चाऊमीन बनाने का बिजनेस कैसे शुरू करें | Noodles Business Plan in Hindi

चाऊमीन एक प्रकार का चीनी फूड है, जिसमें तले हुए नूडल्स होते हैं। इस व्यंजन की लगभग उतनी ही किस्में हैं, जितने इनको पकाने के प्रकार होते हैं। इनमें से कुछ किस्मों के स्थानों के आधार पर अलग-अलग नाम हैं।

चाऊमीन में अक्सर तली हुई सब्जियां और कभी-कभी नूडल्स के साथ मीट भी होता है। साथ ही स्वाद बढ़ाने के लिए सोया सॉस या अन्य स्वाद भी इसमें एड किया जाता है।

चाऊमीन चीनी लोगों का पसंदीदा भोजन है, इस कारण इसकी शुरुआती जड़ें चाइना में ही मिलती है। चाऊमीन तली हुई (चाउ) नूडल्स (मीन) की चाइनीज डिश है। हालांकि आजकल चाऊमीन भारत में भी बहुत पसंद किया जाने लगा है।

इस कारण से चाऊमीन का बिजनेस पिछले कुछ समय से भली-भाँति फलफूल रहा है। यह एक फ्राइड फूड है। इसे stir-fried विधि से पकाया जाता है, जो एशियाई लोगों की नूडल्स पकाने की विधि है।

इतिहास में जब भी चीनी लोग दूसरी जगहों पर गए, तो वे अपने साथ इन्हीं व्यंजनो को ले गए। इस तरह से चाऊमीन भी दुनिया के लोगों का पसंदीदा भोजन बन गया।

चाऊमीन के इंडोनेशियाई वर्जन को बामी गोरेंग कहा जाता है। इस व्यंजन में इस्तेमाल होने वाले नूडल्स को चाऊमीन नूडल्स कहा जाता है। ये पीले रंग के होते हैं क्योंकि आटे में अंडा होता है। इनका आता बहुत गाढ़ा नहीं होता है, जिस कारण चाऊमीन कच्चे होने पर थोड़े टेढ़े दिखते हैं।

हांगकांग और ग्वांगडोंग प्रांत में लोग चाऊमीन कुरकुरी खाना पसंद करते हैं। इसमें नूडल्स को तेल में हल्का तला जाता है ताकि वे बाहर से कुरकुरे हों और अंदर से नरम हों। अन्य क्षेत्रों में नूडल्स को गर्म करके या कड़ाही में भाप देकर नरम किया जाता है। इस व्यंजन को लो मीन भी कहा जाता है।

चाऊमीन बनाने का बिजनेस कैसे करें?

chowmein banane ka business kaise kare

चाऊमीन एक स्टर फ्राई है, जिसे नूडल्स के साथ बनाया जाता है। चाउ या चीनी में “चाओ” का अर्थ है भूनना। मीन या “मियां” का अर्थ नूडल्स है। चाऊमीन नूडल्स को गेहूं के आटे और अंडे से बनाया जाता है।

नूडल्स चपटे या गोल होते हैं। हालांकि रेमन नूडल्स का भी इस्तेमाल किया जा सकता है। चाऊमीन बनाने के लिए नूडल्स को पहले हल्का उबाला जाता है। फिर सब्जियों या मीट के साथ स्टर फ्राई किया जाता है, साथ सोया सॉस भी।

इस पकवान में आमतौर पर अजवाइन, प्याज, गाजर, बीन स्प्राउट्स और गोभी शामिल होते हैं। संयुक्त राज्य अमेरिका और दुनिया भर में चाऊमीन की विभिन्न शैलियाँ हैं। कभी-कभी चाऊमीन में कुरकुरे नूडल्स होते हैं, जो हांगकांग की परंपरा है।

भारत में उपयोग होने वाले चाऊमीन मुलायम प्रवृति के होते हैं। फिर इन्हें फ्राई कर सेवन किया जाता है। यहाँ पर स्ट्रीट-फूड के रूप में चाऊमीन को सबसे ज्यादा पसंद किया जाता है।

साथ ही चाऊमीन को बर्गर के अंदर परोसकर खाने की परंपरा भी भारत में आजकल काफ लोकप्रिय है। इसलिए इनकी बढ़ती हुई मांग को देखकर चाऊमीन का बिजनेस करना बहुत ही फायदेमंद है।

पिछले कुछ समय से भारत में फास्ट-फूड की मांग असाधारण रूप से काफी बढ़ी है। इसी बढ़ती हुई मांग को देखकर आजकल चाऊमीन के बिजनेस ने कई लोगों को अपार सफलता दिलाई है।

अगर आप भी इस बिजनेस में अपना हाथ आजमाना चाहते हैं, तो यह आपके लिए एकदम सही मौका है। तो आइए जानते हैं, कि चाऊमीन का बिजनेस कैसे करें?

1. प्लानिंग

बिजनेस प्लानिंग करना हर बिजनेस की सफलता का पहला आधार होता है। अगर आप एक अच्छी प्लानिंग के साथ बिजनेस की शुरुआत करते हैं, तो आपके बिजनेस में सफल होने के चान्स ज्यादा बन जाते हैं।

सबसे पहले तो आपको तय करना होगा कि आप चाऊमीन का बिजनेस किस लेवल पर करना चाहते हैं। फिर चाऊमीन का बिजनेस दो तरह से होता है।  एक जिसमें चाऊमीन मैनुफेक्चर किए जाते हैं, और दूसरा जिसमें चाऊमीन को खाने के लिए तैयार किया जाता है।

इसमें से हम आपको दूसरे प्रकार के बारे में बता रहे हैं। जिसे स्ट्रीट फूड बिजनेस भी कहा जाता है। इसका मतलब यह नहीं है, कि आपको किसी सड़क किनारे खड़े रहकर चाऊमीन का बिजनेस करना है।

बिजनेस प्लानिंग में हमेशा नीचे दिए गए कुछ सवालों के जवाब ढूँढने होते हैं। फिर उन्हीं के अनुसार आगे की प्लानिंग तैयार की जाती है-

  • आपके बिजनेस का नाम क्या होगा?
  • आप बिजनेस (स्थान) कहाँ से शुरू करेंगे?
  • कितने निवेश की आवश्यकता है?
  • आपके प्रतिस्पर्धी (कंपीटिटर) कौन हैं?
  • आप किस प्रकार के चाऊमीन लोगों के सामने पेश करेंगे?
  • आपको किन सामग्रियों और बर्तनों की आवश्यकता होगी?
  • इस बिजनेस में लाभ मार्जिन कितना है?
  • आपके कंपीटिटर चाऊमीन को किस कीमत पर बेच रहे हैं?
  • आपकी कीमतें क्या होंगी?
  • FSSAI लाइसेंस कैसे प्राप्त करें?
  • आपके चाऊमीन बिजनेस का स्ट्रक्चर क्या होगा?

अब आपको इन सवालों के जवाब एक नोटबूक पर लिखने हैं। फिर अच्छे से इन्हें analyze कर बिजनेस प्लान तैयार करना है। जब बिजनेस प्लान पूरी तरह से तैयार हो जाए तो आपको एक-एक कर सभी बातों पर अम्ल करना है।

बीच में आप अपना मूड नहीं बदल सकते। मतलब आपने बिजनेस प्लानिंग के समय तो कुछ और डिसाइड किया था, लेकिन अब शुरू करते समय कुछ change कर रहे हैं। हालांकि कोई बहुत बड़ी कमी दिखाई देने पर ही अपने बिजनेस प्लान को change करें।

2. लोकेशन

किसी भी बिजनेस की लोकेशन उसकी सफलता पर बहुत बड़ा प्रभाव डालती है। सही जगह पर चाऊमीन का बिजनेस शुरू करने से आपको अच्छा मुनाफा मिलेगा। इसका स्थान चुनते समय, उस स्थान को चुनने के बारे में विचार करें, जहां अधिक ट्रैफिक हो और लोगों द्वारा आसानी से पहुंचा जा सके।

लोकेशन किसी भी फास्टफूड बिजनेस के लिए बहुत ही अहम मानी जाती है। चूंकि चाऊमीन भी एक फास्टफूड भोजन है। इसलिए इस बिजनेस में लोकेशन की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण होती है।

चाऊमीन के बिजनेस को फलने-फूलने के लिए सही लोकेशन की सबसे ज्यादा आवश्यकता होती है। अगर आप एक गलत लोकेशन का चयन करते हैं, तो यह आपके बिजनेस को पूरी तरह से फ़ेल कर देगा।

चाऊमीन के बिजनेस की लोकेशन के लिए आपको भीड़-भाड़ वाली जगहों का चयन करना होगा। जब आप अपने चाऊमीन के बिजनेस को किसी स्थान पर लॉन्च करना चाहते हैं, तो सबसे पहले आपको यह ध्यान रखना होगा कि क्या यह आपके लक्षित ग्राहकों के अनुरूप होगा।

चूंकि चाऊमीन एक तला हुआ फूड है, इस कारण इसे ज़्यादातर युवा ही पसंद करते हैं। इस कारण से आपको उस स्थान का चयन करना है, जहां युवा आबादी काफी ज्यादा हो।

इसका छोटा सा उदाहरण एक कॉलेज और स्कूल है। लेकिन अगर फिर भी इस तरह की लोकेशन नहीं मिल रही है, तो आपको पार्क, सिनेमा, बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन आदि के पास किसी भी लोकेशन का चयन करना है।

3. बिजनेस रजिस्ट्रेशन

चाऊमीन का बिजनेस अगर आप छोटे लेवल पर स्टार्ट करते हैं, तो आपको किसी भी रजिस्ट्रेशन की आवश्यकता नहीं है। बस आपको अपने नजदीक के एफ़सीआई ऑफिस से अनुमति लेनी है। जिसकी प्रक्रिया बहुत ही आसान है।

वहीं अगर आप थोड़े बड़े लेवल पर चाऊमीन का बिजनेस करना चाहते हैं। तो आपको इसके लिए FSSAI पर अपने बिजनेस का रजिस्ट्रेशन करवाना होगा। यह इसलिए है, क्योंकि आजकल लोगों की हैल्थ को देखते हुए फूड के प्रति सरकार काफी एक्टिव हो गई है।

चूंकि चाऊमीन का बिजनेस एक फूड से संबधित बिजनेस है। इसलिए आपको भारत में फूड बिजनेस शुरू करने के लिए निम्नलिखित लाइसेंस प्राप्त करने की आवश्यकता है-

A. FSSAI लाइसेंस

FSSAI का मतलब भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण है। भारत में फूड बिजनेस चलाने के लिए FSSAI से लाइसेंस प्राप्त करना अनिवार्य है।

एक फूड बिजनेस जिसका सालाना कारोबार 12 लाख रुपये तक है, उसे केवल एक बुनियादी FSSAI रजिस्ट्रेशन की आवश्यकता होती है। वहीं एक फूड बिजनेस जिसका सालाना कारोबार 20 करोड़ रुपये तक हो और जो केवल एक राज्य में संचालित होता है।

तो उसे उस राज्य के FSSAI लाइसेंस की आवश्यकता होती है। साथ ही एक फूड बिजनेस जिसका वार्षिक कारोबार 20 करोड़ रुपये से अधिक है और जो कई राज्यों में संचालित होता है। उसे एक केंद्रीय FSSAI लाइसेंस की आवश्यकता होती है।

इसमें रजिस्टेशन शुल्क के साथ आवेदन पत्र लाइसेंसिंग अथॉरिटी को भेजा जाता है, जिसका भुगतान अब ऑनलाइन भी किया जा सकता है। रजिस्टेशन के समय बिजनेस को एक FSSAI नंबर दिया जाता है। यह संख्या बिजनेस द्वारा निर्मित या संसाधित प्रत्येक खाद्य पैकेज पर छपी होती है।

B. दुकान और प्रतिष्ठान अधिनियम के तहत पंजीकरण

एक फूड बिजनेस को उस राज्य के दुकान और प्रतिष्ठान अधिनियम के तहत पंजीकरण कराना होता है, जहां उसका बिजनेस स्थित है। एक दुकान और प्रतिष्ठान प्रमाणपत्र एक फॉर्म भरकर, आवश्यक शुल्क का भुगतान करके और संबंधित दस्तावेजों को संलग्न करके प्राप्त किया जा सकता है।

C. Health Trade License (स्वास्थ्य व्यापार लाइसेंस)

एक स्वास्थ्य व्यापार लाइसेंस किसी बिजनेस को किसी भी वस्तु या सर्विसेज में व्यापार करने की अनुमति देता है जिसका सार्वजनिक स्वास्थ्य पर सीधा प्रभाव पड़ता है। एक फूड बिजनेस जिसके पास नगर निगम से यह लाइसेंस है, स्वच्छता और सुरक्षा मानकों के अनुपालन के लिए प्रमाणित है।

एक स्वास्थ्य व्यापार लाइसेंस नगर निगम या राज्य के स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी किया जाता है जिसमें बिजनेस अपनी व्यापारिक गतिविधियों को अंजाम देता है।

D. Environmental Clearance (पर्यावरण मंजूरी)

यह लाइसेंस राज्य या शहर प्रदूषण बोर्ड से प्राप्त किया जाता है। प्राधिकरण द्वारा पर्यावरण पर बिजनेस के दायरे और प्रभाव का मूल्यांकन करने के बाद यह लाइसेंस प्रदान किया जाता है।

4. आवश्यक ईक्विपमेंट

अब इसके हमें हमारे चाऊमीन के बिजनेस के लिए आवश्यक उपकरणों को खरीदना होगा। इनमें फर्नीचर से लेकर किचन तक का सामान शामिल है। चाऊमीन के बिजनेस में सबसे बड़ी इनवेस्टमेंट यही मानी जाती है।

वैसे चाऊमीन के बिजनेस को अगर आप छोटे लेवल पर शुरू करना चाहते हैं, तो आपको बहुत कम निवेश करना होगा। वहीं अगर आप बड़े लेवल पर इसे स्टार्ट करना चाहते हैं, तो आपको निवेश भी बड़ा करना होगा।

एक average चाऊमीन शॉप के लिए आपको इन उपकरणों को अवश्य खरीदना होगा-

  1. Fryer- चूंकि चाऊमीन एक फ्राइड फूड है, इसलिए आपको एक fryer अवश्य खरीदना होगा। अब अगर आप इसे छोटे लेवल से शुरू करते हैं, तो आप चाऊमीन को एक कड़ाही के अंदर भी फ्राई कर सकते हैं। लेकिन आपका बिजनेस लेवल थोड़ा ऊंचा है, तो आपको फ्राइर खरीदना ही होगा। इससे आप एक समय में बहुत सारा चाऊमीन तैयार कर सकेंगे।
  2. Griddle- इसकी जरूरत तब पड़ती है, जब आप चाऊमीन के साथ-साथ बर्गर भी तैयार करते हैं। चूंकि भारत में चाऊमीन वाले बर्गर काफी लोकप्रिय है। इस कारण चाऊमीन के साथ-साथ बर्गर तैयार करना भी एक बहुत अच्छा विचार है। बर्गर की डिमांड गाँव से लेकर शहरों तक बहुत बड़ी है।
  3. Hood- एक कमर्शियल किचन हुड आपकी और आपके किचन स्टाफ की सुरक्षा के लिए अनिवार्य है। एक हुड आपकी रसोई की हवा को अवांछित धुएं और ग्रीस से छुटकारा दिलाने में मदद करता है। यह प्रक्रिया आपकी रसोई की हवा को ताजा रखती है और इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि आग लगने का खतरा कम हो जाता है। यदि आप एक छोटा चाऊमीन का बिजनेस खोल रहे हैं, तो एक वेंटलेस हुड सिस्टम आपके लिए सबसे अच्छा विकल्प होता है।
  4. Prep Table- इस table पर आप तैयार किया हुआ चाऊमीन स्टोर कर रख सकते हैं। या आप इसे किसी दूसरे काम में भी लगा सकते हैं। लेकिन एक prep table फास्ट फूड से जुड़े हर बिजनेस में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
  5. Ovens और Ranges- कई बार चाऊमीन को गर्म करना पड़ता है। इस कारण से इनकी जरूरत पड़ती है। आपको बाजार में किफ़ायती दामों पर इस तरह के बहुत सारे उपकरण मिल जाते हैं।

5. इनवेस्टमेंट

चाऊमीन के बिजनेस में आपको ज्यादा बड़ी इनवेस्टमेंट की आवश्यकता नहीं होती है। इसमें आपको किराये की लागत, कर्मचारियों और रखरखाव जैसा बुनियादी खर्च करना होगा। लेकिन आपको सजावट या भव्य बैठने पर बहुत पैसा खर्च करने की ज़रूरत नहीं है।

  1. रेंटल कोस्ट- आपका चाऊमीन का रेस्टोरेंट एक ऐसे क्षेत्र में स्थित होना चाहिए जो काफी आबादी वाला हो और लोगों द्वारा अक्सर देखा जाता हो। यदि आपका स्थान शहर की हलचल से दूर है, तो आपके रेस्टोरेंट को ज्यादा पहचान नहीं मिलेगी। अगर आप एक बढ़िया जगह अपना बिजनेस शुरू करते हैं, तो आपको उस जगह के लिए हर महीने 10,000-15,000 रुपए खर्च करने पड़ सकते हैं।
  2. Kitchen Equipment- Advanced kitchen equipment होना एक रेस्टोरेंट चलाने का अभिन्न अंग है। जो उपकरण आपको खरीदने हैं, उनमें से कुछ के बारे में हमने ऊपर बताया है। इस तरह इस पर आपको 1 लाख-1.5 लाख रुपए खर्च करने पड़ सकते हैं। हालांकि यह लागत आपकी सिर्फ एक बार की है। एक बार जब आप संचालन शुरू करने के लिए तैयार हो जाते हैं, तो आपको केवल उन कच्चे माल पर पैसा खर्च करना होगा जिनकी आपको हर महीने जरूरत होगी जैसे कि सब्जियां, तेल और मसाले।
  3. Marketing- बिजनेस शुरू करते समय उसकी मार्केटिंग करना बहुत जरूरी होता है। आज के समय में जहां हर कोई सोशल मीडिया से चिपका हुआ है। इसलिए आपको इसी का सहारा लेना होगा। आप 10,000 रुपए की मार्केटिंग से अपने चाऊमीन के बिजनेस की शुरुआत कर सकते हैं।
  4. Labour Cost- अगर आप चाऊमीन के बिजनेस में खुद चाऊमीन तैयार करना चाहते हैं, तो आपको सिर्फ एक व्यक्ति की आवश्यकता होगी। जिसे आप 7,000-8,000 रुपए/महिना देकर काम शुरू कर सकते हैं। वहीं अगर आप एक shef को काम पर रखना चाहते हैं, तो आपको उसे महीने के कम से कम 13,000-14,000 रुपए आसानी से देने होंगे।

6. चाऊमीन बनाने की विधि (Recipe)

Chowmein kaise banaye

मुख्य रूप से दो प्रकार के चाऊमीन लोगों को ज्यादा पसंद आते हैं-

  • Crisp चाउमीन: क्रिस्प चाऊमीन बनाने के लिए नूडल्स तलते समय सपाट दबाकर पैनकेक जैसी डिश बनाते हैं। नूडल पैनकेक के टॉप पर कोई अतिरिक्त सामग्री और सॉस का छिड़काव किया जाता है।
  • स्टीम्ड चाउमीन: स्टीम्ड चाऊमीन में नूडल्स को पहले पानी में उबाला जाता है, फिर सब्जियों जैसी अतिरिक्त सामग्री के साथ हिलाते हुए स्टर-फ्राय किया जाता है और हल्की चटनी में mix किया जाता है।

चाऊमीन रेसिपी के लिए सामग्री

  • पानी- 10 कप
  • नमक- 1 छोटा चम्मच
  • हक्का नूडल्स- 1 पैक
  • तेल- 2 बड़े चम्मच।
  • कटा हुआ लहसुन- 10 कलियाँ
  • कटा हुआ अदरक- 1 इंच
  • स्लिट ग्रीन चिल- 3
  • कटा हुआ प्याज- 1 कटा हुआ
  • पत्ता गोभी- 1 कप
  • कटी हुई गाजर- 1/2 कप
  • कटी हुई शिमला मिर्च- 1/2 कप
  • प्याज पत्ता
  • रेड चिली सॉस- 1 बड़ा चम्मच।
  • ग्रीन चिली सॉस- 1 बड़ा चम्मच।
  • सोया सॉस- 1 छोटा चम्मच
  • टमाटर केचप- 1 बड़ा चम्मच।
  • नमक- 1/4 छोटा चम्मच
  • काली मिर्च पाउडर- 1/2 छोटा चम्मच

शुरुआत में चाऊमीन बनाने के लिए आप इस विधि का उपयोग कर सकते हैं-

  1. लाजवाब स्ट्रीट स्टाइल चाऊमीन नूडल बनाने के लिए सबसे पहले एक पैन गैस पर रखें और उसमें 1.5 लीटर पानी डालकर उबाल लें।
  2. बुलबुले दिखने के बाद, 1 टीस्पून नमक, 1 पैक हक्का नूडल्स डालें और 2-3 मिनट के लिए 80% तक उबालें।
  3. जब नूडल्स अलग हो जाएं तो गैस बंद कर दें और पानी निकाल दें.
  4. गर्म पानी निथारने के बाद, ओवरकुकिंग को रोकने के लिए इसे सामान्य पानी से धो लें।
  5. जब नूडल्स से सारा पानी निकल जाए तो इसमें 1 छोटी चम्मच तेल डालें और नूडल्स को अच्छी तरह से टॉस कर लें.
  6. अब एक पैन गैस पर रखें, उसमें 2 टेबल स्पून तेल डालकर तेज आंच पर गर्म करें.
  7. तेल गरम होने पर इसमें 10 कटी हुई लहसुन की कलियां, 1 इंच कद्दूकस किया हुआ अदरक, 3 हरी मिर्च के टुकड़े डालकर अच्छी तरह भून लें.
  8. कुछ देर बाद 1 कटा हुआ प्याज डालें और तेज आंच पर प्याज के पारदर्शी होने तक अच्छी तरह से भूनें।
  9. अब 1 कप कटी हुई गोभी, 1/2 कटी हुई गाजर, 1.2 कप कटी हुई शिमला मिर्च, हरे प्याज़ के पत्ते डालकर अच्छी तरह मिलाएँ और 1 मिनट तक पकाएँ।
  10. 1 मिनट के बाद 1 टेबल स्पून रेड चिल्ली सॉस, 1 टेबल स्पून ग्रीन चिली सॉस, 1 टी स्पून सोया सॉस, 1 टेबल स्पून टोमेटो केचप डालकर अच्छी तरह मिलाएं।
  11. अब इसमें 1 छोटा चम्मच नमक, 1/2 छोटा चम्मच काली मिर्च पाउडर डालकर अच्छी तरह मिलाएं.
  12. 1 मिनिट बाद पैन में उबले हुए नूडल्स डालकर अच्छी तरह मिलाइए और टॉस करके 2 मिनिट तक पका लीजिए.
  13. 2 मिनिट बाद गैस बंद कर दीजिए और हरे प्याज़ के पत्ते से सजा दीजिए.

अब आपका वेज चाऊमीन पूरी तरह से तैयार है, और आप इसे अपने ग्राहकों को खाने के लिए परोस सकते हैं।

7. मार्केटिंग

किसी भी बिजनेस को सफल बनाने के लिए मार्केटिंग एक अहम भूमिका निभाती है। अब आप जब शुरुआत में अपने बिजनेस की शुरुआत करते हैं, तो यह और भी ज्यादा जरूरी हो जाती है।

मार्केटिंग से आपके बिजनेस के बारे में लोगों को पता चलता है, जिससे वे आपके साथ जुडते हैं। अगर आपके प्रॉडक्ट में क्वालिटी होगी तो वे आपके लिए फ्री में मार्केटिंग करेंगे।

मार्केटिंग के लिए आजकल सबसे ज्यादा सोश्ल मीडिया प्लेटफॉर्म उत्तम नजर आता है। आज प्रत्येक व्यक्ति सोश्ल मीडिया से चिपका हुआ है, इस कारण इस पर की गई मार्केटिंग का असर सबसे ज्यादा देखने को मिलता है।

साथ ही आप ऑफलाइन मार्केटिंग का भी उपयोग कर सकते हैं। जिसके लिए आप पंफ्लेट, अखबार, फ़्लेक्स बोर्ड आदि का सहारा ले सकते हैं। हालांकि ऑनलाइन मार्केटिंग ही सबसे ज्यादा प्रभावी नजर आती है।

चाऊमीन के बिजनेस से कितने पैसे कमा सकते है?

chowmein ke business se kitne paise kama sakte hai

चाऊमीन के बिजनेस से कमाई आपके शुरुआत करने के लेवल पर निर्भर करता है। वैसे इसमें प्रॉफ़िट मार्जिन लगभग 25%-30% तक होता है। जो किसी भी बिजनेस के लिए बहुत बढ़िया मार्जिन है। लेकिन इसमें मेहनत भी बहुत ज्यादा होती है।

अगर आप रोजाना 1,000 रुपए के चाऊमीन बेचते हैं, तो आपको 250 रुपए आसानी से लाभ के रूप में प्राप्त हो जाएंगे। इस तरह से आप अपने बिजनेस के लेवल को बड़ा कर इससे ज्यादा पैसे कमा सकते हैं।

एक एव्रेज चाऊमीन के बिजनेस से व्यक्ति प्रत्येक महीने 20,000-30,000 रुपए आसानी से कमा सकता है। कई बार लोकेशन के आधार पर यह कमाई बढ़कर 40,000-50,000 रुपए/महिना हो जाती है।

100% ग्राहक संतुष्टि प्रदान करना ब्रांड मूल्य और गुणवत्ता जैसे समझदार तख्तों के साथ आपका उद्देश्य होना चाहिए। ग्राहकों का अभिवादन करना और आराम की हवा प्रदान करना युवा भीड़ को आकर्षित कर सकता है और इससे बिक्री बढ़ेगी।

एक चाऊमीन का बिजनेस आमतौर पर कम लागत उच्च मात्रा वाले व्यापार मॉडल पर काम करता है। इसमें भोजन को आम तौर पर पहले से बड़ी मात्रा में पकाया जाता है और तब तक गर्म रखा जाता है जब तक इसे ऑर्डर नहीं किया जाता है।

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निष्कर्ष:

तो ये था चाऊमीन का बिजनेस कैसे शुरू करें, हम उम्मीद करते है की इस आर्टिकल को पूरा पढ़ने के बाद आपको चाऊमीन बनाने का पूरा बिजनेस प्लान अच्छे से समझ में आ गया होगा.

अगर आपको हमारा ये आर्टिकल हेल्पफुल लगी तो इसको शेयर अवश्य करें ताकि अधिक से अधिक लोग अपना खुद का चाऊमीन बनाने का बिजनेस स्टार्ट कर पाए.

इसके अलावा यदि आपको इस बिजनेस के बारे में और भी अधिक जानकारी है तो उनको आप कमेंट में हमारे साथ जरुर शेयर करें, और यदि इस बिजनेस को और भी बढ़िया बनाने के लिए हम क्या कर सकते है अपने आईडिया को भी कमेंट में पोस्ट अवश्य करें.

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