्जेक्ट के लिए एक निश्चित टाइम सेट करना है। फिर आप अपने सिलैबस को कितने टाइम में कंप्लीट करना चाहते हैं। इन दोनों के कॉम्बिनेशन से आप अपनी पढ़ाई का शैड्यूल आसानी से सेट कर सकते हैं।

इसके अलावा अपनी स्टडि के लिए टार्गेट डिसाइड करें। यदि आप जानते हैं कि आप अंत में क्या हासिल करना चाहते हैं, तो अपना शेड्यूल बनाना और मैनेज करना आसान होगा। इससे आपको उन क्षेत्रों की पहचान करने में भी मदद मिलेगी जिन पर आपको ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता है।

जब आप अच्छे से अपनी पढ़ाई के लिए समय को सेट कर लें, तो बाकी समय में आप जॉब और अन्य एक्टिविटी कर सकते हैं। चूंकि इस बात का अवश्य ध्यान रखें कि आप जहां भी नौकरी करें, वहाँ का समय ज्यादा न हो। आप दिन के 10 घंटे काम कर पढ़ाई नहीं कर सकते। जिस कारण हमने पहले ही आपको पार्ट-टाइम जॉब करने की सलाह दी थी।

3. वीकेंड का सही उपयोग

वीकेंड कुछ लोगों के लिए एक मस्ती भरा समय होता है, लेकिन कुछ लोग इसी समय का फायदा अपने सपनों को पूरा करने के लिए उठाते हैं। आपको भी जॉब के साथ पढ़ाई करने पर अपने वीकेंड की दिनचर्या का सही से उपयोग करना होगा। उस दिन आप ज्यादा से ज्यादा पढ़ाई करने का समय निकालें।

इसके अलावा इस दिन आप अपने पूरे वीक की पढ़ाई का टेस्ट भी दे सकते हैं। इससे आपको अपनी एक सप्ताह की पूरी पढ़ाई का आकलन हो जाएगा। हालांकि अपने परिवार और दोस्तों को समय भी देना जरूरी है। एक बिज़ि वीक के बाद यह महत्वपूर्ण है कि हम वीकेंड में अपने दिनों का उपयोग शरीर को ऊर्जावान बनाने और अगले सप्ताह के लिए खुद को तैयार करने के लिए करें।

यदि हम अपने आप में ऊर्जा की कमी में पाते हैं, तो हम अगले सप्ताह कुछ भी नहीं कर पाएंगे। अपने वीकेंड का अच्छे से उपयोग करना आपके लिए बहुत ही जरूरी है। इसे कभी भी हल्के में नहीं लेना चाहिए।

आपको कड़ी मेहनत करने की जरूरत है, लेकिन आपको खुद के प्रति भी दयालु होने की जरूरत है। अपने वीकेंड को अपनी शिक्षा, शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य और रिश्तों के प्रति प्रतिबद्धता का सही संतुलन बनाने का लक्ष्य रखें। आपको सभी के बीच अच्छे से संतुलन बैठाना होगा।

4. शांत रहें

जॉब के साथ पढ़ाई करने से आजकल लोग काफी अशांत दिखाई देते हैं। जिस कारण उनका न तो पढ़ाई में मन लग पाता है और न ही जॉब में। कई बार यह अशांति इंसान में स्ट्रेस या तनाव जैसे भयंकर बीमारी को जन्म दे देती है। स्टूडेंट्स को तनाव होना आजकल एक आम सी बात हो गई है।

यद्यपि तनाव का एक छोटा लेवल बहुत अच्छा है और यह विद्यार्थियों को प्रेरित करता है। लेकिन यदि समय के साथ तनाव विकसित होता है, तो अवसाद और चिंता जैसे कई महत्वपूर्ण रोग पैदा हो सकते हैं। इसलिए आपको जितना हो सके, उतना शांत रहना है। पढ़ाई के समय शांत रहने के कुछ तरीके इस प्रकार से हैं-

  • टाइम मैनेजमेंट- उचित टाइम मैनेजमेंट तनाव से राहत पाने का सबसे कुशल तरीकों में से एक है। समय को ठीक से खर्च करने की जरूरत है, चाहे वह विश्राम हो, काम हो या पढ़ाई। आपको एक अच्छा शैड्यूल सेट कर उसका अच्छे से पालन करना चाहिए। जॉब और पढ़ाई के बीच का ब्रेक आपके लिए बहुत जरूरी है।
  • थोड़ी ताजा हवा लें और एक्सर्साइज़ करें- स्टूडेंट्स के लिए, खासकर वह जब पढ़ाई और जॉब दोनों साथ कर रहा हो, तो एक स्वस्थ जीवन शैली महत्वपूर्ण है। रात में पार्टी करने और घर पर दिन भर पढ़ाई करने के लिए तैयार होने के बजाय कुछ हवा लेने और व्यायाम करने के लिए समय निकालें। अच्छी दिनचर्या वाले लोगों में तनाव अक्सर कम होता है।
  • अच्छे रहना- यदि आप अपने शरीर की साफ-सफाई नहीं रखेंगे, तो आप मानसिक तनाव से पीड़ित होंगे। इसके बजाय खुद को साफ रखें और कठिन परिस्थितियों में सकारात्मक बने रहें। उदाहरण के लिए एक अच्छी मानसिकता रखने का प्रयास करें और नकारात्मक ग्रेड पर उथल-पुथल का अनुभव करने के बजाय अगली बार सुधार करने के तरीकों की तलाश करें।
  • दोस्तों के साथ समय बिताएं- आपको अपने तनाव को वापस सामान्य करने की ज़रूरत है, दोस्तों या परिवार के साथ एक कप कॉफी पीना सही तरीका है। अगर कोई व्यक्ति अकेलापन महसूस करता है, तो इससे तनाव बढ़ता है। आप अपने सभी विचारों को किसी ऐसे व्यक्ति के साथ शेयर कर, तुरंत बेहतर महसूस करते हैं जिस पर आप भरोसा करते हैं।
  • ज्यादा पानी पीना- ज्यादा पानी पीना तनाव को कम कर शरीर को प्रभावी ढंग से शांत करता है। इसके अलावा आप बहुत प्रकार के ड्रिंक्स भी पी सकते हैं, जो सेहत के लिए लाभदायक है।
  • कुछ ऐसा करो जिससे आप प्यार करते हो- यदि आप बहुत चिंतित हैं, तो रुकें और कुछ ऐसा करें जिससे आप प्यार करते हैं। चाहे वह पेंटिंग हो या म्यूजिक। आप कुछ ऐसा करके अपने मूड को अच्छा कर सकते हैं। रोजाना आधा घंटा अपने मनपसंद का काम करने से आपका दिमाग अच्छे से काम करेगा।
  • अच्छी नींद लें- खुद को शांत रखने का सबसे अच्छा तरीका अच्छी नींद लेना जरूरी है। अगर आप अच्छी नींद नहीं लेते हैं, तो इससे शरीर के कुछ हार्मोन तनाव को बढ़ा देते हैं।

5. टाइम मैनेजमेंट

पढ़ाई के साथ जॉब करने का मतलब है, कि आपके पास समय बहुत कम है। इसलिए आप शायद अक्सर चाहते हैं कि एक दिन में 24 घंटे से अधिक का समय हो। यद्यपि हम अधिक समय नहीं बना सकते हैं, लेकिन हम इसे अच्छे से मैनेज करने में बेहतर हो सकते हैं।

  • इसके लिए अपने दिन के एक हिस्से को होमवर्क और पढ़ाई के लिए ब्लॉक कर दें। उस दौरान अपने फोन को डू नॉट डिस्टर्ब पर रखें या इसे बंद कर दें। यह आपको सोशल मीडिया की जांच करने, टेक्स्ट संदेश भेजने और वेब ब्राउज़ करने से रोकने में मदद करेगा।
  • इसके अलावा अपने शेड्यूल से चिपके रहें। सबसे पहले अपनी पढ़ाई का समय निर्धारित करें फिर इसके बाद अपनी जॉब के लिए समय निर्धारित करें। फिर किसी भी बचे हुए समय को अवकाश और सामाजिक गतिविधियों के साथ भरें। हालाँकि काम और पढ़ाई आपकी प्राथमिकता होनी चाहिए। फिर भी उन चीज़ों के लिए समय निकालना ज़रूरी है, जिनसे आपको संतुष्टि मिलती है।
  • प्रत्येक रविवार की शाम, उन चीजों की एक सूची बनाएं जो आपको उस सप्ताह करने की आवश्यकता है। और हर शाम उन सभी चीजों की एक सूची बनाएं जो आपको अगले दिन करने की आवश्यकता है। यह आपको अपने दैनिक और साप्ताहिक कार्यक्रम के भीतर एक स्ट्रक्चर देने में मदद करेगा। सबसे महत्वपूर्ण चीजें जो आपको करनी हैं, उन्हें अपनी सूची में सबसे ऊपर रखें।
  • एक बार जब आप अपना शेड्यूल बना लें, तो उससे चिपके रहें और उसे दोहराएं। आपके दिमाग और शरीर को दिन के निश्चित समय पर कुछ खास काम करने की आदत हो जाएगी, जो आपको ट्रैक पर रखने में मदद करेगा। इससे आपका डेलि रूटीन बन जाएगा।

निष्कर्ष:

तो दोस्तों ये था पार्ट टाइम या फुल टाइम जॉब के साथ पढाई कैसे करें, हम उम्मीद करते है की इस आर्टिकल को पढ़ने के बाद आपको अपनी सरकारी या प्राइवेट नौकरी के साथ स्टडी करने का तरीका पता चल गया होगा.

अगर आपको हमारी पोस्ट से हेल्प मिली तो प्लीज इसको शेयर जरुर करें ताकि अधिक से अधिक लोग जॉब करते हुए भी अपनी पढाई और स्टडीज को कंटिन्यू कर पाए.

और अगर आप भी जॉब करते है और उसके साथ ही आप पढाई भी करते है तो अपना एक्सपीरियंस निचे कमेंट में जरुर शेयर करें.

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